मध्यप्रदेश में नर्सिंग घोटाले मामले में आया नया ट्विस्ट,दिल्ली CBI की टीम ने भोपाल CBI अफसरों को किया गिरफ्तार

राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली से आई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने भोपाल CBI के 4 अफसरों को गिरफ्तार किया है. साथ ही रिश्वत देने वाले मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल, बीते 2 वर्षों से उच्च न्यायालय के आदेश पर CBI मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले की तहकीकात कर रही है. 

इसमें रविवार 19 मई को नया मोड़ आया जब दिल्ली से आई CBI अधिकारीयों ने भोपाल CBI के 4 अधिकारीयों को मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारियों से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक CBI का इंस्पेक्टर है, तो वहीं 2 एमपी पुलिस के अफसर हैं जो वर्तमान में डेप्युटेशन पर CBI को अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 

वही इसके अतिरिक्त, रिश्वत देने के आरोप में निजी नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन, प्रधानाचार्य एवं एक बिचौलिए को भी गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए अपराधियों को रविवार रात ही भोपाल स्थित CBI की विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 29 मई तक की रिमांड पर भेजा गया है.

बर्फीला तूफान, घने जंगल और ऊंची पहाड़ियां... इन हालात में क्रैश हुआ ईरानी राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर, सामने अाई तस्वीरें
इस बीच ईरान के राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश की कई तस्वीरें सामने आई हैं. ये तस्वीरें हेलिकॉप्टर क्रैश साइट और रेस्क्यू ऑपरेशन की हैं. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह से बारिश के बीच बर्फीले मौसम में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था. खराब मौसम के बीच पहाड़ी इलाकों में घंटों सर्च ऑपरेशन के बाद रेस्क्यू टीम ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के मलबे की पहचान की गई. दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा पूरी तरह से जला हुआ था. इस हादसे में राष्ट्रपति रईसी के अलावा ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है. राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर की खोज में शुरू किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बर्फीले मौसम के बीच पहाड़ियों में हेलिकॉप्टर को खोजना बहुत मुश्किल काम था. इस बीच बारिश ने रेस्क्यू टीम की दिक्कतों को और बढ़ा दिया. इस वजह से 17 से भी अधिक घंटों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा. इस दौरान विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी. हादसे की वजह ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में शुरुआती कारण खराब मौसम को बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से इस हेलिकॉप्टर की 'हार्ड लैंडिंग' हुई. तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हादसा घने कोहरे की वजह से हुआ. दुर्घटना तेहरान से करीब 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास हुआ. राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे, जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आए, लेकिन वह हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा जिसमें इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम भी सवार थे.

इस बीच ईरान के राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश की कई तस्वीरें सामने आई हैं. ये तस्वीरें हेलिकॉप्टर क्रैश साइट और रेस्क्यू ऑपरेशन की हैं. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह से बारिश के बीच

रूस और चीन की बढ़ती दोस्ती, क्या भारत को संबंधों के पुनर्मूल्यांकन की है जरूरत

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रूस के राष्ट्रपति पद की 5वीं बार शपथ लेने के बाद व्लादिमिर पुतिन अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान चीन पहुंचे थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 16 और 17 मई को चीन के दौरे पर थे।इस दौरान दोनों देशों ने व्यापक साझेदारी और रणनीतिक सहयोग' को गहरा करने के लिए एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए। जिसमें कई सुरक्षा मुद्दों पर अमेरिका का विरोध, ताइवान और यूक्रेन से लेकर उत्तर कोरिया तक हर चीज पर साझा दृष्टिकोण और नई शांतिपूर्ण परमाणु टेक्नोलॉजी और वित्त पर सहयोग की घोषणा की गई। 

यह हैरान करने वाली बात नहीं है कि पांचवी बार राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद पुतिन ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए चीन को चुना है।रूसी राष्ट्रपति की ये यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब दोनों देशों के रिश्ते अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं।

रूस के साथ समझौते को लेकर चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन और रूस के संबंधों का भविष्य उज्ज्वल है। जिनपिंग के अनुसार चीन और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के लिए विकास की व्यापक संभावनाएं तलाशी जाएंगी। शी जिनपिंग ने कहा कि उनके और पुतिन के बीच रूस और यूक्रेन में दो साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध को सुलझाने के लिए बातचीत की गई। चीन ने कभी भी सार्वजनिक रूप से रूस के यूक्रेन पर आक्रमण का समर्थन नहीं किया।

रूस और चीन के इस समझौते से पूरी दुनिया में हलचल है। दरअसल, रूस और चीन एक जैसी मानसिकता वाले देश हैं।रूस एक ऐसा देश है जो वर्तमान में यूक्रेन पर आक्रमण कर रहा है जबकि दूसरा चीन भारतीय क्षेत्र में बार-बार घुसपैठ का दोषी है। दोनों को लोकतांत्रिक ताइवान से भी समस्या है। चीन, ताइवान को लगातार डराता रहता है। उन्हें लगता है कि उत्तर कोरिया के साथ अन्याय हुआ है। कुल मिलाकर कहें तो, दोनों देश दुनियाभर में अराजकता के एक बड़े हिस्से के लिए वे ही जिम्मेदार हैं। इस बीच सवाल ये उठता है कि चीन और रूस के बीच के ये संबंध भारत को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

चीन आज भारत का मुख्य रणनीतिक प्रतिद्वंद्वी है, जबकि रूस के साथ हमारे ऐतिहासिक रक्षा संबंध हैं। लेकिन बीजिंग और मॉस्को की तरफ से अपने रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के साथ, भारत रूसी प्लेटफार्मों पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं कर सकती है। हथियार प्रणालियों में चल रहे विविधीकरण को तेज किया जाना चाहिए। इसकी वजह है कि भारत और चीन के बीच टकराव की स्थिति में, रूस अधिक से अधिक तटस्थ रहेगा या सबसे बुरी स्थिति में बीजिंग की सहायता करेगा। साथ ही, भारत के पास अभी भी अकेले लड़ने के लिए एकजुट ताकत नहीं है। इसलिए, हमें पश्चिम के साथ और अधिक निकटता से काम करना होगा। अब मास्को के साथ हमारे रणनीतिक संबंधों का पुनर्मूल्यांकन करने का समय आ गया है।

ईरान के साथ खड़ा है भारत', राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक

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पीएम नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक व्यक्त किया। रविवार को इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसमें उनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट X पर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ सैयद इब्राहिम रायसी के दुखद निधन से गहरा दुख एवं सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

दरअसल, ईरान के राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री एवं अन्य अफसरों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर रविवार को ईरान के उत्तर पश्चिमी भाग में पहाड़ी क्षेत्र में क्रैश हो गया था। तत्पश्चात, बड़े स्तर पर रेस्क्यू अभियान आरम्भ किया गया। सोमवार को ईरान की तरफ से राष्ट्रपति रईसी सहित हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मौत की पुष्टि की गई। 

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना पर गहरी चिंता जताई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, संकट की इस घड़ी में भारत ईरानी लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी बेल्ल 212 हेलीकॉप्टर (अमेरिका का) में सवार थे। उनके साथ एयरक्राफ्ट में विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान और 7 अन्य लोग थे। हेलीकॉप्टर के पीछे खराब मौसम को भी बड़ा कारण माना जा रहा है।

1991 के आर्थिक सुधार से आगे बढ़ने की जरूरत, कैपिटल मार्केट में बड़े रिफॉर्म पर सोचना होगा, तभी आएगा निवेश- CEA

भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि बढ़ती अर्थव्यवस्था की जरूरतें पूरी करने के लिए देश को पूंजी बाजार में और सुधार करने की जरूरत है.

कहा पूंजी बाजार में और सुधार करने की जरूरत है. कैपिटल मार्केट में सुधार के दूसरे चरण के बारे में सोचना होगा. 1991 में पूंजी बाजार में सुधारों की शुरुआत हुई थी. नागेश्वरन ने उद्योग मंडल सीआईआई के एनुअल बिजनेस समिट में कहा, ‘‘कैपिटल मार्केट रिफॉर्म पिछले तीन दशकों में प्रौद्योगिकी के सबसे सफल सुधारात्मक कदमों में से एक रहा है. लेकिन हम एक ऐसे मोड़ पर हैं जहां हमें इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है इसीलिए पूंजी बाजार में सुधार के दूसरे चरण के बारे में सोचना होगा.’’

वर्ष 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने पूंजी बाजार सुधारों की शुरुआत की थी. इस क्रम में पूंजी बाजार के कुशल विनियमन और विकास के लिए 1992 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की स्थापना की गई थी.

इक्विटी के माध्यम से निवेश की जरूरत

सीईए ने यह भी कहा कि देश को समग्र और व्यापक तस्वीर के लिए लक्ष्य के अनुरूप निवेश को लेकर अनुमान लगाने की आवश्यकता है. इस निवेश को डेट और इक्विटी के माध्यम से पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि भारत कुछ महीनों में जेपी मॉर्गन सरकारी बॉन्ड सूचकांक में शामिल होगा…उसके बाद जनवरी 2025 से हम ब्लूमबर्ग बॉन्ड सूचकांक का भी हिस्सा होंगे. इससे देश में पूंजी आएगी.’

नागेश्वरन ने कहा कि भारत को विदेशी पूंजी प्रवाह पर निर्भरता को लेकर बहुत सावधान रहना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘अगले तीन से पांच साल में हमें वैश्विक वित्तपोषण पर निर्भरता की सीमा के बारे में सतर्क रहने की जरूरत है. लेकिन 2047 की यात्रा के दूसरे चरण में मुझे लगता है कि हमारे लिए विदेशों से बड़ी मात्रा में पूंजी लेने के अवसर होंगे.’’

स्वाति मालीवाल केस: फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया घटना वाले दिन पहनी हुई स्वाति मालीवाल का कुर्ता और जींस

डेस्क: आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से सीएम हाउस में मारपीट के मामले में नया अपडेट सामने आया है। घटना के वक्त स्वाति मालीवाल ने जो कुर्ता और जींस पहना हुआ था, उसे पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।

आरोपी बिभव कुमार हो चुके हैं गिरफ्तार

राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से कथित तौर पर मारपीट का मामला गरमाया हुआ है। पुलिस सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है। इस बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि सीएम हाउस के घर के सीसीटीवी फुटेज के साथ खिलवाड़ किया गया है और ऐसा बताया जा रहा है कि बिभव कुमार के मोबाइल फोन को भी फॉर्मेट किया गया है। ऐसे में अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।

स्वाति ने सोशल मीडिया पर कही थी ये बात 

हालही में स्वाति मालीवाल ने अप्रत्यक्ष तौर पर अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार पर निशाना साधा था। स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट को शेयर किया था। पोस्ट शेयर करते हुए स्वाति मालीवाल ने लिखा, "किसी दौर में हम सब निर्भया को इंसाफ़ दिलाने के लिए सड़क पर निकलते थे, आज 12 साल बाद सड़क पर निकले हैं ऐसे आरोपी को बचाने के लिए जिसने CCTV फुटेज गायब किए और Phone format किया? काश इतना जोर मनीष सिसोदिया जी के लिए लगाया होता। वो यहां होते तो शायद मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता। पार्टी में कल के आए नेताओं से 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को BJP का एजेंट बता दिया। दो दिन पहले पार्टी ने PC में सब सच कबूल लिया था और आज U-Turn।"

स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट क्या कहती है?

स्वाति मालीवाल की मेडिकल रिपोर्ट में साफ है कि उनके बाएं पैर में चोट है और राइट आंख के नीचे भी चोट के निशान हैं। स्वाति मालीवाल के शरीर पर कुल चार जगह चोट के निशान हैं। इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट में किसी हथियार से मारपीट की कोई पुष्टि नहीं हुई है। वहीं स्वाति जब मेडिकल कराने के लिए अस्पताल पहुंचीं तो उन्होंने बताया था कि उनके सिर पर हमला किया गया। इसके बाद वो गिर पड़ीं, जिसके बाद पैरों से उनके पेट में, पैर में, पेल्विस पर और चेस्ट पर मारा गया।

किस हेलिकॉप्टर में सवार थे ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, जानें अमेरिका से क्या है कनेक्शन

#ebrahimraisiwasonboardonusmadebell212_helicopter

स वक्त पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है।हेलिकॉप्टर क्रैश होने से ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई है। रईसी के साथ इस हादसे में विदेश मंत्री हुसैन सहित और 9 लोग मारे गए। रविवार को रईसी का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ था। तब से लगातार सर्च ऑपरेशन जारी था। इस घटना के बाद से 17 घंटे तक पूरी दुनिया में हलचल मची रही।

अमेरिका मेड है यह हेलिकॉप्टर बेल 212

ईरानियन स्टूडेंट्स न्यूज एजेंसी और अलजजीरा का दावा है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी 15 सीटों वाले बेल 212 हेलिकॉप्टर में सवार थे। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलिकॉप्टर की तस्वीरों और वीडियो से इस बात की पुष्टि होती है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके साथी अमेरिका मेड बेल 212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे। बेल टेक्सट्रॉन इंक द्वारा निर्मित यह बेल 212 हेलिकॉप्टर इसके आइकॉनिक मॉडलों में से एक है, जो इसे बेल टेक्सट्रॉन के हेलिकॉप्टर लाइनअप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है। यहां बताना जरूरी है कि बेल टेक्सट्रॉन इंक अमेरिकी एयरोस्पेस निर्माता है, जिसका हेडक्वार्टर टेक्सास के फोर्ट वर्थ में है। इसी कंपनी की यह बेल 212 हेलिकॉप्टर है।

ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ हेलिकॉप्टर पर विदेश मंत्री और अन्य अधिकारियों भी सवार थे। रविवार को यही हेलिकॉप्टर देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी अजरबैजान के पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पूर्वी अजरबैजान प्रांत ईरान के 31 प्रांतों में से एक है। यह ईरानी अजरबैजान में स्थित है, जो आर्मेनिया, अजरबैजान गणराज्य, अर्दबील प्रांत, पश्चिम अजरबैजान प्रांत और जंजन प्रांत की सीमा पर है।

हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत, हादसे में विदेश मंत्री समेतकुल 9 लोगों ने गंवाई जान*
#iran_president_ebrahim_raisi_died_in_helicopter_crash ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है। ईरान की कई समाचार एजेंसियों ने पुष्टि की है कि रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान के साथ हेलीकॉप्टर में सवार अन्य लोगों की मौत हो गई है।जानकारी के मुताबिक, इस हेलिकॉप्टर में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अलावा विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान के अयातुल्ला अल-हाशेम और पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती के साथ अंगरक्षक भी सवार थे। हादसे में सभी की मौत हो गई है। *एक्सपर्ट ने बताई हादसे की वजह* फ्लाइट एक्सपर्ट काइल बेली का कहना है कि राष्ट्रपति का विमान उड़ाने वाले पायलट आमतौर पर कुशल और अनुभवी होते हैं, लेकिन हेलीकॉप्टर एक बहुत जटिल मशीन है। उन्होंने अल जजीरा को बताया, 'जब आप उड़ान भरते हैं और मौसम साफ होता है तो सब ठीक है, लेकिन समस्या तब होती है जब पायलट पहाड़ी, ऊबड़-खाबड़ और जंगली इलाके में होते हैं और उन जगहों पर अचानक कोहरा विकसित हो सकता है जहां आपको इसकी उम्मीद नहीं होती है। रईसी ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हुई है। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना उजी के पास हुई है।
पांचवें चरण में इन बड़े चेहरों की अग्निपरीक्षा, मोदी सरकार के ये मंत्री भी मैदान में*
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लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए आज कुल 49 सीटों पर मतदान हो रहा है। पांचवे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर है। इनमें पीयूष गोयल(मुंबई उत्तर), साध्वी निरंजन ज्योति(फतेहपुर), शांतनु ठाकुर(बनगांव), एलजेपी के रामविलास पासवान(हाजीपुर), शिवसेना के श्रीकांत शिंदे(कल्याण) और बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य(दोनों सारण) हैं।पांचवें चरण में केंद्र सरकार के पांच मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। उनके अलावा स्मृति इरानी, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति और भानु प्रताप वर्मा के भाग्य का फैसला भी आज मतदाताओं को करना है। *पांचवें चरण में ये केंद्रीय मंत्री मैदान में* *राजनाथ सिंह:* उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। भाजपा नेता के सामने सपा ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके मेहरोत्रा फिलहाल लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं। बसपा ने लखनऊ सीट से सरवर मलिक को प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में सीट पर भाजपा से राजनाथ सिंह जीते थे। 2019 में लखनऊ सीट पर 54.78% मतदान दर्ज किया गया था। *स्मृति ईरानी:* केंद्रीय मंत्री और अमेठी की मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी एक बार फिर भाजपा के टिकट पर यहां से मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने नामांकन के आखिरी दिन गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया। बसपा ने यहां नन्हे सिंह चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019 में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त दी थी। पिछले चुनाव में यहां 54.08% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। *पीयूष गोयल:*मुंबई उत्तर मुंबई की हाई प्रोफाइल सीट है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनावी मैदान में उतारा है। गोयल अभी महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप उनके पास कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण जैसे अहम विभाग हैं। पीयूष गोयल के सामने कांग्रेस ने भूषण पाटिल को उतारा है। भूषण अभी मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं। 2019 में मुंंबई उत्तर सीट पर भाजपा के गोपाल शेट्टी को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में यहां 60.09% मतदान दर्ज किया गया था। *कौशल किशोर:* पांचवें चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर है उनमें कौशल किशोर भी शामिल हैं। कौशल किशोर उत्तर प्रदेश की मोहनलालगंज सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। वहीं, सपा से आरके चौधरी और बसपा से राजेश कुमार उतरे हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा के कौशल किशोर ने जीत का परचम लहराया था। पिछले चुनाव में मोहनलालगंज सीट पर 62.79% मतदान हुआ था। *साध्वी निरंजन ज्योति:* उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीट से मोदी सरकार की एक और मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति चुनाव लड़ रही हैं। साध्वी निरंजन मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री हैं। इस चुनाव में फतेहपुर से सपा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे नरेश उत्तम पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं इस लड़ाई में बसपा भी शामिल है जिसने नर्सिंग होम संचालक डॉ. मनीष सिंह सचान को मैदान में उतारा है। 2019 में भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में फतेहपुर सीट पर 56.79% मतदान हुआ था। *शांतनु ठाकुर:* इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की कई सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसी ही एक सीट है बनगांव, जहां से केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर भाजपा के उम्मीदवार हैं। शांतनु अभी बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री के पद पर हैं। उनके सामने टीएमसी से बिस्वजीत दास जबकि कांग्रेस से प्रदीप कुमार बिस्वास हैं। 2019 में भाजपा के शांतनु ठाकुर को जीत मिली थी। बीते चुनाव में बनगांव सीट पर 82.64% लोगों ने वोटिंग की थी।
पांचवें चरण में इन बड़े चेहरों की अग्निपरीक्षा, मोदी सरकार के ये मंत्री भी मैदान में

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लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए आज कुल 49 सीटों पर मतदान हो रहा है। पांचवे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर है। इनमें पीयूष गोयल(मुंबई उत्तर), साध्वी निरंजन ज्योति(फतेहपुर), शांतनु ठाकुर(बनगांव), एलजेपी के रामविलास पासवान(हाजीपुर), शिवसेना के श्रीकांत शिंदे(कल्याण) और बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य(दोनों सारण) हैं।पांचवें चरण में केंद्र सरकार के पांच मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। उनके अलावा स्मृति इरानी, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति और भानु प्रताप वर्मा के भाग्य का फैसला भी आज मतदाताओं को करना है।

पांचवें चरण में ये केंद्रीय मंत्री मैदान में

राजनाथ सिंह: उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। भाजपा नेता के सामने सपा ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके मेहरोत्रा फिलहाल लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं। बसपा ने लखनऊ सीट से सरवर मलिक को प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में सीट पर भाजपा से राजनाथ सिंह जीते थे। 2019 में लखनऊ सीट पर 54.78% मतदान दर्ज किया गया था। 

स्मृति ईरानी: केंद्रीय मंत्री और अमेठी की मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी एक बार फिर भाजपा के टिकट पर यहां से मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने नामांकन के आखिरी दिन गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया। बसपा ने यहां नन्हे सिंह चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019 में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकस्त दी थी। पिछले चुनाव में यहां 54.08% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। 

पीयूष गोयल:मुंबई उत्तर मुंबई की हाई प्रोफाइल सीट है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को चुनावी मैदान में उतारा है। गोयल अभी महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप उनके पास कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण जैसे अहम विभाग हैं। पीयूष गोयल के सामने कांग्रेस ने भूषण पाटिल को उतारा है। भूषण अभी मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं। 2019 में मुंंबई उत्तर सीट पर भाजपा के गोपाल शेट्टी को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में यहां 60.09% मतदान दर्ज किया गया था।

कौशल किशोर: पांचवें चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर है उनमें कौशल किशोर भी शामिल हैं। कौशल किशोर उत्तर प्रदेश की मोहनलालगंज सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं। वहीं, सपा से आरके चौधरी और बसपा से राजेश कुमार उतरे हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा के कौशल किशोर ने जीत का परचम लहराया था। पिछले चुनाव में मोहनलालगंज सीट पर 62.79% मतदान हुआ था। 

साध्वी निरंजन ज्योति: उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीट से मोदी सरकार की एक और मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति चुनाव लड़ रही हैं। साध्वी निरंजन मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री हैं। इस चुनाव में फतेहपुर से सपा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे नरेश उत्तम पटेल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं इस लड़ाई में बसपा भी शामिल है जिसने नर्सिंग होम संचालक डॉ. मनीष सिंह सचान को मैदान में उतारा है। 2019 में भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति को जीत मिली थी। पिछले चुनाव में फतेहपुर सीट पर 56.79% मतदान हुआ था। 

शांतनु ठाकुर: इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की कई सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसी ही एक सीट है बनगांव, जहां से केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर भाजपा के उम्मीदवार हैं। शांतनु अभी बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री के पद पर हैं। उनके सामने टीएमसी से बिस्वजीत दास जबकि कांग्रेस से प्रदीप कुमार बिस्वास हैं। 2019 में भाजपा के शांतनु ठाकुर को जीत मिली थी। बीते चुनाव में बनगांव सीट पर 82.64% लोगों ने वोटिंग की थी।