Delhincr

Jun 22 2024, 13:36

हेल्थ टिप्स:डायबिटीज मरीज के लिए नुकसानदायक है हेल्दी दिखने वाली ये 5 चीजें।

नयी दिल्ली : बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए कई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है और जब हम ऐसा नहीं रख पाते हैं, तो डायबिटीज को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे ही कुछ फूड्स हैं जिन्हें हम हेल्दी समझ कर खाते हैं।

हेल्दी दिखने वाली चीजें जो ब्लड शुगर बढ़ाती हैं

आजकल के लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज की समस्या आम हो गई है। यह बीमारी आज के समय में दिन-ब-दिन इतनी आम होती जा रही है कि लगभग आधी आबादी इसकी गिरफ्त में है या होने के खतरे में है। डायबिटीज के मरीजों को कई तरह के खाद्य पदार्थों से परहेज रखने को कहा जाता है, तो कई खाद्य पदार्थ उनके लिए बेहद जरूरी होते हैं। लेकिन समान्या और हेल्दी दिखने वाले कई खाद्य पदार्थ डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। इसलिए हर डायबिटीज के मरीजों के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करना आवश्यक है, क्योंकि ये उनके ब्लड शुगर स्तर को बढ़ा सकते हैं। 

आज हम आपको ऐसे पांच हेल्दी दिखने वाली चीजें के बारे में बताएंगे, जिन्हें डायबिटीज के मरीजों को सीमित मात्रा में खाना चाहिए या फिर उसका सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए

सफेद चावल : सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) अधिक होता है, जिसका मतलब है कि यह जल्दी से पचता है और रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।

वहीं वह सफेद चावल के बजाय, ब्राउन राइस या क्विनोआ का उपयोग कर सकते हैं, जिनमें अधिक फाइबर होता है और ये धीरे-धीरे पचते हैं, जिस कारण आपको जल्दी भूख भी नहीं लगती।

फलों का रस :

माना कि फलों का रस स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। फलों का रस आप सब को प्राकृतिक लगता है, लेकिन इसमें उच्च मात्रा में शर्करा, जो कि डायबिटीज के मरीजों को नुकसान पहुंचा सकती है। फलों का रस बनाने के बाद उसमें फाइबर नहीं रहता, रहता है तो बस शर्करा। फलों के रस में मौजूद यह शर्करा तेजी से आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है, जिससे आपको नुकसान हो सकता है। इसलिए पूरे फल खाएं, जिसमें फाइबर भी शामिल हो और जो शर्करा के अवशोषण को धीमा कर दे।

मैदा : मैदा किसी भी रूप में अच्छा नहीं होता, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। मैदे से बनी चीजें, जैसे कि सफेद ब्रेड, पास्ता और पेस्ट्री तेजी से पचती हैं और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाती हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीज इसके सेवन से बचें। आप इनके बजाय, पूरे अनाज से बनी चीजें चुनें, जिनमें अधिक फाइबर और पोषक तत्व शामिल हो।

फुल फैट मिल्क :

फुल फैट मिल्क और इससे बने उत्पादों में संतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है, जो इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकती है और आपको परेशानी में डाल सकती है। इसलिए स्किम्ड मिल्क या लो-फैट डेयरी उत्पादों का चयन करें, जो संतृप्त वसा की मात्रा को कम करते हैं। इससे आप डायबिटीज के मरीज बनने से बचेंगे और अगर हैं तो आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा।

आलू :

आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च होता है और इसे खाने से रक्त शर्करा के स्तर में तेजी से वृद्धि होती है। अक्सर ही डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन करने से रोकते हैं। इसलिए आप उनकी बात सुने और इसके बजाय, मीठे आलू या अन्य गैर-स्टार्च वाली सब्जियों का सेवन करें, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम हो और वे अधिक पोषक तत्व प्रदान करें।

नसों में छुपे बैड कोलेस्ट्रॉल को साफ करेंगी ये 4 सस्ती चीजें, दिन में एक बार करें इस्तेमाल।

Delhincr

Jun 19 2024, 13:51

हेल्थ टिप्स:हेल्दी फैट से भरपूर काजू खाने से मिलते है कई फायदे


दिल्ली:- ड्राई फ्रूट में सबसे ज्यादा पसंद काजू पसंद किया जाता है।ड्राई फ्रूट्स में काजू सबसे अधिक स्वादिष्ट होता है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन के लिए सबसे अधिक इसी पर भरोसा किया जाता है। काजू-बेस्ड दूध, दही और आइसक्रीम खूब चाव से खाया जाता है। पर काजू के सेवन से लोग डरते भी हैं। उन्हें लगता है कि काजू उनका वजन बढ़ा सकता है। 

जानकारी के अभाव में हम ऐसा सोचते हैं। इस नट्स में लाभकारी पोषक तत्वों की लंबी सूची है। हेल्दी रूप में इसे अपने नियमित भोजन में शामिल किया जा सकता है। इससे कई लाभ मिल सकते हैं।

हेल्दी फैट से भरपूर काजू

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, काजू में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। प्रोटीन एक जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट है। इसलिए हर दिन विभिन्न खाद्य स्रोतों से इसकी भरपूर मात्रा प्राप्त करना जरूरी है।लगभग 18 काजू में 5 ग्राम प्रोटीन हो सकता है। यह महिलाओं की प्रोटीन जरूरतों का लगभग 11 प्रतिशत और पुरुषों के लिए 9 प्रतिशत है। काजू में स्वस्थ असंतृप्त वसा होती है। काजू में हेल्दी फैट मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड दोनों रूप में रहता है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड दोनों ही पॉलीअनसेचुरेटेड फैट हैं, जो काजू को इसके बेहतरीन स्रोत बनाते हैं। काजू विटामिन के, थायमिन और विटामिन बी6 का भी स्रोत है। इसमें मैग्नीशियम, फास्फोरस, कॉपर, मैंगनीज, जिंक और आयरन भी मौजूद रहते हैं।

 काजू खाने से मिलने वाले फायदे 

1. काजू में हेल्दी फैट मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड दोनों रूप में रहता है। हाई शुगर और कम फाइबर वाले स्टार्च खाद्य पदार्थों के स्थान पर काजू का उपयोग किया जा सकता है। यह खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है। यह कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारण बन सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर सौल्टेड काजू नहीं खाए।

2 मेंटल हेल्थ मजबूत करता है 

फ़ूड केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, ओमेगा-3 फैटी एसिड हेल्दी ब्रेन की संरचना और फंक्शन से सकारात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। यह मस्तिष्क में ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद करता है। यह ब्रेन फ्लूइड की डेंसिटी बढ़ाता है। यह न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग की शुरुआत को कम करता है। कोगनिटिव कार्य को बढ़ाता है और सूजन को कम करता है। काजू अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन का स्रोत भी है, जो न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन के स्तर को बनाने और बढ़ाने के लिए जरूरी है। यह मूड को स्थिर करने, खुशी की भावनाओं को बढ़ाने, साउंड स्लीप में मदद करता है।

3 स्वस्थ गट के लिए जरूरी 

न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, नियमित रूप से काजू खाने से फाइबर, पॉलीफेनोल्स जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी प्लांट कंपाउंड मिलते हैं, जो अच्छे

 आंत स्वास्थ्य में योगदान दे सकते हैं। यह स्वस्थ माइक्रोबायोम बनाता है।

काजू में गैलेक्टो-ओलिगोसेकेराइड्स कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो प्रीबायोटिक के रूप में काम करता है। यह गुड पैथोजेन को पोषण देता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार कर सूजन को कम करता है।

4 लंबे समय तक पेट भरा रखता है 

जर्नल ऑफ़ न्यूट्रिशन के अनुसार, काजू के पोषक तत्व पेट भरा हुआ महसूस कराते है। काजू के हाई प्रोटीन, हेल्दी फैट या कार्ब्स अधिक तृप्ति देते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने के साथ-साथ वजन प्रबंधन में भी मदद कर सकता है।

क्या रोज काजू खाना सही है

काजू में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है। बहुत अधिक ऑक्सालेट वाले खाद्य पदार्थ किडनी स्टोन के कारण बनते हैं। इसलिए काजू खाने पर नियन्त्रण होना चाहिए। दूध के साथ खाने से कैल्शियम ऑक्सालेट अवशोषण को कम करने में मदद कर सकता है।

एक दिन में कितने काजू खाने चाहिए 

(3-4 cashew) 

वेट गेन से बचने के लिए प्रतिदिन 5 – 10 काजू से अधिक नहीं खाना चाहिए। वजन प्रबंधन के लिए प्रतिदिन 3-4 काजू का सेवन किया जा सकता है।

Delhincr

Jun 18 2024, 13:11

पश्चिम बंगाल रेल दुर्घटना के बाद फिर कवच सिस्टम चर्चा में,सरकार पर उठ रहे सवाल क्यों नहीं इस सिस्टम को नहीं किया जा रहा है पूरा..?


दिल्ली डेस्क 

 नई दिल्ली :भारत में ट्रेनों की सुरक्षा के लिए अचूक ‘कवच सिस्टम’ बनाया गया है, फिर भी बड़े-बड़े ट्रेन हादसे हो रहे हैं। इसका अर्थ है यह सिस्टम फेल है, या सरकार बड़ी बड़ी सब्ज़ीभाग दिखाकर जनता को धोखा दे रही है.

पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी की टक्कर के बाद सोमवार को सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के कम से कम दो पिछले डिब्बे पटरी से उतर गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद कम से कम 15 लोगों के मरने की बात कही जा रही है और 60 लोग घायल की सूचना है । 

रेलवे के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को कहा कि कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच टक्कर मानवीय भूल के कारण हुई। अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिग्नल की अनदेखी की। हादसे में मालगाड़ी के ड्राइवर और एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड की भी जान चली गई।

ट्रेन एक्सीडेंट बचाव प्रणाली

भारतीय रेलवे ने मानव त्रुटि के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ‘कवच’ (ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली) नामक एक स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली विकसित की गयी है। भारतीय रेलवे ने इसे RDSO (रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन) के जरिए विकसित किया है। इस पर 2012 में काम शुरू हुआ था। इस सिस्टम को विकसित करने के पीछे रेलवे का उद्देश्य यही था कि ट्रेनों के एक्सीडेंट को रोका जा सके। 

इसका पहला ट्रायल साल 2016 में किया गया था। रेलवे के मुताबिक यह सबसे सस्ता ऑटोमैटिक ट्रेन टक्कर प्रोटेक्शन सिस्टम है। प्रौद्योगिकी सुरक्षा अखंडता स्तर 4 (एसआईएल-4) प्रमाणित है, जो उच्चतम प्रमाणीकरण स्तर है। इसका अर्थ है कि 10,000 में कवच द्वारा केवल एक त्रुटि की संभावना है।

कैसे करता है यह सिस्टम

कवच उच्च आवृत्ति रेडियो संचार का उपयोग करता है और टक्करों को रोकने के लिए निरंतर अद्यतन के सिद्धांत पर काम करता है। अगर ड्राइवर इसे नियंत्रित करने में विफल रहता है तो सिस्टम ट्रेन के ब्रेक को स्वचालित रूप से सक्रिय कर देता है। 

कवच सिस्टम से लैस दो लोकोमोटिव के बीच टकराव से बचने के लिए ब्रेक भी लगाता है। जैसे ही कोई लोको पायलट सिग्नल को जंप करता है तो कवच एक्टिव हो जाता है। यह लोको पायलट को अलर्ट करना शुरू कर देता है। इसके बाद यह स्वत: ही ब्रेक्स पर कंट्रोल करना शुरू कर देता है। सिस्टम को जैसे ही पता चलता है कि ट्रैक पर दूसरी ट्रेन आ रही है तो यह पहली ट्रेन की मूवमेंट को पूरी तरीके से रोक देता है। इसकी सबसे खास बात यह भी है कि अगर कोई ट्रेन सिगनल जंप करती है तो 5 किलोमीटर के दायरे में मौजूद सभी ट्रेनों की मूवमेंट रुक जाएगी। फिलहाल यह सभी रूटों पर इंस्टॉल नहीं किया गया है।

लोकसभा में रेल मंत्री की दी गई जानकारी

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 29 मार्च को कवच के तहत लाए गए रूटों के बारे में लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी थी। मार्च तक, दक्षिण मध्य रेलवे में 1455 किमी (रूट किलोमीटर) नेटवर्क मार्ग को कवच के तहत लाया गया है, जिसमें से 576 किमी महाराष्ट्र राज्य यानी मनमाड (छोड़कर) – धामाबाद और उदगीर – परभणी खंड के अंतर्गत आता है। यह भारतीय रेलवे के कुल नेटवर्क का लगभग 2 प्रतिशत है। मार्च 2024 की लक्षित पूर्णता तिथि के साथ कवच के रोलआउट की योजना नई दिल्ली-हावड़ा और नई दिल्ली-मुंबई खंडों पर की गई है। कवच के विकास पर कुल खर्च 16.88 करोड़ रुपये है।

Delhincr

Jun 18 2024, 12:19

अब भारत और श्रीलंका के बीच समुद्र में बनेगा पुल, आवागमन की सुविधा होंगी आसान


दिल्ली डेस्क 

नई दिल्ली : भारत और श्रीलंका को आपस में जोड़ने के लिए सुमद्र पर पुल बनाने की तैयारी चल रही है।

 श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि भारत और श्रीलंका के बीच प्रस्तावित भूमि संपर्क को लेकर अध्ययन अंतिम चरण में है।

क्षेत्र में विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए उत्तर-पूर्वी जिले मन्नार की यात्रा पर पहुंचे विक्रमसिंघे ने कहा कि व्यवहार्यता अध्ययन का प्रारंभिक कार्य पूरा हो चुका है और अंतिम चरण जल्द ही पूरा हो जाएगा।

इस प्रस्ताव और दोनों देशों के बीच पावर ग्रिड कनेक्शन की संभावना पर इस सप्ताह विदेश मंत्री एस. जयशंकर की श्रीलंका यात्रा के दौरान चर्चा होने की संभावना है।

Delhincr

Jun 18 2024, 12:04

इसरो जल्द भेजेगा अंतरिक्ष में सेटेलाइट, इससे देश में ब्रॉडबैंड कनेक्शन और इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी होंगी मज़बूत


दिल्ली डेस्क 

नई दिल्ली ISRO जल्द ही ऐसा सैटेलाइट भेजने वाला है, जिससे देश में ब्रॉडबैंड कनेक्शन और इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी और मजबूत हो जाएगी। न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) की ये दूसरी डिमांड-ड्रिवेन सैटेलाइट मिशन है। इस सैटेलाइट का नाम है जीसैट-एन2..यह Ka-Band का कम्यूनिकेशन सैटेलाइट है। 

इसके जरिए देश में ब्रॉडबैंड कनेक्शन और ज्यादा ताकतवर होगा। साथ ही भारतीय प्रायद्वीप और उसके थोड़ा आसपास तक विमानों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

यानी उड़ान के समय पायलट ज्यादा बेहतर संचार स्थापित कर पाएंगे। NSIL इसरो का कॉमर्शियल विंग है, जो उसके लिए प्राइवेट और सरकारी सैटेलाइट लॉन्च डील करता है ।

Delhincr

Jun 18 2024, 12:02

गुरुग्राम के लोगों को अघोषित बिजली कट से मिलेगी मुक्ति,जुलाई माह से यहां शुरू होगा नया बिजली घर


दिल्ली डेस्क 

गुरुग्राम | भीषण गर्मी के दौर में अघोषित बिजली कट जनता की परेशानियां बढ़ने का काम करते हैं, लेकिन गुरु ग्रामवासियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. जुलाई के महीने में यहां नया बिजली घर शुरू कर दिया जाएगा. 

इससे 100 कॉलोनियों और सेक्टरों के निवासियों को बिजली के अघोषित कटों से राहत मिलेगी. 

हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम अधिकारियों के अनुसार, 15 जुलाई तक सेक्टर 15 के पार्ट 2 स्थित 220 केवीए बिजली सबस्टेशन को शुरू कर दिया जाएगा.जुलाई के महीने में शुरू हो जाएगा सबस्टेशन

विभाग का ऐसा मानना है कि इसके शुरू हो जाने के बाद सेक्टर 52, 56 बादशाहपुर और दौलताबाद के 220 केवीए सबस्टेशन पर बिजली की व्यवस्था और अधिक सुचारू रूप से चल पाएगी. लगभग 52 करोड रुपए की लागत से बने इस सब स्टेशन को एचवीपीएन ने तैयार कर लिया है, लेकिन सेक्टर सेक्टर- 72 स्थित 400 केवीए बिजली सबस्टेशन को इस सबस्टेशन से जोड़े जाने की प्रक्रिया अभी जारी है.

पहले इस सबस्टेशन का संचालन शुरू करने की डेडलाइन 31 मई निर्धारित की गई थी, लेकिन एजेंसी के धीमी गति से काम करने के कारण इसकी समय अवधि को बढ़ा दिया गया. अब अनुमान है कि जुलाई के महीने में यह सब स्टेशन शुरू कर दिया जाएगा.

दौलताबाद सबस्टेशन को होगा ज़्यादा फायदा

इसके चालू हो जाने के बाद सबसे ज्यादा फायदा दौलताबाद सबस्टेशन को होने वाला है. इसके बाद, सेक्टर 21, 22, 23, पालम विहार, उद्योग विहार एरिया को सेक्टर 15 के बिजली सबस्टेशन से बिजली आपूर्ति मिलना शुरू हो जाएगी.

ओल्ड गुरुग्राम की करीब 50 से अधिक कॉलोनियों को दौलताबाद सब स्टेशन से पर्याप्त मात्रा में बिजली मिलना शुरू हो जाएगी. इसी तर्ज पर सेक्टर 15, 16, 17, 31, 32, झाड़सा की बिजली को बादशाहपुर सबस्टेशन से नए सबस्टेशन पर शिफ्ट करने के बाद यहां बिजली का लोड कम हो जाएगा.

काफी समय से हो रही थी परेशानियां

अनुमान है कि इससे सेक्टर 52 के सब स्टेशन पर आरडी सिटी और वजीराबाद को फायदा मिलेगा. बता दें कि पिछले काफी समय से आरडी सिटी कॉलोनी के निवासी और वजीराबाद गांव की 50% आबादी बिजली कटौती की समस्या का सामना कर रही थी. कई बार ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण या फिर केबल जल जाने के कारण सुशांत लोक 2- 3 में सेक्टर 56 के हजारों परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ता था.

वहीं, दूसरी तरफ सेक्टर 82 से 84 तक विकसित वाटिका सिटी में बिजली की अनियमित सप्लाई को लेकर डीसी द्वारा वाटिका ग्रुप को नोटिस जारी करते हुए 33 केवीए बिजली सबस्टेशन का संचालन नहीं किये जाने को लेकर जवाब तलब किया गया है.

Delhincr

Jun 18 2024, 10:10

हेल्थ टिप्स:गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए ले ये खास बादाम गोंद का ड्रिंक,इस ड्रिंक से मिलते है कई फायदे


दिल्ली:- गर्मी में अक्सर हम ऐसे खाने की चीजों की तलाश करते हैं, जिससे पूरे शरीर को ठंडक मिले। गर्मी बढ़ते ही स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ने लगी है। जिससे राहत पाने के लिए आप अपनी डाइट में बादाम गोंद या बादाम पिसिन शामिल कर सकते हैं। बादाम गोंद की तासीर ठंडी होती है, इसलिए गर्मी के मौसम में इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक मिलती है। इतना ही नहीं इसे खाने के कई स्वास्थ्य और स्किन लाभ भी है। 

नेचुरोपैथी और योग एक्सपर्ट डॉ. श्री विद्या प्रशांत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके बताया कि बादाम पिसिन जिसे बादाम गोंद भी कहते हैं शरीर की गर्मी को कम करने के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है, जिसे आप किसी भी जूस, दूध या किसी डेजर्ट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन आज इसे पीने के एक हेल्दी और आसान तरीका जानते हैं। 

गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए बादाम गोंद का ड्रिंक कैसे बनाएं? -

 

सामग्री- 

बादाम गोंद 

गाजर- 1 

कसा हुआ नारियल- 1/4 कप

शहद- स्वादानुसार

पानी- 3-4 कप

ड्रिंक बनाने की विधि- 

सबसे पहले एक बाउल में बादाम गोंद को पानी में भिगोकर रात भर के लिए रख दें। 

अब गाजर को धोकर छील लें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। 

अब एक ब्लेंडर डार में भीगे हुए बादाम का गोंद, कटी हुई गाजर, कसा हुआ नारियल, शहद और पानी डालें। 

अब सभी सामग्री को चिकना होने तक ब्लेंड करें। 

अगर मिश्रण बहुत गाढ़ा है, तो आप इसमें पानी मिला सकते हैं। 

अब किसी छन्नी की मदद से इस मिश्रण को अच्छी तरह छान लें। 

ड्रिंक को गिलास में निकाले और बर्फ के टुकड़ें डालकर ठंडा-ठंडा सर्व करें। 

बादाम गोंद खाने के फायदे -

बादाम गोंद का ज्यादा इस्तेमाल अल्सर, एसिडिटी, सूजन, पेट में जलन, कब्ज और दस्त के इलाज के लिए किया जाता है।

बादाम गोंद में ठंडक देने वाले गुण होते हैं, इसलिए इसका सेवन शरीर की गर्मी को कम करने के लिए किया जाता है। 

बादाम गोंद में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जिसे दूध के साथ पीने से वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। 

बादाम गोंद ब्लड में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करते हुए खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है और शरीर में खून बढ़ाने में भी मदद करता है। 

बादाम गोंद त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाता है जो समय से पहले आपके चेहरे पर बूढ़ापे के लक्षणों का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यह स्किन के घावों को ठीक करने, स्किन की सूजन कम करने, फुंसी और संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है। 

बादाम गोंद नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है और वायरल बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। 

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी बादाम गोंद खाना फायदेमंद होता है क्योंकि यह गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास के लिए फायदेमंद होता है।

गर्मियों में हेल्दी रहने और अपने ओवरओल हेल्थ को बेहतर रखने के लिए आप बादाम गोंद के इस ड्रिंक को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे अगर आप प्रेग्नेंट हैं या किसी गंभीर बीमारी से परेशान है तो इस ड्रिंक का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।

Delhincr

Jun 17 2024, 21:57

कंझावला हत्याकांड: फादर्स डे' पर हुई युवती की हत्या से उठा पर्दा ,पिता हीं निकला बेटी का हत्यारा,पुलिस ने किया मामले का उद्भेदन

'

नई दिल्ली: रविवार को जब सभी लोग फादर्स डे मना रहे थे, उसी दिन दिल्ली में एक पिता ने अपनी बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी. दरअसल रविवार रात करीब नौ बजे कंझावला इलाके में युवती की बेरहमी से हत्या किए जाने के मामले में खुलासा हुआ है. 

सामने आया कि हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि युवती का पिता ही था. दरअसल घटना को लेकर पीसीआर कॉल मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां करीब 22 वर्षीय युवती को मृत अवस्था में पाया, जिसके गले और पेट में गहरे चोट के निशान थे.

पुलिस ने युवती के शव को संजय गांधी अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया और मामले की जांच शुरू की. मामले को सुलझाने के लिए स्पेशल स्टाफ और कंझावला थाने की टीम गठित की गई, जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और टेक्निकल सर्विलांस का भी सहारा लिया. जांच के दौरान सामने आया कि युवती को उसका पिता कैब से लेकर कंझावला आया था, जहां उसने बेटी की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी.

डीसीपी डॉ. गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि, आरोपी पिता को पुलिस ने विभिन्न इलाकों से छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. उसकी पहचान नंद किशोर के रूप में की गई है, प्रेम नगर, किराड़ी में रहता था और कांच की फिटिंग का काम करता है. युवती परिवार की मर्जी के खिलाफ अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती थी और इसी बात से नाराज पिता ने उसकी हत्या कर दी. 

फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि मामले में और किस-किस की भूमिका है.

Delhincr

Jun 17 2024, 21:49

SSC MTS Notification 2024: एसएससी एमटीएस एवं हवलदार भर्ती के लिए अधिसूचना 27 जून को होगी जारी, अभी जान लें योग्यता एवं मापदंड

दिल्ली डेस्क, 

नई दिल्ली।मल्टी-टास्किंग (नॉन-टेक्निकल) स्टाफ (MTS) परीक्षा 2024 की तैयारियों में लगे युवाओं के लिए महत्वपूर्ण अपडेट है। जानकारी के मुताबिक स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) एमटीएस एवं हवलदार भर्ती 2024 के लिए नोटिफिकेशन 27 जून को जारी करेगा। हालांकि कैलेंडर के अनुसार इस भर्ती के लिए अधिसूचना 7 मई को जारी होनी थी लेकिन किसी कारणवश यह अभी तक जारी नहीं हो सकी है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही एसएससी की ओर से भर्ती के लिए पद विवरण सहित अन्य डिटेल भी जारी की जाएंगी।

27 जून से ही शुरू होंगे आवेदन

एसएससी की ओर से नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया भी 27 जून 2024 को शुरू कर दी जाएगी। आवेदन शुरू होते ही अभ्यर्थी ऑनलाइन माध्यम से एसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर फॉर्म भर सकेंगे।

कौन ले सकेगा भर्ती में भाग

इस भर्ती में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी होगा। इसके अलावा जो उम्मीदवार हवलदार पदों पर आवेदन करेंगे उनको शारीरिक योग्यता को भी पूर्ण करना होगा। इसके साथ ही आवेदन करते समय अभ्यर्थी की कम से कम आयु 18 वर्ष एवं अधिकतम आयु पद के अनुसार 25/ 27 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऊपरी आयु में आरक्षित श्रेणी से आने वाले उम्मीदवारों को छूट दी जाएगी।

किन पदों पर होगी भर्ती

एसएससी की ओर से इस भर्ती के जरिये हवलदार, चपरासी, दफ्तरी, जमादार, जूनियर गेस्टेटनर ऑपरेटर, चौकीदार, सफाईवाला, माली आदि पदों पर की जाएगी। भर्ती के लिए पद एवं पदों की संख्या की विस्तृत जानकारी नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही जारी की जाएगी। भर्ती से जुड़ी डिटेल के लिए अभ्यर्थी एसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

Delhincr

Jun 17 2024, 21:45

Apprentice 2024: मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में अप्रेंटिसशिप का मौका, 8वीं-10वीं, ITI उत्तीर्ण युवा कर सकते हैं अप्लाई

दिल्ली डेस्क,

नई दिल्ली। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में ट्रेड अप्रेंटिस के रिक्त पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो भी अभ्यर्थी 8वीं-10वीं, ITI उत्तीर्ण हैं और सरकारी नौकरी की तलाश में हैं उनके लिए यह बेहतरीन मौका है। इस भर्ती के लिए एप्लीकेशन प्रॉसेस शुरू हो चुकी है जो निर्धारित अंतिम तिथि 2 जुलाई 2024 तक जारी रहेगी। पात्र एवं इच्छुक अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन माध्यम से ऑफिशियल वेबसाइट mazagondock.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही इस पेज पर भी आवेदन का डायरेक्ट लिंक आपकी सुविधा के लिए उपलब्ध करवाया गया है।

भर्ती विवरण

इस भर्ती के तहत कुल 518 रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इसमें से ग्रुप A के तहत 218 पदों, ग्रुप B के अंतर्गत कुल 240 पदों और ग्रुप C के तहत कुल 60 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी यह भर्तियां विभिन्न ट्रेड के अंतर्गत की जाएंगी।

कैसे करें आवेदन

इस भर्ती में आवेदन के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट mazagondock.in पर जाना होगा।

वेबसाइट के होम पेज पर आपको करियर में जाकर ऑनलाइन रिक्रूटमेंट बटन पर क्लिक करना होगा।

इसके बाद आपको अप्रेंटिस बटन पर क्लिक करके आगे बढ़ना है।

अब नए पोर्टल पर पहले आपको क्रिएट न्यू अकाउंट पर क्लिक करके पंजीकरण करना है।

रजिस्ट्रेशन के बाद आप अन्य डिटेल भरकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।

अंत में अभ्यर्थी तय शुल्क जमा करके एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट कर दें।

इस भर्ती में आवेदन के लिए उम्मीदवारों को 100 रुपये शुल्क के रूप में जमा करना होगा। आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से जमा किया जा सकता है। एससी/ एसटी/ दिव्यांग श्रेणी से आने वाले अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं।