चार लाख की प्रेशर मशीन,रखे - रखे हुई कबाड़
नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीवर की सफाई के लिए चार साल पहले नगर पंचायत ने चार लाख रुपए खर्च करके प्रेशन मीशन खरीदी भी जो अब कबाड़ हो गई है। जीआईसी के साथ सामने की पानी टंकी के पास उसे खुले में फेंक दिया गया है। ईओ का कहना है कि प्रेशर कम होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो सका। सभासदों ने गोलमाल का आरोप लगाने हुए। जांच की मांग की है।
नगर निकाय में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मशीनों की खरीद कर ली जाती है। लेकिन उनके इस्तेमाल की किसी को चिंता नहीं रहती है। वर्ष 2020 में तत्कालीन चेयरमैन हीरालाल मौर्य के कार्यालय में नगर के विभिन्न वार्ड में सीवर और नालियों की सफाई के लिए चार लाख रुपए खर्च करके प्रेशन मीशन खरीदी गई लेकिन इसका एक बार भी इस्तेमाल नहीं किया गया।
नगर पंचायत के अधिकारियो का कहना है कि क्षमता अधिक न होने से उससे सफाई नहीं हो पा रही है। इससे दुरुस्त कराने के लिए कई बाद पत्र लिखा गया लेकिन मरम्मत नहीं हो पाई। सभासद रंजीत गुप्ता, आशीष, रमेश पासी ने आरोप लगाया कि प्रेशर मशीन की खरीद में में जनता के पैसे को बर्बाद किया गया है। जानबूझकर कम क्षमता की मशीन खरीदी गई। इसमें गोलमाल का भी अंदेशा है। पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए।
सभासदों का कहना है कि जब से खरीदा गया है तब से ही यह इसी तरह निष्प्रयोज्य खड़ा है। वहीं दूसरी तरफ ईओ राजेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि 2020 में मशीन की खरीद हुई। प्रदेश कम होने से मलबे की सफाई में काम नहीं कर पा रही है। सफाई में काम नहीं कर पा रही है। इससे सुधार के लिए बजट मांग की गई है। अब सबसे बड़ा सवाल है कि अगर मशीन का प्रयोग ही नहीं हुआ तो इसके प्रेशन की जानकारी नगर पंचायत को कैसे हुई। दूसरी तरफ नगर पंचायत के ईओ ने बताया कि प्रेशर कम होने के कारण मशीन का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इस बार में कई बार पत्र लिखा गया। लेकिन संबंधी कंपनी ने प्रेशर दुरस्त नहीं कराया।
Apr 18 2024, 14:49