दुमका : चुनाव में हार के बाद नहीं थम रही बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी, हंगामे के बीच बैठक संपन्न

इंडी गठबंधन ने पार्टी के खिलाफ फैलाया दुष्प्रचार - आदित्य साहू

दुमका : लोकसभा चुनाव में झारखण्ड के दुमका सीट पर बीजेपी की हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी थम नहीं रही है। सोशल मीडिया के बाद अब कार्यकर्त्ता की नाराजगी पार्टी के बैठक में भी दिखनी लगी है।

 झारखण्ड में लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने जीत - हार की समीक्षा शुरू कर दी है। इसी क्रम में दुमका लोकसभा सीट पर पार्टी प्रत्याशी सीता सोरेन की हार की समीक्षा करने शनिवार को दुमका पहुँचे बीजेपी के प्रदेश स्तरीय नेताओं को कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा।

 दुमका के अग्रसेन भवन में बीजेपी के जिला स्तर से मंडल स्तर तक के कार्यकर्ताओं से पार्टी प्रत्याशी की हार की वजह जानने और नये सुझावों से रूबरू होने के लिए पहुँचे पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं राज्य सभा सांसद आदित्य साहू और बाल मुकुंद सहाय को कार्यकर्ताओं की नाराजगी एवं आक्रोश का सामना करना पड़ा।

 कार्यकर्ताओं ने हार की कई वजह बतायी और पार्टी के कुछ नेताओं की कार्यशैली पर सवाल भी उठाया जिसके बाद बैठक के दौरान हंगामा शुरू हो गया। कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए बीजेपी के प्रदेश स्तरीय एवं स्थानीय स्तर के नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा जिसके बाद कार्यकर्त्ता शांत हुए। बाद में प्रदेश महामंत्री एवं राज्य सभा सांसद आदित्य साहू और बाल मुकुंद सहाय ने बंद कमरे में कार्यकर्ताओं से मिलते रहे और सभी से बात कर नाराजगी की वजह जानी और सुझाव भी मांगा। 

प्रदेश महामंत्री एवं राज्य सभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं की विचारधारा जनता की सेवा करना है। चुनाव हारने के बाद थोड़ी नाराजगी कार्यकर्ताओं की होती है और उन नाराजगी को दूर करने का काम बीजेपी करती है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान इंडी गठबंधन के नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार किया। गलत और झूठे वायदे कर जनता को झांसा दिया और अब जनता को झामुमो प्रत्याशी की जीत के बाद इंडी गठबंधन के नेताओं से पूछना चाहिए कि जो 8500 रूपये इंडी गठबंधन ने चुनाव के समय खटाखट खटाखट देने का वायदा किया था, वो कहाँ है।

 झामुमो और कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने का काम किया। कहा कि यह समीक्षा बैठक नहीं है बल्कि चुनाव के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने जुलने का काम करती है। बीजेपी पार्टी नहीं बल्कि परिवार है और परिवार के लोगों से हमलोग बात करने पहुँचे है। कहा कि चुनाव में जिन सीटों पर हार हुई है उससे पार्टी हताश नहीं है। उन्होंने पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी से भी इंकार किया। उन्होंने कहा कि आनेवाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी इंडी गठबंधन को धूल चटाएगी।

वहीं सारठ से बीजेपी विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि इंडी गठबंधन बीजेपी के खिलाफ जनता के बीच तथ्य विहीन मुद्दों को लेकर गयी और संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने का दुष्प्रचार किया जिसकी वजह से जनता इंडी गठबंधन के झूठे बहकावे में आ गयी लेकिन आनेवाले विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन को बीजेपी करारा जवाब देगी।

 रणधीर सिंह ने कहा कि हमलोग बड़ी मजबूती से लोकसभा चुनाव लड़े। चुनाव के दौरान जिन कमियों की वजह से हार हुई उन कमियों को विधानसभा चुनाव में दूर कर चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्त्ता पार्टी की रीढ़ है। कार्यकर्ताओं की नाराजगी जल्द दूर कर दी जाएगी।

मौके पर पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी, पार्टी नेता राज पालिवार, जिलाध्यक्ष गौरव कांत, निवास मंडल सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्त्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पश्चिम बंगाल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, 5 आरोपी गिरफ्तार, शादी समारोह में शामिल होने आयी थी पीड़िता


दुमका : दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में पश्चिम बंगाल की एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद पुलिस 'रेस' में दिखी। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दुष्कर्म की घटना में शामिल सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। 

गिररफ्तार आरोपियों में मनोज बेसरा, जगन्नाथ मुर्मू, शिवलाल हेमब्रम, सुकोल उर्फ पलवन हेमब्रम और चुनका हेमब्रम शामिल है। वहीं पीड़िता पश्चिम बंगाल की रहनेवाली बतायी जाती है और एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए शिकारीपाड़ा स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर आयी हुई थी। 

 मामले में पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की वारदात की घटना बीते 11- 12 जून की मध्यरात्रि की है। बीते 13 जून को पीड़िता परिजनों के साथ शिकारीपाड़ा थाना पहुंची और मामले में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाया। एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मामले में पीड़िता के बयान पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

 आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पीड़िता की मेडिकल जाँच प्रक्रिया में है। पूरी पेशेवर तरीके से साक्ष्य जुटाया जा रहा है और मामले की गहन छानबीन की जा रही है। कहा कि मामले का स्पीडी ट्रायल के लिए प्रयास किया जाएगा ताकि आरोपियों को जल्द एवं कड़ी सजा मिल सके। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : बिजली की लचर व्यवस्था से जनता हलकान, पूर्व मंत्री के बाद अब चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने की जीएम से व्यवस्था में सुधार की मांग

दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में बिजली की लचर व्यवस्था से आमलोग परेशान है। आये दिन बिजली की लोड शेडिंग, ब्रेक डाउन, ट्रांसफार्मर और फेज का उड़ना, ट्रीपिंग की समस्या से लोग बेहाल है। बिजली की लगातार चरमराती व्यवस्था को गंभीरता से लेते हुए बीते दिनों सूबे की पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने विभाग के आलाधिकारियों से मिलकर व्यवस्था में सुधार करने की मांग की थी।

अब दुमका चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज ने बिजली की लचर व्यवस्था को गंभीरता को लेकर गुरुवार को विभाग के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर नियमित एवं सुचारु रूप से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।

चैम्बर ऑफ कॉमर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक राकेश प्रसाद से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा। चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि भीषण गर्मी मे दुमका की बिजली व्यवस्था बिल्कुल चरमरा चुकी है। व्यवसायी, छात्र- छात्राओं के साथ आमलोग बेहाल है।

पूरे शहर मे त्राहिमाम मचा हुआ है। कहा कि पावर कट एवं लो वोल्टेज के कारण आमलोगों के जीवन मे इस्तेमाल किये जानेवाले उपकरण खराब होते जा रहे है। वही इन्डस्ट्रीज को अपने उत्पादन मे काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने दुमका मे ध्वस्त हो चुकी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था मे सुधार के लिए शहरी क्षेत्र मे बिजली के जर्जर पोल एवं तार को बदलने, बार बार पावर कट ऑफ, लो वोल्टेज की समस्या दूर करने, पूरे शहरी क्षेत्र मे अंडरग्राउंड वायरिंग कराने, ओवरलोड एरिया मे यज्ञ मैदान सहित अन्य जगहो पर ट्रांसफरमर बदलने, साथ ही शिकारीपाड़ा  के सरसडंगाल मे एक नया पावर सब स्टेशन (पीएसएस) का निर्माण करने संबंधी सुझाव दिया।

महाप्रबंधक ने गंभीरता पूर्वक सभी सुझावो पर विचार करते हुए जल्द से जल्द व्यवस्था में सुधार लाने का भरोसा दिया। मौके पर चेम्बर के अध्यक्ष मुस्ताक अली खोखन, सचिव मनोज कुमार घोष, संरक्षक सियाराम घिड़िया, संजय भालोटिया, प्रवीण मेहरिया, उपाध्यक्ष अजित दारूका, पवन भालोटिया, सुनिल कोठरीवाल, दिलीप भुवाँनिया सहित अन्य मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : शराब पीने के दौरान मामूली विवाद में चंदन सिंह की हुई थी हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार, चंदन का भी रहा है आपराधिक इतिहास


दुमका : दुमका शहर के अभिषेक आनंद उर्फ चंदन सिंह की मामूली विवाद में जान चली गयी थी। सोमवार को अभिषेक आनंद उर्फ चंदन सिंह हत्याकांड के खुलासे के दौरान उक्त बात सामने आयी। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। 

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर विजय महतो ने कहा कि चंदन सिंह और आरोपी कुंदन शर्मा एवं कुंदन सिंह के बीच शराब पीने के दौरान आपस में झंझट हुआ और धक्का-मुक्की में चंदन सिंह पुल से नीचे गिर गया। 

बाद में उसकी मौत हो गयी। एसडीपीओ ने कहा कि आरोपियों ने अपना दोष स्वीकार करते हुए उक्त जानकारी पूछताछ के दौरान दी। 

बता दे कि बीते सात जून को नगर थाना अंतर्गत नीम टोला स्थित पुल के नीचे चंदन सिंह की लाश मिली थी। पुलिस के अनुसन्धान के दौरान मृतक चंदन के भाई विवेक आनंद उर्फ गोलू ने बताया था कि घटना के दिन सुबह नौ से दस बजे के बीच चंदन को किसी का फोन आया था, फिर चंदन कहीं शराब पीने निकल गया। 

शाम चार बजे पुल के नीचे चंदन की लाश मिलने की जानकारी मिली। विवेक के फर्द बयान पर नगर थाना में कुंदन शर्मा एवं कुंदन सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने मामले की अनुसन्धान शुरू किया गया। फिर दोनों आरोपियों को उनलोगों के घर से गिरफ्तार किया गया। अभिषेक आनंद उर्फ चंदन सिंह का आपराधिक इतिहास भी रहा है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मोहन दास हत्याकांड का खुलासा, 5 गिरफ्तार, जमीन विवाद में आरोपियों ने मोहन की गोली मारकर स्कार्पिओ सहित जला दिया था

दुमका : दुमका के चर्चित ड्राइवर मोहन दास हत्याकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने शनिवार को मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पेशे से ड्राइवर मोहन दास की बीते 22 मई को जरमुंडी थाना अंतर्गत चंदना गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी और फिर उसकी लाश को स्कार्पिओ गाड़ी में रखकर जला दिया गया था।

मोहन दास की बेरहमी से की गयी हत्या के आरोपियों में शामिल तीन आरोपी आपस में सगे भाई है। आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, दो मोटरसाईकिल और पांच मोबाइल बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है।


दुमका में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मोहन दास को जलाने से पूर्व आरोपियों ने उसे गोली मारी थी। फिर उसकी लाश को स्कार्पिओ में रखकर आग लगा दिया था। मामले में मोहन के परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी थी। उन्होंने कहा कि मामले की जाँच के लिए जरमुंडी एसडीपीओ के नेतृत्व में एक स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप बनाया गया। मामले की जाँच में एफएसएल टीम की भी मदद ली गयी है।मामले की जाँच के दौरान घटनास्थल से गोली के चार खोखा बरामद किया गया। फिर गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी अरविंद दास को हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान मामले से पर्दा उठना शुरू हुआ।

अरविंद के पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल भी बरामद किया। पुलिस ने अरविंद के निशानदेही पर उसके सगे भाई पिंटू दास और राजेंद्र दास उर्फ राजन दास को गिरफ्तार किया। पिंटू दास के पास से भी एक देशी क़ट्ठा बरामद किया गया। तीनों सगे भाइयों की गिरफ्तारी में बाद हत्याकांड में शामिल दूसरे अन्य आरोपी राजू दास और ललन दास को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अरविंद दास ने ललन दास से ही पिस्टल और कट्टा ख़रीदा था।

जमीन विवाद को लेकर आरोपियों ने की मोहन की बेरहमी से हत्या

आरोपी अरविंद, पिंटू और राजेंद्र तीनों सगे भाई है।मामूली जमीन को लेकर मोहन से तीनों का पुरानी रंजिश चल रही थी। मृतक मोहन के गोतिया से तीनों ने एक जमीन खरीदी थी और घर बनाना चाह रहे थे लेकिन जमीन का बंटवारा नहीं होने के कारण मोहन तीनों को घर बनाने से मना करता था। मामूली बातों को लेकर अक्सर तीनों भाई एवं एक अन्य आरोपी राजू दास का मृतक मोहन से विवाद और मन मुटाव होते रहता था। फिर आरोपियों ने मोहन की हत्या की साजिश रची और घटना के दिन पहले से घात लगाकर बैठे आरोपियों ने मोहन को पहले गोली मारी और फिर उसकी लाश को स्कार्पिओ सहित पेट्रोल डालकर जला दिया। मामले में आरोपियों द्वारा घटना में प्रयुक्त काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल को भी जप्त कर लिया गया है।
बता दें कि जरमुंडी थानान्तर्गत कुशमाहा चिकनिया और चंदना गांव के बीच कच्ची सड़क पर 22 मई गुरूवार को तड़के सुबह करीब तीन बजे 56 वर्षीय चालक मोहन दास समेत एक स्कॉर्पियो  वाहन जलकर खाक हो गई थी। इस मामले में 23 मई दिन शुक्रवार को रांची से फोरेंसिक टीम और एसपी के निर्देश पर गठित स्पेशल टीम जांच के लिए चंदना गांव पहुंची, घटना स्थल की बारीकी से जांच की गयी थी। पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार इस मामले को खुद देख रहे थे। उनके निर्देश पर जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार, पुलिस निरीक्षक सत्यम कुमार सहित पुलिस टीम जांच पड़ताल में लगी हुई थी। मामले में मृतक चालक मोहन दास की पत्नी माधुरी देवी ने षड्यंत्र के तहत पति की हत्या कर शव सहित स्कॉर्पियो जलाने की आशंका व्यक्त की थी। मामले में मृतक के पुत्र संजय दास ने पुलिस में लिखित शिकायत कर कारवाई की मांग की थी।
स्पेशल टीम में जरमुंडी एसडीपीओ सहित पुअनि सह जरमुंडी थाना प्रभारी सत्यम कुमार, जामा थाना प्रभारी अजीत कुमार, तालझारी थाना प्रभारी अजीत यादव, पुनि विशुनदेव पासवन, पुअनि सुमित पांडेय, नरेश महतो, अभय सिंह, आरक्षी महेन्द्र कुमार एवं अशोक सिंह शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : विधायक से सांसद बने नलिन सोरेन, सीता को 22527 मतों के अंतर से हराया, कहा - यह शिबू सोरेन की जमीन..


दुमका :- झारखण्ड के दुमका लोकसभा सीट से आईएनडीआईए गठबंधन के तहत जेएमएम प्रत्याशी नलिन सोरेन ने चुनाव जीत लिया है। नलिन सोरेन ने बीजेपी प्रत्याशी सीता मुर्मू उर्फ सीता सोरेन को 22527 मतों के अंतर से हराकर दुमका लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया। अंतिम एवं 24 वें राउंड में मतों की गिनती के बाद नलिन सोरेन को 547370 मत मिले तो वहीं उनकी करीबी प्रतिद्वन्दी सीता मुर्मू उर्फ सीता सोरेन को 524843 मत प्राप्त हुआ। 

जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए जेएमएम प्रत्याशी नलिन सोरेन ने कहा किउनकी जीत कार्यकर्ताओं की जीत है। उनकी जीत के लिए कार्यकर्ताओं ने खूब मेहनत की। 

उन्होंने कहा कि यह जमीन पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन की है जिसकी रक्षा के लिए उन्होंने लंबे समय तक संघर्ष किया। इसलिए यहाँ प्रधानमंत्री भी कुछ नहीं कर सके। नलिन ने कहा कि बीजेपी जब साधारण दुमका नहीं जीत पाया तो 400 का आंकड़ा कैसे पार करता। कहा कि रोजगार और सिंचाई उनकी प्राथमिकता होगी।

नलिन सोरेन की जीत की औपचारिक घोषणा से पूर्व ही मतगणना केंद्र के बाहर और उनके दुमका स्थित आवास में पार्टी समर्थकों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया था। समर्थकों ने खूब अबीर ग़ुलाल खेला और आतिशबाजी भी की और एक दूसरे को जीत की बधाई दी। वहीं नलिन सोरेन के दुमका स्थित आवास में उनके परिवार एवं रिश्तेदारों के अलावा पार्टी समर्थकों ने भी बधाई दी। 

बता दे कि नलिन सोरेन दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से पिछले 35 सालों से विधायक है। जेएमएम ने नलिन सोरेन को सीता सोरेन के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा था। सीता सोरेन में चुनाव से पूर्व जेएमएम से बगावत कर और विधायक पद से त्यागपत्र देकर बीजेपी ज्वाइन किया था। 

सीता सोरेन जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी पुत्रवधु और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की बड़ी भाभी है। 

दुमका लोकसभा क्षेत्र

राउंड= 24 (Final)

Officially

नलिन सोरेन JMM:= 547370

सीता सोरेन BJP := 524843

अंतर := 22527

परिणाम := जेएमएम की जीत

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : JMM की बढ़त जारी, मतगणना केंद्र के बाहर समर्थकों का हुजूम, उड़ने लगे अबीर ग़ुलाल


दुमका : दुमका लोकसभा सीट से आईएनडीआईए गठबंधन के तहत जेएमएम प्रत्याशी नलिन सोरेन बढ़त बनाये हुए है। मतगणना के 17 वें राउंड की गिनती के बाद नलिन सोरेन अपने करीबी प्रतिद्वन्दी बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन से 26766 मतों से आगे चल रहे है।

फिलहाल 5 राउंड की गिनती बाकी है जिसकी आधिकारिक सूचना आनी बाकी है। इधर नलिन सोरेन के संभावित जीत को देखते हुए मतगणना केंद्र के बाहर जेएमएम समर्थकों का उमड़ना शुरू हो गया है।

जेएमएम समर्थकों ने अबीर ग़ुलाल खेलना और आतिशबाजी भी शुरू कर दी है। समर्थकों का नलिन सोरेन के दुमका स्थित आवास में जुटान शुरू हो गया है। नलिन सोरेन के संभावित जीत को लेकर पार्टी समर्थकों में काफी उत्साह है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका लोकसभा क्षेत्र ,से पांचवे राऊंड में भाजपा की सीता सोरेन आगे ..


DUMKA (JHARKHAND)

REPORT : RAHUL KUMAR GUPTA 

दुमका लोकसभा क्षेत्र

रुझान Officialy

राउंड= 5

सीता सोरेन BJP := 124478

नलिन सोरेन JMM:= 120117

अंतर := 4361

बढ़त := BJP

दुमका : लोकसभा चुनाव की मतगणना की तैयारी पूरी, 90 टेबलों पर एक साथ शुरू होगी मतों की गिनती

दुमका : दुमका लोकसभा सीट से बीजेपी और जेएमएम सहित 19 प्रत्याशियों की किस्मत का पिटारा मंगलवार को खुल जाएगा। चुनाव की मतगणना को लेकर सभी जरुरी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंगलवार को 90 टेबलों पर एक साथ मतों की गिनती शुरू होगी। 

मतगणना कार्य में 300 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। 24 राउंड में मतों की गणना होगी। मतगणना पर सुरक्षा को लेकर व्यापक व्यवस्था की गयी है। बैरिकेडिंग के साथ साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है। 

सी.सी.टी.वी. कैमरे की नजर मतगणना परिसर सहित बाहर परिणाम का इंतजार कर रहे लोगों पर भी रहेगी। मतगणना की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए व्यापक रूप से तैयारियां की गयी है। वैसे लोग ही मतगणना केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे, जिन्हें पास निर्गत किया गया है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

#StreetBuzz Exclusive) दुमका : समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर रामलाल राय ने पत्नी संग पहली बार किया मतदान,

नक्सल से जुड़े 17 मामलों में था आरोपी, 13 केस में बरी


दुमका : झारखण्ड के संताल परगना में चौथे चरण एवं देश के सातवे व अंतिम चरण में शनिवार को हुए मतदान के बाद लोकसभा चुनाव संपन्न हो गया। दुमका संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बंपर वोटिंग की सूचना है। खासकर जिन इलाकों में कभी नक्सलियों का खौफ रहता था, उन इलाकों के मतदाताओं में भी काफी उत्साह दिखा।

 इन इलाकों से ही एक ऐसी तस्वीर सामने आयी है जो समाज के मुख्यधारा से भटकने वाले युवाओं को लोकतंत्र में आस्था और विश्वास रखने का संदेश देती है।  

दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा के काठीकुण्ड स्थित सरुवापानी गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में स्थित मतदान केंद्र में एक ऐसा शख्स मतदान करने पहुँचा जो कभी आतंक का पर्याय माना जाता था और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती था। बात कर रहे है 33 साल के रामलाल राय की। 

कम उम्र में ही समाज की मुख्यधारा से भटकर रामलाल राय कभी नक्सली दस्ते में शामिल हो गया था और फिर धीरे धीरे नक्सलवाद ने उसके पूरे परिवार को तबाह कर दिया।

करीब साढ़े दस साल तक जेल में रहने के बाद रामलाल रिहा हो गया और फिर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुआ और आज लोकतंत्र पर विश्वास जताते हुए अपनी पत्नी के साथ मतदान करने भी पहुँचा। 

मतदान करने के बाद राम लाल राय ने कहा कि देश में एक मजबूत सरकार बने और समाज व देश का समुचित विकास हो, इसे लेकर उन्होंने मतदान किया। रामलाल ने पहली बार मतदान किया। यह उसके लिए पहला अवसर है जब उसने लोकसभा चुनाव में मतदान कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

साढ़े दस साल की सजा काटने के बाद वह खुली हवा में सांस ले रहा है। अपने परिवार के साथ रहकर खेती-बाड़ी कर उनका पालन-पोषण कर रहा है। 

रामलाल ने कहा कि 

पहले वह आवारागर्दी करता फिरता था। इसलिए उसके पिता स्व बद्री राय उसे अपने साथ नक्सली दस्ते में ले गये थे, ताकि उस पर नजर रख सकें। रामलाल दुमका जिले के काठीकुंड प्रखंड के बड़ा सरुआपानी गांव का रहने वाला है। नक्सल गतिविधियों के कारण जीवन बर्बाद होने का रामलाल को मलाल भी है। 23 जुलाई 2023 को वह साढ़े दस साल की सजा काट कर जेल से निकला है। 

अब मुख्यधारा में लौटकर अपने परिवार के साथ खेती-बाड़ी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा है। 

रामलाल राय ने कहा कि कोई रोजी-रोजगार मिल जाने से परिवार चलाना आसान हो जाता।

 उसने बताया कि वह वर्ष 2006 में नक्सली दस्ते में शामिल हुआ था। लंबे समय तक जेल की सलाखों के पीछे रहे रामलाल राय को मलाल है कि नक्सलवाद ने उसके परिवार को तहस-नहस कर दिया। पिता बद्री राय को भी जेल जाना पड़ा था। पिता जेल से बाहर आ चुके थे और वह जेल में ही था, तब भाई सहदेव राय उर्फ ताला पुलिस मुठभेड में मारा गया। रामलाल ने बताया कि दस्ते से जुड़े रहने के दौरान काफी परेशानियां होती थीं। यहां से वहां भटकना, ना खाने का ठिकाना था, ना रहने का। कई बार वह घर लौटने की सोचता था, लेकिन काफी केस मुकदमे हो जाने की वजह से घर लौटने की हिम्मत नहीं होती थी। वर्ष 2013 के फरवरी माह में रामलाल पुलिस गिरफ्त में आ गया।

 इस दौरान उसके साथ नक्सली गतिविधियों में संलिप्त उसकी पत्नी दीपिका मुर्मू और उसकी डेढ़ साल की बेटी भी मौजूद थी। पत्नी 4 साल बाद जेल से निकली। वर्तमान में रामलाल अपनी पत्नी, अपने बेटे और एक बेटी के साथ अपने गांव में खेती-बाड़ी कर जीवन-यापन कर रहा है। रामलाल ने कहा कि गांव में सिंचाई के साधनों को विकसित किए जाने की जरूरत है ताकि हमलोग सालभर खेती कर सकें। रामलाल ने बताया कि उस पर एक-दो नहीं 17 केस हुए. एक केस (आर्म्स एक्ट) में उसे दो साल की सजा हुई, लेकिन 13 केस में उसे अदालत ने बरी किया है। तीन केस अभी और है। दो केस दुमका और एक पाकुड़ जिले से संबंधित है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)