करूणा के सागर व सत्य अहिंसा के पुजारी महात्मा गौतम बौद्ध की जयंती मानव एकता दिवस के रूप में मनाई
सम्भल। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति भारत द्वारा बुद्ध पूर्णिमा पर्व पर करूणा के सागर व सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गौतम बौद्ध की जयंती बड़े उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास के साथ मानव एकता दिवस के रूप में मनाई गई। ग्लोरियस इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन स्कूल हल्लू सराय सम्भल में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति द्वारा आयोजित महात्मा गौतम बौद्ध की जयंती की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम, राष्ट्रीय महासचिव कुसुम, राष्ट्रीय महाप्रबंधक रूबी, राष्ट्रीय सचिव चिंकी दिवाकर,रजनी कान्ता चौहान, मन्जू सक्सेना, रानी प्रजापति, तेजस्वी, अमित कुमार व प्रदीप कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से महात्मा गौतम बौद्ध के चित्र पर माल्यार्पण व बुद्ध वंदना के साथ की।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम ने महात्मा गौतम बौद्ध के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध करूणा के सागर और शांति के अग्रदूत थे जिन्होंने जीवनभर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करके मानव को मानव से जोड़ कर मानवता का संदेश दिया। राष्ट्रीय महासचिव कुसुम ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने मानव से मानव को जोड़ने के लिए विना जाति भेद भाव वाले बौद्ध धर्म की स्थापना की जो कुछ ही दिनों में भारत से नेपाल, चीन, जापान, थाईलैंड, इण्डोनेशिया, आदि देशों में फैल गया। राष्ट्रीय महाप्रबंधक रूबी ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना करके मानव को मानव से जोड़ने का कार्य किया। साथ ही संदेश दिया कि समाज में सभी मानव एक समान है ना कोई छोटा और ना ही बड़ा है।
प्रदीप कुमार गुप्ता ने महात्मा गौतम बौद्ध के सिद्धांतों और पंचशील पर विस्तार से प्रकाश डाला। राष्ट्रीय सचिव चिंकी दिवाकर ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। जिन्होंने मानव के साथ साथ जीवों पर दया करने का संदेश दिया। रजनी कान्ता चौहान ने महात्मा गौतम बौद्ध के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन नेपाल के लुम्बिनी वन में ईसा पूर्व 563 को हुआ। मन्जू सक्सेना ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध ने समाज में शांति का संदेश फैलाने के लिए अपने सभी संदेश पाली भाषा में लिखे। रानी प्रजापति ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध द्वारा विश्व को दिये गये संदेश को जीवन में ग्रहण करने से संसार में शांति स्थापित हो सकती है। तेजस्वी ने कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध के सिद्धांतों पर चलने से ही मानव के बीच एकता और भाईचारा कायम हो सकता है।
अमित कुमार ने महात्मा गौतम बौद्ध के संदेश को जीवन में ग्रहण करने का आह्वान किया। समारोह में गगन दीप गौतम, कुसुम, रूबी, मीनाक्षी, त्रिवेदी प्रकाश सर्राफ, डॉ यू सी सक्सेना, डॉ शहजाद अहमद, डॉ मौ इरफान खान, डॉ जिकरूल हक, सुशील कुमार भगत जी,इंजीनियर सलमान अख्तर, डॉ ए एच रजा, डॉ राजवीर सिंह, हाजी फहीमुद्दीन, मुशीर खां तरीन, डॉ मौ औवेस,नाहिद रजा, रजनी कान्ता चौहान, मन्जू सक्सेना, डॉ नितिन दालभ, डॉ मौ शावेज़,आदि ने महात्मा गौतम बौद्ध के सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गौतम बौद्ध के संदेशों पर चलने से ही मानव को शांति मिल सकती है।
May 24 2024, 09:43