दिल्ली के चांदनी चौक की इमारत में भीषण आग, फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियों ने पाया काबू

डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में एक इमारत में भीषण आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, समय रहते दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग को फैलने से रोक लिया गया। आग बुझाने के बाद इमारत को ठंडा करने का काम भी किया गया फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां आग को काबू करने के लिए मौके पर पहुंचीं। दरीबा बाजार में किनारी बाजार के कुचा आलम चंद में तीरथ राम राजेंद्र कुमार की बिल्डिंग में आग लगी थी और उन्हें काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं लगाया जा सका है। यह इमारत काफी भीड़भाड़ वाले इलाके में है। ऐसे में आग फैलने की आशंका बहुत ज्यादा थी और ऐसा होने पर जान-माल के भारी नुकसान का खतरा था। हालांकि, समय रहते आग को काबू कर लिया गया। लगातार तापमान बढ़ने से आग लगने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में प्रशासन की तरफ से सभी को सावधानी रखने की सलाह दी जाती है।

PoK में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने शुरु किया विद्रोह, जमकर चली गोलियां

डेस्क: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने विद्रोह शुरु कर दिया है. ऐसी स्थिति में पीओके में युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. शुक्रवार को भारी संख्या में कश्मीरी पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए के लोग प्रदर्शन करते हैं, जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने कश्मीरियों की आवाज को दबाने के लिए भारी फोर्स तैनात कर दी. इस दौरान कश्मीरियों के ऊपर फायरिंग करने की भी खबरें सामने आई हैं. कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी बल रायफल से गोली दाग रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीओके में पाकिस्तानी सरकार की तरफ से लगाए गए टैक्स और महंगाई के खिलाफ 11 मई को प्रदर्शन होना था. लेकिन पाकिस्तानी शासन ने एक दिन पहले ही भारी संख्या में फोर्स बुलाकर लोगों को हिरासत में लेना शुरु कर दिया, जिसके बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा. रिपोर्ट के मुताबिक, बगैर किसी सूचना और वारंट के पाकिस्तान की पुलिस ने विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए शुक्रवार को 70 से अधिक लोगों को मीरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया. 

मीरपुर में लगाई गई धारा 144

मीरपुर जिले में हुई भारी संख्या में गिरफ्तारी के बाद पीओके की जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शन कारियों में काफी तनाव देखने को मिला. गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बलों के ऊपर पत्थर फेंके, इस दौरान कई जगहों पर झड़प हुई. एएनआई के मुताबिक, झड़प के बाद कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शन को कुचलने के लिए पाकिस्तान हिंसा का सहारा ले रहा है. प्रांतीय प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती की है, जिसमें पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के जवानों को भी लगाया गया है.

स्कूल में गिरे आंसू गैस के गोले

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मार्च निकालने का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए कमेटी के 70 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. पाकिस्तानी बलों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं, जो एक स्कूल के अंदर गिरे हैं. इसमें कई लड़कियों के घायल होने की खबर है.

पीएम नरेंद्र मोदी के रिटायरमेंट पर उठ रहे सवाल, विपक्षी दलों ने अमित शाह के बयान पर की टिप्पणी

डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आने के बाद शनिवार को पहली बार चुनावी सभा करने पहुंचे। दिल्ली में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरे कार्यकाल में अगर भाजपा जीतकर आती है तो ये लोग योगी आदित्यनाथ को हटा देंगे, जैसे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को हटाया था। इस बाबत न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि INDI गठबंधन को पता है कि हम(NDA) 400 पार करने जा रहे हैं और मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। इसलिए इस तरह की भ्रांतियां फैला रहे हैं। 

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिया बयान

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं जनता के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। नरेंद्र मोदी ही 2029 तक नेतृत्व करेंगे और नरेंद्र मोदी ही आने वाले चुनाव का भी नेतृत्व करेंगे। INDI गठबंधन के लिए कोई अच्छा समाचार नहीं है। उन्हें ज्यादा परिश्रम करना चाहिए, भ्रष्टाचार बंद करना चाहिए। इस प्रकार के झूठे भ्रम फैलाकर वे चुनाव नहीं जीत सकते। इसपर राजद नेता मनोज झा ने कहा कि जिस दल में व्यक्ति दल से बड़ा हो जाए वहां ऐसा होता है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी रिटायर करा दिए गए लेकिन प्रधानमंत्री नहीं रिटायर होंगे क्योंकि यहां व्यक्ति दल से बड़ा है। 

योगी आदित्यनाथ के रिटायरमेंट पर क्या बोले मनोज झा

मनोज झा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने यहा भी कहा था कि योगी आदित्यनाथ को 2 महीने में हटा दिया जाएगा लेकिन इसका किसी ने खंडन नहीं किया मतलब प्लान पक्का है। अगर अरविंद केजरीवाल की एक बात का खंडन किया जा रहा है तो दूसरी बात का क्यों नहीं? वहीं राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि 75 वर्ष के बाद मार्गदर्शक मंडल में डाले जाने का नियम किसने बनाया था। लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी समेत तमाम नेताओं को यही कहकर मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया था। अब जब पीएम मोदी के 75 वर्ष के बाद मार्गदर्शक मंडल में जाने पर कहा गया तो सफाई दी जा रही है।

चौथे चरण में इन 96 लोकसभा सीटों पर होगी पोलिंग, यहां देखें राज्य और लोकसभा की पूरी सीटें

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण के लिए 13 मई को मतदान कराया जाएगा। इस दौरान 9 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की कुल 96 सीटों पर मतदान किया जाएगा। इस बाबत चुनाव प्रचार थम चुका है। चुनावी मैदान में एक से बढ़कर एक उम्मीदवार हैं। कन्नौज से अखिलेश यादव को बहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी और यूसुफ पठान चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच अब हम आपको बताएंगे कि चौथे चरण किन 96 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। 

चौथे चरण में इन लोकसभा सीटों पर होगी पोलिंग

उत्तर प्रदेश: बहराईच, अकबरपुर, कानपुर,सीतापुर, धरुहरा, खीरी, शाहजहांपुर, कन्नौज, इटावा, फर्रुखाबाद, उन्नाव, मिश्रिख हरदोई। 

बिहार: समस्तीपुर, उजियारपुर, दरभंगा, मुंगेर, बेगुसराय।

मध्य प्रदेश: इंदौर, खरगोन, खंडवा, देवास, उज्जैन, रतलाम, धार, मंदसौर।

आंध्र प्रदेश: कडप्पा, अनंतपुर, हिंदूपुर, चित्तूर, राजमपेट, तिरुपति, नेल्लोर, कुरनूल, नंद्याल, ओंगोल, बापटला, नरसरावपेट, गुंटुर, विजयवाड़ा, मछलीपट्टनम, एलुरु, नरसापुरम, राजमुंदरी, अमलापुरम, काकीनाडा, विसाखापत्तनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम, अराकू।

महाराष्ट्र: औरंगाबाद, जालना, रावेर, जलगांव, नंदुरभार, बीड, शिरडी, अहमदनगर, शिरूर, पुणे, मावल।

जम्मू और कश्मीर: श्रीनगर

तेलंगाना: खम्मम, महबूबाबाद, वारंगल, भोंगिर, नागरकुर्नूल, नलगोंडा, महबूबनर, चेवेल्ला, निजामाबाद, करीमनगर, पेद्दापल्ली, आदिलाबाद, हैदराबाद, सिकंदराबाद, मल्काजगिरी, मेडक, जहीराबाद । 

पश्चिम बंगाल: बीरभूम, बोलपुर, आसनसोल, कृष्णानगर, बहरामपुर, बर्धमान-दुर्गापुर, बर्धमान पूर्व, राणाघाट।

ओडिशा: नबरंगपुर, कालाहांडी, कोरापुट, बेरहामपुर।

झारखंड: खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम, पलामू

बंगाल में हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक', पीएम मोदी ने ममता बनर्जी और कांग्रेस पर साधा निशाना

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण का मतदान 13 मई को होने वाला है। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी रविवार 12 मई को पश्चिम बंगाल के दौरे पर फिर से पहुंच रहे हैं। दरअसल पीएम मोदी नॉर्थ 24 परगना जिले के बैरकपुर, हावड़ा के पंचला और हुगली जिले के चिनसुराहा और पुरसुरा में चुनावी रैलियां करने वाले हैं। बता दें कि चुनाव प्रचार में शामिल होने के लिए पीएम मोदी शनिवार की रात कोलकाता पहुंचे थे। बता दें कि बैरकपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस व टीएमसी पर खूब निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट देने के अपील की। 

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि बंगाल में इस बार एक अलग ही माहौल है। कुछ अलग ही होने जा रहे हैं। 2019 की सफलता से कहीं ज्यादा बड़ी सफलता इस बार भाजपा को मिलने जा रही है। पूरा देश जो कह रहा है, बंगाल को जोरों से कह रहा है। पूरा बंगाल कह रहा है, आबार एकबार। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 50-60 साल तक कांग्रेस परिवार ने ही सरकारें चलाई हैं। कांग्रेस शासन में पूर्वी भारत को गरीबी और पलायन मिला। पश्चिम बंगाल हो, बिहार हो, झारखंड हो, ओडिशा, आंध्र प्रदेश हो, जितने बड़े और सामर्थ्यवान राज्य हैं। ये राज्य ऐसे हैं जहां अपार खनिज संपदा है। कोयले के भंडार इन राज्यों में भरे पड़े हैं। किसी राज्य के पास समुद्र की ताकत है। ब्लू इकोनॉमी और पोर्ट की ताकत है। किसी के पास अथाह उपजाऊ भूमि है। किसी के पास पर्यटन के लिए पूरे देश में सबसे ज्यादा क्षमता है। बावजूद इसके कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों ने पूर्वी भारत को पिछड़ा ही छोड़ दिया।

बंगाल में काम का नाम लेना गुनाह

पीएम मोदी ने कहा कि आज बंगाल में स्थिति ये है कि बंगाल में अपनी आज्ञा का पालन करना भी गुनाह हो गया है। बंगाल में टीएमसी सरकार काम का नाम नहीं लेने देती। बंगाल में टीएमसी की सरकार राम नवमी नहीं मनाने देती। कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों ने भी राम मंदिर के विरूद्ध मोर्चा खोल रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि क्या टीएमस, कांग्रेस और लेफ्ट के हाथ में महान देश सौंपा जा सकता है क्या। ये देश उन्हें दे सकते हैं क्या? उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी अलायंस के लोग कहते हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो। टीएमसी के नेता ने कहा कि हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे। सोचिए इतनी हिम्मत, इतना साहत ये हो किसके सहारे रहा है। 

टीएमसी सरकार ने हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। तुष्टिकरण की जिद्द में इंडी गठबंधन एससी, एसटी और ओबीसी को मिलने वाला आरक्षण भी छीनना चाहता है। ये लोग कह रहे हैं कि आरक्षण अब मुसलमानों को दिया जाए। वो भी आधा-अधूरा या थोड़ा सा नहीं, बल्कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए। पीएम मोदी बोले कि क्या ये देश दलितों के साथ अन्यया स्वीकार करेगा, क्या आदिवासियों, पिछड़ों के साथ अन्याय स्वीकार करेगा। बंगाल के हमारे भाई बहन आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता देने का कानून है नागरिकता लेने का कानून नहीं।

पीएम मोदी ने बंगाल में दी पांच गारंटी 

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए 5 गारंटी दी। पीएम मोदी ने कहा कि पहली गारंटी है कि जबतक देश में मोदी है, तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं मिलेगा। दूसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तब तक एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण कोई छीन नहीं पाएगा। तीसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तक तक राम नवमी के त्योहार को कोई रोक नहीं पाएगा। चौथी गारंटी है कि जबतक मदी है राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोई भी पलट नहीं पाएगा। पांचवी गारंटी है कि जब तक मोदी है तब तक सीएए कानून को भी कोई पलट नहीं पाएगा।

राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सार्वजनिक बहस का निमंत्रण स्वीकार किया; भाजपा की प्रतिक्रिया: 'वह कौन है?

कांग्रेस के राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उन्हें या पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने में खुशी होगी और उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निमंत्रण स्वीकार करेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत पलटवार करते हुए सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। राहुल गांधी ने कानून आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस ;(सेवानिवृत्त) मदन बी लोकुर को अपना जवाब ट्विटर पर साझा किया।अजीत पी शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस नेता और प्रधान मंत्री को पत्र लिखकर प्रमुख चुनावी मुद्दों पर बहस के लिए एक मंच पर आमंत्रित किया था। देश के नेताओं को संबोधित अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि बहस का प्रस्ताव गैर-पक्षपातपूर्ण और प्रत्येक नागरिक के व्यापक हित में था।

राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा, "प्रमुख पार्टियों के लिए स्वस्थ लोकतंत्र एक मंच से देश के सामने अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करना एक सकारात्मक पहल होगी।" उन्होंने कहा कि देश को उम्मीद है कि मोदी बहस में भाग लेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ निमंत्रण पर चर्चा की और वे इस बात पर सहमत हुए कि इस तरह की बहस से लोगों को "हमारे संबंधित दृष्टिकोण को समझने में मदद मिलेगी और वे एक सूचित विकल्प चुनने में सक्षम होंगे"।

राहुल गांधी ने निमंत्रण का जवाब देते हुए अपने पत्र में कहा, "हमारी संबंधित पार्टियों पर लगाए गए किसी भी निराधार आरोप को खत्म करना भी महत्वपूर्ण है। चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियों के रूप में, जनता अपने नेताओं से सीधे सुनने की हकदार है।"

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वह एक सार्थक और ऐतिहासिक बहस में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, "कृपया हमें बताएं कि क्या प्रधानमंत्री भाग लेने के लिए सहमत हैं, जिसके बाद हम बहस के विवरण और प्रारूप पर चर्चा कर सकते हैं।"

बीजेपी ने राहुल गांधी पर किया पलटवार

तेजस्वी सूर्या सहित कई भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के पत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह "कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें"।

“राहुल गांधी कौन हैं, कि पीएम मोदी को उनसे बहस करनी चाहिए? राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें। पहले उन्हें खुद को कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार घोषित करवाएं, कहें कि वह अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेंगे और फिर पीएम को बहस के लिए आमंत्रित करें। तब तक, हम किसी भी बहस में उन्हें शामिल करने के लिए अपने भाजयुमो प्रवक्ताओं को तैनात करने के लिए तैयार हैं,'' बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने एक्स पर पोस्ट किया।

पूर्व कांग्रेस नेता, जो अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, जयवीर शेरगिल ने भी इस मुद्दे पर राहुल गांधी पर हमला किया। संसद में राहुल गांधी का ट्रैक रिकॉर्ड: उपस्थिति: 51% राष्ट्रीय औसत: 79% बहस की संख्या: 8 राष्ट्रीय औसत: 46.7% उठाए गए प्रश्नों की संख्या: 99 राष्ट्रीय औसत: 210 , संसद से भाग रहे हैं, अमेठी से भाग रहे हैं, जवाबदेही से भाग रहे हैं लेकिन फिर भी खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस करने का "हकदार" महसूस कर रहे हैं? भगोड़े शौक़ीन नेताओं से बहस करना मोदी जी के समय के लायक नहीं है! जयवीर शेरगिल ने एक्स पर लिखा, स्पष्ट रूप से किसी ने भी राहुल गांधी को बुनियादी नियम 'पहले लायक फिर इच्छा' नहीं सिखाया।

 राहुल गांधी पर स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपा की लोकसभा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कहा, ''पहले , जिस व्यक्ति में अपने तथाकथित महल में एक सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, उसे घमंड करने से बचना चाहिए। दूसरा, जो बैठना चाहता है पीएम मोदी के साथ बराबरी करें और बहस करें, मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वह आईएनडीआई गठबंधन के पीएम उम्मीदवार हैं।''

'100 फीसदी तैयार': राहुल गांधी

शुक्रवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम में, दर्शकों के एक सदस्य के सवाल का जवाब देते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि वह बहस में नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए "100 प्रतिशत" तैयार थे और उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि प्रधान मंत्री सहमत नहीं होंगे।

आम आदमी पार्टी की बैठक शुरू, जेल से आने के बाद पहली बार विधायकों से मुलाकात कर रहे दिल्ली के सीएम केजरीवाल

 आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक बुलाई है। सीएम आवास पर होने वाली इस बैठक एजेंडा क्या होगा? यह अभी स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि बैठक में अरविंद केजरीवाल अपने सभी विधायकों से लोकसभा चुनाव सहित अन्य रणनीतियों पर चर्चा कर सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने इन शर्तों के साथ दी है अंतरिम जमानत

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को इन शर्तों के साथ अंतरिम जमानत दी है।

सीएम ऑफिस व सचिवालय जाने की नहीं अनुमति होगी।

केस में अपनी भूमिका के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे ।

इस केस से जुड़ी किसी सरकारी फाइल को भी नहीं देखेंगे।

मामले के किसी भी गवाह से संपर्क या बातचीत नहीं करेंगे।

किसी सरकारी फाइल पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे, जब तक एलजी से मंजूरी लेने के लिए ऐसा करना जरूरी न हो।

लोकसभा चुनाव 2024: यूपी की 13 सीटों पर कल होगा मतदान, इन बड़े नेताओं पर रहेगी नजर


डेस्क : देश भर में सात चरणों के तहत लोकसभा चुनाव होना है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत 13 सीट के लिए सोमवार को यानी कल मतदान होगा। इस चरण में जहां कन्नौज में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव तो वहीं खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसके अलावा यूपी की एक विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए मतदान होगा।

यूपी की 13 सीटों पर मतदान

बता दें कि चौथे चरण के तहत यूपी की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इनमें शाहजहांपुर (आरक्षित), खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई (आरक्षित), मिश्रिख (आरक्षित), उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा (आरक्षित), कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच (आरक्षित) लोकसभा सीटे शामिल हैं। इसमें से आठ सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 5 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इन सभी लोकसभा क्षेत्रों के लिए 130 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला 2 करोड़ 46 लाख से अधिक मतदाता करेंगे। 

ददरौल विधानसभा सीट पर उपचुनाव

इसके अलावा सोमवार को ही ददरौल (शाहजहांपुर जिला) विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होना है। ददरौल सीट पर उपचुनाव के लिए 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां भी मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा। ददरौल विधानसभा सीट पर 2022 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित मानवेंद्र सिंह का निधन हो गया था, इस वजह से यहां पर उप चुनाव कराया जा रहा है। यहां भाजपा ने दिवंगत मानवेंद्र सिंह के पुत्र अरविंद सिंह और सपा ने पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 

इन नेताओं पर रहेगी नजर

वहीं चौथे चरण में कन्नौज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मौजूदा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के बीच कड़ी टक्कर है। इसके अलावा उन्नाव में मौजूदा भाजपा सांसद साक्षी महाराज (स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी) का मुकाबला सपा की अन्नू टंडन से है। भाजपा के चार उम्मीदवार- केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (खीरी), रेखा वर्मा (धौरहरा), मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद) और देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले (अकबरपुर) तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि राजेश वर्मा सीतापुर से पांचवीं बार जीतने के लिए मुकाबले में हैं।

खुलते ही खचाखच भर गया यमुनोत्री धाम, क्षमता से ज्यादा पहुंचे श्रद्धालु, पुलिस ने की यात्रा न करने की अपील

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. बढ़ती भीड़ और खतरे को देखते हुए अब उत्तरकाशी पुलिस ने लोगों से यमुनोत्री धाम नहीं आने की अपील की है. पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट से लोगों से यह अपील की है. पुलिस के अनुसार यहां रविवार को पर्याप्त संख्या में यात्री पहुंच चुके हैं. इससे ज्यादा श्रद्धालुओं के वहां जाने पर जोखिम बढ़ सकता है. इसलिए पुलिस ने यह अपील की है.

उत्तरकाशी पुलिस ने सुबह करीब 6 बजे अपने एक्स अकाउंट पर यह पोस्ट शेयर किया है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से यमुनोत्री यात्रा के वीडियोज सामने आ रहे हैं जिसमें साफ देखा जा सकता है कि यमुनोत्री में जरूरत से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, ऐसे में लोगों की सुरक्षा और जान के जोखिम की चिंता अब प्रशासन को सता रही है. दरअसल केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं ऐसे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं.

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में यमुनोत्री भी शामिल है. ऐसे में यात्री केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के साथ-साथ यमुनोत्री की ओर भी रुख कर रहे हैं. बता दें कि यात्रा शुरू होने से पहले ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि इस बार चार धाम यात्रा में यात्रियों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूटेंगे. इसके लिए राज्य सरकार ने व्यवस्थाएं भी की हैं लेकिन यात्रा शुरू होते ही क्षमता से ज्यादा यात्री यमुनोत्री धाम पहुंच गए हैं.

यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू होने के बाद जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह डरा देने वाली हैं. बता दें कि वीडियोज और तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा में ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु दिखाई दे रहे हैं. कई सौ मीटर का पैदल मार्ग में ही जाम लग गया. 10 मई से शुरू हुई इस यात्रा का रविवार को तीसरा दिन है. लेकिन, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पुलिस ने फिलहाल इस यात्रा को रविवार को स्थगित करने की अपील की गई है. सुबह 6 बजे के पहले ही यहां पर पर्याप्त यात्री पहुंच गए हैं.

केदारनाथ धाम: प्रशासन से वार्ता के बाद केदारनाथ में खुले बाजार, घोड़े खच्चरों का संचालन भी शुरू, यात्रियों को होगी सुविधा

यात्रा के पहले ही दिन केदारनाथ धाम के तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों की हड़ताल के बाद प्रशासन से वार्ता के पश्चात यात्रा के दूसरे दिन केदारनाथ में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से खुले, तथा पैदल मार्ग पर भी घोड़े खच्चरों का संचालन नियमित रूप से हुआ।

भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन ही केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी। और पहले दिन ही सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे।

जिसके बाद प्रशासन की तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों की गत देर रात्रि तक बैठकों का दौर चलता रहा। बैठक में प्रशासन ने मांगों का निराकरण का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद अनिश्चतकालीन हड़ताल को वापस लेने का ऐलान किया गया।

विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग

तीर्थपुरोहित केदारनाथ में आपदा के नाम से हो रहे निर्माण पर रोक लगाने, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच प्रीपेड काउन्टरों हटाकर जिला पंचायत रुद्रप्रयाग को सौंपने, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक अनावश्यक प्रशासनिक हस्तक्षेप पर रोक लगाने, वर्ष 2013 से पूर्व की भांति स्थानीय लोगों को स्वतंत्र रूप से आवागमन व व्यवसाय करने की पूर्ववत स्थिति बहाल करने, केदारनाथ धाम में हेली सेवाओं के संचालन में घोर अनियमितता पर लगाम लगाने, समेत विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग कर रहे हैं।

केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रशासन को पूर्व में ही अवगत कराया गया था, प्रशासन के साथ वार्ता सकारात्मक रही, जिसके बाद केदारनाथ धाम में सभी व्यापारियों, तीर्थपुरोहितों ने अपने प्रतिष्ठान गत रात्रि को ही खोल दिए थे।

वहीं जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने भी वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कुछ तीर्थपुरोहितों का कहना था कि पूर्व की आपदा में जो नुकसान हुआ था, उनके मुआवजा व भवन आवंटन की कार्रवाई त्वरित गति से की जाए।

43 अनुबंध के सापेक्ष 250 तीर्थपुरोहितों को भवन आवंटित की कार्रवाई की जा रही है। जिनके भवन हुए है उनको मुआवाजा त्वरित गति से करने की मांग की गई थी, जिसमें कमेटी गठित की गई है। आने जाने के लिए हेली टिकट की मांग की थी, जिस पर भी कार्रवाई की गई है।