फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार,एक महिला से 85 लाख की ठगी होने पर पुलिस ने शुरू की तलाश
लखनऊ । फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर गिरफ्तारी के नाम पर डरा-धमकाकर पीड़िता के साथ 85 लाख की धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधी का पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए मामले का पदार्फाश किया है।
एक मई को पीड़ित महिला द्वारा सूचना दी गयी कि जब वह ड्यूटी पर थी उनके पास एक अज्ञात कॉल आई अज्ञात व्यक्ति ने अपने आपको कस्टम अधिकारी बताकर वादिनी को बताया गया कि आपके नाम पर जो कारगो बुक है उसमें कुछ जाली पासपोर्ट एटीएम कार्ड तथा 140 ग्राम एमडीएम पाया गया जो कि अपराध की श्रेणी में आता है फिर उस व्यक्ति द्बारा कॉल को एक अन्य व्यक्ति को यह बताकर ट्राँसफर किया गया कि सीबीआई के अधिकारी आपसे बात करेंगे फिर उस व्यक्ति ने जोकि अपने आपको सीबीआई अधिकारी बता रहा था उसने वादिनी को डराया धमकाया व डिजिटल अरेस्ट के नाम पर वादिया के साथ 85 लाख रुपए की ठगी कर ली गयी।
जिस पर थाना साइबर क्राइम मुकदमा दर्ज हुआ। इसका पर्दाफाश करने के लिए पुलिस आयुक्त ,संयुक्त पुलिस उपायुक्त के निर्देशन में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए टीम गठित की गयी ।
उपरोक्त अभियोग में उपरोक्त घटना में अपराधियों द्वारा महिला से ठगी गयी धनराशि को जिन खातों को स्धानान्तरित कराया जाता था चेक के माध्यम से कैश निकाल लिया जाता था तथा कुछ धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरित कर दिया जाता था। प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा उच्च अधिकारीगण के निर्देशन पर सूचना तंत्र सक्रिय कर तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर अभियुक्त को गोमती नगर विस्तार स्थित मंदाकिनी अपार्टमेंट से उनको गिरफ्तार कर कर लिया गया।
पूछताछ में पता चला कि इन साइबर अपराधी द्वारा वर्चुअली ऐसे टेलीग्राम ग्रुप में जुड़कर जो आॅनलाइन फ्रॉड करने में ठगी गयी धनराशि को स्थानान्तरण एवं निकासी करने के लिये स्वयं के व फर्जी बैंक खातो को अन्य साइबर अपराधियो उपलब्ध कराया जाता था।
May 06 2024, 20:30