अमानक बन रहे कक्षा कक्ष को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने ध्वस्त कराने के आदेश को प्रधानाध्यापक ने नकारा
अमृतपुर फर्रुखाबाद। सर्व शिक्षा अभियान को लेकर विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्षा का निर्माण सरकार द्वारा लगातार कराया जा रहा है। शिक्षा की स्थिति बेहतरीन हो और ग्रामीण क्षेत्र से लेकर नगरीय क्षेत्र के नौनिहाल निशुल्क इन विद्यालयों में अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें। इन कक्षाओं के निर्माण में मानकों का विशेष ध्यान रखा जाता है। जिसके लिए सेकुलर जारी किया जाता है और समय से भुगतान भी किया जाता है। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी अध्यापकों के ही ऊपर डाली जाती है।
जिससे वह बेहतरीन निर्माण कार्य करा सके और उनके द्वारा कराए गए कक्षा कक्ष लंबे समय तक सही तरीके से चलते रहे। परंतु भ्रष्टाचार का आलम इतना गहरा हो चुका है की पांच अंको की सैलरी पाने वाले अध्यापक अक्सर कक्षाओं के निर्माण में घपला बाजी करते हुए मोटी रकम बचाने के चक्कर में मानकों का ध्यान नहीं रखते। विकासखंड राजेपुर के ग्राम बिजपुरिया में ऐसा ही एक कारनामा देखने को मिला। यहां अतिरिक्त कक्षा कक्षा का निर्माण कार्य वित्त वर्ष 2023 व 24 के अंतर्गत कराए जाने के आदेश हुए और 26 दिसंबर 2023 को लाखों रुपए की धनराशि विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में विभाग द्वारा भेज दी गई।
इस निर्माण कार्य की शिकायत आने पर जिला सामन्यवक निर्माण द्वारा निरीक्षण किया गया। जिसमें शिकायत सही पाई गई और निर्माण कार्य पूर्ण रूप से अमानत मिला। इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने 31 जनवरी 2024 को लिखित में आदेश जारी करते हुए कहा कि निर्माण कार्य को ध्वस्त कराकर नए सिरे से मानक के अनुरूप निर्माण कार्य कराया जाए। परंतु इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए इस अमानत निर्माण कार्य के ऊपर पुनः निर्माण शुरू कर दिया गया। अब यह कच्छ चटक जाए गिर जाए या इससे बच्चों को कोई हानि पहुंचे इसकी जिम्मेदारी कौन संभालेगा। लेकिन जो आदेश जारी किया गया है उसके अनुरूप अगर कार्य होता है तो फिर निर्माण कार्य की लागत विभाग जरूर वसूलेगा जो कि एक मिसाल होगी और फिर अन्य स्थानों पर स्कूलों में चल रहे निर्माण कार्य को कराए जाने से पहले सौ बार सोचना पड़ेगा।
जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर पर मामले की जानकारी दी तो जिलाधिकारी ने बताया कि जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
May 03 2024, 18:11