विंध्याचल देवी धाम गर्भगृह में स्वर्णपत्र जड़ने का कार्य आरंभ
विंध्याचल, मीरजापुर। विंध्याचल देवी धाम के गर्भगृह में स्वर्णपत्र जड़ने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। चार करोड़ के दान से साढ़े चार किलो सोना तथा 52 किलो चांदी से मां विंध्यवासिनी गर्भगृह का गोल दरवाजा अलंकृत होगा।
मुंबई में प्लास्टिक कारोबारी संजय सिंह जो मूल रूप से भदोही जनपद के निवासी हैं ने अपने माता-पिता के इच्छाओं के सम्मान में इस कार्य को संपादित कर रहे है। शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे से यह निर्माण कार्य आरंभ हुआ है। प्रतिदिन तीन से साढ़े पांच बजे तक किया जाने वाला कार्य लगभग सात, आठ दिनों में सम्पूर्ण रुप में पूर्ण हो जायेगा।
शुक्रवार की सुबह लगभग दस बजे दानदाता, नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिवप्रताप शुक्ला, पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी तथा दानदाता के पुरोहित चतुरानन्द मिश्र इत्यादि लोगों ने विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे जहां गर्भगृह में पूर्व से लगाए गए चांदी के गोलद्वार जो चार खंभों से निर्मित है उसकी जांच पड़ताल साथ में गए तकनीशियनों ने की है। नगर विधायक ने बताया की पूर्व में लगे चार खंभों में से केवल दो को ही हटाकर नया लगाया जाएगा, बाकी मां के विग्रह की तरफ के दोनों खंभे पूर्ववत रहेंगे। उसी के ऊपर स्वर्ण लगाने का काम किया जायेगा। यह निर्णय मां के विग्रह की सुरक्षा के दृष्टिगत लिया गया।
निर्माण कार्य के दौरान प्रतिदिन ढाई घंटे प्रथम प्रवेश द्वार से दर्शन-पूजन का कार्य प्रतिबंधित रहेगा। दर्शनार्थियों की भीड़ में कमी रहने की स्थिति में ढाई घंटे तय समय को आधा घंटा और बढ़ाया जा सकता है।
Jun 07 2024, 18:10