*सरकारी अस्पतालों में हर मर्ज में दवा पैरासिटामॉल की टेबलेट, एक साल में मरीजों को दी गई 58.54 लाख गोलियां
भदोही- जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को हर दर्द की दवा के रूप में पैरासिटामॉल की गोलियां जरूर दी जाती है। पेट दर्द, बुखार,सिर दर्द जैसे बीमारियों में चिकित्सक पैरासिटामॉल अवश्य देते हैं। दूसरी दवाओं के लिए मरीजों को मेडिकल स्टोर जाना पड़ रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय,सौ शैय्या अस्पताल, सीएचसी,पीएचसी और उप केंद्रों मिलाकर 211 सरकारी अस्पताल है। इसमें रोजाना चार से साढ़े चार हजार तक मरीज देखे जाते हैं। मरीज को जरूरी दवाएं अस्पतालों से ही मिलनी चाहिए लेकिन चिकित्सक ज्यादातर मामलों में मरीजों को पैरासिटामॉल का टैबलेट जरुर देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में 58 लाख 54 हजार पैरासिटामॉल की गोलियां मरीजों को दी गई है। सर्दी , जुकाम, बुखार,बदन दर्द,सर दर्द,पेट दर्द आदि के मरीजों को तो पैरासिटामॉल अवश्य दी जाती है दूसरी महत्वपूर्ण दवाएं बाहर से लिखी जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक का कहना है कि हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ पहुंच रहा है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। चिकित्सक बीमारी के अनुसार दवा देते हैं। किस बीमारी में कौन सी दवा देनी चाहिए यह चिकित्सक ही तय करता है। जो भी जो भी बेहतर दवा उपलब्ध होती है। मरीज को देता है।
May 04 2024, 17:47