मोदी सरकार का शपथ ग्रहण आज, क्या मोदी मंत्रिमंडल में झारखंड के सांसदों को भी मिलेगी जगह
रांची से जयंत कुमार की रिपोर्ट
रांची : नरेंद्र मोदी आज रविवार को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने जा रहे हैं। इसी के साथ वह अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बराबरी कर लेंगे। पिछली दो बार 2014 और 2019 में बीजेपी को अपने दम पर बहुमत प्राप्त हुआ था लेकिन इस बार उसे सरकार बनाने के लिए अन्य दलों के समर्थन की जरूरत पड़ी है।
एनडीए की सरकार बनने के साथ ही सभी सहयोगी दलों के बीच कैबिनेट में किसको कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर रस्साकशी जारी है। साथ ही अटकलें यह भी जारी है कि झारखंड से जीते हुए सांसदों को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा या नहीं। नए कैबिनेट में झारखंड के एक या दो सांसदों को मौका मिल सकता है। झारखंड में बीजेपी के आठ और सहयोगी दल आजसू पार्टी के एक सदस्य को जीत मिली है।
एनडीए के अहम सहयोगी के तौर पर आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी को मौका मिलता है, तो बीजेपी के किसी एक सांसद को मंत्री पद दिया जाएगा। लेकिन यदि चंद्रप्रकाश चौधरी को मौका नहीं मिलता है, तो झारखंड से बीजेपी के दो सांसदों को मौका मिल सकता है। ऐसे में झारखंड में एनडीए के नौ में से पांच सांसद मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं, लेकिन इस फैसला तो पीएम मोदी और एनडीए नेतृत्व को ही लेना हैं।
राज्य में आदिवासी के बाद दूसरी बड़ी संख्या ओबीसी की है। अगर कैबिनेट में अन्नपूर्णा देवी को जगह मिलती है, तो ओबीसी वोट बैंक साधने की दिशा में एक कदम होगा। कोडरमा संसदीय क्षेत्र से अन्नपूर्णा देवी ने दूसरी बार बड़े अंतर से चुनाव जीतीं। अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय कैबिनेट में महिलाओं की उपस्थिति के अनिवार्यता को भी पूरा करेंगी।
अर्जुन मुंडा की हार के बाद भाजपा के पास झारखंड में कोई चेहरा नहीं है ऐसे में अन्नपूर्णा एक बेहतर विकल्प हो सकती हैं।
भाजपा से जुड़े सूत्रों की माने तो रांची के सांसद संजय सेठ औऱ जमशदेपुर से सांसद विद्युत वरण महतो की प्रोफाइल दिल्ली मंगाई गई है। इन दोनों के नाम की भी चर्चा तेज है। संजय सेठ ने दूसरी बार जीत हासिल की है जबकि विद्युत वरण महतो ने तीसरी बार इस लोकसभा सीट को अपने नाम किया है।
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने चौथी बार गोड्डा लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। निशिकांत तेज तर्रार नेता है, केंद्र में कई अहम मुद्दों को उठाते हैं और सुर्खियों में बने रहते हैं। निशिकांत एक प्रबल दावेदार हैं, लेकिन चर्चा में विवादों में रहने की वजह से इनके नाम पर कई लोगों की असहमति है।
Jun 11 2024, 09:11