बेगूसराय में बदमाशों ने बस रोककर किया लूटपाट, आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस
बेगूसराय – जिले में एनएच-31 फोरलेन पर बुधवार को दिनदहाड़े बस को रोककर ज्वेलर्स के साथ हुई लूटपाट के 24 घंटे बाद भी मामले का उद्भेदन नहीं हो सका है। हालांकि पुलिस की अलग-अलग टीम घटना में शामिल अपराधियों को चिन्हित करने के लिए लगातार जांच और छापेमारी कर रही है। क्षेत्र के बदमाशों का फोटो दिखाकर पीड़ित से पहचान कराया जा रहा है।
पुलिस की टीम बलिया से साहेबपुर कमाल तक विभिन्न जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन बगैर चेहरा ढंके लूट करने वाले बदमाशों की पहचान नहीं हो सकी है। घटना में चौंकाने वाली बात यह है कि करीब 25 लाख रुपए की संपत्ति गंवाने वाले जितेन्द्र कुमार सोनी ने कभी सोचा भी नहीं था कि जिस डर से वह बाइक के बदले पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा कर रहा है, वह एक दिन उसके लिए दुखद साबित होगा।
बलिया बाजार के ऊपर टोला निवासी स्वर्गीय महादेव साह का पुत्र जितेन्द्र कुमार सोनी लंबे समय से कुरहा बाजार में महादेव बाबू ज्वेलर्स के नाम से आभूषण की दुकान चलाता है। 1975 में उसके पिता महादेव साह ने यह दुकान खोली थी। 2009 में पिता की मौत के बाद जितेन्द्र कुमार सोनी के हिस्से में यह दुकान आया और दुकान चलाता है। ग्रामीण बाजार रहने के कारण लोग यहां दोपहर में ही खरीदारी करने आते हैं।
जिसके कारण जितेन्द्र प्रत्येक दिन बस या ऑटो सहित किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बलिया से कुरहा जाता था और देर शाम करीब 8:00 बजे दुकान बंद कर घर लौटता था। वह रोज अपने साथ सभी प्रकार की ज्वेलरी और कुछ कैश लेकर जाता था। सोचता था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने के कारण वह सुरक्षित रहेगा। इसके दो भाई उत्तम और गौतम बलिया में जबकि एक भाई राजेश कुरहा में ही आभूषण की दुकान चलाते हैं।
रोज की तरह बुधवार को भी जितेन्द्र करीब डेढ़ बजे घर से झोला में विभिन्न प्रकार का 300-400 ग्राम सोने का आभूषण एवं चांदी का एक चोटी लेकर चला था। महाजन को देने के लिए उसने पांच लाख रुपए कैश भी रखा था। एनएच पर पहुंचते ही उसे बेगूसराय से परवत्ता जाने वाली मां भगवती ट्रेवल्स की बस आई तो वह बस में बैठ गया। लेकिन सनहा ढ़ाला के पास पहुंचते ही बदमाशों ने लूट लिया।
जितेन्द्र कुमार सोनी का कहना है कि वह बस की सीट पर बैठा हुआ था। एक झोपड़ी में बाइक लगाकर दो बदमाश बैठे हुए थे, जबकि एक ने बस रुकवाया। ड्राइवर को लगा कि यह पैसेंजर होगा, इसलिए उसने बस रोक दिया। बस के रुकते ही बस रोकने वाला अंदर आकर मेरा कॉलर पकड़ कर गाली-गलौज करते हुए बकाया पांच लाख मांगने लगा, जबकि मेरे यहां किसी का बकाया नहीं था।
मैंने जब विरोध किया तो उसके एक और साथी बस में आ गए तथा गाली-गलौज करने लगे, झोला छीनने का प्रयास किया। जिसका 3-4 मिनट तक विरोध करने पर एक बदमाश में गोली चला दी, उसके द्वारा चलाई गई दोनों गोली से मैं बच गया, लेकिन दूसरे यात्री को लग गई। इसके बाद दोनों बदमाश झोला लेकर नीचे उतर गए। इस दौरान गंजी पहना एक बदमाश नीचे बाइक पर ही बैठा हुआ था और तीनों झोला लेकर बलिया की ओर भाग गए। 20 मिनट बाद पुलिस पहुंची और उस समय से जांच की बात कह रही है।
बलिया डीएसपी नेहा कुमारी ने बताया कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पीड़ित से पूछताछ के बाद अपराधी को चिन्हित किया जा रहा है। सीसीटीवी एवं टेक्निकल एविडेंस जुटाए जा रहे हैं। अपराधियों की पहचान के लिए छापेमारी चल रही है। बहुत जल्द ही उद्भेदन हो जाएगा, घटना क्यों और कैसे हुई यह जांच के बाद जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jun 13 2024, 19:08