संदेशखाली मामले में आया नया मोड़, वापस ली गई शिकायत, पैसे देकर झूठे केस दर्ज करवाने का लगाया आरोप
#sandeshkhali_victimized_women_u_turn_no_harassment
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली को लेकर एक बार फिर सियासत तेज है।संदेशखाली में महिलाओं पर टीएमसी नेताओं के उत्पीड़न के आरोप के बाद अब महिलाओं ने यू-टर्न लिया है। पीड़िताओं में दो ने शाहजहां शेख के खिलाफ दर्ज शिकायत वापस ले ली है। पीड़ित महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उनलोगों से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए और थाने में फर्जी मामले दर्ज किये गये हैं।
संदेशखाली में दो महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई गई रेप की शिकायत वापस ले ली है। उनका कहना है कि हमें कभी नहीं पता था कि हमारे साथ बलात्कार हुआ है और हमारे आरोप यहां तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि वे पूछने आए कि किसको शिकायत है। जब हमने अपनी शिकायतें सूचीबद्ध कीं, तो हमें एक कोरा कागज दिया गया और हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया। उसके बाद, हम घर चले गए। चार पांच दिन बाद हमें थाने से नोटिस मिला। तब हमें पता चला कि उसने बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई है। ये सरासर झूठ था। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। महिला आरोप लगा रही है कि उन्हें इसके बाद से धमकी मिल रही है।
वहीं टीएमसी की नेता और मंत्री शशि पांजा ने कहा कि बीजेपी ने महिलाओं को पैसे देकर रेप का केस दर्ज करवाया है। कइयों से तो सफेद कागज पर साइन करवा लिया है। वे महिलाएं अब थाने में जाकर कह रही हैं कि हम केस वापस लेना चाहते हैं।
दरअसल, पिछले हफ्ते एक ’वायरल वीडियो’ को लेकर सियासत हुई थी। जिस वायरल वीडियो में भाजपा का एक स्थानीय नेता ये कहता नजर आया था कि शुभेन्दु अधिकारी ने पैसे देकर संदेशखाली के मामले को बड़ा किया था। इस वीडियो में मौजूद नेता ये भी कहता नजर आया था कि महिलाओं को पैसे देकर झूठे केस दर्ज कराए गए थे। महिला ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि मुझसे सफेद कागज पर साइन कराया गया। फिर बाद में मुझे पता चला कि मेरे नाम से रेप केस फाइल करवाया गया है।
May 10 2024, 10:19