बीमार हुए स्वास्थ्य उपकेंद्र,जनता का स्वास्थ्य राम भरोसे
अमृतपुर फर्रुखाबाद। जनता के स्वास्थ्य की चिंता सरकार को हमेशा से रहती है।किसी भी पार्टी की केंद्र या प्रदेश में सरकार हो स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए सभी सरकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।प्रत्येक नागरिक स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठाएं इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र एवं इन्हीं के सानिध्य में संचालित होने वाले उपकेंद्रों का निर्माण कराया गया।
जिसके लिए सरकार ने करोड़ों खर्च किए।यहां एमबीबीएस डॉक्टर से लेकर बीएएमएस एवं एनम की तैनाती भी की गई।दूर दराज से मरीजों को लाने और उन्हें उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकारी एंबुलेंस का प्रयोग किया गया।परंतु इन स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर व एनम की तैनाती तो हो गई लेकिन वह समय से पहुंचते हैं या नहीं सीएससी खुलते हैं या नहीं,मरीज को दवाइयां मिल रही है अथवा उनमें ताले लटक रहे हैं इन सब की जानकारी करने वाला विभाग कुंभकरण की नींद में सो रहा है।ऐसी स्थिति में इन स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात CHO घर में बैठकर ही सरकारी सैलरी का आनंद उठाते हैं।स्वास्थ्य उप केंद्र खंडोली इसी भ्रष्टाचार का शिकार बना हुआ है।यहां पर सीएचओ कृष्णकांत और एक एनम की तैनाती है।
परंतु ग्रामीणो के अनुसार न तो इसे खोला जाता है और न ही यहां से दवाइयां मिल पाती है। जब इस बारे में राजेपुर के स्वास्थ्य प्रभारी डॉक्टर आरिफ सिद्दीकी से जानकारी ली गई तो वह कृष्णकांत का नाम बताने के अलावा एनम के नाम की जानकारी भी नहीं दे सके।उनका कहना था कि उपकेंद्र चलाने वाले डॉक्टर इस समय छुट्टी पर है और छुट्टी की बात यह महोदय पिछले वर्ष से देते चले आ रहे हैं।जबकि ग्रामीणों का कहना ठीक इसके विपरीत है।
सच्चाई क्या है यह तो स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर सिद्दीकी और उप केंद्र संचालित करने वाले ही जान पाएंगे। अगर जांच हुई और इसकी तह तक जांचकर्ता पहुंचा तो सच्चाई सामने आने में देर नहीं लगेगी और उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते स्वास्थ्य को लेकर जो खेल खेला जा रहा है उसके पीछे कहीं न कहीं पर भ्रष्टाचार गहराई तक अपने पैर पसारता जा रहा है।
May 16 2024, 19:14