ईरान-इजरायल के बीच बने युद्ध के हालात, जानें भारत समेत पूरी दुनिया पर क्या होगा असर

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ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के हालात बन गए हैं। दरअसल, ईरान ने इजरायल पर शनिवार देर रात सैकड़ों ड्रोन, क्रूज मिलाइल और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है। इस हमले के बाद से मध्‍य-पूर्व में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। ईरान और इजराइल के बीच युद्ध तेज होने की आशंका से पूरी दुनिया सहमी हुई है। युद्ध बढ़ने की आशंकाओं से दुनिया में महंगाई की टेंशन फिर बढ़ चुकी है। वहीं अंदेशा है कि आने वाला दिन ग्‍लोबल शेयर बाजार और अर्थव्‍यवस्‍थाओं के लिए अच्‍छा नहीं होने वाला है। साथ ही कई देशों के आयात-निर्यात कारोबार भी प्रभावित हो सकते हैं।इसके अलावा, सोने के दाम में भी उछाल आ सकता है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू होता है तो आने वाला समय मुश्किल भरा हो सकता है।

ईरान और इजरायल के भू-राजनीतिक तनाव का असर पूरी दुनिया दिख सकता है, खासकर तेल की कीमतों में इजाफे के रूप में।अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का दाम पहले ही 91 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच चुका है, जो इसका पिछले 6 महीने का सबसे उच्च स्तर है। ईरान दुनियाभर के सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों में से एक है।ऐसे में अगर ईरान और इजरायल का तनाव युद्ध में तब्दील होता है, तो इसका ऑयल प्रोडक्शन पर सीधा असर पड़ेगा।

युद्ध की आशंका से भारत भी “भयभीत”

युद्ध की आशंका ने भारत को भी डरा दिया है। युद्ध के हालात से भारत के आर्थिक हित भी दांव पर हैं। ईरान और इजरायल के बीच युद्ध का असर आर्थिक संबंधों पर पड़ सकता है। ईरान के साथ भारत की बढ़ती आर्थिक भागीदारी, इसमें विशेषकर चाबहार बंदरगाह विकास परियोजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। यह बंदरगाह इस क्षेत्र में व्यापार मार्गों और कनेक्टिविटी को मजबूत करने के भारत के प्रयासों का हिस्सा है। ईरान-इजरायल युद्ध की आशंका को देखते हुए इसका असर महंगाई पर भी पड़ सकता है। कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर तक पहुंचने की आशंका व्यक्त की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की तेजी के पीछे यही संकट अहम माना जा रहा है। इसका असर महंगाई पर पड़ सकता है। साथ ही ग्लोबल सप्लाई चेन भी इससे प्रभावित हो सकती है।

भारत कच्चे तेल का सबसे बड़ा आयातक

भारत कच्चे तेल का सबसे अधिक आयात और उपभोग करने वाले देशों में से एक है। ऐसे में पश्चिम एशिया के तनाव का हम पर सीधा असर पड़ेगा। हमारी तेल आपूर्ति खतरे में आ सकती है। भारत फिलहाल करीब 40 देशों से अपनी जरूरत का 90 प्रतिशत तेल आयात करता है। देश में रोजाना 50 लाख बैरल क्रूड ऑयल की खपत होती है। पिछले वित्त वर्ष यानी 2023-24 की पहली छमाही की बात करें, तो भारत ने सबसे ज्यादा कच्चा तेल रूस से खरीदा। उसके बाद इराक और सऊदी अरब का नंबर था। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जहां अधिकतर देशों ने रूस से तेल खरीदना कम कर दिया, वहीं भारत लगातार उससे सस्ते भाव क्रूड ऑयल खरीद रहा है।

दोनों देशों के साथ कारोबार होंगे प्रभावित

भारत के दोनों ही देशों से कारोबारी संबंध है। ईरान और इजरायल के साथ पिछले साल भारत ने करीब 1.1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया था। ईरान के साथ भारत ने 20800 करोड़ का कारोबार किया। भारत मुख्‍यत: ईरान को चाय, कॉफी, बासमती चावल और चीनी का निर्यात करता है। भारत से ईरान को पिछले साल 15300 करोड़ रुपये का निर्यात किया गया था। वहीं, ईरान से भारत ने पेट्रोलियम कोक, मेवे और कुछ अन्‍य चीजें आयात की। इनका मूल्‍य 5500 करोड रुपये था। साल 2023 में भारत का इजरायल के साथ 89 हजार करोड रुपये का कारोबार रहा। भारत ने ईरान को 70 हजार करोड रुपये का माल और सेवाओं का निर्यात किया।

सप्लाई चेन प्रभावित होने की आशंका

ईरान-इजरायल संघर्ष से सप्लाई चेन भी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि ईरान स्वेज नहर को बंद करने की अपनी धमकी पर कायम है। स्वेज नहर रूट से फारस की खाड़ी के देशों से खनिज तेल भेजा जाता है। वहीं भारत और अन्य एशियाई देशों से चाय, जूट, कपास, मसाले और चीनी जैसी चीजों का पश्चिमी यूरोपीय देशों के साथ उत्तरी अमेरिका में निर्यात होता है। पश्चिमी देशों भी इसी रास्ते से केमिकल, इस्पात, दवाएं और गाड़ियां और वैज्ञानिक उपकरण आदि भेजते हैं। अगर यह रूट बंद होता है, तो वैश्विक व्यापार को बड़ा झटका लगेगा। दुनियाभर में महंगाई में भीषण इजाफा भी हो सकता है।

ईरान से बदले की तैयारी में इजराइल, मिडिल ईस्ट में खुल सकता है एक और वॉर जोन

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कभी यूक्रेन और रूस का युद्ध तो कभी इजरायल और हमास के बीच जंग और अब ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बाद युद्ध की आशंका से पूरी दुनिया सहमी हुई है। ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन के साथ इजरायल पर बड़ा हमला बोला है। जिसके बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है। इजराइल ने ईरान से बदला लेने का मन बना लिया है। माना जा रहा है कि अगले 24-48 घंटों में इजराइल कभी भी ईरान पर हमला कर सकता है। इस बीच ईरान के प्रमुख नेता खामेनेई ने अमेरिका को चुनौती दी है कि जंग और भीषण होगी। ऐसे में साफ है कि इजराइल ने हमला किया तो ईरान विध्वंसक बदले से भी पीछे नहीं हटेगा। ऐसे हालात में एक और मोर्चे पर युद्ध शुरू हो सकता है।

बता दे कि शनिवार को ईरान ने 300 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन के साथ इजरायल पर बड़ा हमला बोला। हालांकि, इनमें से 99 प्रतिशत को इजरायल ने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से हवा में ही मार गिराया गया। ईरानी हमले को रोकने में इजरायल की मदद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ ही पड़ोसी मुस्लिम देश जॉर्डन ने भी की। अब ईरानी हमले के बाद इजरायल क्या प्रतिक्रिया देगा, सारी दुनिया की नजर इस पर है। इजरायल के प्रमुख राजनेताओं के बीच रविवार को इस बात पर चर्चा होती रही कि ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद इजरायल का अगला कदम क्या होना चाहिए।

कब और कैसे हमला करेगा इजराइल?

ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले को नाकाम करने के बाद इजरायल अब जवाबी तैयारी कर रहा है। रविवार को इजराइल की वॉर कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में पीएम नेतन्याहु, रक्षा मंत्री गैलेंट, कैबिनेट मिनिस्टर बेनी गैंज इस बात पर तो एकमत रहे कि ईरान को करारा जवाब दिया जाएगा।

यरूशलम पोस्ट की खबर के अनुसार, इजरायल की वार कैबिनेट के सदस्य और बिना पोर्टपोलियो वाले मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा कि यह अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है। एक वीडियो बयान में कहा कि इजरायल ईरान के खिलाफ हमले का तुरंत जवाब नहीं देगा। गैंट्स ने कहा, ईरान के खिलाफ हम एक क्षेत्रीय गठबंधन बनाएंगे और अपने हिसाब से सही समय पर इस हमले की कीमत वसूलेंगे। गैंट्ज से हमले को नाकाम करने को एक रणनीतिक उपलब्धि बताया जिसका इजरायल को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए लाभ उठाना चाहिए।

बता दें कि वॉर कैबिनेट ने अटैक और डिफेंस के लिए अपने प्लान को अंतिम रूप दे दिया है। हालांकि, यह साफ नहीं है कि ईरान पर इजराइल कब हमला करेगा? सीधा हमला करेगा या कुछ और तरकीब अपनाएगा। उधर, इजराइल के जवाबी हमले को लेकर ईरान अलर्ट पर है।

अमेरिका ने किया आगाह

बता दें कि अमेरिका के मनाही के बावजूद इजराइल ने ईरान के हमले का जवाब देने का फैसला किया है। दरअसल, ईरानी के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली पीएम नेतन्याहू से बात की। इस दौरान बाइडेन ने इजराइल को सुरक्षा का भरोसा दिया।इजरायल को आगाह किया है कि वह ईरान के खिलाफ इजरायल की अगली कार्रवाई में साथ नहीं देगा। राष्ट्रपति बाइडन ने प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक स्पष्ट संदेश भेजा है। ईरान के हमले को विफल कर दिया गया है। इजराइल की जीत हुई है। इसलिए ईरानी धरती पर सीधा सैन्य हमला करके इस और बढ़ाने की जरूरत नहीं है।

मिडिल ईस्ट में जंग की आहट

इजरायल के सामने मुश्किल यह है कि एक तरफ उसका सबसे बड़ा सहयोगी अमेरिका उससे शांति की अपील कर रहा है, तो वहीं इजरायली सुरक्षा प्रतिष्ठान में कई हार्डलाइनर हैं जो ईरान पर मजबूती से हमला किए जाने पर जोर दे रहे हैं। नेतन्याहू के गठबंधन सहयोगी सुरक्षा मंत्री इतमार बेन गविर ने ईरान पर हमले में देरी को खोखला पश्चिमी विचार कहा है। तेल अवीव के नेताओं के बयानों से साफ है कि ईरान को इजरायल जवाब देगा। इसका मतलब है कि इजरायल का अगला कदम मध्य पूर्व में जंग शुरू कर देगा।

केरल में आज मोदी और राहुल का होगा सामना! इससे जुड़ी 10 अहम बातें

लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सियासी हलचल जोरों पर है। सभी पार्टियां चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचने की होड़ में लगी हुईं हैं। इसको लेकर राजनेता ताबड़तोड़ प्रचार अभियान में जुटे हैं। इस बीच केरल में आज यानी सोमवार को घमासान राजनीतिक गतिविधियां देखने को मिलेंगी, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपने गठबंधन के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए सार्वजनिक रैलियां करेंगे।बीजेपी के चुनावी अभियान के तहत पीएम मोदी केरल में दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वही राहुल गांधी शाम को उत्तरी कोझिकोड में यूडीएफ रैली करेंगे।  

आगामी चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के चुनावी अभियान के तहत मोदी 15 अप्रैल को केरल में दो कार्यक्रमों में भाग लेने वाले हैं। इस बीच, राहुल गांधी भी दो दिवसीय दौरे पर केरल पहुंचेंगे, शाम को उत्तरी कोझिकोड में [यूडीएफ] रैली करेंगे और अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

केरल में लोकसभा चुनाव के लिए सभी 20 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। यह मोदी की दक्षिणी राज्य की छठी यात्रा है। वह आखिरी बार 19 मार्च को केरल आए थे जब उन्होंने पलक्कड़ जिले में एक विशाल रोड शो किया था। दोनो ही नेता एक साथ केरल पहुंचेंगे जिसके कारन वह काफी राजनैतिक दबाव बना हुआ है। सुरक्षा की कड़ी तैयारीयां की गयी हैं। हलाकि दोनों नेताओं के अपने कार्यक्रम निर्धारित है लकिन आगामी लोकसभा चुनाव की वजह से विपक्षो के बिच गरमा- गर्मी बनी हुई है। समर्थन मिलने के कारन लोग भी आतुर हो रहे हैं। 

1 . पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह त्रिशूर जिले के अलाथुर निर्वाचन क्षेत्र के कुन्नामंगलम में चुनाव प्रचार के तहत सार्वजनिक बैठक में हिस्सा लेंगे।

2 . मोदी क्रमशः अलाथुर और त्रिशूर में चुनाव लड़ रहे एनडीए उम्मीदवारों टीएन सरासु और सुरेश गोपी के लिए चुनाव प्रचार में भाग लेंगे। इसके बाद वह तिरुवनंतपुरम जिले के कट्टक्कडा की यात्रा करेंगे।

3. कट्टक्कडा में, मोदी क्रमशः अट्टिंगल और तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्रों से एनडीए के बैनर तले चुनाव लड़ रहे दो केंद्रीय मंत्रियों वी मुरलीधरन और राजीव चंद्रशेखर के लिए प्रचार करेंगे। राजीव चन्द्रशेखर को तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के खिलाफ मैदान में उतारा गया है.

4. 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी को त्रिशूर से मैदान में उतारा था और 28.2 प्रतिशत वोट शेयर दर्ज किया था, जबकि 2014 के उम्मीदवार केपी श्रीसन को 11.15 प्रतिशत वोट मिले थे।

5. राहुल गांधी केरल में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की रैलियों को संबोधित करेंगे।

6. वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से लगातार दूसरी बार चुनावी किस्मत आजमा रहे राहुल गांधी सोमवार शाम को उत्तरी कोझिकोड जिले में यूडीएफ रैली को संबोधित करेंगे।

7. राहुल गांधी 15 और 16 अप्रैल को वायनाड संसदीय क्षेत्र में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.

8. 18 अप्रैल को कांग्रेस कन्नूर, पलक्कड़ और कोट्टायम निर्वाचन क्षेत्रों में बैठकों में हिस्सा लेगी.

9. राहुल गांधी का 22 अप्रैल को त्रिशूर, तिरुवनंतपुरम और अलाप्पुझा जिलों में रैलियों को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है।

10. कांग्रेस नेता ने इस महीने की शुरुआत में अपना नामांकन पत्र दाखिल करके और एक विशाल रोड शो आयोजित करके अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में चुनाव अभियान की शुरुआत की। गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान वायनाड में 4,31,770 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की थी।

कैसा रहेगा माहौल और क्या प्रतिक्रिया रहेगी लोगों की ये तो आगामी चुनावों के मतों से ही सामने आएगा। अभी देखना यह है की मोदी और राहुल के इस सामने में कौन किसपर कितने शब्दों के बाण छाएगा। दोनों ही पार्टिओं ने होने मैनिफेस्टो साझा कर दी है और इनपर ही निर्भर करेगा जनता का फैसला।

मनोज तिवारी से भिड़ेंगे कन्हैया , कांग्रेस उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी

कांग्रेस ने रविवार को दिल्ली की तीन सीटों के लिए अपने लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा की, जिन पर वह आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है। जिसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार, चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उदित राज को मैदान में उतारा गया है। कन्हैया कुमार पार्टी की छात्र शाखा एनएसयूआई के प्रभारी हैं और बिहार और यूपी के मतदाताओं के निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ खड़े हैं।

“कुमार की उम्मीदवारी तब लगभग निश्चित हो गई जब दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने 5 अप्रैल को केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) को बताया कि वह लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। कुमार को संचार प्रमुख जयराम रमेश सहित दो प्रमुख नेताओं का समर्थन प्राप्त था, ”

चांदनी चौक सीट के लिए पार्टी ने पूर्व सांसद अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है, जो भाजपा के प्रवीण खंडेलवाल से मुकाबला करेंगे। अपने हिस्से के तीसरे निर्वाचन क्षेत्र में, पार्टी ने राज को, जो पूर्व भाजपा सदस्य रह चुके है ,उत्तर पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार है, जहां भाजपा ने योगेन्द्र चंदोलिया को मैदान में उतारा है। वह 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए और राजधानी में पार्टी के सबसे मुखर नेताओं में से एक हैं।

चांदनी चौक के लिए, कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों पर विचार किया - अग्रवाल और महिला विंग की प्रमुख अलका लांबा। लांबा दिल्ली की पूर्व विधायक थी, पार्टी ने चांदनी चौक में उनके प्रभाव के कारण अग्रवाल को प्राथमिकता दी। अग्रवाल ने पहले लोकसभा में चांदनी चौक का प्रतिनिधित्व किया था और 2009 और 2014 के बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद थे। वह दिल्ली से पूर्व राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।

सीईसी की बैठक में, कोई आम सहमति नहीं बन सकी और चुनाव पैनल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को उम्मीदवारों का फैसला करने के लिए अधिकृत किया। पार्टी ने पंजाब से छह उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची और यूपी में इलाहाबाद सीट के लिए उम्मीदवार की भी घोषणा की।

कांग्रेस ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर से, मौजूदा सांसद गुरजीत सिंह औजला को अमृतसर से और अमर सिंह को फतेहगढ़ साहिब से चुना है। अकाली दल के चार बार के पूर्व विधायक जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू को भटिंडा से मैदान में उतारा है। पंजाब के विधायक सुखपाल सिंह खैरा को संगरूर से और पूर्व आप सांसद धर्मवीर गांधी को पटियाला से उम्मीदवार बनाया गया है, क्योंकि मौजूदा सांसद परनीत कौर ने कांग्रेस छोड़ दी थी।  उज्जवल रेवती रमण सिंह, समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रेवती रमण सिंह के बेटे, इलाहाबाद (प्रयागराज) से चुनाव लड़ रहे हैं । इससे यूपी में केवल दो सीटें-अमेठी और रायबरेली- रह गई हैं, जहां से अभी तक कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किए गए हैं। रविवार की घोषणा के साथ, इंडिया ब्लॉक ने अब दिल्ली में अपने सभी सात उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। 27 फरवरी को आम आदमी पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा, दक्षिणी दिल्ली से सही राम पहलवान, नई दिल्ली से सोमनाथ भारती और पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार को दावेदार बनाया था।

भारत ने ईरान से की 17 भारतीयों की रिहाई की मांग, जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से बात

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ईरान ने सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब मे इजराइल पर 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया।हालांकि, ईरानी हवाई हमले इजराइल पर ज्यादा प्रभाव डालने या कोई नुकसान पहुंचाने में विफल रहे। दरअसल, इजराइल एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें हवा में नष्ट कर दिया। अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या इजरायल हमले का बदला लेगा? क्या ईरान के खिलाफ इजरायल कार्रवाई करेगा? मिडिल ईस्ट में इस बढ़ते तनाव के बीच भारत ने गंभीर चिंता व्यक्त की और दोनों देशों से संयम बरतने व हिंसा से पीछे हटने का आह्वान किया। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को ईरान के विदेश मंत्री एच. अमीराब्दोल्लाहियन से फोन पर भी बात की। इस दौरान उन्होंने, एमएससी एरीज के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई का मुद्दा उठाया।

दरअसल, ईरान ने एक अप्रैल को दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजराइली एयर स्ट्राइक में दो जनरल सहित ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के सात कर्मियों के मारे जाने की घटना के जवाब में शनिवार देर रात इजराइल पर सैंकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दाग दीं। वहीं, ईरान की सेना ने शनिवार को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास इजराइल से जुड़े एक मालवाहक जहाज को अपने कब्जे में ले लिया था। जहाज पर चालक दल के 17 भारतीय सदस्य सवार थे। पुर्तगाली झंडे वाले जहाज एमएससी एरीज पर सवार भारतीयों की रिहायी सुनिश्चित करने के लिए भारत ईरान के संपर्क में है।

ईरान के विदेश मंत्री से बातचीत के बाद एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा कि ईरानी विदेश मंत्री से बात की। एमएससी एरीज के चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों की रिहाई का मुद्दा उठाया। एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज से अभी-अभी बातचीत हुई। मैंने शनिवार के घटनाक्रम पर अपनी चिंता साझा की। साथ ही व्यापक क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा की और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की। भारत ने इस घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए तत्काल तनाव कम करने की अपील की। भारत ने कहा कि क्षेत्र में उसके दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से काफी चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, "ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के हालात बिगड़ने से हम गंभीर तौर पर चिंतित हैं। इससे पूरे क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए खतरा हो गया है। हम तनाव को शीघ्रता से कम करने, संयम बनाकर रखने, हिंसा को छोड़ने और कूटनीति की राह अपनाने की अपील करते हैं। हम पूरी स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। उस क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय से लगातार संपर्क बना कर रखे हुए हैं। यह बहुत ही जरूरी है कि इस क्षेत्र में सुरक्षा व स्थिरता को बना कर रखा जाए।"

एस. जयशंकर की ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान के साथ बातचीत के बाद ईरान ने 17 भारतीयों की रिहाई को लकेर बयान जारी किया है। ईरान ने कहा है कि वह भारत सरकार के प्रतिनिधियों को एमएससी एरीज के 17 भारतीय दल के सदस्यों से मिलने की अनुमति देगा।

राजस्थान में दर्दनाक हादसा! तेज रफ्तार कार ट्रक से टकराई, 2 बच्चों समेत 6 जिंदा जले, मची चीख-पुकार

राजस्थान के सीकर जिले में रविवार दोपहर एक भयानक सड़क हादसा हो गया। चुरू-सालासर हाईवे पर तेज रफ्तार कार एक ट्रक से टकरा गई, जिसके बाद कार में आग लग गई। हादसे में कार में सवार 6 लोगों की जलकर मौत हो गई।

हादसा एक नजर में

हादसा रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ।

यह हादसा सीकर के फतेहपुर में आशीर्वाद पुलिया के पास हुआ।

तेज रफ्तार कार आगे जा रहे ट्रक से टकरा गई।

ट्रक में कॉटन भरी हुई थी, जिसके कारण आग भड़क गई।

आग पर काबू पाने में करीब आधे घंटे का समय लगा।

हादसे में कार में सवार 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 बच्चे भी शामिल हैं।

मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।

बचाव कार्य

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।

फतेहपुर, रामगढ़ और लक्ष्मणगढ़ से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं।

आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने शवों को बाहर निकाला।

हादसे के कारण सड़क पर जाम लग गया, जिसे बाद में पुलिस ने साफ करवाया।

पुलिस मृतकों की पहचान करने और हादसे के कारणों की जांच कर रही है।

लोकसभा चुनाव 2024: ‘खेला होबे’ और ‘नमो अगेन’ जैसे नारों वाली टी-शर्ट की बिक्री बढ़ी

डेस्क : पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही माध्यमों में राजनीति से जुड़े सामान का बाजार तेजी से बढ़ने लगा है और ‘खेला होबे’, ‘नेशन विद नमो’ और ‘नमो अगेन’ जैसे नारों वाली टी-शर्ट की बिक्री बढ़ गयी है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि बड़ाबाजार और कोलकाता के कैनिंग स्ट्रीट के थोक बाजार में तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वाले सामान की बिक्री बढ़ गयी है जबकि भाजपा के समर्थन वाले सामान ऑनलाइन मंचों पर काफी बिक रहे हैं।

इन चीजों की मांग बढ़ी

पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में खासतौर पर राजनीति से जुड़े सामान की मांग बढ़ रही है जहां पहले कुछ चरणों में ही मतदान होना है। पूर्वी महानगरों के थोक बाजार में सैकड़ों दुकान राजनीति से जुडे़ सामान से पटी हुई है जिसमें झंडों से लेकर चाबी के छल्ले, टोपियां, छातें और राजनीतिक दलों के चिह्न वाले चश्मे शामिल हैं। बहरहाल, थोक बाजार में उपलब्ध सामान की गुणवत्ता और कीमत ई-कॉमर्स मंचों पर उपलब्ध सामान से काफी अलग हैं।

बाजार में इतने रुपये की बिक रही ये चीजें

बड़ाबाजार में थोक में बिक रही प्रत्येक टी-शर्ट की कीमत 50 से 70 रुपये है जबकि ऑनलाइन मंचों पर यह कहीं अधिक दाम पर बिक रही हैं। वहीं, राजनीतिक तस्वीरों वाली पॉलिस्टर साड़ी की थोक बाजार में कीमत प्रति साड़ी 150 से 300 रुपये है जबकि ऑनलाइन बाजार में एक साड़ी की कीमत 500 रुपये से अधिक है। विक्रेताओं का कहना है कि ‘थोक बाजार में इन सामान की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है और टीएमसी से जुड़े सामान ज्यादा बिक रहे हैं। इसके बाद माकपा और कांग्रेस से जुड़े सामान की बिक्री हो रही है। हालांकि, भाजपा से जुड़े सामान की मांग कम है। 

ऑनलाइन भी बिक रहे उत्पाद

उनके अनुसार टीएमसी के सामान की ज्यादा मांग है जबकि भाजपा और अन्य दलों के सामान की ज्यादा मांग नहीं है। अमेजन, मीशो और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन ई-कॉमर्स मंच भी लोकसभा चुनावों के लिए लोगों के उत्साह का फायदा उठा रहे हैं और चलन में मौजूद परिधानों से लेकर चाबी के छल्लों और घर की साजसज्जा के सामान तक कई राजनीतिक सामान की बिक्री कर रहे हैं। एक प्रमुख ई-कॉमर्स मंच के एक विक्रेता ने बताया कि अन्य दलों के मुकाबले भाजपा के सामान की बिक्री अधिक हो रही है।

पाकिस्तान के लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या, सरबजीत का हत्यारा था अमीर

पाकिस्तान के लाहौर शहर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि, कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सरफराज पर भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की पाकिस्तानी जेल में हत्या का आरोप था।

पुलिस के अनुसार, सरफराज को लाहौर के गुलबर्ग क्षेत्र में उनके घर के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। इसके बाद तुरंत सरफराज को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

सरफराज को पाकिस्तान के सबसे शक्तिशाली अंडरवर्ल्ड डॉन में से एक माना जाता था। उस पर हत्या, जबरदस्ती वसूली और ड्रग्स तस्करी सहित कई अपराधों का आरोप था।

लोकसभा चुनावों के लिए चार्टर्ड विमान, हेलिकॉप्टर की मांग 40% बढ़ी, प्रति घंटा नेता इतना चुका रहे किराया

डेस्क: लोकसभा चुनावों के लिए राजनेता और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि देशभर में भ्रमण कर रहे हैं। सभी दलों के नेता हवाई मार्ग को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। इसका उनका कद भी बढ़ रहा है और कम समय में कई चुनावी सभा करने का मौका भी मिल रहा है। इसके चलते चार्टर्ड विमान और हेलिकॉप्टर की मांग 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, इससे निजी विमान और हेलिकॉप्टर संचालकों को 15-20 प्रतिशत अधिक कमाई होने की उम्मीद है। चार्टर्ड सेवाओं के लिए प्रति घंटा दरें भी बढ़ गई हैं। एक विमान के लिए शुल्क लगभग 4.5-5.25 लाख रुपये और दो इंजन वाले हेलिकॉप्टर के लिए लगभग 1.5- 1.7 लाख रुपये है।

हेलिकॉप्टर की मांग बढ़ी  

जहां सामान्य समय और पिछले चुनावी वर्षों की तुलना में मांग बढ़ी है, फिक्स्ड विंग विमान और हेलिकॉप्टर की उपलब्धता भी कम संख्या में है। कुछ परिचालक दूसरे कंपनी से विमान और हेलिकॉप्टर चालक दल के साथ लेना चाह रहे हैं। रोटरी विंग सोसायटी ऑफ इंडिया (आरडब्ल्यूएसआई) के अध्यक्ष (पश्चिमी क्षेत्र) कैप्टन उदय गेली ने बताया, “हेलिकॉप्टर की मांग बढ़ी है और यह सामान्य अवधि की तुलना में चुनाव अवधि में 25 प्रतिशत तक अधिक है। मांग की तुलना में आपूर्ति कम है।

इन राज्यों में हेलिकॉप्टर का उपयोग अधिक 

आमतौर पर, राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों और नेताओं को कम समय में विभिन्न स्थानों, खासकर दूरदराज के इलाकों में पहुंचने के लिए हेलिकॉप्टर का उपयोग करते हैं। गेली ने कहा कि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में हेलिकॉप्टरों का उपयोग अधिक देखा जा रहा है। बिजनेस एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन (बीएओए) के प्रबंध निदेशक कैप्टन आर के बाली ने पीटीआई-भाषा को बताया कि चार्टर्ड विमानों की मांग पिछले आम चुनावों की तुलना में 30-40 प्रतिशत अधिक है।

अमित शाह बोले- 3 साल में छत्तीसगढ़ से ख़त्म करेंगे नक्सलवाद, कांग्रेस सिर्फ झूठ का व्यापार करती है, ऐसा बटन दबाएं कि इटली तक करंट जाए...

   

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ झूठ का व्यापार करती है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा। शाह ने कहा कि, भूपेश कका इतना सारा भ्रष्टाचार करके पेट नहीं भरा है अभी भी यहां से सांसद बनना चाहते हैं। 

शाह ने कहा कि, मैं आज राजनांदगांव की जनता को कहने आया हूं कि आप लोगों ने भूपेश बघेल को विधानसभा में हराया है, इससे भी बड़े मार्जिन के साथ इनको फिर से घर पर भेजने का काम करिए। केंद्रीय गृहमंत्री रविवार को खैरागढ़ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 

भाजपा प्रत्याशी और सांसद संतोष पांडेय के पक्ष में प्रचार करते करने पहुंचे अमित शाह ने कहा कि, आप तीसरी बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाइए, छत्तीसगढ़ में 3 साल में नक्सलवाद खत्म कर देंगे। लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है। यहां दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी।