सूर्य से निकला शक्तिशाली तूफान धरती से टकराया, एलन मस्क की सैटेलाइट में आई खराबी, आसमान में दिखा शानदार औरोरा
सूर्य से एक बेहद शक्तिशाली तूफान निकला है। यह तूफान धरती से टकराया है, जो दो दशकों में सबसे ताकतवर है। भू-चुंबकीय तूफानों से जुड़े उतार-चढ़ाव के कारण सैटेलाइट, जीपीएस, रेडियो और पावर ग्रिड को खतरा है। अंतरिक्ष यानों को हाई रेडिएशन से खतरा है। हालांकि धरती का वातावरण इसे पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है।
दो दशकों का सबसे शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकराया है। इसके कारण आस्ट्रेलिया से लेकर ब्रिटेन तक आसमान में शानदार औरोरा देखने को मिले। आसमान रंगीन रोशनी से नहाया हुआ दिखाई दिया। इसके कारण सैटेलाइट और पावर ग्रिड को खतरा पैदा हो गया है।
सूर्य से निकला विशाल तूफान
अमेरिका की नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर के मुताबिक कई कोरोनल मास इजेक्शन (CME) देखने को मिले। CME सूर्य से निकलने वाले प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र हैं। बाद में यह विशाल भू-चुंबकीय तूफान में बदल गया।
पहले भी आया था खतरनाक तूफान
इस भू-चुंबकीय तूफान को बाद में 'अत्यधिक' श्रेणी तक अपग्रेड किया गया। इससे पहले खतरनाक तूफान 2003 में आया 'हैलोवीन' था। इसके कारण स्वीडन में ब्लैकआउट हुआ और दक्षिण अफ्रीका में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। आने वाले दिनों में और अधिक CME के ग्रह से टकराने का खतरा है।
स्टारलिंक सैटेलाइट को हुआ नुकसान
एलन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट कंपनी की ओर से भी खराब सेवा की वॉर्निंग जारी की गई हैं। पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले लगभग 60 फीसदी सैटेलाइट स्टारलिंक के हैं, जो धरती पर इंटरनेट देते हैं। मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उनकी सैटेलाइट दबाव में हैं।
आसमान में दिखी रोशनी
उत्तरी यूरोप और ऑस्ट्रेलिया से औरोरा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने को मिलीं। इंग्लैंड के हर्टफोर्ड में इयान मैन्सफील्ड ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा कि हमने अभी बच्चों को अपने गार्डेन में नॉर्दर्न लाइट्स देखने के लिए जगाया है। नग्न आंखों से यह काफी साफ दिख रहा है।
क्या हो सकती है समस्या
अधिकारियों ने पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन के कारण होने वाले संभावित खतरों को लेकर सैटेलाइट ऑपरेटरों, एयरलाइंस और पावर ग्रिड को सूचना दी है। इस दौरान रेडियो सिग्नल में भी खराबी देखने को मिल सकती है।
सनस्पॉट से निकला तूफान
सौर ज्वालाएं प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं, जो लगभग 8 मिनट में धरती पर पहुंचती हैं। लेकिन CME उससे शांत गति से चलती है। वर्तमान में इसका औसत 800 किमी प्रति सेकंड है। CME सूर्य पर बने एक विशाल सनस्पॉट से निकला है, जो हमारे ग्रह से 17 गुना ज्यादा चौड़ा है।
May 12 2024, 11:16