बेगूसराय में मतगणना शुरू : 7 विधानसभा में काउंटिंग के लिए लगे 98 टेबल, गिरिराज और अवधेश राय के बीच टक्कर

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव के मतों की गिनती शुरू हो गई है। कृषि उत्पादन बाजार समिति में मतगणना हो रही है। इसको लेकर कई स्तर पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। पनहांस चौक और सदर ब्लॉक से आगे सिर्फ मतगणना पास वालों को ही आगे बढ़ने दिया जा रहा है।

मतगणना परिसर में कंट्रोल रूम से सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। सभी सात विधानसभा बेगूसराय सदर, साहेबपुर कमाल, बखरी, चेरिया बरियारपुर, मटिहानी, तेघड़ा और बछवाड़ा के मतों की गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाए गए हैं। कुल 98 टेबल हैं। सबसे पहले पोस्टल और सेवा बैलेट की गिनती होगी, उसके बाद सभी विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर-1 से इवीएम की गिनती शुरू होगी।

मुख्य द्वार पर कड़ी जांच के बाद सिर्फ काउंटिंग एजेंट को प्रवेश करने दिया जा रहा है। उनके लिए भी मोबाइल, किसी प्रकार के हथियार, तंबाकू, गुटखा आदि ले जाने पर रोक है। मतगणना को लेकर चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-डीएम और एसपी पल-पल की गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।

बेगूसराय में 13 मई को हुए मतदान में 58.70 प्रतिशत वोट पड़े थे। कुल 21 लाख 96 हजार 89 में से 12 लाख 89 हजार 76 लोगों ने वोट किया था। जिसमें सबसे अधिक 60.49 प्रतिशत वोट बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पड़े थे। जबकि चेरिया बरियारपुर में 59.01, तेघरा में 59.29, मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में 58.79, साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में 58.86, बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में 55.29 एवं बखरी विधानसभा क्षेत्र में 59.80 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था।

बेगूसराय में मुख्य मुकाबला एनडीए के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश राय के बीच है। गिरिराज सिंह का पलड़ा भारी दिख रहा है, लेकिन बेगूसराय के वोटर हमेशा चौंकाने वाले परिणाम देते रहे हैं। जिसके कारण कुछ भी कहना मुश्किल है। फिलहाल देखना है कि कौन विजेता बनते हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में रंगदारी का केस नहीं उठाने पर लूटपाट के बाद बदमाशों ने की आगजनी, फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू

बेगूसराय : जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के दादुपुर पंचायत स्थित झमटिया दियारा में रंगदारी नहीं देने पर असमाजिक तत्वों ने किसान के डेरा पर रखा फसल लूटने के बाद डेरा में आग लगा दिया है, जिसमें झमटिया निवासी आनंद कुंवर को बड़ी क्षति पहुंची है।

पीड़ित ने बताया कि विगत दिनों श्रवण टोल निवासी पारस यादव, पशुपति यादव, रामदेव यादव, यशवंत यादव, अंकित यादव, रामानुज यादव, जीतो यादव, विक्रम यादव, गणेश यादव, मिठ्ठु यादव द्वारा रंगदारी मांगी गई थी। इसकी लिखित शिकायत प्रशासन से किया था। इसके बाद केस उठाने को लेकर उक्त लोगों के द्वारा मेरे भाई के साथ मारपीट किया गया। उक्त लोगों ने ही डेरा पर रखा मकई का करीब 95 बोरा अपने ट्रैक्टर पर लोड करते हुए डेरा में आग लगा दिया। आग से डेरा में रखा बिछावन, कपड़ा, बर्तन, बक्सा समेत बचा हुआ मकई जलकर राख हो गया।

बछवाड़ा थाना को सूचना दिया तो घटना की सूचना पर आ रहे पुलिस बल और फायर ब्रिगेड को रास्ते में अवरूद्ध करने की कोशिश भी किया गया। बाद में प्रशासन द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया। थानाध्यक्ष अमित कुमार कांत ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सीनियर सेक्शन इंजीनियर के बैग से मिले 67.40 लाख, बेगूसराय में बीजेपी नेता का बताया जा रहा पैसा

बेगूसराय : रेलवे स्टेशन पर ट्रेन संख्या 22233 एनजीपी-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस पहुंची। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के पहुंचते ही जीआरपी ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान एक संदिग्ध बैग की तलाशी की गई, जिससे 67.40 लाख रुपए बरामद किया गया।

ट्रॉली बैग लेकर कटिहार में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर नीतीश कुमार सफर कर रहे थे। पुलिस ने नीतीश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो बता चला कि पैसा बीजेपी नेता का है।

बेगूसराय रेल थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि ट्रेन संख्या 22233 से मरांडी निवासी नीतीश कुमार के पास से 67.40 लाख रुपए से भरा ट्राली बैग बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और ना ही कोई वैध कागजात प्रस्तुत किए।

थानाध्यक्ष ने बताया कि आयकर विभाग को सूचना दी गई। इसके बाद आयकर अधिकारी विवेकानंद रेल थाना पहुंचे और नीतीश कुमार से आवश्यक पूछताछ की। बरामद रुपए को जब्त कर लिया गया है और नीतीश कुमार को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।

नीतीश कुमार ने बताया कि यह पैसा मेरे साले अनुराग कुमार उर्फ सन्नी का है। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही बेगूसराय रेल थाना पहुंचे बीजेपी पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला संयोजक और पिढ़ौली पंचायत के मुखिया अनुराग कुमार सन्नी ने बताया कि हम लोगों का पूर्णिया और आसपास के क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन समेत कई कारोबार है। उसी का यह सारा पैसा है। पैसे का हिसाब हमारे CA देंगे। यह कोई गलत पैसा नहीं है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

श्रीकृष्ण सेतु के रेलमार्ग के गार्डर के 20 इंस्पेक्शन चोरी

बेगूसराय : जिला अंतर्गत साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र के मुंगेर गंगा नदी पर बने श्रीकृष्ण सेतु के रेलमार्ग पर गार्डर में लगे 20 इंस्पेक्शन प्लेट की अज्ञात चोरों ने बीते देर रात्रि गार्डर से खोलकर गायब कर दिया जो पुल के सुरक्षा के लिये खतरनाक है। 

घटना की जानकारी देते हुए ब्रिज इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि यह इंस्पेक्शन प्लेट पुल के गार्डर के नियमित इंस्पेक्शन के लिए लगाया जाता है। जिसके एक प्लेट की कीमत 3 से 4 हजार रुपये है। चोरों ने 20 प्लेटों की चोरी कर न सिर्फ रेलवे को 60 से 80 हजार रुपये का नुकसान पहुंचाया है। बल्कि इस पुल सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है।

उन्होंने बताया कि यह कोई चोरी की पहली घटना नहीं है, बल्कि चोरों ने पूर्व में भी कई बार इस तरह की घटना को अंजाम देकर 250 प्लेटों की चोरी कर चुका है। इससे जुड़े विशेषज्ञों की माने तो पुल से इस प्लेट के खोले जाने से तत्काल तो पुल की सुरक्षा को खतरा नहीं है I लेकिन पुल के रखरखाव को लेकर इस प्लेट का खास महत्व माना जाता है। 

विशेषज्ञों के अनुसार पुल के इस गार्डर के अंदर के भाग में धूल गर्दा व पानी जमकर जंग इसे खोखला ना करें। इसके लिए गार्डर के ऊपर इस प्लेट को लगाया जाता है। जबकि समय-समय पर पुल के निरीक्षण एवं इसके रखरखाव के लिए इस प्लेट को खोलकर टेक्नीशियन इसके अंदर के गोलाकार खुले भाग का इस्तेमाल करते हैं। पुल के सही रखरखाव के लिए इसे तत्काल फिर से लगाना होगा I इस संबंध में आरपीएफ खगड़िया के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार राम ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसार में बेखौफ अपराधियों ने युवक को मारी गोली, हालत गंभीर

बेगूसराय : जिले में बेखौफ अपराधियों ने एक युवक को गोली मारकर घायल कर दिया। घटना बरौनी थाना क्षेत्र के असुरारी हाई स्कूल के समीप की है। घायल युवक की पहचान एफसीआई थाना क्षेत्र के बीहट गुरदासपुर टोला राजा घर निवासी मनोज सिंह उर्फ महंत के पुत्र अंशु कुमार (22) के रूप में की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन एवं बरौनी इंस्पेक्टर रजनीश कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर घायल युवक को बरौनी पीएचसी लाया। जहां पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अंशु कुमार भी आपराधिक प्रवृत्ति का बताया जा रहा है।

अंशु कुमार ने बताया कि रात में वह अपने बाइक से रिश्तेदार के यहां वीरपुर जा रहा था। असुरारी स्कूल के समीप पान दुकान पर रुककर गुटखा खा रहा था। तभी बीहट गांव के तीन युवक आए और जेल भिजवाने का आरोप लगाकर मारपीट करना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक युवक ने गोली चला दी, वे लोग मुझे जान से मारना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों के जुट जाने के कारण सभी भाग गए, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। 

एसपी मनीष ने बताया कि रात में बरौनी थाना को सूचना मिली कि असुरारी हाई स्कूल के समीप बीहट निवासी अंशु कुमार को गोली मार दी गई है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। सभी बिंदुओं पर जांच और अपराधियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में वोटिंग खत्म...58.4% हुआ मतदान:कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी किया मतदान, 2019 में यहां से उम्मीदवार भी थे

बेगूसराय लोकसभा में वोटिंग खत्म हो गई है। यहां शाम 6 बजे तक 58.4% वोटिंग हुई है।

बेगूसराय में 2070 बूथ बनाए गए हैं। जिसमें 609 क्रिटिकल बूथ हैं। 20 महिला मतदान केंद्र बनाया गया, जहां सिर्फ महिला मतदान करेंगी। वहीं, सात दिव्यांग मतदान केंद्र, एक युवा मतदान केंद्र एवं 12 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गये हैं। 1078 बूथ से लाइव कास्टिंग की सुविधा थी।

वही बेगूसराय में बीजेपी के प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं सीपीआई के प्रत्याशी अबधेश कुमार राय के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों प्रत्याशी का लंबा राजनीतिक अनुभव है, गिरिराज सिंह एमएलसी, बिहार सरकार में मंत्री के बाद वर्तमान में केन्द्र सरकार में मंत्री हैं। अवधेश राय भी युवा काल से वामपंथ से जुड़े हैं और विधायक का अनुभव रहने के साथ गरीबों से जुड़े नेता माने जाते हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में 1 बजे तक 33.02% वोटिंग

बेगूसराय: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में बेगूसराय में आज वोटिंग हो रही है। वोट देने के लिए कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी अपने गांव बीहट पहुंचे हैं। यहां दोपहर 1 बजे तक 33.02% वोटिंग हुई है। 

जिला मुख्यालय के आयुर्वेदिक कॉलेज मतदान केंद्र पर डीएम रोशन कुशवाहा ने वोट दिया है। बूथ संख्या 144 पर 106 वर्ष के रामनाथ सिंह भी मतदान करने पहुंचे।

बीहट में मतदान केंद्र के बाहर भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने कहा कि बड़हिया में सुबह ही मतदान किया हूं। हर मतदाता को वोटिंग करनी चाहिए। हर एक वोट का महत्व है। एक वोट की वजह से ही अटल बिहारी वाजपेई की सरकार गिर गई थी। इसलिए वोट देने से पीछे नहीं हटें।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में 11 बजे तक 20.93% वोटिंग:वोट देने के लिए कन्हैया कुमार भी गांव पहुंचे, 2019 में यहां से उम्मीदवार भी थे

बेगूसराय : लोकसभा के चौथे चरण में बेगूसराय में आज वोटिंग हो रही है। वोट देने के लिए कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी अपने गांव बीहट पहुंचे हैं। यहां सुबह 11 बजे तक 20.93% वोटिंग हुई है। जिला मुख्यालय के आयुर्वेदिक कॉलेज मतदान केंद्र पर डीएम रोशन कुशवाहा ने वोट दिया है।

बीहट में मतदान केंद्र के बाहर भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने कहा कि बढ़हिया में सुबह ही मतदान किया हूं। हर मतदाता को वोटिंग करनी चाहिए। हर एक वोट का महत्व है। एक वोट की वजह से ही अटल बिहारी वाजपेई की सरकार गिर गई थी। इसलिए वोट देने से पीछे नहीं हटें।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव : कड़ी सुरक्षा के बीच बेगूसराय में वोटिंग शुरू, गिरिराज सिंह और अवधेश कुमार के बीच है सीधा मुकाबला

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में बेगूसराय में आज वोटिंग हो रही है। मतदान सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक होगा। यहां बीजेपी के फायर ब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और इंडिया गठबंधन की ओर से सीपीआई प्रत्याशी अबधेश राय के बीच सीधा मुकाबला है।

जिले में 21,94,833 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें 11,54,336 पुरुष, 10,40,438 महिला एवं 59 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

बेगूसराय में 2070 बूथ बनाए गए हैं। जिसमें 609 क्रिटिकल बूथ हैं। 20 महिला मतदान केंद्र बनाया गया, जहां सिर्फ महिला मतदान करेंगी। वहीं, सात दिव्यांग मतदान केंद्र, एक युवा मतदान केंद्र एवं 12 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गये हैं। 1078 बूथ से लाइव कास्टिंग की सुविधा है।

सेक्टर, जोन और सुपर जोन लेवल पर सुरक्षा की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बाइक एवं रीवर पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था है। जिले की सीमा को सील करते क्यूआरटी टीम लगातार एक्टिव मोड में है।

बेगूसराय में बीजेपी के प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं सीपीआई के प्रत्याशी अबधेश कुमार राय के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों प्रत्याशी का लंबा राजनीतिक अनुभव है, गिरिराज सिंह एमएलसी, बिहार सरकार में मंत्री के बाद वर्तमान में केन्द्र सरकार में मंत्री हैं। अवधेश राय भी युवा काल से वामपंथ से जुड़े हैं और विधायक का अनुभव रहने के साथ गरीबों से जुड़े नेता माने जाते हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में भूमिहार नहीं पिछड़ा-अति पिछड़ा की भूमिका अहम : गिरिराज के बाहरी होने का मुद्दा भी गरम, भीतरघात भी कर सकता है खेल

बेगूसराय : राष्ट्रवाद और सामाजिक न्याय के सियासी घमासान के कारण देशभर में चर्चित हो चुके बेगूसराय लोकसभा सीट पर चौथे चरण के तहत 13 मई को चुनाव होना है। यहां से दस प्रत्याशी मैदान में हैं, जिसमें आमने-सामने का मुकाबला बीजेपी के गिरिराज सिंह और सीपीआई के अवधेश कुमार राय के बीच है।

एक दूसरे पर हमला जोरदार किया गया। बड़े-बड़े नेताओं का रोज कार्यक्रम हुआ, लेकिन इन सबके बीच मतदाताओं की चुप्पी क्या गुल खिलाएगी कहना मुश्किल है। मतदाताओं की चुप्पी और दलों में भीतरघात के कारण यहां की स्थिति और दिलचस्प होती जा रही है।

पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के वोटर अभी पूरी तरह से मौन हैं, बेगूसराय में भूमिहारों की संख्या ज्यादा है लेकिन इस बार दिल्ली कौन जाएगा यह तय करने में भूमिहार नहीं, बल्कि पिछड़ा और अति पिछड़ों की अहम भूमिका मानी जा रही है।

एनडीए के प्रत्याशी गिरिराज सिंह के पक्ष में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, असम के सीएम हिमंत विस्वा शर्मा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा, लोजपा (आर.) सुप्रीमो चिराग पासवान ने सभा की। इसके अलावा गिरिराज सिंह एवं सहयोगी दलों के कुछ प्रमुख कार्यकर्ता और जनसंपर्क में लगे रहे। इस बार बेगूसराय में दल, जाति और धर्म-सम्प्रदाय के सारे बंधन टूट रहे हैं।

एनडीए में जबरदस्त भीतर घात है, कई खंड में बंटी बेगूसराय भाजपा अखंड होकर गिरिराज सिंह को वोटिंग करेंगे, इस पर संशय का बादल घिरा हुआ है। वहीं, कुछ कार्यकर्ता इंडिया के रंग में रंग गए हैं। जिससे भीतर घात की पूरी संभावना है।

बड़हिया के रहने वाले गिरिराज सिंह को बाहरी घोषित कर खारिज करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह कितना संभव हो सकेगा यह चुनाव परिणाम ही बताएगा। गिरिराज सिंह का बचपन और राजनीतिक जीवन का अधिकांश हिस्सा बेगूसराय में गुजरा। यहां उनके कई रिश्तेदार हैं, पुराने समय से आरएसएस में सक्रियता के कारण उनकी पहचान है। भाजपा के सैकड़ों नेताओं से उनके पुराने संबंध भी हैं। यहां गिरिराज सिंह नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक हनुमान के रूप में उन्हें देखा जा रहा है।

दूसरे प्रमुख प्रत्याशी हैं इंडिया गठबंधन के अवधेश कुमार राय। अवधेश कुमार राय अस्ताचलगामी हो चुके वामपंथ को यहां स्थापित कर फिर से उदयाचल की ओर ले जाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं। उनके समर्थन में सभी सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं ने दिन रात एक कर दिया है। उनके प्रचार के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी सभा कर चुके हैं। अवधेश राय ने खुद धुआंधार संवाद किया है।

बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में अवधेश राय के पक्ष में मतदाताओं के हवा का रुख तेजी से बदला भी। बीजेपी के टिकट लेने के लिए प्रयासरत रहे राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा के समर्थक भी अवधेश राय की चर्चा करने लगे हैं। वहीं, कर्पूरी जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. रामवदन राय के नामांकन बाद चल रहे धुआंधार प्रचार से भी फायदा अवधेश राय को ही दिख रहा है। भूमिहारों का विरोध करने वाले रामवदन राय के पक्ष में पचपनिया वोटर का कुछ रुझान है। लेकिन, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के वोटर अभी पूरी तरह से मौन हैं, भूमिहार बहुल्य माने जाने वाले बेगूसराय में इस बार भूमिहार नहीं, बल्कि पिछड़ा और अति पिछड़ा तय करेंगे कि कौन जाएगा दिल्ली।

फिलहाल चुनाव प्रचार समाप्त हो गया और देखना है कि बेगूसराय के 21 लाख 94 हजार 833 में से कितने मतदाता किस प्रत्याशी के पक्ष में ईवीएम का बटन दबाकर दिल्ली भेजने की राह तय करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक बेगूसराय में करीब चार लाख भूमिहार, एक लाख 94 हजार यादव, तीन लाख चार हजार मुस्लिम, 45 हजार राजपूत, 73 हजार ब्राह्मण, 82 हजार कोईरी, एक लाख 60 हजार कुर्मी, एक लाख 20 हजार मोची, एक लाख 75 हजार पासवान एवं दो लाख 28 हजार बनिया वोटर हैं।

इन्हें अपने पक्ष में करने के लिए एनडीए जहां पिछले 10 सालों के विकास, राष्ट्रवाद और आतंकवाद पर प्रहार को मुद्दा बनाया। वहीं, महागठबंधन ने सामाजिक न्याय, स्थानीय मुद्दों, केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादों और राजद के साथ चले बिहार सरकार के 17 महीने के कार्यकाल को बताने में दिन-रात एक कर दिया। लेकिन खामोश मतदाता क्या गुल खिला सकते हैं, यह कहना किसी के लिए बहुत ही मुश्किल है। जिसको लेकर सभी प्रत्याशी की धड़कनें बढ़ती जा रही है। राजनीति के जानकार भी किसी एक प्रत्याशी के जीतने के गणित का सशक्त दावेदारी नहीं कर पा रहे हैं। जिससे स्पष्ट है कि आमने-सामने के मुकाबला में कोई भी जीत का सेहरा पहन सकता है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट