*विधि-विधान से पूजीं गईं माता कात्यायनी*
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। चैत्र नवरात्र के छठे दिन रविवार को आदि शक्ति मां कात्यायनी की विधि-विधान से पूजी गईं। देवी पाठ एवं मंत्रों से गांव और नगर गुंजायमान रहे। प्रचंड गर्मी के बाद भी माता रानी के दर्शन पूजन को मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।
मंदिरों में घंट-घड़ियाल व देवी गीतों से पूरा वातावरण देवीमय हो गया।
भगवती दुर्गा देवताओं के कार्य सिद्ध करने के लिए महर्षि कात्यायन के आश्रम में प्रकट हुईं और कात्यायनी के नाम से विख्यात हुईं। इनका स्वरूप भव्य, दिव्य और स्वर्ण के समान चमकीला है। माता की चार भुजाओं में दाहिने ओर के ऊपर वाला हाथ अभय मुद्रा में नीचे वाला वर मुद्रा में है। बायीं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल पुष्प सुशोभित है और वाहन शेर है। माता के इस स्वरूप का दर्शन मात्र से सुख समृद्धि मिलती है। मौसम के तल्ख तेवर से नौ दिन का व्रत रखने वालों की साधना कठिन होती जा रही है।
बावजूद इसके भक्तों की आस्था देखते बन रही। रविवार को देवी मंदिरों में भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी रही। पूजन सामग्री से सजी थाल, नारियल, चुनरी के साथ भक्त विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर रहे थे। आदि शक्ति की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर रहे। नगर के घोपइला माता मंदिर में भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही। गोपीगंज स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर, काली देवी मंदिर, कबूतरनाथ मंदिर आदि स्थानों पर देवी भक्तों का तांता लगा रहा। महिला-पुरुष दर्शन पूजन कर देवी की स्तुति करते रहे। इसी तरह औराई, महराजगंज, बाबूसराय, ऊंज और सीतामढ़ी आदि क्षेत्रों में स्थित देवी मंदिरों में आस्थावानों की भीड़ लगी रही।
Apr 14 2024, 17:58