बिहार में अगले पांच दिन पड़ेगी भीषण गर्मी हीटवेव के दौरार तीन घंटे बाहर निकलने से बचे.
बिहार : बिहार में अगले पांच दिन भीषण गर्मी पड़ने वाली हैं. 29 अप्रैल तक प्रचंड पछुआ के प्रवाह और ताप के प्रभाव से हीट वेव की स्थति बनेगी. दक्षिण बिहार के अधिकतर जिलों में इसका व्यापक असर रहेगा. पटना सहित अधिकतर जिलों में इसका व्यापक असर रहेगा. पटना सहित अधिकतर शहर लू की चपेट में रहेंगें और इस दौरान अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी संभव हैं. वहीं उत्तर बिहार के जिलों में एक दो जगहों पर लू का प्रभाव वना रहेगा. मौसम विभाग ने भीषण हीटवेव की आशंका को देखते हुए बु़धवार को विशेष बुलेटिन जारी कर लोगों को सर्तक रहने की सलाह दी हैं.


        मौसम विभाग ने दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक लोगों को घर से बेवजह बाहर नहीं निकलने की सलाह दी हैं. इस दौरान पारा चरम पर होता हैं और हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ सकते हैं. लोगों को पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी गई हैं. हीटवेव के दौरान शारीरिक तनाव की स्थिति हो सकती हैं. जिससे जान को खतरा हो सकता हैं. ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी हैं.
लालटेन का तेल खत्म, अब वह भभक रहा, लालू यादव की आरजेडी पर राजनाथ सिंह ने कसा तंज.
बिहार:  केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस और राजद ने बिहार को बर्बाद कर दिया हैं. बिहार के सीएम तक कांग्रेस के शासनकाल में जेल में गये. अब जब एनडीए की डबल इंजन की सरकार विज्ञान एवं तकनीकी के युग में बिहार को विकसित राज्य बना रही हैं तो वे लोग फिर से बिहार को लालटेन युग में ले जाना चाहते हैं. लेकिन अब बिहार की जनता ने ये फैसला लिया है कि वह भाजपा और जदयू वाली एनडीए के साथ खड़ी रहेगी. अब आप जान लें कि बिहार में लालटेन का तेल खत्म हो चुका हैं. अब सिर्फ लालटेन भभक रहा हैं.

       
    राजनाथ सिंह मंगलवार को भागलपुर के कहलगांव शारदा पाठशाला में आयोजित एनडीए प्रत्याशी अजय मंडल के पक्ष में आयोजित जनसभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर कर रहे थे. उन्होनें जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद की सरकारों ने हमेशा से जनता की उम्मीदों को तोड़ा हैं. महात्मा गांधी, ज्योतिबा फूले व बाबा साहब अम्बेडकर के सपनों को अगर कोई पूरा कर रहा हैं तो वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. वे (राजद और कांग्रेस) बिहार को जाति में बांटकर राजनीति करना चाहते हैं. जबकि मोदी जी का मानना है कि राजनीति देश के लिए होनी चाहिए.

         
       उन्होंने कहा कि विज्ञान के युग में चरवाहा माडल की बात की जा रही हैं. हमने अपने पूरे देश के दौरे में हमने देखा हैं कि वह पूरे देश में कांग्रेस ने तीन में रही हैं और नहीं 13 में. बिहार के युवाओं में प्रतिभा, दक्षता हैं. बिहार के जवानों ने गलवान में अपने पराक्रम का परिचय देते हुए दुश्मनों को नाकों चने चबा दिया था. कांग्रेस व राजद के नेता बिहार को गरीब बनाकर खुद को करोड़पति बनाना चाहते हैं.


         
    राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने जो भी वादे किए थे, वे सब के सब पूरे हुए. चाहे कश्मीर में धारा 370 हो या फिर अयोध्या में भगवान श्री राम का निर्माण करना. हम भारत को साल 2047 तक विकसित देश बनाना चाहतें हैं.
बिहार में तीसरे चरण के 5 सीटों पर 54 प्रत्याशी मैदान में, 7 मई को वोंटिंग: इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर
बिहार: बिहार में तीसरे चरण के पांच लोकसभा क्षेत्रों झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा व खगड़िया के चुनाव में नामांकन वापसी की अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद 54 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. सोमवार तक नामांकन वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित थी लेकिन किसी भी उम्मीदवार ने नाम वापस नहीं लिया. जानकारी के अनुसार झंझारपुर लोकसभा  चुनाव क्षेत्र से 10 उम्मीदवार, सुपौल से 15 उम्मीदवार, अररिया से 9, मधेपुरा से 8 और खगड़िया से 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.


        चुनाव आयोग के अनुसार तीसरे चरण के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 7 मई  को मतदान होगा. जबकि, 4 जून को सभी सीटों के साथ इस चरण की भी मतगणना होगी और परिणाम जारी किया जाएगा. तीसरे चरण के कुल 96 नामांकण पत्र दाखिल किए गए थे. इनमें झंझारपुर में 17, सुपौल में 20, अररिया में 29, मधेपुरा में 15 व खगड़िया में 15 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे. इनमें 42 नामांकण पत्रों को जांच के दौरान अस्वीकृत कर दिया गया था.

    
         इस चरण की सीटों में झंझारपुर में जदयू के रामप्रीत मंडल व वीआईपी के सुमन महासेठ,  सुपौल में जदयू के दिलेश्वर कामत और राजद के चंद्रहास चौपाल, अररिया में भाजपा के प्रदीप सिंह व राजद के शाहनवाज आलम, मधेपुरा में जदयू के दिनेशचंद्र यादव व राजद के कुमार चंद्रदीप, लोजपा-आर के राजेश वर्मा व मार्क्सवादी पार्टी के संजय कुमार चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं.
औरंगाबाद में गरजे योगी आदित्यनाथ, कहा- यूपी में माफियाओं का करते हैं सही इलाज, लालू पर भी साधा निशाना
बिहार: बिहार के औरंगाबाद में सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. अपने भाषण के दौरान योगी आदित्यनाथ ने आरजेडी और सपा को लेकर एक साथ हमला बोला. उन्होंने कहा कि यूपी में गुंडों का इलाज अच्छे से हो रहा हैं. किसी मां, बेटी या व्यापारी से कोई छेड़छाड़ करें तो उसे उल्टा लटका दिया जाता हैं. सीएम योगी ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव को भी निशाने पर लिया. उन्होंनें कहा कि 4 करोड़ लोगों को पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान दिया गया, हम तो लालू जी से कहेंगे कि आप संख्या बढ़ाइये, मोदी जी तो फ्री में मकान तो दे ही रहे हैं. अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने एनडीए प्रत्याशी सुशील सिंह के पक्ष में मतदान करने की अपील की.

    
     सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि यह चुनाव नेशन फर्स्ट बनाम फैमिली फर्स्ट का हो गया हैं.  बिहार में तो लालू जी के परिवार को ही सीट कम पड़ रही थी. आपने देखा होगा कि विकास हुआ तो एक ही परिवार का, सीटें मिली तो एक ही परिवार को, एक परिवार यहां हैं और एक परिवार यूपी में भी हैं. यूपी की जनता उन्हें पहले ही जवाब दे चुकी हैं और अब बिहार की जनता को भी जवाब देने के लिए तैयार होना चाहिए. इसलिए मैं आपके पास आया हूं.
नतमस्तक राजनीतिअ ने बाबा साहब का किया स्मरण, कृतज्ञ राप्ट्र ने दी श्रद्धांजलि
बिहार:  राजनीतिक दलों ने रविवार को 133वीं जयंती पर संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का स्मरण किया राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने श्रद्धांजलि दी. पटना उच्च न्यायालय से पश्चिम में अवस्थित आंबेडकर की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया.

  
   सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन व भजन-गीत आदि प्रस्तूत किए गए. समारोह में बिहार गीत की भी प्रस्तुति हुई.

   
   भाजपा कार्यालय में अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश इकाई, द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री जनक राम मुख्य अतिथि रहे.


    
   उन्होंने कहा कि अंबेडकर का संघर्षपूर्ण जीवन व अनुसूचित जाति के लिए किए गए कार्य हम लोगों के लिए प्रेरणा-स्त्रोत हैं.

  
      गन्ना उद्दोग मंत्री कृष्णनंद पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब अंबेडकर के सपने को पूरा कर रहे. अनुसूचित, जाति मोर्चा के प्रभारी प्रवीण दास तांती, मनोज चौधरी, मिलन रजक, आदि ने श्रद्धांजलि दी.

    
       जदयू के प्रदेश कार्यालय में आंबेडकर की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई . पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बाबा साहेब वंचित वर्ग के लिए आजीवन संघर्षरत रहे. वे शोषितों व वंचितों के मसीहा थे. विधान पार्षद संजय कुमार सिंह आदि ने श्रद्धांजलि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

      
       कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय(सदाकत आश्रम) में जयंती समारोह की अध्यक्षता पूर्व करते हुए पूर्व मंत्री संजीव प्रसाद टोनी ने कहा कि डा. अंबेडकर राष्ट्र की प्रेरणा स्त्रोत के स्त्रोत रहे हैं.

      
      कांग्रेस का सदस्य नहीं होने के बावजूद पंडित जवाहर लाल नेहरु ने अपनी पहली सरकार में उन्हें विधि मंत्री बनाया.

      
     राजद के कार्यालय में चित्र पर माल्यार्पण कर अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी गई. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि अंबेडकर का संघर्षपूर्ण जीवन और सफलता की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायी है.

  
   संविधान निर्माता के साथ ही अनुसूचित जाति के लिए उन्होंने कदम उठाए.
बिहार का अगला भविष्य चिराग पासवान हैं, जीतनराममांझी ने लोकसभा चुनाव कै बीच कर दिया बड़ा एलान.
बिहार: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच बिहार के पूर्व सीएम जीतनराममांझी ने लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान को लेकर बड़ा एलान कर दिया हैं. मांझी ने चिराग को अगला भविष्य बताते हुए इशारों ही इशारों में सीएम पद पा उम्मीदवार बता दिया. इससे सूबे का सियासी पारा गर्मा गया है.गया लोकसभा सीट से एनडीए के प्रत्याशी HAM सुप्रीमो मांझी के समर्थन में चिराग ने शनिवार को जनसभा की.

   
      लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यज्ञ चिराग पासवान ने गया जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में शुक्रवार को मांझी के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. चाकंद की रैली में मंच पर जीतनराममांझी भी मौजूद रहे. चिराग के संबोधन से पहले मांझी ने कहा कि बिहार का अगला भविष्य चिराग पासवान हैं. केन्द्र में जाकर हमलोग ऐसी परिस्थिति बनाएंगें कि बिहार का अगला भविष्य चिराग पासवान हैं मांझी ने लोगों से जातीय उन्माद में न आकर बिहार के भविष्य को देखकर लोकसभा चुनाव में वोट करने की अपील की.

       
     जीतनराममांझी ने चिराग पासवान को इशारों में अगला सीएम कैंडिडेट बता दिया. सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया कि क्या 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश के बजाय चिराग एनडीए का चेहरा होंगें? मांझी इसको पहले अपने बेटे को भी सीएम कैंडिडेट बता चुके हैं. मांझी ने पिछले साल अपने एक बयान में तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि उनका बेटा संतोष सुमन ज्यादा शिक्षित और योग्य उम्मीदवार हैं. वे सीएम कैंडिडेट को पढ़ा भी सकते हैं.
मां दुर्गा से सीखें जीवन जीने की सीख, लाईफ में मिलेगी सफलता
बिहार: महिलाएं अगर लाइफ में सक्सेस पाना चाहती हैं. फिर भी चाहे किसी भी फील्ड में हों उन्हें मां दुर्गा के रूप में सीख लेनी चाहिए. जिसकी मदद से वो केवल कैरियर ही नहीं बल्कि हर काम में सफलता पा सकती हैं. देवी दुर्गा को शक्ति और बुद्धि का प्रतीक माना जाता हैं. उनके रूप से कई बातों को समझकर लाईफ में सफलता पाने की सीख ली जा सकती हैं.

    
    देवी दुर्गा के रूप को देखा जाए तो उसके हर हाथ में एक हथियार हैं. जो ये बताने के लिए है कि उनकी शक्ति अपार हैं. शक्ति के रूप में उन्हें पूजा जाता हैं. महिलाओं को मां दुर्गा के रूप में सीख लेना चाहिए. और अपने अंदर की शक्ति को जरूर पहचानना चाहिए. जिसकी मदद से हर काम को करने के लिए आत्मविश्वास भी मिलता हैं और इस काम में सफलता भी.

 
   देवी दुर्गा राक्षस महिषासुर को हराकर विजय पाती हैं. उनकी स्मृति से सीख ली जा सकती हैं कि जीवन में आ रही चुनौतियों से बचकर भागने की बजाय उसका डटकर सामना करना चाहिए. तभी सफलता मिलती हैं.
   
     
देवी दुर्गा के रूप में सीख लेनी चाहिए कि महिलाओं को अपने पुरूषत्व और महिलाओं को अपने पुरूषत्व और महिलाओं के गुणों में वैलेंस बनाकर रखना चाहिए. वो अपने रूप और सौंदर्य के साथ ही शक्ति का प्रतीक हैं. महिला को अपने अंदर दोनों गुणों के होने पर उसे वैलेंस बनाकर चलने की सीख देती हैं.

    
इसी दुर्गा का रूप अपने दोनों बेटों भगवान गणेश और कार्तिकेय के सरल बेहद आत्मीय हैं. इसके सीख मिलती हैं कि महिला को अपने जीवन में रिश्तों को पूरे भाव के साथ निभाना चाहिए. मातृत्व भाव के साथ रिश्तों की सुरक्षा होनी चाहिए. चुनौतियों होने पर लक्ष्य पर टिके रहें. स्वभाव में स्थिरता और दृढ़ता ही देवी दुर्गा की विशेषता हैं. जिसे महिलाओं को जरूर सीखना चाहिए.
बिहार के 70 हजार स्कूलों के नाम बदलेंगें, महापुरूषों के नाम पर रखने की तैयारी
बिहार: बिहार के करीब 70 हजार सरकारी स्कूलों के नाम बदले जाएंगें. इसमें नवसृजित प्राथमिक विद्यालय और उत्क्रमित मध्य विद्यालय शामिल हैं. एक स्कूलों का नाम नवसृजित और उत्क्रमित के बदले राजकीय या देश एवं राजा के देशभक्त महापुरूषों के नाम पर रखें जाएंगें. इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी की जा रही हैं. सबकुछ ठीक रहा तो जुलाई के इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इसके बाद स्कूलों के नाम की ई-शिक्षा कोष और यूं डायस पोर्टल पर एंट्री कर दी जाएगी. स्कूल उसी नये नाम के साथ जाना जाने लगेगा. शिक्षा विभाग भागलपुर समेत प्रदेश के सभी 38 जिलों से नवसृजित तथा उत्क्रमित विद्यालयों की जानकारी लेने में जूट गया हैं.


  शिक्षा को बढ़ावा देने और आम लोगों तक शिक्षा पहुंचाने के उद्देश्य से ग्रामीण इलाकों में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय खोले गए थे.


  इसके तहत बीते दो दशक में प्रदेश में बड़े पैमाने पर नवसृजित विद्यालय खोले जाएंगें. इसके तहत बीते दो दशक में प्रदेश में बड़े पैमाने पर नवसृजित विद्यालय खोलें गए. हालांकि, जमीन और भवन के अभाव में इनमें से अधिकतर स्कूल नजदीकी विद्यालय में टैग कर दिए गए, जबकि हजारों विद्यालय कहीं पेड़ की छांव में तो किसी के घर या उनके दरवाजे पर संचालित किए जा रहे थे
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   इसके अलावा पिछले पांच से सात के दौरान जिलों में खोले गए ऐसे नवसृजित एवं उत्क्रमित विद्यालयों का नाम बदला जाना हैं. जिन्हें जमीन और भवन दोनों उपलब्ध हो चुके हैं. विद्यालय के नाम बदले जाने का यह काम राज्य स्तर पर किया जाएगा.
वैशाली में मुन्ना शुक्ला तीसरी बार चुनावी मेदान में, जेडीयू से हारे; अब आरजेडी ने टिकट दिया.
वैशाली:  बिहार की वैशाली लोकसभा सीट पर लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी ने पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला को प्रत्याशी बनाया हैं. मंगलवार देर शाम जारी कैंडिडेट लिस्ट में इसकी घोषणा की गई. महागठबंधन के लिए वैशाली सीट हॉट बनी हुई हैं. एनडीए पहले ही प्रत्याशी वीणा देवी चुनाव लड़ रही हैं. मौजूदा सांसद वीणा देवी और बाहुबली मुन्ना शुक्ला के बीच वैशाली में सीधी टक्कर होती दिख रही हैं. मुन्ना शुक्ला यहां से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन कभी जीत नहीं मिली. एक बार जेडीयू के टिकट पर भी मैदान में उतरे. अब वे तीसरी बार आरजेडी के सिंबल पर वैशाली से कैंडिडेट हैं.


     कई दिनों से वैशाली सीट पर प्रत्याशी को लेकर आरजेडी में पेंच हुआ या. वैशाली सीट पर पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला की लगातार दावेदारी बनी हुई थी. टिकट मिलने पर उनके समर्थकों में उल्लास का माहौल हो गया. लालगंज से मुन्ना शुक्ला तीन बार लगातार विधायक रह चुके हैं. पहली बार 2000 में लालगंज से निर्दलीय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इसके बाद 2005 की फरवरी में लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की. 2005 के नवंबर में हुए विस चुनाव में मुन्ना शुक्ला जेडीयू से चुनाव लड़ें. इसमें भी उन्हें जीत हासिल हुई.

     
    इसके बाद बृज बिहारी हत्याकांड में वे जेल चले गए. फिर 2010 में लालगंज से मुन्ना शुक्ला की पत्नी अन्नु शुक्ला जेडीयू के टिकट विधायक बनी. 2015 में मुन्ना शुक्ला ने जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमें लोजपा के राजकुमार साह ने उन्हें हरा दिया. 2020 के विधानसभा चुनाव में यही सीट एनडीए के खाते में चली गई. जिसके बाद मुन्ना शुक्ला ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, जिसमें वे सफल नहीं हुए.

   
     मुन्ना शुक्ला पहली 2004 में वैशाली लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ें थे, पर हार गये. इसके बाद जेडीयू ने उन्हें 2009 में लोस का टिकट थमाया. हालांकि इसमें भी हार का सामना करना पड़ा. 2014 के लोकसभा चुनाव में  उनकी जगह पत्नी अन्नु शुक्ला ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. इसमें अन्नु शुक्ला को हार का सामना करना पड़ा. 2024 के चुनाव में आरजेडी ने मुन्ना शुक्ला पर भरोसा जताया हैं. इससे यह सीट काफी दिलचस्प हो गई हैं.








आरजेडी के 22 कैंडिडेट की लिस्ट जारी, बक्सर से सुधाकर सिंह, हाजीपुर से चिराग के खिलाफ शिवचंद्र राम
बिहार: लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी से बिहार की 22 लोकसभा सीटों पर कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी हैं. पार्टी ने बक्सर से पूर्व कृषि मंत्री एवं आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को टिकट दिया हैं. दरभंगा से ललित यादव, सुपौल से चंद्रहास चौपाल, वैशाली से मुन्ना शुक्ला, अररिया से शाहनवाज आलम और मधुबनी से अली अशरफ फातमी को प्रत्याशी बनाया गया हैं. हाजीपुर लोकसभा सीट से लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान के खिलाफ पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगें. आरजेडी ने शिवहर से पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद के खिलाफ पार्टी ने रितु जायसवाल को मैदान में उतारा हैं. इस लिस्ट में लालू यादव की दोनों बेटियों का भी नाम हैं, रोहिणी आचार्य को सारण और मीसा भारती को पाटलिपुत्र से उम्मीदवार बनाया गया हैं, हालांकि उन्हें सिंबल पहले ही दे दिया गया था.


      पिछले दिनों महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे के तहत आरजेडी के खाते में 40 में से 26 सीटें आई थी. इनमें से पार्टी ने अपने कोटे से तीन सीट मुकेश सहनी की वीआईपी को दे दी.यानी कि अब पार्टी कुल 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. इनमें से सीवान को छोड़कर अन्य 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. इनमें से सीवान को छोड़कर अन्य 22 सीटों पर प्रत्याशियों की अधिकारिक घोषणा हो चुकी हैं. सीवान पर अब भी सस्पेंस बना हुआ हैं. वहीं, कई सीटों पर पार्टी ने सीट बंटवारे से पहले सिंबल बांट दिये थे, जिन्होंने नामांकण भी दाखिल कर लिए हैं


    जहानाबाद से सुरेंद्र प्रसाद को टिकट दिया गया हैं. मुंगेर से अनीता देवी महतो और उजियारपुर से पूर्व मंत्री आलोक मेहता को प्रत्याशी बनाया गया हैं. मुंगेर से अनीता देवी महतो आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. वहीं, जेडीयू छोड़कर आरजेडी में अली अशरफ फातमी को मधुबनी से उम्मीदवार बनाया गया हैं. वाल्मीकि नगर से दीपक यादव तो मधेपुरा से कुमार चंद्र दीप को टिकट दिया हैं.