Jun 05 2024, 20:09
गर्मी के मौसम में अत्यधिक पानी की समस्या वाले प्रखंडो के पंचायतो टोलो-गांव मे टैंकर से कराया जा रहा पानी उपलब्ध*
गया : गर्मी के मौसम में किसी भी टोले या कस्बे में पेयजल का संकट नही उत्पन्न हो, इस उद्देश्य से डीएम डा० त्यागराजन एसएम में कार्यपालक अभियंता phed के साथ साथ पूरी टीम को अलर्ट मोड में रखा है। डीएम स्वमं हर दिन संध्या को पीएचडी के अभियंताओ से पेयजल समस्या संबंधित जानकारी लेते हैं, ताकि कही भी छोटा से छोटा टोला में भी पानी की दिक्कत न सामना करना पड़े। गया ज़िला का औसतम भूगर्भ जलस्तर 36.75 फिट है। जिसमें परैया 35.23, बोधगया 41.09, अतरी 36.76, बेलागंज 42.87, गया टाउन 45.68, खिजरसराय 35.71, कोच 37.3, मानपुर 40.58, मोहरा 36.13, नीमचक बथानी 36.25, टनकुप्पा 39.74, टिकरी 38.36 एवं वजीरगंज 34.11 फिट औषतम भुगर्व जल स्तर है। डीएम ने निर्देश दिया है कि हर 15 दिनों के अंतराल पर जलस्तर मापी करवाते रहे। अत्यधिक पानी की समस्या वाले प्रखंडो के पंचायतो के टोलो/ गाँव मे टैंकर से पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। गया सदर डिवीजन के 12 प्रखंडो के 40 पंचायतो के 52 गांव/ टोलो/ कस्बो मे 30 टैंकर के माध्यम 115 ट्रिप टैंकर का लगाकर पानी पहुचाया जा रहा है। जिसमे मुख्य रूप वजीरगंज के विशुनपुर, मेन रोड वजीरगंज, अमेठी, कुर्किहार, पतेड़ मंग्रामा, सहीया, सकरदास नवादा महादली टोला, खुखरी, सरेन, सिंघोंल शामिल है। अतरी के टेंटुआ, सहोड़ा, घुसडी, चकरा, नरावत पंचायत शामिल है। खिजर सराय के उचौलि, कुतलुपुर, सरबहदा, जेठीयन शामिल है। मोहरा के अरई, दक्षिणी खजूर, उतरी खजूर, तेतर शामिल है। टनकुप्पा के मखदुमपुर महादलित टोला शामिल है। मानपुर के बरगंधार एव सोहैपुर पंचायत शामिल है। नगर प्रखंड के केशरू धरमपुर, धनशिर, कुजाप, कोरमा एव नैली पंचायत शामिल है। परैया के पुनाकला एव सोलरा, बेलागंज के नारायणपुर एव प्रतापगढ़, कोच के कोच टोला, बोधगया के कन्हौल एव नावा, टेकारी के मऊ पंचायत में टैंकरों से पानी भेजी जा रही है। डीएम ने कहा कि जहां से भी पानी की समस्या की जानकारी मिले, तुरंत तुरंत ही टैंकर भेजे, कोई देरी नही करेंगे। चापाकल मरामती के संबंध में बताया गया कि मानपुर में 275, अतरी में 241, बथानी में 196, खिजरसराय में 254, बोधगया में 328, टिकारी में 351, कोच में 302, वजीरगंज में 304, मोहरा में 173, टनकुप्पा में 117, बेला में 238, नगर में 130 एव परैया में 238 चापाकलों की मरामती करवायी गयी है। इस प्रकार गया डिवीजन में 27 टीम लगाकर कुल 3138 चापालक को ठीक करवाया गया है। रिपोर्ट: मनीष कुमार
Jun 05 2024, 20:09