बंगाल में हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक', पीएम मोदी ने ममता बनर्जी और कांग्रेस पर साधा निशाना

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण का मतदान 13 मई को होने वाला है। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी रविवार 12 मई को पश्चिम बंगाल के दौरे पर फिर से पहुंच रहे हैं। दरअसल पीएम मोदी नॉर्थ 24 परगना जिले के बैरकपुर, हावड़ा के पंचला और हुगली जिले के चिनसुराहा और पुरसुरा में चुनावी रैलियां करने वाले हैं। बता दें कि चुनाव प्रचार में शामिल होने के लिए पीएम मोदी शनिवार की रात कोलकाता पहुंचे थे। बता दें कि बैरकपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस व टीएमसी पर खूब निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट देने के अपील की। 

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि बंगाल में इस बार एक अलग ही माहौल है। कुछ अलग ही होने जा रहे हैं। 2019 की सफलता से कहीं ज्यादा बड़ी सफलता इस बार भाजपा को मिलने जा रही है। पूरा देश जो कह रहा है, बंगाल को जोरों से कह रहा है। पूरा बंगाल कह रहा है, आबार एकबार। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 50-60 साल तक कांग्रेस परिवार ने ही सरकारें चलाई हैं। कांग्रेस शासन में पूर्वी भारत को गरीबी और पलायन मिला। पश्चिम बंगाल हो, बिहार हो, झारखंड हो, ओडिशा, आंध्र प्रदेश हो, जितने बड़े और सामर्थ्यवान राज्य हैं। ये राज्य ऐसे हैं जहां अपार खनिज संपदा है। कोयले के भंडार इन राज्यों में भरे पड़े हैं। किसी राज्य के पास समुद्र की ताकत है। ब्लू इकोनॉमी और पोर्ट की ताकत है। किसी के पास अथाह उपजाऊ भूमि है। किसी के पास पर्यटन के लिए पूरे देश में सबसे ज्यादा क्षमता है। बावजूद इसके कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों ने पूर्वी भारत को पिछड़ा ही छोड़ दिया।

बंगाल में काम का नाम लेना गुनाह

पीएम मोदी ने कहा कि आज बंगाल में स्थिति ये है कि बंगाल में अपनी आज्ञा का पालन करना भी गुनाह हो गया है। बंगाल में टीएमसी सरकार काम का नाम नहीं लेने देती। बंगाल में टीएमसी की सरकार राम नवमी नहीं मनाने देती। कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों ने भी राम मंदिर के विरूद्ध मोर्चा खोल रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि क्या टीएमस, कांग्रेस और लेफ्ट के हाथ में महान देश सौंपा जा सकता है क्या। ये देश उन्हें दे सकते हैं क्या? उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी अलायंस के लोग कहते हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो। टीएमसी के नेता ने कहा कि हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे। सोचिए इतनी हिम्मत, इतना साहत ये हो किसके सहारे रहा है। 

टीएमसी सरकार ने हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। तुष्टिकरण की जिद्द में इंडी गठबंधन एससी, एसटी और ओबीसी को मिलने वाला आरक्षण भी छीनना चाहता है। ये लोग कह रहे हैं कि आरक्षण अब मुसलमानों को दिया जाए। वो भी आधा-अधूरा या थोड़ा सा नहीं, बल्कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए। पीएम मोदी बोले कि क्या ये देश दलितों के साथ अन्यया स्वीकार करेगा, क्या आदिवासियों, पिछड़ों के साथ अन्याय स्वीकार करेगा। बंगाल के हमारे भाई बहन आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता देने का कानून है नागरिकता लेने का कानून नहीं।

पीएम मोदी ने बंगाल में दी पांच गारंटी 

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए 5 गारंटी दी। पीएम मोदी ने कहा कि पहली गारंटी है कि जबतक देश में मोदी है, तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं मिलेगा। दूसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तब तक एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण कोई छीन नहीं पाएगा। तीसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तक तक राम नवमी के त्योहार को कोई रोक नहीं पाएगा। चौथी गारंटी है कि जबतक मदी है राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोई भी पलट नहीं पाएगा। पांचवी गारंटी है कि जब तक मोदी है तब तक सीएए कानून को भी कोई पलट नहीं पाएगा।

राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सार्वजनिक बहस का निमंत्रण स्वीकार किया; भाजपा की प्रतिक्रिया: 'वह कौन है?

कांग्रेस के राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उन्हें या पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने में खुशी होगी और उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निमंत्रण स्वीकार करेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत पलटवार करते हुए सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। राहुल गांधी ने कानून आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस ;(सेवानिवृत्त) मदन बी लोकुर को अपना जवाब ट्विटर पर साझा किया।अजीत पी शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस नेता और प्रधान मंत्री को पत्र लिखकर प्रमुख चुनावी मुद्दों पर बहस के लिए एक मंच पर आमंत्रित किया था। देश के नेताओं को संबोधित अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि बहस का प्रस्ताव गैर-पक्षपातपूर्ण और प्रत्येक नागरिक के व्यापक हित में था।

राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा, "प्रमुख पार्टियों के लिए स्वस्थ लोकतंत्र एक मंच से देश के सामने अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करना एक सकारात्मक पहल होगी।" उन्होंने कहा कि देश को उम्मीद है कि मोदी बहस में भाग लेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ निमंत्रण पर चर्चा की और वे इस बात पर सहमत हुए कि इस तरह की बहस से लोगों को "हमारे संबंधित दृष्टिकोण को समझने में मदद मिलेगी और वे एक सूचित विकल्प चुनने में सक्षम होंगे"।

राहुल गांधी ने निमंत्रण का जवाब देते हुए अपने पत्र में कहा, "हमारी संबंधित पार्टियों पर लगाए गए किसी भी निराधार आरोप को खत्म करना भी महत्वपूर्ण है। चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियों के रूप में, जनता अपने नेताओं से सीधे सुनने की हकदार है।"

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वह एक सार्थक और ऐतिहासिक बहस में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, "कृपया हमें बताएं कि क्या प्रधानमंत्री भाग लेने के लिए सहमत हैं, जिसके बाद हम बहस के विवरण और प्रारूप पर चर्चा कर सकते हैं।"

बीजेपी ने राहुल गांधी पर किया पलटवार

तेजस्वी सूर्या सहित कई भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के पत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह "कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें"।

“राहुल गांधी कौन हैं, कि पीएम मोदी को उनसे बहस करनी चाहिए? राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें। पहले उन्हें खुद को कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार घोषित करवाएं, कहें कि वह अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेंगे और फिर पीएम को बहस के लिए आमंत्रित करें। तब तक, हम किसी भी बहस में उन्हें शामिल करने के लिए अपने भाजयुमो प्रवक्ताओं को तैनात करने के लिए तैयार हैं,'' बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने एक्स पर पोस्ट किया।

पूर्व कांग्रेस नेता, जो अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, जयवीर शेरगिल ने भी इस मुद्दे पर राहुल गांधी पर हमला किया। संसद में राहुल गांधी का ट्रैक रिकॉर्ड: उपस्थिति: 51% राष्ट्रीय औसत: 79% बहस की संख्या: 8 राष्ट्रीय औसत: 46.7% उठाए गए प्रश्नों की संख्या: 99 राष्ट्रीय औसत: 210 , संसद से भाग रहे हैं, अमेठी से भाग रहे हैं, जवाबदेही से भाग रहे हैं लेकिन फिर भी खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस करने का "हकदार" महसूस कर रहे हैं? भगोड़े शौक़ीन नेताओं से बहस करना मोदी जी के समय के लायक नहीं है! जयवीर शेरगिल ने एक्स पर लिखा, स्पष्ट रूप से किसी ने भी राहुल गांधी को बुनियादी नियम 'पहले लायक फिर इच्छा' नहीं सिखाया।

 राहुल गांधी पर स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपा की लोकसभा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कहा, ''पहले , जिस व्यक्ति में अपने तथाकथित महल में एक सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, उसे घमंड करने से बचना चाहिए। दूसरा, जो बैठना चाहता है पीएम मोदी के साथ बराबरी करें और बहस करें, मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वह आईएनडीआई गठबंधन के पीएम उम्मीदवार हैं।''

'100 फीसदी तैयार': राहुल गांधी

शुक्रवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम में, दर्शकों के एक सदस्य के सवाल का जवाब देते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि वह बहस में नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए "100 प्रतिशत" तैयार थे और उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि प्रधान मंत्री सहमत नहीं होंगे।

आम आदमी पार्टी की बैठक शुरू, जेल से आने के बाद पहली बार विधायकों से मुलाकात कर रहे दिल्ली के सीएम केजरीवाल

 आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक बुलाई है। सीएम आवास पर होने वाली इस बैठक एजेंडा क्या होगा? यह अभी स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि बैठक में अरविंद केजरीवाल अपने सभी विधायकों से लोकसभा चुनाव सहित अन्य रणनीतियों पर चर्चा कर सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने इन शर्तों के साथ दी है अंतरिम जमानत

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को इन शर्तों के साथ अंतरिम जमानत दी है।

सीएम ऑफिस व सचिवालय जाने की नहीं अनुमति होगी।

केस में अपनी भूमिका के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे ।

इस केस से जुड़ी किसी सरकारी फाइल को भी नहीं देखेंगे।

मामले के किसी भी गवाह से संपर्क या बातचीत नहीं करेंगे।

किसी सरकारी फाइल पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे, जब तक एलजी से मंजूरी लेने के लिए ऐसा करना जरूरी न हो।

लोकसभा चुनाव 2024: यूपी की 13 सीटों पर कल होगा मतदान, इन बड़े नेताओं पर रहेगी नजर


डेस्क : देश भर में सात चरणों के तहत लोकसभा चुनाव होना है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत 13 सीट के लिए सोमवार को यानी कल मतदान होगा। इस चरण में जहां कन्नौज में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव तो वहीं खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसके अलावा यूपी की एक विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए मतदान होगा।

यूपी की 13 सीटों पर मतदान

बता दें कि चौथे चरण के तहत यूपी की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इनमें शाहजहांपुर (आरक्षित), खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई (आरक्षित), मिश्रिख (आरक्षित), उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा (आरक्षित), कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, बहराइच (आरक्षित) लोकसभा सीटे शामिल हैं। इसमें से आठ सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 5 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इन सभी लोकसभा क्षेत्रों के लिए 130 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला 2 करोड़ 46 लाख से अधिक मतदाता करेंगे। 

ददरौल विधानसभा सीट पर उपचुनाव

इसके अलावा सोमवार को ही ददरौल (शाहजहांपुर जिला) विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होना है। ददरौल सीट पर उपचुनाव के लिए 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां भी मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा। ददरौल विधानसभा सीट पर 2022 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित मानवेंद्र सिंह का निधन हो गया था, इस वजह से यहां पर उप चुनाव कराया जा रहा है। यहां भाजपा ने दिवंगत मानवेंद्र सिंह के पुत्र अरविंद सिंह और सपा ने पूर्व मंत्री अवधेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 

इन नेताओं पर रहेगी नजर

वहीं चौथे चरण में कन्नौज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मौजूदा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के बीच कड़ी टक्कर है। इसके अलावा उन्नाव में मौजूदा भाजपा सांसद साक्षी महाराज (स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी) का मुकाबला सपा की अन्नू टंडन से है। भाजपा के चार उम्मीदवार- केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (खीरी), रेखा वर्मा (धौरहरा), मुकेश राजपूत (फर्रुखाबाद) और देवेन्द्र सिंह उर्फ भोले (अकबरपुर) तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि राजेश वर्मा सीतापुर से पांचवीं बार जीतने के लिए मुकाबले में हैं।

खुलते ही खचाखच भर गया यमुनोत्री धाम, क्षमता से ज्यादा पहुंचे श्रद्धालु, पुलिस ने की यात्रा न करने की अपील

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित यमुनोत्री धाम में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. बढ़ती भीड़ और खतरे को देखते हुए अब उत्तरकाशी पुलिस ने लोगों से यमुनोत्री धाम नहीं आने की अपील की है. पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट से लोगों से यह अपील की है. पुलिस के अनुसार यहां रविवार को पर्याप्त संख्या में यात्री पहुंच चुके हैं. इससे ज्यादा श्रद्धालुओं के वहां जाने पर जोखिम बढ़ सकता है. इसलिए पुलिस ने यह अपील की है.

उत्तरकाशी पुलिस ने सुबह करीब 6 बजे अपने एक्स अकाउंट पर यह पोस्ट शेयर किया है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से यमुनोत्री यात्रा के वीडियोज सामने आ रहे हैं जिसमें साफ देखा जा सकता है कि यमुनोत्री में जरूरत से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, ऐसे में लोगों की सुरक्षा और जान के जोखिम की चिंता अब प्रशासन को सता रही है. दरअसल केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं ऐसे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं.

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में यमुनोत्री भी शामिल है. ऐसे में यात्री केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के साथ-साथ यमुनोत्री की ओर भी रुख कर रहे हैं. बता दें कि यात्रा शुरू होने से पहले ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि इस बार चार धाम यात्रा में यात्रियों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूटेंगे. इसके लिए राज्य सरकार ने व्यवस्थाएं भी की हैं लेकिन यात्रा शुरू होते ही क्षमता से ज्यादा यात्री यमुनोत्री धाम पहुंच गए हैं.

यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू होने के बाद जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह डरा देने वाली हैं. बता दें कि वीडियोज और तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा में ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु दिखाई दे रहे हैं. कई सौ मीटर का पैदल मार्ग में ही जाम लग गया. 10 मई से शुरू हुई इस यात्रा का रविवार को तीसरा दिन है. लेकिन, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पुलिस ने फिलहाल इस यात्रा को रविवार को स्थगित करने की अपील की गई है. सुबह 6 बजे के पहले ही यहां पर पर्याप्त यात्री पहुंच गए हैं.

केदारनाथ धाम: प्रशासन से वार्ता के बाद केदारनाथ में खुले बाजार, घोड़े खच्चरों का संचालन भी शुरू, यात्रियों को होगी सुविधा

यात्रा के पहले ही दिन केदारनाथ धाम के तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों की हड़ताल के बाद प्रशासन से वार्ता के पश्चात यात्रा के दूसरे दिन केदारनाथ में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण रूप से खुले, तथा पैदल मार्ग पर भी घोड़े खच्चरों का संचालन नियमित रूप से हुआ।

भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन ही केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी। और पहले दिन ही सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे।

जिसके बाद प्रशासन की तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व घोड़ा खच्चर संचालकों की गत देर रात्रि तक बैठकों का दौर चलता रहा। बैठक में प्रशासन ने मांगों का निराकरण का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद अनिश्चतकालीन हड़ताल को वापस लेने का ऐलान किया गया।

विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग

तीर्थपुरोहित केदारनाथ में आपदा के नाम से हो रहे निर्माण पर रोक लगाने, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच प्रीपेड काउन्टरों हटाकर जिला पंचायत रुद्रप्रयाग को सौंपने, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक अनावश्यक प्रशासनिक हस्तक्षेप पर रोक लगाने, वर्ष 2013 से पूर्व की भांति स्थानीय लोगों को स्वतंत्र रूप से आवागमन व व्यवसाय करने की पूर्ववत स्थिति बहाल करने, केदारनाथ धाम में हेली सेवाओं के संचालन में घोर अनियमितता पर लगाम लगाने, समेत विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग कर रहे हैं।

केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रशासन को पूर्व में ही अवगत कराया गया था, प्रशासन के साथ वार्ता सकारात्मक रही, जिसके बाद केदारनाथ धाम में सभी व्यापारियों, तीर्थपुरोहितों ने अपने प्रतिष्ठान गत रात्रि को ही खोल दिए थे।

वहीं जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने भी वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कुछ तीर्थपुरोहितों का कहना था कि पूर्व की आपदा में जो नुकसान हुआ था, उनके मुआवजा व भवन आवंटन की कार्रवाई त्वरित गति से की जाए।

43 अनुबंध के सापेक्ष 250 तीर्थपुरोहितों को भवन आवंटित की कार्रवाई की जा रही है। जिनके भवन हुए है उनको मुआवाजा त्वरित गति से करने की मांग की गई थी, जिसमें कमेटी गठित की गई है। आने जाने के लिए हेली टिकट की मांग की थी, जिस पर भी कार्रवाई की गई है।

सुखोई जेट और S-400 देने वाले रूस ने भारत से खरीदे 4 अरब डॉलर के हथियार, भुगतान भी रुपए में किया

रूस ने भारत से करीब 4 अरब डॉलर के हथियार का आयात किया है। यह हथियार रूस ने तब खरीदे हैं जब वह खुद भारत को सबसे ज्‍यादा हथियार बेचता है। बताया जा रहा है कि इन हथियारों के लिए रूस की कंपनियों ने भुगतान भारत को रुपये में किया है।

रूस दशकों से भारत का सबसे व‍िश्‍वसनीय हथियार सप्‍लाई करने वाला देश रहा है। मिग, सुखोई जेट, ब्रह्मोस मिसाइल और अब एस-400 मिसाइल सिस्‍टम भारत और रूस के बीच सैन्‍य संबंधों का प्रतीक हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद भी भारत लगातार रूस से हथियार खरीद रहा है। वहीं रूस ने भी एस-400 समेत कई मिसाइलें और अन्‍य सैन्‍य साजो सामान भारत को भेजे हैं। इस बीच रूस के निर्यातकों ने भारत में बने 4 अरब डॉलर के हथियार और अन्‍य साजो सामान खरीदे हैं। दरअसल, अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण रूस का पैसा वोस्‍त्रो खातों में फंसा हुआ है। इस पैसे को रूस ले नहीं जा रहा पा रहा है। इसी पैसे से रूस ने ये हथियार खरीदे हैं।

रूस के व्‍यापारी अब भारतीय रुपये में व्‍यापार करना शुरू कर चुके हैं। अक्‍टूबर तक रूसी निर्यातकों के 8 अरब डॉलर वोस्‍त्रो खातों में फंसे हुए थे। इन खातों को भारत और रूस के बीच व्‍यापार को बढ़ावा देने के लिए खोला गया है। इसमें भारतीय रुपया है और एक घरेलू बैंक में इसे संचालित किया जाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में निवेश अवसरों की कमी के कारण यह पैसा वोस्‍त्रो खातों में फंसा हुआ था और उसका इस्‍तेमाल नहीं हो पा रहा है। पिछले 6 महीने में रूस केवल 50 फीसदी फंड का ही इस्‍तेमाल कर पाया है।

भारत और रूस के बीच रेकॉर्ड व्‍यापार

सूत्रों के हवाले से मिंट ने बताया कि वोस्‍त्रो में फंसे इस पैसे का एक बड़ा हिस्‍सा पिछले 8 महीने में इस्‍तेमाल किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को रूस के साथ स्‍थानीय मुद्रा में लेनदेन को मंजूरी दी थी। रूस भारत से सामानों का आयात करने के लिए इन वोस्‍त्रो खातों में मौजूद पैसों का इस्‍तेमाल करता है। भारत रूस कसे मशीनरी, ऑटो पार्ट और अन्‍य इंजीनियर के सामानों की आपूर्ति करता है। इन खातों में पैसा तब बहुत ज्‍यादा बढ़ गया जब रूस ने बहुत बड़े पैमाने पर भारत को सस्‍ती दर पर तेल का निर्यात करना शुरू किया।

रूस भारत को तेल का निर्यात करने वाले शीर्ष 2 देशों में शामिल हो गया। यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रत‍िबंध लगा दिए थे और इसके बाद उसने भारत को तेल का निर्यात किया। भारत ने रूस को चीनी मुद्रा और यूएई की मुद्रा में पहले कई बार भुगतान किया है। हालांकि अब रुपये में भी व्‍यापार हो रहा है। भारत का रूस से आयात जहां 60 अरब डॉलर को पार कर गया है, वहीं भारत का निर्यात भी 4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। रूस को भारत के हथियार और अन्‍य साजोसामान बेचने से पश्चिमी देश भड़क सकते हैं। इन देशों ने रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हैं ताकि उसे यूक्रेन के मामले में झुकाया जा सके। हालांकि ऐसा होता नहीं दिख रहा है और रूस लगातार हमले कर रहा है।

भाजपा जीती तो अमित शाह बनेंगे देश के प्रधानमंत्री? अरविंद केजरीवाल के दावे पर जानिए क्या बोले गृहमंत्री अमित शाह

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75 साल की उम्र में रिटायर होने और उसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पीएम बनाने का दावा किया था। अब केजरीवाल के इस दावे पर शाह ने पलटवार किया है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद भी देश का नेतृत्व करते रहेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के 75 साल की उम्र 'नियम' का हवाला देते हुए दावा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह को अपना उत्तराधिकारी बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं।

शाह ने कहा कि भाजपा के संविधान में ऐसी किसी आयु सीमा के बारे में कुछ नहीं लिखा है। इस मामले पर भाजपा में कोई भ्रम नहीं है। शाह ने कहा, "मैं अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी और पूरे इंडिया गठबंधन को बताना चाहता हूं, मोदी 75 साल के हो गए, इसपर आपको खुश होने की कोई जरूरत नहीं है। यह भाजपा के संविधान में कहीं नहीं लिखा है। मोदी कार्यकाल पूरा करेंगे और देश का नेतृत्व करना जारी रखेंगे।इस पर भाजपा में कोई भ्रम नहीं है।"

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के तीन चरणों में ही एडीए 200 सीटों के आसपास पहुंच गया है। साथ ही कहा कि एनडीए अपने 400 पार के लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ रहा है। गृह मंत्री ने कहा, "लोकसभा चुनाव के तीन चरणों में एनडीए 200 सीटों के आसपास पहुंच गई है। चौथा चरण एनडीए के लिए बहुत अच्छा रहने वाला है। चौथे चरण में हमें अधिकतम सफलता मिलेगी और हम अपने 400 पार के लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ेंगे।"

उन्होंने कहा, "मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि एनडीए और बीजेपी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों में परचम लहराने जा रहा हैं। मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि 4 जून को जब चुनावी नतीजे आएंगे तो दक्षिण की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा बनेगी। तेलंगाना में हमें 10 से ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं।

Pok में पुलिसकर्मी की पीट-पीटकर हत्या, नागरिक में क्यों भड़का हिंसक विरोध प्रदर्शन?

पीओके में विरोध प्रदर्शन: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तनाव बरकरार है क्योंकि शनिवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन और व्यापार बाधित हो गया है। मुजफ्फराबाद में हिंसा भड़कने के बाद आजाद जम्मू और कश्मीर (एजेके) के मीरपुर में बाजार, स्कूल और कार्यालय लगातार दूसरे दिन बंद रहे। अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने शुक्रवार को मुद्रास्फीति के खिलाफ पीओके के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। 10 मई को मुजफ्फराबाद में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल ने शहर को ठप कर दिया, साथ ही एएसी ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में व्यवधान के खिलाफ और अधिक विरोध प्रदर्शन करने की कसम खाई।

शुक्रवार को एएसी ने उच्च करों, बिजली बिलों और मुद्रास्फीति में अचानक वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़पें तब भड़कीं जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले दागे। इसके चलते पीओके के कई हिस्सों जैसे समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला में हड़ताल बुलाई गई।

 Pok में क्या हो रहा है?

शुक्रवार को, अवामी एक्शन कमेटी ने बिजली बिलों पर लगाए गए "अन्यायपूर्ण" करों के विरोध में पीओके के मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण मार्च की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया, जिसके कारण मुद्रास्फीति आसमान छू गई। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।

एएसी ने मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और पहिया-जाम विरोध का आह्वान किया, जिससे व्यापार ठप हो गया। पुलिस ने मार्च करने वालों को रोकने के लिए शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए, जिससे झड़पें हुईं। बाद में समिति ने शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया जब पुलिस ने रात भर की छापेमारी के दौरान कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

पीओके सरकार ने 10 और 11 मई को इलाके में धारा 144 लागू करते हुए शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय बंद कर दिए, वहीं शनिवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के सभी जिलों में हजारों की संख्या में लोग बाहर आ गए।

सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरों में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए, आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को हिंसक झड़प के बाद दर्जनों पुलिस कर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी कर रही है और झड़पों में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में एक पुलिस SHO की मौत हो गई, जिसे कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।

मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप का आह्वान करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है और केंद्र "अलग नहीं रह सकता।" उन्होंने कहा, ''स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. यह वास्तव में पहले से ही हाथ से बाहर है। और भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित इस कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता में मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।

सूर्य से निकला शक्तिशाली तूफान धरती से टकराया, एलन मस्क की सैटेलाइट में आई खराबी, आसमान में दिखा शानदार औरोरा

सूर्य से एक बेहद शक्तिशाली तूफान निकला है। यह तूफान धरती से टकराया है, जो दो दशकों में सबसे ताकतवर है। भू-चुंबकीय तूफानों से जुड़े उतार-चढ़ाव के कारण सैटेलाइट, जीपीएस, रेडियो और पावर ग्रिड को खतरा है। अंतरिक्ष यानों को हाई रेडिएशन से खतरा है। हालांकि धरती का वातावरण इसे पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है।

दो दशकों का सबसे शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकराया है। इसके कारण आस्ट्रेलिया से लेकर ब्रिटेन तक आसमान में शानदार औरोरा देखने को मिले। आसमान रंगीन रोशनी से नहाया हुआ दिखाई दिया। इसके कारण सैटेलाइट और पावर ग्रिड को खतरा पैदा हो गया है।

  

​सूर्य से निकला विशाल तूफान

अमेरिका की नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर के मुताबिक कई कोरोनल मास इजेक्शन (CME) देखने को मिले। CME सूर्य से निकलने वाले प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र हैं। बाद में यह विशाल भू-चुंबकीय तूफान में बदल गया।

​पहले भी आया था खतरनाक तूफान

इस भू-चुंबकीय तूफान को बाद में 'अत्यधिक' श्रेणी तक अपग्रेड किया गया। इससे पहले खतरनाक तूफान 2003 में आया 'हैलोवीन' था। इसके कारण स्वीडन में ब्लैकआउट हुआ और दक्षिण अफ्रीका में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। आने वाले दिनों में और अधिक CME के ग्रह से टकराने का खतरा है।

​स्टारलिंक सैटेलाइट को हुआ नुकसान

एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट कंपनी की ओर से भी खराब सेवा की वॉर्निंग जारी की गई हैं। पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले लगभग 60 फीसदी सैटेलाइट स्टारलिंक के हैं, जो धरती पर इंटरनेट देते हैं। मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उनकी सैटेलाइट दबाव में हैं।

​आसमान में दिखी रोशनी

उत्तरी यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से औरोरा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने को मिलीं। इंग्लैंड के हर्टफोर्ड में इयान मैन्सफील्ड ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा कि हमने अभी बच्चों को अपने गार्डेन में नॉर्दर्न लाइट्स देखने के लिए जगाया है। नग्न आंखों से यह काफी साफ दिख रहा है।

  

​क्या हो सकती है समस्या

अधिकारियों ने पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन के कारण होने वाले संभावित खतरों को लेकर सैटेलाइट ऑपरेटरों, एयरलाइंस और पावर ग्रिड को सूचना दी है। इस दौरान रेडियो सिग्नल में भी खराबी देखने को मिल सकती है।

  

​सनस्पॉट से निकला तूफान

सौर ज्वालाएं प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं, जो लगभग 8 मिनट में धरती पर पहुंचती हैं। लेकिन CME उससे शांत गति से चलती है। वर्तमान में इसका औसत 800 किमी प्रति सेकंड है। CME सूर्य पर बने एक विशाल सनस्पॉट से निकला है, जो हमारे ग्रह से 17 गुना ज्यादा चौड़ा है।