लगातार तीसरी बार भदोही सीट पर भाजपा का कब्जा, टीएमसी की हार,भदोही में कांग्रेस के बाद हैट्रिक लगानी वाली दूसरी पार्टी बनी भाजपा
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही।भदोही लोकसभा में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद बिंद ने टीएमसी के ललितेश पति त्रिपाठी को 44 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। खास बात रहा कि इस बार चुनाव में भाजपा को पिछले बार की अपेक्षा लगभग सात फीसदी कम वोट मिले। उसके बाद 2019 के चुनाव की अपेक्षा इस बार भाजपा प्रत्याशी ने अधिक अंतर से जीत दर्ज की। परिणाम जारी होते ही भाजपा भदोही लोकसभा में कांग्रेस के बाद हैट्रिक लगाने वाली दूसरी पार्टी बन गई।जिले की तीन भदोही, ज्ञानपुर और औराई के साथ ही प्रयागराज की प्रतापपुर और हंडिया को मिलाकर बनी भदोही लोकसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। 2009 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी के जीतने के बाद इस लोकसभा सीट से हर चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों का डंका बजा है।
कभी सपा की गढ़ कहीं जाने वाली इस सीट पर भाजपा ने जातीय और राजनीतिक समीकरण को साध कर नए इतिहास रचे हैं। बीते दो चुनावों की तरह इस बार भी भाजपा प्रत्याशी प्रतिद्वंदी पर भारी पड़े। भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद बिंद ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रपौत्र और इंडिया गठबंधन के टीएमसी प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी को करारी शिकस्त दी।उन्होंने टीएमसी प्रत्याशी को 44 हजार से अधिक वोटों से हराया। भाजपा को 458877 मत प्राप्त हुए। वहीं ललितेश को 414131 मत ही प्राप्त हुआ। बसपा उम्मीदवार हरिशंकर सिंह चौहान 154718 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इस तरह भाजपा प्रत्याशी ने टीएमसी को 44746 वोट से हरा कर इतिहास रच दिया। 25 मई को हुए मतदान के बाद से ही लोगों की नजरें चुनाव परिणामों पर टिकी हुई थी।
कालीन नगरी के नाम से विख्यात भदोही लोकसभा सीट पर यूपी से लेकर बंगाल तक के राजनीतिज्ञों की नजर थी। शुरूआती रूझान से भाजपा प्रत्याशी की बनाई बढ़ते आखिरी तक कायम रही। पहले और दूसरे राउंड से भाजपा प्रत्याशी की ओर से बनाई गई नौ हजार की बढ़त राउंड दर राउंड बढ़ता ही गया। 11वें और 12वें राउंड तक भाजपा प्रत्याशी की बढ़त 20 हजार के आसपास पहुंच गई, जो 20वें राउंड तक पहुंचते-पहुंचते 30 हजार के आसपास हो गई। 30वें राउंड तक यह बढ़त 40 हजार के पार पहुंच गयी।खास बात रहा कि प्रतापपुर छोड़कर सभी विधानसभाओं में भाजपा उम्मीदवार हर राउंड में ललितेश पति त्रिपाठी से आगे रहे। इस बार रिकॉर्ड 11229 वोट नोटा को भी पड़े। इस बार के लोकसभा चुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे। जिसमें दो को छोड़कर सबकी जमानत जब्त हो गई।
2014 और 2019 में मोदी लहर में चुनाव जीतने वाली भाजपा ने इस बार भी चुनाव जीतकर हैट्रिक लगा दी।सात फीसदी घटा वोट, फिर भी अधिक अंतर से जीते डॉ. विनोद
भदोही लोकसभा में इस बार भाजपा को 2019 की अपेक्षा लगभग सात फीसदी कम वोट मिले। इस बार भाजपा को कुल 459982 यानि कि कुल 42.38 फीसदी वोट प्राप्त हुए। वहीं 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. रमेश चंद बिंद को 510029 वोट यानि कि कुल 49.1 फीसदी वोट मिला था। इस लिहाज से भाजपा को इस चुनाव में लगभग सात फीसदी से कम भी वोट मिले।वहीं अगर दूसरी तरफ जीत के अंतर पर गौर किया जाए तो 2019 के चुनाव में 49 फीसदी वोट मिलने के बावजूद रमेश चंद बिंद ने बसपा प्रत्याशी रंगनाथ मिश्रा को 43615 वोट से हराया था। वहीं इस बार भाजपा प्रत्याशी डॉ. विनोद को 42.38 फीसदी वोट मिलने के बाद भी वे टीएमसी के ललितेश को 44746 से शिकस्त दी।
Jun 05 2024, 14:56