Pok में पुलिसकर्मी की पीट-पीटकर हत्या, नागरिक में क्यों भड़का हिंसक विरोध प्रदर्शन?

पीओके में विरोध प्रदर्शन: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तनाव बरकरार है क्योंकि शनिवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन और व्यापार बाधित हो गया है। मुजफ्फराबाद में हिंसा भड़कने के बाद आजाद जम्मू और कश्मीर (एजेके) के मीरपुर में बाजार, स्कूल और कार्यालय लगातार दूसरे दिन बंद रहे। अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने शुक्रवार को मुद्रास्फीति के खिलाफ पीओके के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। 10 मई को मुजफ्फराबाद में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल ने शहर को ठप कर दिया, साथ ही एएसी ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में व्यवधान के खिलाफ और अधिक विरोध प्रदर्शन करने की कसम खाई।

शुक्रवार को एएसी ने उच्च करों, बिजली बिलों और मुद्रास्फीति में अचानक वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़पें तब भड़कीं जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले दागे। इसके चलते पीओके के कई हिस्सों जैसे समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला में हड़ताल बुलाई गई।

 Pok में क्या हो रहा है?

शुक्रवार को, अवामी एक्शन कमेटी ने बिजली बिलों पर लगाए गए "अन्यायपूर्ण" करों के विरोध में पीओके के मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण मार्च की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया, जिसके कारण मुद्रास्फीति आसमान छू गई। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।

एएसी ने मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और पहिया-जाम विरोध का आह्वान किया, जिससे व्यापार ठप हो गया। पुलिस ने मार्च करने वालों को रोकने के लिए शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए, जिससे झड़पें हुईं। बाद में समिति ने शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया जब पुलिस ने रात भर की छापेमारी के दौरान कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

पीओके सरकार ने 10 और 11 मई को इलाके में धारा 144 लागू करते हुए शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय बंद कर दिए, वहीं शनिवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के सभी जिलों में हजारों की संख्या में लोग बाहर आ गए।

सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरों में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए, आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को हिंसक झड़प के बाद दर्जनों पुलिस कर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी कर रही है और झड़पों में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में एक पुलिस SHO की मौत हो गई, जिसे कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।

मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप का आह्वान करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है और केंद्र "अलग नहीं रह सकता।" उन्होंने कहा, ''स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. यह वास्तव में पहले से ही हाथ से बाहर है। और भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित इस कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता में मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।

सूर्य से निकला शक्तिशाली तूफान धरती से टकराया, एलन मस्क की सैटेलाइट में आई खराबी, आसमान में दिखा शानदार औरोरा

सूर्य से एक बेहद शक्तिशाली तूफान निकला है। यह तूफान धरती से टकराया है, जो दो दशकों में सबसे ताकतवर है। भू-चुंबकीय तूफानों से जुड़े उतार-चढ़ाव के कारण सैटेलाइट, जीपीएस, रेडियो और पावर ग्रिड को खतरा है। अंतरिक्ष यानों को हाई रेडिएशन से खतरा है। हालांकि धरती का वातावरण इसे पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है।

दो दशकों का सबसे शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकराया है। इसके कारण आस्ट्रेलिया से लेकर ब्रिटेन तक आसमान में शानदार औरोरा देखने को मिले। आसमान रंगीन रोशनी से नहाया हुआ दिखाई दिया। इसके कारण सैटेलाइट और पावर ग्रिड को खतरा पैदा हो गया है।

  

​सूर्य से निकला विशाल तूफान

अमेरिका की नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर के मुताबिक कई कोरोनल मास इजेक्शन (CME) देखने को मिले। CME सूर्य से निकलने वाले प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र हैं। बाद में यह विशाल भू-चुंबकीय तूफान में बदल गया।

​पहले भी आया था खतरनाक तूफान

इस भू-चुंबकीय तूफान को बाद में 'अत्यधिक' श्रेणी तक अपग्रेड किया गया। इससे पहले खतरनाक तूफान 2003 में आया 'हैलोवीन' था। इसके कारण स्वीडन में ब्लैकआउट हुआ और दक्षिण अफ्रीका में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। आने वाले दिनों में और अधिक CME के ग्रह से टकराने का खतरा है।

​स्टारलिंक सैटेलाइट को हुआ नुकसान

एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट कंपनी की ओर से भी खराब सेवा की वॉर्निंग जारी की गई हैं। पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले लगभग 60 फीसदी सैटेलाइट स्टारलिंक के हैं, जो धरती पर इंटरनेट देते हैं। मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उनकी सैटेलाइट दबाव में हैं।

​आसमान में दिखी रोशनी

उत्तरी यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से औरोरा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने को मिलीं। इंग्लैंड के हर्टफोर्ड में इयान मैन्सफील्ड ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा कि हमने अभी बच्चों को अपने गार्डेन में नॉर्दर्न लाइट्स देखने के लिए जगाया है। नग्न आंखों से यह काफी साफ दिख रहा है।

  

​क्या हो सकती है समस्या

अधिकारियों ने पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन के कारण होने वाले संभावित खतरों को लेकर सैटेलाइट ऑपरेटरों, एयरलाइंस और पावर ग्रिड को सूचना दी है। इस दौरान रेडियो सिग्नल में भी खराबी देखने को मिल सकती है।

  

​सनस्पॉट से निकला तूफान

सौर ज्वालाएं प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं, जो लगभग 8 मिनट में धरती पर पहुंचती हैं। लेकिन CME उससे शांत गति से चलती है। वर्तमान में इसका औसत 800 किमी प्रति सेकंड है। CME सूर्य पर बने एक विशाल सनस्पॉट से निकला है, जो हमारे ग्रह से 17 गुना ज्यादा चौड़ा है।

उत्तराखंड में आपदा के सटीक विश्लेषण से तैयार होगा अर्ली वार्निंग सिस्टम, खतरे से पहले बजेगा सायरन, तीन चरणों में करेगा काम

तमाम आपदाओं को झेल रहे उत्तराखंड के लोगों को जल्द प्राकृतिक आपदाओं के खतरों की आहट पहले ही सुनाई देने लगेगी. यह सब मुमकिन होगा उत्तराखंड में स्थापित किए जा रहे मल्टी हैजर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम (Multi Hazard Warning System) से. यह सिस्टम प्रदेश में विभिन्न आपदाओं की भविष्यवाणी कर लोगों को पहले ही खतरे का आभास करवा देगा. इसके जरिए प्राकृतिक आपदाओं से राज्य में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा. हालांकि, फिलहाल इस सिस्टम को तैयार करने की तैयारी प्राथमिक चरण पर ही चल रही है. उत्तराखंड का आपदा प्रबंधन विभाग इसके लिए केंद्र सरकार से मिले फ्रेमवर्क के आधार पर डीपीआर बनाने में लगा हुआ है.

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के अलावा दूसरी कुछ संस्थाओं से जुड़े जानकार भी इस सिस्टम के लिए काम कर रहे हैं. साथ ही भारत सरकार के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के सदस्य को भी इसमें जोड़ा गया है. खास बात यह है कि पहले चरण में कुल करीब 125 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी राज्य को इसके लिए मिल चुकी है. इस प्रोजेक्ट के लिए वर्ल्ड बैंक द्वारा फंडिंग की जानी है. जिसके लिए राज्य द्वारा पहले ही डीपीआर तैयार कर ली गई थी. लेकिन अब केंद्र ने एक फ्रेमवर्क देकर विस्तृत डीपीआर बनाने के लिए कहा है.

सायरन करेगा अलर्ट

 उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव रंजीत सिन्हा कहते हैं कि मल्टी हैजर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम विभिन्न आपदाओं की पहले ही सूचनाएं देने का काम करेगा. जिसके जरिए इन सूचनाओं का प्रसारण कर राज्य भर में सायरन के माध्यम से आम लोगों तक भी सूचना को पहुंचाया जा सकेगा. इसके लिए अलग-अलग चरणों में तैयारी की जा रही है और फिलहाल डीपीआर पर काम चल रहा है.

 उत्तराखंड में अतिवृष्टि, भूस्खलन, जंगलों की आग, एवलॉन्च और बाढ़ जैसे कई खतरे बने रहते हैं. ऐसे में इन सभी आपदाओं से निपटने के लिए इनकी सूचनाएं पहले ही लोगों तक पहुंचाने से जुड़ा एक सिस्टम तैयार हो रहा है. हालांकि, इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग को लंबा समय लग सकता है. इसकी वजह यह है कि मल्टी हैजर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम को जिन तीन चरणों मे ऑपरेट करना है, उसमें पहला चरण सबसे मुश्किल है. केंद्र द्वारा दिए गए फ्रेम वर्क के अनुसार राज्य में आपदाओं से जुड़े डाटा एकत्रित करना और इससे जुड़े कुछ अध्ययन भी आपदा प्रबंधन विभाग को करवाने होंगे. खास बात यह है कि विभिन्न आपदाओं से जुड़ा यह आंकड़ा जुटाना और फिर इसका विश्लेषण कर सटीक वार्निंग देने की स्थिति तक पहुंचना बेहद मुश्किल भी होगा.

इन आंकड़ों को जुटाना होगा मुश्किल

 इस अध्ययन में एक तरफ जहां अलग-अलग आपदाओं के लिए संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करना होगा, तो वहीं इस पूरे क्षेत्र में कितनी मात्रा में बारिश कितना प्रभाव डालेगी, इसका भी पूरा अध्ययन किया जाना होगा. लैंडस्लाइड को लेकर किस स्थिति में कितना नुकसान होगा, इससे जुड़ा अध्ययन भी इसमें शामिल किया जाएगा. कुल मिलाकर विभिन्न आपदाओं से जुड़े आंकड़े जुटाए जाएंगे और नए अध्ययन भी इसके लिए एकत्रित होंगे. इस तरह जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर विश्लेषण किया जाएगा, तब जाकर सटीक वार्निंग की स्थिति तक आपदा प्रबंधन विभाग पहुंच पाएगा.

 दूसरे चरण के तहत इन जानकारी का पूरे प्रदेश में कंट्रोल रूम तक प्रसारण करने की व्यवस्था भी करनी होगी. इसके बाद राज्य भर में सायरन सिस्टम भी विकसित करने होंगे जो कि ऑटोमेटिक रूप से लोगों को खतरे को लेकर आगाह कर सकेंगे. इस तरह डाटा इकट्ठा करना और विश्लेषण करने के बाद इसका कंट्रोल रूम तक प्रसारण करने और फिर ऑटोमेटिक सायरन सिस्टम को विकसित करने के रूप में तीन चरण में इस सिस्टम पर काम होना है.

केरल में कर चुका है काम

बताया जा रहा है कि भारत सरकार पूरे देश में इस तरह के आपदा प्रभावित राज्यों में इस तरह के सिस्टम को विकसित करना चाहती है. मल्टी हैजर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम पर केरल पहले ही काफी काम कर चुका है. जबकि अब उत्तराखंड भी इस दिशा में आगे बढ़ रहा है. वर्ल्ड बैंक की मदद से राज्य सरकार इस सिस्टम को जल्द से जल्द तैयार करने की कोशिश में जुटी है.

आपदा प्रबंधन से जुड़े जानकार कहते हैं कि यदि अर्ली वार्निंग सिस्टम जैसी प्रणाली राज्य में विकसित हो जाती है, तो इससे लोगों को फायदा मिलेगा और उत्तराखंड जैसे राज्य में इसके लिए प्रयास भी किए जाने चाहिए. हालांकि, जानकार यह भी साफ करते हैं कि प्रदेश में विभिन्न आपदाओं के लिए सटीक वार्निंग कर पाना बेहद मुश्किल है. भूकंप के लिए अभी इस तरह का कोई उपकरण उपलब्ध नहीं है. जबकि अतिवृष्टि जैसी समस्या के लिए भी सटीक वार्निंग करना इतना आसान नहीं दिखाई देता है.

मां को गोली मारी, 3 बच्चों को छत से फेंका, हथौड़े से ली पत्नी की जान, युवक ने की परिवार के 5 लोगों की हत्या, आरोपी ने खुद को भी मारी गोली

यूपी के सीतापुर में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूपी के सीतापुर में युवक ने मां, पत्नी और बच्चों की निर्मम हत्या कर दी. आरोपी ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि पत्नी की हथौड़े से मारकर जान ले ली. घटना मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर गांव की है. इसके बाद आरोपी ने अपने 3 बच्चों को छत से नीचे फेंक दिया जिससे उनकी भी मौत हो गई. परिवार के पांच लोगों की हत्या के बाद आरोपी ने खुद को गोलीमार कर खुदकुशी कर ली. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी नशेड़ी था और मानसिक रूप से परेशान रहता था. 

पाल्हापुर में किसान वीरेंद्र सिंह के बेटे अनुराग सिंह ने बीती रात इस हत्याकांड को अंजाम दिया. मानसिक रूप से विक्षिप्त अनुराग सिंह ने मां सावित्री देवी (62), पत्नी वीरेंद्र सिंह, पत्नी प्रियंका सिंह (40), बेटी आष्वी (12) बेटा अनुराग और बेटी आरना (08) की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं आदविक (04) ने इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में दम तोड़ दिया. घटना को अंजाम देने के बाद अनुराग सिंह (45) ने खुद भी आत्महत्या कर ली. सुबह घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया.

वहीं इस घटना को लेकर सीतापुर के एसएसपी चक्रेश मिश्रा ने कहा, 'आज मथुरा में रामपुर पुलिस को सूचना मिली कि मानसिक रूप से बीमार एक व्यक्ति, जिसका नाम अनुराग सिंह (उम्र- 45 वर्ष) है, उसने कथित तौर पर खुद को गोली मारने से पहले अपने परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी है. पुलिस और एफएसएल टीम जांच कर रही है.' हर पहलू पर कानूनी कार्रवाई चल रही है.'

आईएसआई एजेंट का नेटवर्क ध्वस्त, आधा किलो हेरोइन के साथ धरे गए दो और गुर्गे, एजेंट कासिम के पास मिले दो चीन निर्मित ड्रोन

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत में हेरोइन और हथियारों की खेप गिराने वाले कासिम ढिल्लों का अमृतसर देहात की पुलिस ने नेटवर्क ध्वस्त कर दिया है। पुलिस ने शुक्रवार रात सीमा के साथ सटे गांव नौशहरा ढाला के रहने वाले पाकिस्तान में बैठे कासिम के दो गुर्गों आकाशवीर सिंह और बंटी को गिरफ्तार कर लिया।

तलाशी के दौरान आरोपितों के कब्जे से आधा किलो हेरोइन भी बरामद हुई है। पता चला है कि यह खेप कासिम ने कुछ दिन पहले ड्रोन के जरिये नौशहरा ढाला गांव के पास गिराई थी। दोनों आरोपितों ने इसे खेतों में जाकर सुरक्षित उठा लिया था। इससे पहले घरिंडा थाने की पुलिस ने तरनतारन के गांव लखाना के जसविंदर सिंह, गुरदासपुर जिले के गांव मौजपुर के गुरप्रीत सिंह और अजनाला के गांव सैदपुर खुर्द के बोहड़ सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।

दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए आरोपी

तीनों आरोपितों को कासिम की तरफ से भेजे गए तीन पिस्तौल, मैगजीन और कारतूस सहित काबू किया गया था। इन तीनों आरोपितों को शुक्रवार की शाम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने इन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आशंका है कि बोहड़ सिंह, गुरप्रीत सिंह, जसविंदर सिंह, बंटी और आकाशबीर पहले भी हेरोइन और हथियारों की खेप ठिकाने लगा चुके हैं।

प्राथमिक जांच में पता चला है कि पाकिस्तान बैठे कासिम ढिल्लों के पास दो चीन निर्मित ड्रोन हैं। यह ड्रोन पांच से सात किलो भार उठाने में सक्षम हैं। बताया जा रहा है कि कासिम ने सीमांत क्षेत्र में सात गुर्गों को सक्रिय कर रखा था। इसमें से पांच को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, दो आरोपी फरार हो चुके हैं। पुलिस इनकी तलाश में छापामारी कर रही है।

एमपी के सलकनपुर में भीषण सड़क हादसा, भैरव घाटी पर टकराई कार, 6 लोगों की मौत, मची चीख-पुकार

 मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के सलकनपुर की भैरव घाटी में शुक्रवार को भीषण सड़क हादसा हो गया. जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए. बच्चे का मुंडन कराकर लौटते वक्त यह हादसा हुआ. परिवार भोपाल का रहने वाला है, जो माता बिजासन के दर्शन के लिए सीहोर पहुंचे थे. हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं, गंभीर रूप से घायलों को निजी अस्पताल में रेफर किया गया है. 

भोपाल से परिवार बच्चे का मुंडन कराने सलकनपुर के बिजासन माता मंदिर गया था. मुंडन कराने के बाद परिवार टवेरा कार से लौट रहा था. इसी दौरान भैरव घाटी पर अचानक कार का संतुलन बिगड़ गया. कार अपना संतुलन खोकर हादसे का शिकार हो गई, जिसके चलते ये भीषण सड़क हादसा हुआ.

हादसे की खबर से भोपाल में शोक छा गया. बुधनी एसडीओपी ने बताया कि भोपाल के डीआइजी बंगला क्षेत्र के चौकसे नगर में रहने वाला परिवार अपने बेटे का मुंडन कराने टवेरा से सलकनपुर आया था. कार में ड्राइवर समेत 12 लोग सवार थे. बिजासन माता के दर्शन कर भोपाल लौटते समय शाम करीब 6 बजे भैरव घाटी के पास कार का संतुलन बिगड़ गया. जिससे वह बाउंड्रीवॉल से टकराकर पलट गई. तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. हादसे की सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची.

लोकसभा के लिए वोटिंग से पहले इंदौर में बीजेपी को झटका, इस नेता की होगी गिरफ्तारी? कोर्ट ने जारी किया वारंट


कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम और उनके पिता की मुश्किलें बढ़ गई है। इंदौर जिला कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 17 साल पुराने मामले में उनके खिलाफ धारा 307 बढ़ाई गई थी, जिसके बाद उन्हें आज कोर्ट में पेश होना था लेकिन वे नदारद रहे। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार शर्मा की 30 नंबर कोर्ट ने उनकी जमानत खारिज कर दी और गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। बता दें कि, अक्षय कांति बम पर जमीनी विवाद में 4 अक्टूबर 2007 को यूनुस खान के ऊपर हमला करने, मारपीट और धमकाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। उस समय यूनुस पर गोली भी चलाई गई थी, लेकिन खजराना पुलिस ने तब FIR में हत्या के प्रयास की धारा नहीं जोड़ी थी। जिस दिन अक्षय कांति ने इंदौर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा उसी दिन कोर्ट के आदेश पर 17 साल पुराने इस मामले में अक्षय बम पर आईपीसी की धारा 307 लगाई गई। उन्हें आज 10 मई को कोर्ट में पेश करने का आदेश भी दिया गया था लेकिन वे नहीं पहुंचे थे।
लोकसभा के लिए वोटिंग से पहले इंदौर में बीजेपी को झटका, इस नेता की होगी गिरफ्तारी? कोर्ट ने जारी किया वारंट

 कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम और उनके पिता की मुश्किलें बढ़ गई है। इंदौर जिला कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 17 साल पुराने मामले में उनके खिलाफ धारा 307 बढ़ाई गई थी, जिसके बाद उन्हें आज कोर्ट में पेश होना था लेकिन वे नदारद रहे। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार शर्मा की 30 नंबर कोर्ट ने उनकी जमानत खारिज कर दी और गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 

बता दें कि, अक्षय कांति बम पर जमीनी विवाद में 4 अक्टूबर 2007 को यूनुस खान के ऊपर हमला करने, मारपीट और धमकाने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। उस समय यूनुस पर गोली भी चलाई गई थी, लेकिन खजराना पुलिस ने तब FIR में हत्या के प्रयास की धारा नहीं जोड़ी थी।

जिस दिन अक्षय कांति ने इंदौर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा उसी दिन कोर्ट के आदेश पर 17 साल पुराने इस मामले में अक्षय बम पर आईपीसी की धारा 307 लगाई गई। उन्हें आज 10 मई को कोर्ट में पेश करने का आदेश भी दिया गया था लेकिन वे नहीं पहुंचे थे।

बीजेपी चुनाव जीती तो यूपी का सीएम बदल जाएगा, अरविंद केजरीवाल का दावा*
#cm_arvind_kejriwal_first_public_appearance_after_interim_bail
सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आ चुके हैं। शुक्रवार को जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की।मंदिर में दर्शन करने के बाद केजरीवाल पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबको मेरा प्रणाम। 50 दिन बाद सीधा जेल से आपके पास आया हूं, अच्छा लग रहा है। बजरंगबली की कृपा है। *आप पार्टी नहीं यह एक सोच है-केजरीवाल* केजरीवाल ने कहा कि मैं 140 करोड़ लोगों का साथ चाहता हूं। इस देश को बचाना है। मैं लोकतंत्र को बचाना चाहता हूं। मैं मंत्री, मुख्यमंत्री बनने नहीं आया नौकरी छोड़कर यहां आया हूं। मेरा देश के लिए सबकुछ कुर्बान है। केजरी वाल ने कहा हमारी आम आदमी पार्टी एक छोटी सी पार्टी है। हम दो राज्यों में हैं। 10 साल पुरानी पार्टी है, लेकिन हमारी पार्टी को कुचलने और खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई।मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक साथ हमारी पार्टी के चार टॉप नेता जेल में भेज दिए गए। बड़ी-बड़ी पार्टियों के चार टॉप नेता अगर जेल चले जाएं तो पार्टी खत्म हो जाती है। मुख्‍यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘उन्होंने सोचा की पार्टी खत्म हो जाएगी, लेकिन यह पार्टी नहीं यह एक सोच है…यह बढ़ जाती है। *भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई मुझसे सीखें- केजरीवाल* आप नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ना है तो केजरीवाल से सीखो। एक बार मेरे हाथ एक ऑडियो हाथ लगी। एक मंत्री किसी दुकानवाले से 5 लाख रुपये मांग रहा था। ये बात किसी विपक्ष को नहीं पता था, मीडिया को नहीं पता था। मैंने उसे पार्टी से निकाल दिया। इसी तरह पंजाब का एक मंत्री भी इसी भ्रष्टाचार में शामिल था। मैंने उसे पार्टी से निकाल दिया। *मोदी खतरनाक मिशान चालू कर रखा है- केजरीवाल* आप संयोजक ने कहा कि पीएम मोदी वन नेशन वन लीडर नामक खतरनाक मिशन चालू रख रखा है। वह विपक्ष के सारे नेता को निपटा देंगे और उनकी राजनीति खत्म कर देंगे। आज वह विपक्ष के सारे नेताओं को जेल भेज दिया। उत्तर से दक्षिण तक के कई नेताओं को जेल में बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर ये चुनाव जीत गए तो ये सीएम योगी आदित्यनाथ को दो महीने में निपटा देंगे। ये शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, वसुंधरा राजे का करियर खत्म कर दिया। ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, तेजस्वी यादव जेल में होंगे। उन्होंने कहा कि ये तानाशाह देश के सभी नेताओं को खत्म कर देंगे। इसलिए मैं आज आपसे भीख मांगने के लिए आया हूं कि मेरे देश को बचा लो। मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मुझे 20 दिन दिए हैं। मैं देश में बचाने के लिए पूरे देश का भ्रमण करूंगा।
मणिशंकर अय्यर के 'परमाणु बम' वाले बयान पर पीएम मोदी ने बड़ा हमला, बोले- पाकिस्तान तो बेचने के ले तलाश रहा खरीदार

#pm_modi_enraged_over_mani_shankar_aiyar_statement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनावी सीजन में कांग्रेस को निशाने पर ले रखा है. पीएम मोदी जहां भी चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं, वो कांग्रेस पर सीधा हमला बोल रहे हैं। मोदी शुक्रवार से ओडिशा दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने शनिवार को कंधमाल में जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान पीएम ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 50 सीट भी नहीं जीत पाएगी और चुनाव के बाद उसे विपक्षी दल का दर्जा भी नहीं मिलेगा। पीएम मोदी ने इसके साथ मणिशंकर अय्यर के हाल ही में वायरल हुए बयान पर प्रहार करते हुए कहा, ‘कांग्रेस बार-बार अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है।

कंधमाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये मरे पड़े लोग देश के मन को भी मार रहे हैं। कांग्रेस का हमेशा यही रवैया रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि पाकिस्तान के पास एटम बम है। कांग्रेस डराने की कोशिश करती है।कांग्रेस देश का मन मारती है।

पीएम मोदी ने कहा कि 26 साल पहले आज ही के दिन अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था और हमनें ये दिखा दिया था कि देशभक्ति से ओत-प्रोत सरकार देशहित के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, देश के लोगों को आशा-अपेक्षा के लिए कैसे काम करती है। एक वो दिन था, जब भारत ने दुनिया को अपने सामर्थ्य से परिचित कराया था। दूसरी तरफ कांग्रेस है जो बार-बार अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है। कांग्रेस बार-बार अपने ही देश को डराने का काम करती है। वो कहते हैं बैठ जाइए बैठ जाइए पाकिस्तान के पास प्रमाणु बम है।

इससे पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जिसमें अय्यर ने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने का समर्थन किया और सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर वहां कोई पागल सत्ता पर काबिज हो जाए तो क्या होगा, उनके पास परमाणु बम है। हमारे पास भी है, लेकिन अगर लाहौर स्टेशन पर बम फूटा तो सिर्फ 8 सेकेंड में बम का रेडिएशन अमृतसर पहुंच जाएगा। ऐसे में हमें कोशिश करनी चाहिए कि बातचीत करके बमों का इस्तेमाल रोका जाए। अगर आपने उनसे बात करने की कोशिश की और उन्हें इज्जत दी, तभी वे अपने बम के बारे में नहीं सोचेंगे।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस के इसी कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है। देश ने कितने आतंकी हमले झेले हैं। देश भूल नहीं सकता कि आतंकियों को सबक सिखाने के बजाय…ये लोग आतंकी संगठनों के साथ बैठकें करते थे। 26/11 के मुंबई हमले के बाद इन लोगों की हिम्मत नहीं पड़ी, कि आतंक के सरपरस्तों पर कार्रवाई करें।और क्यों? क्योंकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन को लगता था कि अगर हम कार्रवाई करेंगे तो हमारा वोटबैंक नाराज हो जाएगा।