अल्ट्रासाउंड मशीन खराब, जांच बंद ,जिला अस्पताल के मरीज दो महीने में हो रहे परेशान
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के दो-दो बड़े अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की जांच नहीं हो रही है। जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड दो महीने से बंद है जबकि सौ शैय्या अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन लग ही नहीं पा रही है। गर्भवती महिलाओं को जांच कराने के लिए निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर जाना पड़ रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल और सौ शैय्या चिकित्सालय में ही अस्पतालों में रोजाना 1300 से 1400 लोगों की ओपीडी होती है। हर दिन औसतन 10 से 15 गर्भवती महिलाएं पहुंचती है। उनको अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है। इसके अलावा पेट, लीवर आदि के रोगियों को भी अल्ट्रासाउंड करना पड़ता है।
सौ शैय्या अस्पताल की मशीन तो काफी समय से खराब है। दो महीने पहले जिला अस्पताल में मशीन खराब होने के कारण अल्ट्रासाउंड बंद हो गया। अल्ट्रासाउंड मशीन बनाने के लिए संबंधित कंपनी से पांच बार इंजीनियरिंग अस्पताल आ चुके हैं। लेकिन फाल्ट कहां पर इंजीनियरिंग भी नहीं पकड़ पा रहे मरीजों की समस्या देखते हुए डीएम और सीएमओ की संस्तुति पर सात साल से सरपतहां के सौ शैय्या अस्पताल में धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन को लगाया गया। वह मशीन इंस्टाल नहीं हो सकी। इसके लिए इंजीनियर को बुलाया गया है। अल्ट्रासाउंड न होने से मरीजों को निजी केंद्रों पर जांच करानी पड़ रही है। जहां उन्हें 400 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन खराब होने के बाद ज्यादातर चिकित्सों ने जांच लिखनी बंद कर दी है। इससे गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है। उनकी समस्या का पता नहीं चल पा रहा है।
अल्ट्रासाउंड मशीन करीब दो महीने से खराब है। उसे दुरस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। सौ शैय्या अस्पताल से मशीन संचालित करने के लिए इंजीनियर को बुलाया गया है। उम्मीद है कि एक दो दिन में अल्ट्रासाउंड शुरू करा दिया जाएगा।
डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला चिकित्सालय
May 12 2024, 15:07