मिजोरम में भीषण हादसा, पत्थर की खदान ढही, 10 लोगों की मौत
*नयी दिल्ली :* मिजोरम की एक खदान में भीषण हादसा हुआ है. यहां एक पत्थर की खदान ढहने से 10 लोगों की मौत हो गई है। हादसे के बाद शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 लोगों को बचा लिया गया है. सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है.
अगर बनारस जाए तो वहा के इन पांच जगह चाट जरूर खाए जिसका स्वाद हमेशा रहेगा याद
*वाराणसी :* बनारस अपनी संस्कृति और इतिहास के लिए दुनिया भर में काफी मशहूर है। यहां की ऐसी कई चीजें हैं, जो दुनियाभर में खूब पसंद की जाती है, उन्हीं में से एक चाट। बनारस में ऐसी कई चीजें हैं जो टूरिस्टों को काफी आकर्षित करती है। बनारसी साड़ी, ऐतिहासिक घाट, प्राचीन मंदिर, बनारसी पान, और लस्सी आदि के अलावा यहां के कई ऐसे पकवान और खाने की चीजें भी खूब पसंद की जाती हैं। बात करें स्ट्रीट फूड की तो चाट के बिना यह लिस्ट अधूरी है। बनारस में चाट की कई वैरायटी आपको मिल जाएगी, जिसे खाने के बाद आप उसके स्वाद को भूल नहीं पाएंगी। महिलाओं को गोलगप्पे और चाट काफी पसंद होते हैं, ऐसे में अगर आप बनारस गई हैं तो यहां कि इन मशहूर जगहों पर मिलने वाली चाट को खाना न भूलें। चाट के साथ-साथ इन जगहों पर मिलने वाली कई ऐसे डिश हैं, जो आपका दिल आसानी से जीत लेंगी। हालांकि बनारसी लोगों की तरह बनारसी खाने की भी अपनी एक खासियत है, जो लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बना लेती हैं। देसी खाने अगर आपको बेहद पसंद है, तो आप यहां की फेमस डिश को ट्राई कर सकते हैं। यही नहीं सुबह से लगने वाली भीड़ देख आप खुद भी अंदाजा लगा सकती हैं कि लोग यहां के पकवानों के कितने दीवाने हैं। ' आइए हम बताते है बनारस की उन पांच जगहों के बारे में जहां कि चाट काफी टेस्टी होती है। *राम भंडार* बनारस के ठठेरी बाजार में अगर आप घूम रहे हैं तो एक बार राम भंडार के पकवानों को भी जरूर टेस्ट करें। हालांकि यहां कि चाट काफी पॉपुलर है, बल्कि चाट के अलावा भी यहां मिलने वाली कई ऐसी चीजें हैं, जिसे देखने के बाद आपके मुंह में पानी आने लगेगा। चाट के अलावा यहां समोसे, कचौड़ी सब्जी जैसी कई और भी चीजें हैं जो एक बार आपको जरूर ट्राई करनी चाहिए। खास बात है कि राम भंडार में सभी चीजों को तैयारी देसी घी से की जाती है, जिससे इसका स्वाद दोगुना बढ़ जाता है। 100 रुपये में आप यहां कई फूड आइटम टेस्ट कर सकते हैं। *काशी चाट भंडार* बनारस का सबसे पुराना और फेमस रेस्टोरेंट है काशी चाट भंडार, जो गोदौलिया चौक पर स्थिति है। इस रेस्टोरेंट की लोकेशन घाट और काशी विश्ननाथ मंदिर के आसपास होने की वजह से यहां हमेशा भीड़ लगी रहती है। यहां आपको बिना लहसुन और प्याज के चाट या फिर अन्य पकवान सर्व किए जाते हैं। आपको यहां अलग-अलग तरीके की चाट मिलेगी, जिसमें टमाटर चाट, आलू टिक्की, पानी बताशे आदि शामिल हैं। अगर आप बिना लहसुन प्याज के चटपटे पकवानों को टेस्ट करना चाहती हैं तो यहां आकर एक्सप्लोर करना न भूलें। *कचौड़ी गली* अलग-अलग स्ट्रीट फूड से भरपूर है कचौड़ी गली। कचौड़ी गली में मिलने वाले कई ऐसे पकवान है जो आपका दिल जीत लेंगे। चाट के अलावा यहां ब्लू लस्सी भी काफी मशहूर है। अगर आपको अपने डेली रूटीन में किसी एक दिन ऑयली और चटपटी खाना खाने का मन करे तो कचौड़ी गली जरूर घूम आएं। कहा जाता है कि बनारसी जिस दिन घर का खाना खाने से बोर हो जाते हैं तो वह ब्रेकफास्ट, लन्च और डिनर तीनों कचौड़ी गली से खाना पसंद करते हैं। इस गली में चाट और अन्य पकवानों को एक्सप्लोर करने के लिए सुबह-सुबह इस जगह पर जाएं। बता दें कि बनारस की ट्रिप इस गली को घूमे बिना अधूरी रहेगी। *दीनानाथ चाट भंडार* बनारस में दशाश्वमेध घाट बेहद प्रचलित घाट है। यहां सुबह-सुबह ही लोगों की भीड़ लग जाती है। सुबह-सुबह गंगा स्नान करने के बाद लोग अपने खाने का इंतजाम भी घाट पर ही करते हैं, लेकिन आप चाट की दीवानी हैं तो दीनानाथ चाट भंडार की चाट को टेस्ट करना न भूलें। यहां आपको अलग-अलग तरीके की चाट मिल जाएँगी, लेकिन यहाँ सबसे ज्यादा टमाटर चाट खाना पसंद की जाती है, जिसमें मसाले और पालक के अलावा ड्राई टमाटर भी मिक्स होते हैं। इसके अलावा यहां के गोलगप्पे, आलू टिक्की, और गुलाब जामून भी खूब पसंद किए जाते हैं। *विश्वनाथ चाट भंडार* अगर आप कुल्हड़ में चाट का स्वाद लेना चाहती हैं तो यहां आ सकती हैं। यहां आपको अलग-अलग वैरायटी में चाट और कई स्ट्रीट फूड मिल जाएंगे। हालांकि बनारसी समय के पाबंद नहीं होते हैं, ऐसे में वह खाते वक्त पूरा जायका लेना पसंद करते हैं। कुछ ऐसी ही दीवानगी आपको यहां देखने को मिल जाएगी। इसलिए अगर आप चाट एक्सप्लोर करना चाहती हैं तो आपके पास अधिक समय होना चाहिए, क्योंकि यहां लगने वाली लाइन से आप परेशान भी हो सकती हैं।
साइलेंट ले ऑफ : अब तक के सारे रिकॉर्ड टूटे,आईटी सेक्टर में इस योजना से 20 हजार कर्मियों की हुई छुट्टी।
*नयी दिल्ली :* 31 वर्षीय आकाश उस दिन को याद करते हुए बताते हैं कि जब उन्हें ईमेल के जरिए मैनेजर और एचआर एक्ज्यूटिव ने वर्चुअल मीटिंग में ज्वाइन होने के लिए कहा। यह मीटिंग करीब 15 से 20 मिनट चली और उन्हें कुछ ऐसा ऑफर दिया, जिसमें उन्हें कुछ समझ नहीं आया। उनकी इस तरह की छंटनी की योजना को रिपोर्ट में खामोशी भरी छंटनी का नाम दिया गया। क्लाउड एनालिटिक्स और डेटा प्लेटफॉर्म टेराडेटा कंपनी ने आकाश से कहा कि आप या तो सीधे कम भुगतान के साथ बाहर हो जाए या फिर आप स्वत: कंपनी से निकले और आपको अगले चार महीने की सैलरी घर पर मिल जाएगी। इसके बाद आकाश ने कुछ समय मांगा, लेकिन कंपनी ने कहा आपके पास यही समय है, इतनी देर में उसने कजिन से बात की और सीधे इस्तीफा देना बेहत समझा। उन्होंने कहा कंपनी को छोड़े करीब 4 से 5 महीने हो गए हैं और इस दौरान 20-25 इंटरव्यू दिए, लेकिन कहीं कुछ हासिल नहीं हुआ। अब वो कह रहे हैं कि मार्केट के वर्तमान वातावरण में नई जॉब ढूढ़ना काफी मुश्किल भरा है। साथ में ये भी बताया कि सैलरी को लेकर तो एकदम कोई बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि बची हुई सैलरी भी उनके खर्चों पर ही चली जा रही है, अब पूरी तरह से माता और पिता पर निर्भर होना पड़ रहा। दूसरी तरफ श्रीराम और उसके कुछ दोस्तों को भी इसी तरह दो-चार होना पड़ा, जब Cognizant ने उनके कॉन्ट्रेक्ट को रिन्यू करने से मना कर दिया। हालांकि, उन्हें भी यही कहा गया कि आप किसी दूसरे रास्ते की तालाश कर लें। जो एक तरह खामोशी भरी छंटनी रही। आकाश और श्रीराम तो मात्र ये दो नाम है, लेकिन ऐसे ही कई युवाओं को आईटी सेवा देने वाली कंपनियों ने बाहर का रास्ता साल 2023 और 2024 में दिखाया। इस शांत भरी छंटनी का सीधा सा कंपनी की ओर से तरीका अपनाया गया कि कर्मचारी को 30 दिन दे दिए और कहा कि कंपनी में ही इस बीच वे रोजगार ढूढ़ लें। अगर ऐसा करने में कर्मचारी अस्मर्थ हुए, तो उनसे कह दिया कि आप नौकरी छोड़ दें।
दिल्ली:दिल्ली से वाराणसी जा रही है फ्लाइट के टॉयलेट में लिखा था 'बम',प्लेन से धड़ाधड़ कूदने लगे लोग
नयी दिल्ली :-* दिल्ली में एक बार फिर बम रखे जाने की धमकी मिली है. हालांकि इस बार वो जगह कोई कोई स्कूल और अस्पताल नहीं, बल्कि दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) है. जहां इंडिगो एयरलाइन की एक फ्लाइट में टॉयलेट के टिशू पेपर पर बम प्लांट होने की बात लिखी हुई थी. इसकी सूचना के बाद फ्लाइट में मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. कुछ यात्री इमरजेंसी गेट तो कुछ फ्लाइट के मेन गेट से नीचे कूदने लगे. फ्लाइट दिल्ली से वाराणसी जा रही थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट को जांच के लिए एयरपोर्ट के आइसोलेशन-वे में ले जाया गया. सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली से वाराणसी जा रही इंडिगो की फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली थी. एयरपोर्ट ऑफिसर के मुताबिक एविएशन सिक्योरिटी, डॉग स्क्वायड और बम डिस्पोजल स्क्वायड की टीमें मौके पर पहुंचीं और फ्लाइट का निरीक्षण किया गया. CISF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, “दिल्ली एयरपोर्ट पर दिल्ली से वाराणसी जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E2211 के टॉयलेट में एक टिशू पेपर मिला, जिस पर बम लिखा हुआ था. जिसके बाद सिक्योरिटी एजेंसियों ने निरीक्षण किया. लेकिन यह एक अफवाह निकली और सिर्फ सनसनी फैलाने के इरादे से किसी ने यह हरकत की थी.” वहीं, दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा,“सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली से वाराणसी जा रही इंडिगो की फ्लाइट में बम होने की सूचना हमें मिली. हमारी क्विक रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंची. सभी यात्रियों को प्लेन के इमरजेंसी गेट से बाहर निकाला गया. इस दौरान कुछ यात्री घबराकर विमान से नीचे कूदने लगे. हालांकि सभी यात्री सुरक्षित हैं.” इस पूरी घटना को लेकर इंडिगो की तरफ से भी बयान जारी किया गया है. एयरलाइन की तरफ से कहा गया, “दिल्ली से वाराणसी जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E2211 को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बम की धमकी मिली. इसके बाद सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया गया और एयरपोर्ट सिक्योरिटी एजेंसियों के दिशानिर्देशों के अनुसार विमान को एयरपोर्ट के मेन एरिया से दूर ले जाया गया. सभी यात्रियों को इमरजेंसी गेट से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.” एयरलाइन की तरफ से बताया गया कि सभी सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद, विमान को वापस टर्मिनल क्षेत्र में ले जाया जाएगा.
राजकोट के गेमिंग जोन लगी भीषण आग 9 बच्चों समेत 24 लोगों की मौत, पीएम ने जताया दुख
दिल्ली:- गुजरात के राजकोट शहर के कालावड रोड पर स्थित TRP गेम जोन में भीषण आग लग गई। इसमें 24 लोगों की जलकर मौत हो गई। आग की घटना के बाद पूरा गेम जोन जलकर खाक हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की करीब 8 गाड़िया मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। वहीं, पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए मालिक, संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
राजकोट के पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने कहा कि दोपहर में टीआरपी गेमिंग जोन में आग लग गई। बचाव अभियान जारी है। आग पर काबू पा लिया गया है। हम अधिक से ज्यादा शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक करीब 20 शव बरामद किए गए हैं और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया गया है। गेमिंग जोन का मालिक युवराज सिंह सोलंकी नाम का व्यक्ति है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आग इतनी भीषण थीं कि इसका धुआं 3 किलोमीटर दूरी से दिखाई दे रहा था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि आग लगने की क्या वजह थी। फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि एक ढांचा ढह जाने के कारण उन्हें राहत कार्य में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “राजकोट में आग दुर्घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।”
हादसे के बाद गेमिंग जोन का संचालक युवराज और 30 से 40 जोन कर्मचारी फरार हो गए। पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि अभिभावकों से उनके बच्चों एवं संबंधियों की जानकारी ली जा रही है, जिससे लापता लोगों की जानकारी जुटाई जा सके। 15 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उनका सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है।
गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये मदद की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना की जानकारी लेने के साथ ही राजकोट के सभी गेमिंग जोन हॉल बंद करने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार होने के कारण यहां काफी भीड़ थी। जहां यह गेमिंग जोन स्थित है, वहां के ऊपरी भाग में काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। फायर ब्रिगेड अहमदाबाद के अधिकारी राजेश भट्ट ने कहा कि जांच के बाद ही इस घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा। घटिया बिजली के वायर का इस्तेमाल या फिर बढ़ा बिजली का लोड भी इस घटना का कारण हो सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक आग लगने के कारण गेमिंग जोन परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी भीषण थी कि 5 किमी दूर तक धुएं का गुबार देखा गया।
कई लोगों के फंसे होने की आशंका
आग और धुएं के बीच गेमजोन में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। टीआरपी मॉल में आग की लपटें बढ़ती देख मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंच गई हैं। उनकी ओर से लगातार बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। इसके अलावा, पूरे इलाके को पुलिस ने घेर लिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि छुट्टियों के मौसम में यहां बड़ी संख्या में बच्चे आते हैं, जिस दौरान यह घटना घटी है। उस समय यहां बच्चों की काफी भीड़ थी।
दूसरी ओर, शहर के भाजपा अध्यक्ष मुकेश दोशी भी घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी प्राथमिकता आग बुझाने की है। इस मामले में जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने तत्काल राहत व बचाव कार्य के दिए निर्देश
टीआरपी मॉल के गेम जोन में लगी आग की घटना को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा, "राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया गया है।"
सीएम भूपेन्द्र पटेल ने एक्स पर एक और पोस्ट में लिखा, ''राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है और उसे पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।"
आज 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशो के कूल 58 सीटों पर होगा मतदान,889 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज
दिल्ली NCR डेस्क
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण का आज 25 मई को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 58 सीटों पर मतदान है. छठे चरण में 889 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
इस चरण में बिहार की 8, हरियाणा की सभी 10, झारखंड की 4, दिल्ली की सभी 7, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की 8 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर वोटिंग है.
किस राज्य की कौन-सी सीट पर आज मतदान?
राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश का नाम किस सीट पर मतदान
बिहार
वाल्मिकी नगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज (एससी), सीवान, महाराजगंज
दिल्ली
चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली
हरियाणा
अम्बाला, कुरूक्षेत्र, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी-महेन्द्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद
जम्मू-कश्मीर
अनंतनाग-राजौरी
उत्तर प्रदेश
सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अम्बेडकर नगर, श्रावस्ती, डोमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आज़मगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही
पश्चिम बंगाल
तमलुक, कांथी, घाटल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा, बिष्णुपुर
झारखंड
गिरिडीह, धनबाद, रांची, जमशेदपुर
ओडिशा
भुवनेश्वर, पुरी, ढेंकनाल, क्योंझर (एससी), कटक, संबलपुर
उत्तर प्रदेश को सबसे ज्यादा संख्या में नामांकन फॉर्म मिले. 14 संसदीय क्षेत्रों से 470 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसके बाद हरियाणा में, 10 निर्वाचन क्षेत्रों से 370 नामांकन मिले हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव एक जून तक सात चरणों में हो रहे हैं, पांच चरणों का मतदान पहले ही पूरा हो चुका है. वोटों की गिनती 4 जून को होनी है.
छठे चरण में इन प्रमुख चेहरों पर रहेगी नजर
छठे चरण में कई प्रमुख हस्तियों की किस्मत दांव पर है. इनमें ओडिशा के संबलपुर से चुनाव लड़ रहे धर्मेंद्र प्रधान,
उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के मनोज तिवारी और कांग्रेस के कन्हैया कुमार,
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर सीट से बीजेपी की मेनका गांधी
और जम्मू कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी सीट से पीडीपी की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल के तमलुक से बीजेपी के अभिजीत गंगोपाध्याय,
हरियाणा के करनाल सीट से मनोहरलाल खट्टर,
कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल और गुरुग्राम सीट से राव इंद्रजीत सिंह पर भी छठे चरण के मतदान में नजर रहेगी.
नहीं रहे अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट फिरोज खान हार्ट अटैक से हुआ निधन
*नयी दिल्ली :* सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट के नाम से मशहूर फिरोज खान अब दुनिया में नहीं रहे। मशहूर टीवी एक्टर फिरोज खान के निधन का कारण हार्ट अटैक बताया गया। ”भाबी जी घर पर हैं” से मनोरंजन जगत में अपनी खास पहचान बनाने वाले फिरोज खान ने गुरुवार को यूपी के बंदायू में आखिरी हिचकी ली। उनके निधन हो जाने की फैली खबर के बाद से टीवी इंडस्ट्री से जुड़े लोग बेहद दुखी हैं। महानायक अमिताभ बच्चन के डुप्लीकेट फिरोज खान ने कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में काम किया। वह ‘भाबीजी घर पर हैं!’, ‘जीजा जी छत पर हैं’, ‘साहब बीबी और बॉस’, ‘हप्पू की उल्टन पल्टन’ और ‘शक्तिमान’ में नजर आये थे। सोशल मीडिया पर लोग अपने-अपने अंदाज में शोक प्रकट कर रहे
आज का इतिहास:आज ही के दिन 24 मई 1920 को थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था टेलीस्क्राइब का अविष्कार
*नयी दिल्ली :- देश और दुनिया में 24 मई का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमे 24 मई का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1920 में 24 मई को ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जी स्थापना हुई थी। महान समाज सुधारक सर सैयद अहमद खान ने 1877 में एक स्कूल की स्थापना की थी जो बाद में मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कालेज बना और बाद में 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रूप में जाना जाता है। बांग्लादेश में आज ही के दिन चक्रवाती तूफान आने से 10 हजार से लोगों की मृत्यु हो गई थी। आज ही के दिन वाराणसी का नाम ऑफिशियल किया गया था और इस दिन को वाराणसी में सामाजिक संस्थाएं और लोग जन्मदिन मनाते हैं। 1915 में आज ही के दिन थॉमस अल्वा एडिसन ने टेलीस्क्राइब का अविष्कार किया था। 2015 में आज ही के दिन आयरलैंड गणराज्य ने समलैंगिक विवाह को वैध बनाने के लिए मतदान किया था और ऐसा करने वाला वह पहला देश बना। 2014 में 24 मई को ही थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा को सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। 2004 में आज ही के दिन उत्तर कोरिया ने मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया था। 2001 में 24 मई को ही नेपाल के 15 वर्षीय शेरपा तेंबा शेरी माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाले सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बने थे। 1994 में आज ही के दिन न्यूयार्क सिटी में 1993 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमला करने वाले चार आरोपियों को 240 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई थी। 1986 में 24 मई को ही मार्गरेट थैचर इजरायल का दौरा करने वाली ब्रिटेन की पहली प्रधानमंत्री बनीं थीं। 1985 में आज ही के दिन बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान से 10 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी। 1959 में आज ही के दिन साम्राज्य दिवस का नाम बदलकर राष्ट्रमंडल दिवस किया गया था। 1931 में 24 मई को ही पहली वातानुकूलित यात्री ट्रेन अमेरिका के वाल्टमोर ओहियो मार्ग पर चलाई गई थी। 1883 में आज ही के दिन ब्रुकलिन और मैनहट्टन को जोड़ने वाले ब्रुकलिन ब्रिज को यातायात के लिए खोला गया था। 1875 में 24 मई को ही सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में मुहम्मदीन एंग्लो ओरिएंटल स्कूल की स्थापना की जो वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नाम से प्रसिद्ध है। 1689 में आज ही के दिन ब्रिटिश संसद ने प्रोटेस्टेंट ईसाइयों को धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी दी। 1973 में आज ही के दिन भारतीय निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक शिरीष कुंदर का जन्म हुआ था। 1954 में 24 मई के दिन ही माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला बछेंद्री पाल का जन्म हुआ था। 1952 में आज ही के दिन भारत के पूर्व ‘भारतीय विदेश सचिव’ रंजन मथाई का जन्म हुआ था। 1899 में 24 मई के दिन ही प्रसिद्ध बांग्ला कवि, संगीतज्ञ और दार्शनिक काज़ी नज़रुल इस्लाम का जन्म हुआ था। 1896 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा का जन्म हुआ था। 24 मई को हुए निधन 2010 में आज ही के दिन भारतीय अभिनेता तपें चटर्जी का निधन हुआ था। 2000 में 24 मई के दिन ही हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकार और शायर मजरूह सुल्तानपुरी का निधन हुआ था। 1999 में आज ही के दिन भारत के महान् कुश्ती प्रशिक्षक (कोच) व पहलवान गुरु हनुमान का निधन हुआ था। 1990 में 24 मई के दिन ही भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष के. एस. हेगड़े का निधन हुआ था। 1543 में आज ही के दिन प्रसिद्ध यूरोपिय खगोलशास्त्री व गणितज्ञ निकोलस कॉपरनिकस का निधन हुआ था।
दिल्ली:वैष्णो देवी जा रही श्रद्धालुओं की मिनी बस को ट्रक ने रौंदा मां वैष्णो देवी के 7 श्रद्धालुओं की मौत, मृतकों में 6 महीने की बच्ची भी शामिल
दिल्ली:- हरियाणा के अंबाला जिले में देर रात भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें मां वैष्णो देवी 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 15 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिन्हें सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। अंबाला कैंट सिविल अस्पताल के डॉ. कौशल कुमार के अनुसार, घायलों की हालत खतरे से बाहर है।मृतकों में 6 महीने की बच्ची भी शामिल है। राहगीर और पुलिस की टीमें घायलों को लेकर अस्पताल पहुंची।
हादसा अंबाला-दिल्ली-जम्मू नेशनल हाईवे पर ट्रैवलर (मिनी बस) और ट्रक की टक्कर से हुआ।वहीं हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। अंबाला पुलिस ने क्षतिग्रस्त मिनी बस और शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
वैष्णो देवी के दर्शन करने निकले थे लोग
मिली जानकारी के अनुसार, हादसा हाईवे पर गांव मोहड़ा के पास हुआ। मिनी बस में करीब 25 लोग सवार थे, जिनमें से 7 लोगों की जान गई है। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी लोग मां वैष्णा देवी के दर्शन करने लिए निकले थे की हादसे का शिकार हो गए टक्कर इतनी जोरदार थी कि मिनी बस का आगे का हिस्सा बुरी तरह डैमेज हो गया।
टक्कर लगते ही सभी लोग मिनी बस से निकलकर इधर-उधर गिर गए। सड़क पर सिर लगने से लोगों की जान गई। राहगीरों ने बचाव अभियान चलाते हुए डैमेज मिनी बस में फंसे घायलों को बाहर निकाला। हादसे की सूचना भी राहगीरों ने ही पुलिस को दी। हादसे की जानकारी मिलते ही मोहड़ पुलिस टीम ने मौके पर आकर शवों को कब्जे में लिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हादसे में घायल हुए और मरने वाले लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। मृतकों की पहचान सोनीपत में जखौली गांव निवासी 52 वर्षीय विनोद, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के गांव ककौड़ निवासी मनोज (42 वर्षीय), गुड्डी, गांव हसनपुर निवासी बुजुर्ग महेर चंद, गांव ककौड़ निवासी सतबीर (46 वर्षीय) और 6 महीने की दीप्ति के रूप में हुई है। एक अन्य की पहचान नहीं हुई है।
घायलों में बुलंदशहर निवासी राजिंद्र (50 वर्षीय ), कविता (37 वर्षीय), वंश (15 वर्षीय), सुमित (20 वर्षीय), सोनीपत के गांव जखौली निवासी सरोज (40 वर्षीय), दिल्ली के मगुलपुरी निवासी नवीन (15 वर्षीय), लालता प्रसाद (50 वर्षीय), मुगलपुरी निवासी अनुराधा (42 वर्षीय), बुलंदशहर के गांव टकोर निवासी शिवानी (23 वर्षीय), आदर्श (4 वर्षीय) आदि शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, घायलों से मिली जानकारी के अनुसार, हादसा तेज स्पीड के कारण हुआ। आगे चल रहे ट्रक के आगे अचानक कोई वाहन आ गया, जिससे बचने के चक्कर में ट्रक वाले ने ब्रेक लगाई। पीछे आ रही मिनी बस का ड्राइवर स्पीड कंट्रोल नहीं कर पाया और पीछे से ट्रक से भिड़ गया।
May 29 2024, 17:52