इब्राहिम रईसी के निधन के बाद काले रंग के कपड़े से ढकी गई राष्ट्रपति की कुर्सी, ये है प्रमुख वजह

डेस्क : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद उनकी कुर्सी को काले रंग के कपड़े से ढंक दिया गया है। इसकी वजह सिर्फ शोक मनाने का संकेत ही नहीं है, बल्कि एक खास धार्मिक वजह भी है। ईरान के मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन की घोषणा होने के बाद एक आपात बैठक बुलाई उसके बाद शोक संदेश जारी करके कहा कि रईसी ने देश की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। इस रिपोर्ट के साथ एक तस्वीर जारी की गयी है, जिसमें रईसी की कुर्सी को काले रंग के कपड़े से ढका गया है और मेज पर उनकी तस्वीर रखी हुई है।

इसके पीछे की वजह शोक व्यक्त करने के साथ-साथ इब्राहिम रईसी का वह धार्मिक सिद्धांत है, जिसके तहत वह हमेशा काली पगड़ी पहनते थे। दरअसल वह इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर मोहम्मद के वंशज माने जाते हैं। इसलिए हमेशा काली पगड़ी पहने थे। उनकी काली पगड़ी इस बात की द्योतक थी कि वह पैगम्बर मोहम्मद से सीधे जुड़े हुए हैं। इसीलिए ईरानी मंत्रिमंडल ने रईसी के निधन के बाद उनकी कुर्सी को काले कपड़े से ढंक दिया। 

ईरान में घोषित हुआ 5 दिनों का शोक

ईरान ने इब्राहिम रईसी के निधन पर 5 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। मंत्रिमंडल ने बयान में कहा, ‘‘हम अपने वफादार, प्रशंसनीय और प्रिय राष्ट्र को आश्वस्त करते हैं कि राष्ट्र के नायक और सेवक तथा नेतृत्व के वफादार मित्र रईसी की अथक निष्ठा के साथ सेवा का मार्ग जारी रहेगा।’’ ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और अन्य लोग दुर्घटनास्थल पर मृत पाए गए। देश की सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने 5 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।

शाम 5 बजे तक 56.68 प्रतिशत हुआ मतदान, सबसे ज्यादा हुई यहां वोटिंग

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लोकसभा चुनाव के पांचवें दौर के लिए मतदान सोमवार को खत्म हो गया। इस चरण में आठ प्रदेशों की 49 सीटों पर वोट डाले गए। पांचवें चरण में 5 बजे तक 56.68 प्रतिशत मतदान हुआ है। जिसमें सबसे कम मतदान महाराष्ट्र में 48.66 प्रतिशत हुआ। जबकि सबसे अधिक मतदान पश्चिम बंगाल में 73 प्रतिशत रहा।

5 बजे तक वोटिंग ओवरऑल 56.68%

बिहार 52.35%

जम्मू एवं कश्मीर 54.21%

झारखंड 61.90%

लद्दाख 67.15%

महाराष्ट्र 48.66%

ओडिशा 60.55%

उत्तर प्रदेश 55.80%

पश्चिम बंगाल 73.00%

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर भारत सरकार ने किया एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान

ईरान के प्रेसिडेंट इब्राहिम रईसी की हेलीकाॅप्टर हादसे में मौत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। उनके हेलीकाॅप्टर के क्रैश होने के बाद से ही करीब 40 से अधिक टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही थी। ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकाॅप्टर अजरबैजान की सीमा से बाहर निकलते ही क्रैश हो गया था। 

उनके निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता इमाम अली खामेनेई ने 5 दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने वाईस प्रेसिडेंट मोहम्मद मोखबर को अस्थायी प्रेसिडेंट नियुक्त किया है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर भारत सरकार ने मंगलवार (21 मई) को देश में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है।

कमजोर अल-नीनो ने बढ़ाया उत्तर भारत का तापमान

पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में भारत की ओर आने वाली गर्म हवा ने भी बड़ा फर्क डाला 

उत्तर भारत के बड़े हिस्से को अभी हफ्तेभर तक प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ सकता

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

उत्तर-पश्चिम भारत में बढ़ते तापमान का प्रमुख कारण प्रशांत महासागर में अलनीनो का कमजोर पड़ना है। इस बीच पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान से भारत की ओर आने वाली गर्म हवा ने बड़ा फर्क डाला है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का मानना है कि उत्तर भारत के बड़े हिस्से को अभी हफ्तेभर तक प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा सकती है। प्री - मानसून की स्थितियां नहीं होने के चलते फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। इस बार लू की चपेट में आने से मध्य प्रदेश एवं बिहार भी अछूता नहीं रहा है। आईएमडी ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों, मध्य प्रदेश एवं बिहार के लिए येलो अलर्ट है। उत्तर भारत में पड़ रही प्रचंड गर्मी के कारणों के बारे में आईएमडी का अध्ययन बताता है कि म‌ई महीने में उत्तर भारत में सूर्य की स्थिति एकदम सीधी होती है। इसी दौरान पाकिस्तान की ओर से आने वाली हवा की दिशा भी उत्तर भारत की ओर होती है। इससे तापमान में तेजी से वृद्धि हो जाती है। कभी - कभी चक्रवात के कारण यह हवा नीचे आती है और संघनित ( कंप्रेस्ड) होकर बरस आती है। इससे चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक तापमान नीचे आ जाता है।

दिल्ली के सीएम पर हमले की साजिश, मेट्रो स्टेशनों पर लिखी गईं धमकियां, AAP ने BJP पर लगाए आरोप

डेस्क: आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की धमकी मिली है। ये धमकी दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशनों पर लिखी गई हैं। इसके अलावा मेट्रो पर भी धमकियां लिखी पाई गई हैं। आम आदमी पार्टी ने इसके लिए सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल को कुछ भी होता है तो इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी नफरत और बदले की भावना में ऐसे डूबे हुए हैं कि वो अरविंद केजरीवाल की जान लेने की साजिश रच रहे हैं।

बीजेपी की भाषा में लिखी गई धमकी

उन्होंने कहा कि 'जेल में भी बड़ा षड़यंत्र रचा गया, शायद सुप्रीम कोर्ट ने इस षड़यंत्र को समझ लिया और उन्हें राहत दी। इसके बाद संजय सिंह ने पटेल नगर मेट्रो स्टेशन की तस्वार दिखाते हुए कहा कि अंकित गोयल नाम के एक शख्स की फोटो है। उसके द्वारा लिखी गई धमकी है। अगर ये अंकित गोयल ने जो धमकी लिखी है इसकी भाषा पढ़ेंगे तो ये ठीक वही भाषा है जो भाजपा की भाषा है। पटेल नगर मेट्रो स्टेशन पर और मेट्रो के अंदर खुलेआम धमकी लिखी जा रही है। देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली के सीएम पर हमला करने की खुलेआम धमकी लिखी जा रही है।'

चुनाव आयोग को लिखा जा रहा पत्र

राजीव चौक मेट्रो स्टेशन की तस्वीर दिखाते हुए संजय सिंह ने कहा कि 'तीन बार के निर्वाचित सीएम को खुलेआम हमला करने की, मारने की धमकी दी जा रही और हर तरफ सन्नाटा है। इस संबंध में सांसद, विधायकों और मंत्रियों की तरफ से चुनाव आयोग को पत्र लिखा जा रहा है। अगर केजरीवाल जी को खरोच भी आती है तो इसके लिए सीधे तौर पर पीएमओ, भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी जिम्मेदार होंगे। यह पहले से ही आगाह कर दे रहे हैं आपको।' बता दें कि दिल्ली के पटेल नगर और राजीव चौक पर दिल्ली के सीएम को जान से मारने की धमकी लिखी गई है। आम आदमी पार्टी ने अपने एक्स हैंडल पर भी इन तस्वीरों को शेयर किया है।

छत्तीसगढ़ में भीषण सड़क हादसा, 30 फीट गहरी खाई में गिरा वाहन, 18 की मौत

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छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के कुकदुर में सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक पिकअप वाहन पलटने से 18 लोगों की मौत हो गई।करीब 40 मजदूरों से भरी पिकअप सड़क से उतरकर 20 फीट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 18 पुरुषों और महिलाओं की मौत हुई है। बाकी घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।हादसा बैलेंस बिगड़ने के कारण हुआ। तेज स्पीड के कारण बैलेंस बिगड़ा और पिकअप खाई में लुढ़क गई।

बताया जा रहा है कि बैगा आदिवासी तेंदूपत्ता तोड़कर वापस लौट रहे थे। उसी समय बाहपानी के पास खाई में पिकअप वाहन जा गिरी।सभी कुई के रहने वाले बताये जा रहे हैं। यह मामला पंडरिया के कुकदूर थाने का इलाके का है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाहपानी गांव के करीब हुआ है। उन्होंने बताया कि कुई गांव के रहने वाले ग्रामीण तेंदूपत्ता एकत्र करने गए थे और जब वे एक पिकअप वाहन में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे तभी बाहपानी गांव के करीब वाहन एक खाई में गिर गया जिससे उसमें सवार कई लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।

घटनास्थल की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें जमीन पर चारों तरफ इधर-उधर आदिवासी मजदूरों की लाशें बिखरी पड़ी हुई हैं। खाई में गिरने के बाद पिकअप के ऐसे परखच्चे उड़े थे कि आप मजदूरों की लाशों की हालत का अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। घटनास्थल पर तेंदू पत्तों की गठरियों और मजदूरों की लाशें एक जैसी बिखरी पड़ी हुई थीं। घटनास्थल पर इन लोगों की मदद करने आए लोगों को यह समझ में नहीं रहा था कि वह इस स्थिति में क्या करें। वहीं वीडियों में कई लोगों के रोने, चिखने और चिल्लाने की भी आवाजें आ रही हैं।

हादसे पर सीएम साय ने दुख जताते हुए कहा कि कबीरधाम जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी गांव के पास पिकअप पलटने से 18 ग्रामीणों के निधन एवं 7 के घायल होने का दुःखद समाचार प्राप्त हो रहा है। घायलों के बेहतर इलाज के आवश्यक निर्देश ज़िला प्रशासन को दिए गए हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।

स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, चिराग पासवान जैसे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज

सात चरण के लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के लिए मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ। आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 49 निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य-39; एसटी-03; एससी-07) में 695 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए आज मतदान हो रहे है। निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या के लिहाज से यह सबसे छोटा चरण है, जिसके लिए मतदान होगा। ओडिशा विधानसभा के 35 विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी सोमवार को एक साथ मतदान होगा।

वर्तमान में पांचवें चरण में जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव चल रहे हैं वे हैं झारखंड (3), ओडिशा (5), उत्तर प्रदेश (14), बिहार (5), महाराष्ट्र (13), पश्चिम बंगाल (7), लद्दाख (1) और, जम्मू और कश्मीर (1) जब सोमवार को 49 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान बंद हो जाएगा, तो 19 अप्रैल को शुरू होने वाले चुनावों में लोकसभा की 543 सीटों में से 428 सीटों पर मतदान हो चुका होगा।

पांचवें चरण में कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी से दूसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रही हैं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ) और पीयूष गोयल (मुंबई उत्तर), कांग्रेस नेता राहुल गांधी (राय) शामिल हैं। बरेली), एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान (हाजीपुर), महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे (कल्याण), नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (बारामूला) और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (सारण)।

लोकसभा चुनाव 2024: चरण 5 के बारे में मुख्य तथ्य

8.95 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 4.69 करोड़ पुरुष, 4.26 करोड़ महिलाएं और 5,409 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं। लगभग 9.47 लाख मतदान अधिकारी 94,732 मतदान केंद्रों पर 8.95 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे। सभी की निगाहें उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर होंगी, जो कांग्रेस पार्टी के गांधी परिवार का पर्याय हैं। राहुल गांधी अपने पारिवारिक क्षेत्र रायबरेली से भाजपा के यूपी के बागवानी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। गांधी 2019 में स्मृति ईरानी से अमेठी सीट हार गए थे लेकिन केरल की वायनाड सीट जीत गए।

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए प्रचार शनिवार 18 मई को समाप्त हो गया। इस चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई थी।

चुनाव आयोग के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2024 में अब तक करीब 66.95 फीसदी मतदान हुआ है. चल रहे आम चुनावों के पहले चार चरणों के दौरान लगभग 451 मिलियन लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं।

आम आदमी पार्टी को विदेशों से मिले करोड़ो के अवैध फंड, ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट

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दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया गया है। ईडी की ओर से दावा किया गया है कि उनकी ओर से दाखिल की गई चार्जशीट 200 पेज की है। मामले में अब तक 8 चार्जशीट दायर की जा चुकी हैं। माना जा रहा है कि ईडी की चार्जशीट के बाद अरविंद केजरीवाल के अलावा पार्टी पदाधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस बीच ईडी ने गृह मंत्रालय को आम आदमी पार्टी की विदेशी फंडिंग से जुड़ी रिपोर्ट सौंपी है।

ईडी ने गृह मंत्रालय को बताया कि आम आदमी पार्टी को साल 2014 से 2022 के दौरान FCRA, RPA का उल्लंघन करते हुए विदेशों से फंडिंग मिली। आम आदमी पार्टी को कनाडा, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, सऊदी अरब, UAE, कुवैत, ओमान और कई दूसरे देशों से फंडिंग मिली है। ईडी ने गृह मंत्रालय को बताया कि सियासी दलों पर विदेशी चंदे पर लगे प्रतिबंधों से बचने के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने अकाउंट में पैसा देने वालों की पहचान को छुपाया। ये विदेशी फंडिंग सीधा आम आदमी पार्टी के IDBI बैंक में खुले अकाउंट में आया था। 

ईडी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेताओं में शामिल विधायक दुर्गेश पाठक का भी नाम शामिल है, जिन्होंने इस विदेशी फंडिंग को अपने पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर किया। विदेशों से फंड भेजने वाले अलग-अलग लोगों ने एक ही पासपोर्ट नंबर, क्रेडिट कार्ड, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया था।

बता दें कि राजनीतिक दल विदेशी चंदा नहीं ले सकते हैं। फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) और रिप्रेसेंटशन ऑफ पीपल एक्ट (RPA) के तहत सियासी दलों के लिए विदेशी फंडिंग लेने पर प्रतिबंध है और ये एक अपराध का श्रेणी में आता है।

4 संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादियों को अहमदाबाद में किया गया गिरफ्तार

गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चार संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से सभी श्रीलंकाई नागरिक हैं। गुजरात एटीएस संदिग्धों को गहन पूछताछ के लिए एक अज्ञात स्थान पर ले गई है। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उनकी उपस्थिति के पीछे का सटीक उद्देश्य स्पष्ट नहीं है।

कथित तौर पर आतंकवादी श्रीलंका से चेन्नई होते हुए अहमदाबाद पहुंचे। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, वे पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे। पूरे हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। क्वालीफायर और एलिमिनेटर खेलों के लिए अहमदाबाद हवाई अड्डे पर तीन आईपीएल टीमों के आगमन से पहले गिरफ्तारियां की गईं।

मार्च में, भारत में आईएसआईएस के दो शीर्ष नेताओं को बांग्लादेश से पार करने के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आईएसआईएस कैडरों की पहचान उत्तराखंड के देहरादून निवासी हरीश अजमल फारूकी और हरियाणा के पानीपत निवासी अनुराग सिंह उर्फ रेहान के रूप में हुई। दोनों व्यक्तियों को भारत में आईएसआईएस के अत्यधिक प्रशिक्षित और प्रेरित नेताओं के रूप में वर्णित किया गया था, जो भर्ती, आतंकी फंडिंग और तात्कालिक विस्फोटक उपकरणों (आईईडी) का उपयोग करके आतंकवादी कृत्यों की योजना बनाने सहित विभिन्न गतिविधियों में शामिल थे।

पुलिस अधिकारी ने कहा, "उन्होंने भारत भर में कई स्थानों पर आईईडी के माध्यम से भर्ती, आतंकी फंडिंग और आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिशों के माध्यम से भारत में आईएसआईएस के उद्देश्य को आगे बढ़ाया था।"

एसटीएफ के मुताबिक, इन दोनों के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), नई दिल्ली और एटीएस, लखनऊ द्वारा कई मामले दर्ज किए गए थे।

पिछले साल अक्टूबर में, संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी शाहनवाज उर्फ शफी उज्जमा, जो एनआईए की मोस्ट वांटेड सूची में था, को दिल्ली पुलिस ने आतंकवाद विरोधी एजेंसी की एक बड़ी कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया था। शाहनवाज पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में वांछित था और एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए विश्वसनीय जानकारी देने के लिए ₹3 लाख की इनाम राशि घोषित की थी।

जांच जारी है तबतक के लिए सुरक्षा बढ़ा गयी है , आज देश भर में पाचवे मतदान रहे हैं। झारखण्ड, महाराष्ट्र अन्य राज्यों 6 तक मतदान होंगे।

ईरानी राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर क्रैश पर कॉन्सपिरेसी थ्योरी, इजरायल-मोसाद पर उठ रही अंगुली

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ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है।इज़राइल-हमास युद्ध के बीच की आकस्मिक मौत ने मोसाद को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इब्राहिम रईसी रविवार (19 मई) को विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबुदल्लाहियन के साथ हेलीकॉप्टर में थे, जो दुर्गम घाटी में क्रैश हो गया। सोमवार (20 मई) को बचावकर्मियों को बड़ी मुश्किल से ड्रोन की मदद से हेलीकॉप्टर का मलबा मिला, जिसके कुछ देर बाद राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि कर दी गई। हादसे के लिए कोहरे को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, लेकिन कई लोगों को लगता है कि यह हादसा कोई साजिश भी हो सकती है, जिसमें किसी देश का हाथ होने की शंका जता जा रही है।

अजरबैजान सीमा के पास हेलिकॉप्‍टर हादसे के लिए के पीछे इजरायली की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ है। यह आशंका ऐसे समय पर जताई जा रही है जब ईरान और इजरायल के बीच बेहद तनावपूर्ण हालात हैं। पिछले दिनों इजरायल और ईरान दोनों ने एक-दूसरे पर जोरदार मिसाइल हमला भी किया था।

बता दें कि यह हादसा अजरबैजान और ईरान की सीमा के पास हुआ। अजरबैजान ईरान का पड़ोसी देश जरूर है लेकिन उसका तेहरान के कट्टर दुश्‍मन इजरायल के साथ बहुत ही करीबी संबंध है। इजरायल ने अजरबैजान को किलर ड्रोन से लेकर बड़े पैमाने पर हथियार दिया है। इन हथियारों के बल पर अजरबैजान ने अपने दुश्‍मन आर्मेनिया को नागर्नो कराबाख में हरा दिया था। यही वजह है कि अजरबैजान आज भी इजरायल के करीबी संबंध रखता है। यही नहीं अजरबैजान ने गाजा युद्ध के दौरान भी इजरायल की मदद की है। इसको देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस हादसे के पीछे इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ तो नहीं है। 

हालांकि, ईरान ने दुर्घटना में किसी भी तरह की गड़बड़ी का संकेत नहीं दिया है। लेकिन इस कॉन्सपिरेसी थ्योरी को हवा इजराइली जासूसी एजेंसी मोसाद की ईरान के अंदर हमला करने की असाधारण क्षमता के कारण मिल रही है। वहीं मोसाद को ईरान के खिलाफ खुफिया कार्रवाई के लिए जाना जाता है। मोसाद के बारे में कहा जाता है कि वह ईरान में कई हमले करा चुकी है। हालांकि मोसाद ने अभी तक किसी भी ईरानी राष्‍ट्राध्‍यक्ष को कभी भी निशाना नहीं बनाया है।

लेखक और विद्वान अरश अज़ीज़ी ने अटलांटिक मंथली ब्लॉग में लिखा, "यह खबर इतनी अविश्वसनीय थी कि इसे जासूसी थ्रिलर श्रृंखला, तेहरान पर एक एपिसोड के रूप में अधिक अर्थ दिया जा सकता था।" "29 जून को, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान के अंदर एक ऑपरेशन के विवरण का खुलासा किया। उसने दावा किया कि उसके एजेंटों ने हाल ही में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक ऑपरेटिव से पूछताछ की थी, जिसने साइप्रस में इजरायली नागरिकों को मारने की योजना बनाई थी। इजरायल ने दावा किया था इस पीएलए को विफल करने में मदद करने के लिए पहले ही साइप्रस को धन्यवाद दिया।

2022 में, मोसाद एजेंटों ने कथित तौर पर आईआरजीसी एजेंट मंसूर रसौली को ईरान में उनके घर पर हिरासत में लिया और पूछताछ की, जहां उन्होंने तुर्की में एक इजरायली राजनयिक, जर्मनी में तैनात एक अमेरिकी जनरल और फ्रांस में एक पत्रकार की हत्या की योजना की बात कबूल की थी। पिछले साल, मोसाद जासूस ने घोषणा की थी कि ईरानी क्षेत्र में एक विशेष अभियान में, उसने साइप्रस में इजरायली ठिकानों के खिलाफ एक योजनाबद्ध आतंकी हमले का नेतृत्व करने के लिए भेजे गए ईरानी आतंकवादी को पकड़ लिया था। मोसाद ने उस व्यक्ति का नाम यूसुफ शाहबाज़ी अब्बासल रखा था।