बृजभूषण सिंह के बेटे करण भूषण ने कैसरगंज सीट से खरीदा नामांकन पत्र, कल करेंगे नामांकन

लखनऊ। देशभर में चर्चा का विषय बनी कैसरगंज लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है ! करण भूषण सिंह कल अपना नामांकन करेंगे। फिलहाल मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक उन्हें पार्टी कार्यालय से फॉर्म ए और बी दे दिया गया है। जबकि आधिकारिक तौर पर अभी तक कोई पुष्टि नहीं की गयी है।

कैसरगंज लोकसभा सीट से लगभग यह तय हो गया है कि भाजपा बृजभूषण शरण सिंह को चुनाव मैदान में नहीं उतारेगी। जिले में चर्चा है कि अब उनके बेटे और कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष करण भूषण सिंह को भाजपा ने कैसरगंज लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। करण भूषण को टिकट मिलने की खबर से सिंह के समर्थकों में काफी उत्साह है। बृजभूषण सिंह के आवास पर उनके समर्थक खुशी का इजहार कर रहे हैं। एक वीडियो में बृजभूषण सिंह की मौजूदगी में उनके समर्थक करण भूषण सिंह जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि करण भूषण ने अपने पिता का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

चर्चा यह भी है कि बृजभूषण सिंह के बेटे व भाजपा के गोण्डा सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने करण भूषण को टिकट मिलने की जानकारी एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को दी थी। उसके बाद बेटे को टिकट मिलने की जानकारी भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह ने खुद अपने समर्थकों को दिया है। उन्होंने समर्थकों से क्षेत्र में जाकर प्रचार प्रसार करने के लिए कहा है। भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह कल 11 बजे अपना नामांकन करेंगे। फिलहाल आधिकारिक तौर पर अभी कोई लिस्ट सामने नहीं आई है।जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से यह जानकारी दी गई है कि करण भूषण सिंह ने भाजपा से चार सेट फॉर्म खरीदा है। वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने ऐसी कोई भी जानकारी होने से सीधे इनकार किया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ का खड़गे पर पलटवार, कहा- सनातन का अपमान कर रही कांग्रेस का जनता करेगी विसर्जन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के भगवान राम पर दिए गए बयान पर गुरुवार को पलटवार किया। उन्होंने इसे सनातन परंपरा पर ठेस और अपमानित करने वाला बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम और शिव को एक-दूसरे का विरोधी बताने वाली कांग्रेस हमेशा बांटो और राज करो की नीयत से काम करती आई है।

उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने शिव की आराधना की। भगवान शिव ने भी राम की उपासना की। राम और शिव अलग-अलग नहीं हैं। कांग्रेस लगातार सनातन को अपमानित करती है। भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करना कांग्रेस की प्रवृत्ति है। खड़गे को कांग्रेसी संस्कार में जो प्राप्त हुआ है वही बात वे अपने भाषणों में कह रहे हैं। यह सब कांग्रेस के पतन की नई शुरुआत है। कांग्रेस का लोग विसर्जन करने वाले हैं।

उल्लेखनीय है कि खड़गे ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में भगवान शिव और राम को लेकर अपनी टिप्पणी की थी। खड़गे ने कांग्रेस उम्मीदवार शिवकुमार डहरिया की तुलना भगवान शिव से की। उन्होंने कहा था कि डहरिया राम के साथ समान रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, क्योंकि 'वह शिव हैं'। उन्होंने कहा कि मेरा नाम भी मल्लिकार्जुन है, यानी मैं भी शिव हूं। आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन नाम का एक ज्योतिर्लिंग भी है। उनके भगवान राम और शिव पर दिए इस बयान ने सियासी तूल पकड़ लिया है।

कैसरगंज सीट को लेकर मंथन जारी, भाजपा अंतिम समय लगा सकती है नया दांव, बृजभूषण को लेकर सस्पेंस बकरार

लखनऊ । यूपी की सियासी तपिश के केंद्र कैसरगंज को लेकर मंथन राजधानी से लेकर दिल्ली तक चल रहा है। प्रत्याशी तय करने में पार्टियां नफा- नुकसान पर इतनी गंभीर हैं कि नाम तय करने में पसीना छूट रहा है। अंतिम दौर में पहुंचे नामांकन में अब प्रत्याशी तय करना मजबूरी सा हो गया है। भाजपा ही नहीं तीनों दलों में घमासान मचा है कि आखिर कमान किसके हाथ में दी जाए, जिससे राजनीतिक इज्जत बची रहे। इसी दांव में भाजपा ने नई राह निकाली है। इसमें किसी दिग्गज को या फिर महिला नेतृत्व के हाथ में क्षेत्र की कमान दी जा सकती है।

बुधवार को पूरे दिन सियासी पारा इसी के आसपास उठता-गिरता रहा। कैसरगंज की नुमाइंदगी कर रहे सियासी अखाड़े के दिग्गज से भाजपा ने आंख क्या फेरी, दावा तय करने में देरी की इंतहां हो गई। सजे मैदान में सियासी सेना पूरे एक माह से कदमताल कर रही है। सेनापति के न होने से जंग छिड़ ही नहीं पा रही। कैसरगंज के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि कोई दल प्रत्याशी तय करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। बुधवार को राजनीतिक गलियारों में कई नाम सामने आते रहे, यह अलग बात रही कि किसी नाम पर मुहर नहीं लग सकी। दिल्ली की बैठक का जिक्र जोरों पर रहा कि अब कर्नाटक की घटना के बाद नारी नेतृत्व के हाथ में कैसरगंज की चाभी दी जाए। इसके लिए समाजवादी घराने की बहू जो भगवा रंग धारण किए हैं का नाम भी चर्चा में रहा। वहीं स्थानीय सियासी घराने का नाम भी सुर्खियों में आया। देर शाम तक सिर्फ नामों की चर्चा रही।

इसी बीच प्रदेश सरकार के एक डिप्टी सीएम का नाम भी तैरता रहा। समय कम हाेने से सभी को जल्द फैसले की उम्मीद है। अब एक ही बात की चर्चा है कि आखिर किसके हाथ में फूल महकेगा। बात सपा की करें तो चार संभावितों ने नामांकन पत्र तो लिया है, लेकिन अभी दाखिल करने की हरी झंडी नहीं मिली है। सपा भी भाजपा के दांव का अंतिम समय तक इंतजार करने के मूड में दिख रही है, वहीं बसपा भी किसी का इंतजार ही कर रही है। वह भी शुक्रवार के पहले पूरा हो जाएगा। अब यहां देखना अहम होगा कि इस इंतजार में बेकरार कौन होता है। इसी पर पूरे समीकरण का दारोमदार टिका है। ऐसा भी हो सकता है कि बेकरारी बगावत तक पहुंच जाए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैसरगंज सीट से मौजूदा भाजपा बृजभूषण शरण सिंह पर गाज गिर सकती है। उनकी जगह उनके छोटे बेटे को टिकट देने की चर्चाएं हैं। या फिर किसी महिला को भी मैदान में उतारा जा सकता है।

बसपा ने उप्र की छह लोकसभा और लखनऊ पूर्वी उपचुनाव के उम्मीदवार घोषित किए

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी ने गुरुवार को लखनऊ पूर्वी उपचुनाव के उम्मीदवार आलोक कुशवाहा और छह लोकसभा सीटों समेत सात उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इस सूची में बाराबंकी की सुरक्षित सीट पर दो दिनों से चर्चा में आये शिवकुमार दोहरे का नाम घोषित हो गया।

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा ने उम्मीदवारों की 11वीं सूची जारी की। इसमें गोण्डा लोकसभा सीट से सौरभ मिश्रा, डुमरियागंज सीट से मोहम्मद नदीम मिर्जा, कैसरगंज लोकसभा सीट से नरेन्द्र पाण्डेय, संतकबीर नगर सीट से नदीम अशरफ, आजमगढ़ लोकसभा सीट से महशूद अहमद को उम्मीदवार बनाया गया है।

बसपा की सूची में मुस्लिम चेहरों को वरीयता दी गयी है तो कैसरगंज लोकसभा सीट पर भाजपा और सपा से पहले बसपा ने अपना उम्मीदवार दे दिया है। बता दें कि कैसरगंज लोकसभा सीट पर बसपा कार्यकर्ता कुछ समय से नरेन्द्र पाण्डेय का नाम ले रहे थे। हाईकमान से उनके नाम पर मुहर लगने के बाद उनके समर्थकों में खुशी है।

दिल्ली के बाद लखनऊ के एक स्कूल को बम से उड़ाने की मिली धमकी

लखनऊ। दिल्ली-एनसीआर के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक स्कूल को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। हालांकि यह अफवाह निकली।पीजीआई थाना क्षेत्रान्तर्गत वृंदावन योजना में एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में एक इमेल प्राप्त हुआ, जिसमें स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी थी। इसके बाद स्कूल प्रबंध ने फौरन सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बीडीएस टीम के साथ मामले की जांच की तो इसे अफवाह पाया। अब यूपी एटीएस, एसटीएफ इस मामले में जुट गई है। साइबर सेल की मदद से इमेल के बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि यह मामला सुबह से ही दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में चल रहा था तो सक्रिय पुलिस ने कई स्कूलों की गहनता से छानबीन की। तलाशी के दौरान यहां पर कोई भी पदार्थ नहीं पाया गया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले को पूरी तरह से फर्जी बताया। लेकिन सतर्कता बनायी रखी थी। स्कूलों को भेजी गई इस ईमेल के पीछे के मकसद को जानने के लिए जांच एजेंसियां और पुलिस जुट गई हैं।

गरीबों के साथ मजाक कर रही भाजपा सरकार: अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव की इटावा के विधानसभा जसवंतनगर में जनसभा को संबोधित किया जनसभा संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय आपदा में अवसर का नारा देने वाले लोगों की पोल खुल गई है। कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से भी भाजपा के लोगों ने चंदा लेकर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ होने दिया। आज वह कंपनी कोर्ट के कठघरे में खड़ी है और उस वैक्सीन से लोगों में हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज की बीमारियां बढ़ रही हैं।

इटावा जसवंतनगर में जनसभा को संबोधित करते अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह लोग सब कुछ प्राइवेट करते चले जा रहे हैं। हर विभाग में आउटसोर्स से भर्ती हो रही है और जो भर्ती सरकार कर रही है, उनके पेपर लीक करवा रही है ताकि भर्तियां न करनी पड़ जाए। गरीब, किसान बेरोजगार लोगों ने बैंक में सोना रखकर कर्ज लिया है। देश में महंगाई से परेशान गृहिणी महिलाएं भी अब भारतीय जनता पार्टी से परेशान हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह लोग सब कुछ उल्टा पुल्टा कर चुके हैं। इस बार यह लोग सत्ता में आए तो संविधान बदल देंगे। भाजपा ने एक दिन फैसला लिया और नोटबंदी कर दी और लोगों को बैंक की लाइनों में खड़ा कर दिया और फिर फौज की नौकरी भी चार साल की कर दी ।

आगे पता नहीं, हो सकता है पुलिस की भर्ती में भी तीन साल की नौकरी कर दे। उन्होंने कहा कि दो चरणों के चुनाव में भाजपा के लोग और उनके साथी बहुत पीछे छूट गए हैं इसलिए उन्होंने अपना चार सौ पार का नारा भी बदल दिया है। यह लोग सबको जबरदस्ती कोरोना की वैक्सीन लगवा रहे थे अब तो बात खुल गई । सोचिए कंपनी ने खुद कोर्ट में कहा कि इस वैक्सीन के बाद हार्ट अटैक और दिल संबंधी बीमारियां बढ़ी हैं। भाजपा ने अपनी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके कंपनियों से जबरदस्ती चंदा वसूला है। जिन कंपनियों के पास टर्न ओवर नहीं है, उन कंपनियों से हजारों करोड़ रुपए का चंदा लिया है। आज देश में महंगाई चंदे की वजह से बढ़ी है।

उन्होंने कहा कि अगर विभाग प्राइवेट हो जायेगा तो क्या आरक्षण लागू होगा? यह हवाई जहाज वाला विभाग प्राइवेट कर दिया और इसी तरह और भी विभाग हैं। अगर आरक्षण खत्म नहीं करना चाहते है तो प्राइवेट के रास्ते पर क्यों जा रहे है। उन्होंने कहा कि यह जसवंतनगर है और आज तारीख एक मई है । यह समझ लो कि बीजेपी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ने फ्री में गल्ला देने का वादा करअपनी सरकार तो बना ली शुरू में तो गल्ले में रिफाइंड दाल चीनी सब कुछ दिया, अब क्या दे रही है । गरीबों का मजाक बनाया जा रहा है। हमारी सरकार बनने के बाद हम अच्छी गुणवत्ता का आटा और डाटा दोनो फ्री में देंगे। किसानों का कर्ज माफ करेंगे।

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

लखनऊ 1मई । राजधानी लखनऊ में मजदूर दिवस के अवसर पर यूपी प्रेस क्लब में यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर पत्रकारों के लिए पेंशन योजना, पत्रकार सुरक्षा कानून, पीजीआई में सभी श्रमजीवी पत्रकारों को चिकित्सा सुविधा और डेस्क कर्मियों को प्रेस मान्यता दिए जाने की मांग की गयी। यूनियन ने मुख्यमंत्री को संबोधित इन 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सीएम के सलाहकार और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अवनीश अवस्थी को सौंपा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने मई दिवस पर सभी लोगों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि जादूगर अगर जादू दिखा दे तो आवास और पेंशन की समस्या खत्म हो जाय। मुख्यमंत्री ने कोविड में खत्म हुए 122 पत्रकारों के परिवार को सहायता दी थी। उन्होंने पत्रकारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव चल रहा है इसलिए ज्यादा नहीं बोल सकता हूं। लेकिन पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का समाधान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जो भी मजदूर है जहाँ भी काम कर रहा उसकी इज्जत करे। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का विकसित भारत का सपना पूरा होगा। अवनीश अवस्थी ने मंच से वहां मौजूद सभी लोगों से मतदान करने की भी अपील की। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ने सभी पत्रकारों को मजदूर दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की इतनी कम सैलरी पर 24 घंटे काम करना बहुत बड़ी बात है। रात में घटना हो या दिन में बारिश में ठंड में गर्मी में लगातार काम करते है। श्रमिक के काम का एक समय होता हैं लेकिन पत्रकार के काम करने का घंटा तय नहीं रहता। उन्होंने कहा कि वह सरकार से पत्रकारों के हितों के लिए मजबूती से पैरवी करेंगे।

कार्यक्रम में यूपी प्रेस क्लब के अध्यक्ष रवींद्र कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकार और पत्रकारिता दोनों संक्रमण काल के दौर से गुजर रहे हैं। सरकार पत्रकारों के हितों का संरक्षण करने के उपाय करें। अखबार चलाने वाले मालिकान अब संविदा के तहत पत्रकारों को नौकरी में रखते हैं। इसलिए नौकरी खत्म होने का संकट हमेशा बना रहता है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश श्रमजीवी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने कहा कि पत्रकारों को बिना किसी दबाव के कार्य का माहौल बरकरार रखा जाए। पत्रकारों के उत्पीड़न को गंभीरता से लेते हुए सरकार इसके समाधान की व्यवस्था करे।

मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में मांग की गयी है कि मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, केरल समेत लगभग एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है।

यूपी सरकार भी पत्रकारों के लिए शीघ्र ही पेंशन योजना का ऐलान करे। ज्ञापन में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिछले कार्यकाल का उल्लेख किया गया है जिसमें पत्रकारों के लिए 20 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने का निर्णय लिया गया था। ज्ञापन में न्यूज़ आधारित यूट्यूब चैनलों के लिए भी नियमावली बनाकर उन्हें प्रेस मान्यता देने तथा रेल किराए में 50 प्रतिशत की छूट बहाल करने और प्रेस काउंसिल के स्थान पर मीडिया काउंसिल गठित करने की केंद्र सरकार को संस्तुत करने की मांग भी की गयी है।

दिवंगत पत्रकारों के परिवारों की आर्थिक सहायता के लिए स्थायी व्यवस्था करने और राजमार्गों पर राज्य मुख्यालय में मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ-साथ राज्य एवं जिला स्तरीय संवाददाताओं के प्रेस वाहनों को टोल टैक्स से छूट देने की मांग भी ज्ञापन में की गयी है। इसके अलावा लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों को सरकारी विज्ञापनों का एक निश्चित कोटा निर्धारित करने की मांग भी मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में की गई है।

इस अवसर पर सुरेश बहादुर सिंह, लखनऊ मंडल इकाई के अध्यक्ष शिवशरण सिंह, प्रदेश महामंत्री पीके तिवारी, मनोज मिश्रा , मुकुल मिश्रा , नितिन श्रीवास्तव , आदर्श प्रकाश सिंह, देवराज सिंह , नवलकांत सिन्हा , दीपक गिडवानी , राकेश पांडे, आदित्य सिंह , राजेश शुक्ला, प्रद्युम्न तिवारी, अर्चना गुप्ता, जुबेर अहमद, रजा रिज़वी, अब्दुल वाहिद, कुटुबु ल्ला, तारिक फारुकी, भरत सिंह नेगी , अजय कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड से आ रहे बारातियों की कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई, तीन महिलाओं की मौत, हादसे में घायल सात लोगों का अस्पताल में चल रहा इलाज

लखनऊ । पीलीभीत जनपद के पूरनपुर थाना क्षेत्र में उत्तराखंड से शादी समारोह में शामिल होने आ रही बारातियों से भरी एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी पर पहुंची थाना पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई की।

पूरनपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार शुक्ला ने बुधवार को बताया कार उत्तराखंड के शक्ति फार्म के रहने वाले लोग पीलीभीत के चंदिया हजारा इलाके में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने आ रहे थे। कार में परिवार के कुल 10 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि जानकारी पर पता चला है कि मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात कार जैसे ही धनारा घाट रोड से गुजर रही थी तभी सामने से आ रही स्कूटी को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हो गई।

संतुलन बिगड़ने के चलते कार सड़क किनारे पेड़ से टकराकर पलट गई। इस हादसे में कार सवार महिला रेणुका राम, कंचन और विशाखा की मौत हो गई। जबकि कार में सवार गोविंद नेहाल समेत सात अन्य लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की जानकारी उत्तराखंड में हादसे के शिकार लोगों के परिवारीजनों को दी गई है। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है।

अमेठी में नामांकन के अब 72 घंटे शेष, कांग्रेस प्रत्याशी घोषित न होने से कार्यकर्ता निराश,कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश

लखनऊ /अमेठी। देश की सबसे हॉट और हाई प्रोफाइल लोकसभा अमेठी में पिछले 26 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अब नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने में मात्र 72 घंटे शेष बचे हैं। आगामी 3 मई को नामांकन करने की समय सीमा खत्म हो रही है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस से अभी तक प्रत्याशी ही नहीं घोषित हुआ है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं में हताशा और निराशा का भाव उत्पन्न हो गया है। ऐसे में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने की खुदकुशी की कोशिश, अमेठी से टिकट फाइनल न होने से खफा

भाजपा से अमेठी सांसद स्मृति ईरानी लड़ रही चुनाव

भारत सरकार की केंद्रीय मंत्री व वर्तमान अमेठी सांसद स्मृति ईरानी को भारतीय जनता पार्टी ने बहुत पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। उन्होंने विगत 29 अप्रैल को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। यही नहीं बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार दिया है। आज (बुधवार) बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी द्वारा नामांकन किया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि विपक्षी कांग्रेस पार्टी में अभी तक दुविधा और संशय की स्थिति बनी हुई है। जिसके कारण कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के अंदर डर के साथ-साथ हताशा और निराशा साफ देखी जा रही है।

कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया

इसी के कारण 30 अप्रैल की शाम को 4 बजे से जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल और प्रदेश सचिव योगेंद्र मिश्रा सहित लगभग 50 की संख्या में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय गौरीगंज में धरना प्रदर्शन शुरू किया। इन लोगों का कहना है कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति चाहे राहुल गांधी हो अथवा प्रियंका गांधी जब तक मैदान में नहीं आएंगे तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।

गांधी खानदान से अमेठी से नामांकन करने की कार्यकर्ता कर रहे अपील

यही नहीं हद तो तब हो गई जब कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश मिश्र सेनानी के द्वारा कांग्रेस केंद्रीय कार्यालय परिसर में गेस्ट हाउस के बगल लगे अमरूद के पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने के लिए जाने लगे, उन्हें वहां मौजूद कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ऐसा करने से रोक लिया।इन लोगों का कहना है कि अब जब हम क्षेत्र में जनता के बीच जाते हैं तो लोग हमसे हमारे प्रत्याशी को पूछते हैं और मेरे पास कोई जवाब नहीं है। ऐसे में अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। इसीलिए यहां पर बैठकर हम लोग अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं ताकि गांधी खानदान के कानों तक यह बात पहुंचे और वह अमेठी से अपना नामांकन दाखिल करें।

पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा, मीडिया के सामने दिया बड़ा बयान

लखनऊ । पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से रिहा हो गए हैं। जेल से रिहा होने के बाद बाहर आते ही उन्होंने कहा कि मुझे फर्जी मुकदमे में सजा हुई। मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही हैं। मैं सीधे क्षेत्र में जाऊंगा।

आपको बता दें कि रिहाई का परवाना लेकर जौनपुर जेल से स्पेशल मैसेंजर बरेली सेंट्रल जेल के लिए रवाना हुए थे। बुधवार सुबह उनकी जेल में रिहाई हो गई। शनिवार से जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। धनंजय सिंह को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उसी दिन धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी जौनपुर से बसपा की लोकसभा प्रत्याशी हैं और उन्हें एक मई को नामांकन दाखिल करना था। धनंजय की रिहाई में देरी की वजह से श्रीकला अब चार मई को नामांकन करेंगी।जौनपुर जिला जेल के अधीक्षक एसके पांडेय के अनुसार कोर्ट से रिहाई परवाना आया था। जरूरी कागजी कवायद के बाद स्पेशल मैसेंजर के जरिये उसे बरेली सेंट्रल जेल के लिए भेजा गया है। इसकी तस्दीक के बाद ही रिहाई होगी।