विधानसभा अध्यक्ष ने जल संसाधन दिवस पर दिया संदेश,पानी की एक-एक बूंद कीमती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने जल संसाधन दिवस पर पानी को लेकर लोगों के लिए संदेश दिया है। उन्होंने जल संरक्षण को लेकर जागरूकता करने और सामूहिक प्रयास किए जाने की बात कही है।विधानसभा अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर जल संसाधन दिवस को लेकर लिखा कि आइए, प्रकृति के अनमोल जल संसाधनों के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाएं। जल की एक-एक बूंद कीमती है इसलिए इसका उपयोग विवेकपूर्ण हो, यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

जेल में बंद दरोगा अनुराग द्विवेदी सहित छह पर लगा गैंगस्टर

लखनऊ। आजमगढ़ के व्यापारी इश्तियाक के अपहरण व लूट मामले में जेल में बंद चल रहे दरोगा अनुराग द्विवेदी व सिपाही यूसुफ अली और घटना में लिप्त सिपाही धीरेन्द्र यादव, हिस्ट्रीशीटर नसीम, दिनेश गुप्ता और शेखर उर्फ चुन्नू पर गैंगस्टर लगाया गया है।

बीते वर्ष 2023 में चार दिसम्बर को लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के निराला नगर चौकी इंचार्ज अनुराग द्विवेदी को व्यापारी इश्तियाक के अपहरण व लूट मामले में दर्ज एफआईआर में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इससे पहले चौकी इंचार्ज दरोगा अनुराग ने अपने सिपाहियों और अपराधी साथियों के साथ मिलकर आजमगढ़ के व्यापारी इश्तियाक का अपहरण किया। व्यापारी को लखनऊ के एक होटल में रखकर एक लाख बीस हजार रुपये की वसूली की। जिसमें बाद में शेखर के अनुराग द्विवेदी से विवाद हो जाने पर पूरा मामला हसनगंज थाने पहुंच गया था।

तत्कालीन हसनगंज थाने के निरीक्षक राजकुमार सिंह के निर्देश पर निराला चौकी इंचार्ज अनुराग और सिपाही गण निलम्बित हुए थे। बाद में पुलिस आयुक्त ने मामले की गम्भीरता समझते हुए प्रभारी निरीक्षक राजकुमार को लापरवाही में निलम्बित कर दिया था।इस मामले एक और एफआईआर उस वक्त दर्ज हुआ, जब अपहरण के लिए उपयोग की गयी किराये पर लिये गये बोलेरो कार की वापसी नहीं हुई। निराला नगर क्षेत्र में लिटिल नामक युवक ने अनुराग द्विवेदी के कहने पर कुछ घंटे के लिए बोलेरो कार दी थी। लिटिल पुरानी कार खरीदने बेचने का व्यापार करता है। लिटिल को जब अपहरण की घटना की जानकारी हुई तो वह अपनी कार खोजने लगा। बाद में उसने हसनगंज थाने में एक और एफआईआर दर्ज करायी।

पराली जलाने से बचें किसान, सुरक्षा उपायों को अपनाकर रोक सकते हैं अग्निकाण्ड की घटनाएं: जिलाधिकारी अरविन्द सिंह

लखनऊ । तेजी से बढ़ रही गर्मी के दृष्टिगत संभावित अग्नि काण्डों से बचाव को लेकर जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने जनसामान्य को बचाव के टिप्स देते हुए सचेत किया है। उन्होंने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ ही अग्निकाण्ड की घटनाएं भी प्रारम्भ हो गई हैं। गर्मी के दिनों में जब तेज पछुआ हवा चलती है तो गांवों में अग्निकांड की घटनाएं बड़े पैमाने पर घटित होती हैं जिसके फलस्वरूप हमारे घर, खेत, खलिहान एवं जान-माल को भारी क्षति पहुंचती है। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण इन घटनाओं से होने वाली क्षति को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष/जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने इस सम्बन्ध में बताया कि बहुत छोटी-छोटी सावधानियां बरत कर हम अग्निकांड की घटनाओं को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि गर्मी में लगने वाली आग से गांव अत्यधिक प्रभावित होते हैं। ऐसे में रसोई घर यदि फूस का हो तो उसकी दीवाल पर मिट्टी का लेप अवश्य लगा दें। रसोई घर की छत ऊंची रखी जाए। आग बुझाने के लिए घर में बोरे में भरकर बालू अथवा मिट्टी तथा दो बाल्टी पानी अवश्य रखें। हवन आदि का काम सुबह नौ बजे से पहले सम्पन्न कर लें। शार्ट सर्किट की आग से बचने के लिए बिजली वायरिंग की समय पर मरम्मत करा लें।

मवेशियों को आग से बचाने के लिए मवेशी घर के पास पर्याप्त मात्रा में पानी का इंतजाम रखें एवं उनकी निगरानी अवश्य करते रहें। गर्मी के दिनों में दिन में तेज व गर्म हवाएं चलती हैं इसलिए जहां तक सम्भव हो गर्मियों में दिन का खाना 09 बजे सुबह से पूर्व बना लें तथा रात का खाना शाम 06 बजे के बाद बनाएं। बिजली के ढीले तारों से निकली चिंगारी भी आग लगने का कारण बन जाती है। इसलिए जहां कहीं भी ढीले तार दिखें उसकी सूचना बिना देर किए बिजली विभाग को दें। आग लगने पर सर्वप्रथम समुदाय के सहयोग से आग बुझाने का प्रयास करें। आवश्यकता होने पर आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड एवं प्रशासन को तुरंत सूचित करें। अगर कपड़ों में आग लगे तो जमीन पर लेटकर या लुढ़क कर उसे बुझाने का प्रयास करें।

जिला आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह ने जनसामान्य को आग से बचाव के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि दीपक, लालटेन, मोमबत्ती को ऐसी जगहों पर न रखें जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो। कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों में आग नहीं लगाएं। भोजन बनाने का कार्य तेज हवा के समय न करें। जलती हुई माचिस की तीली अथवा अधजली बीड़ी एवं सिगरेट पीकर इधर-उधर न फेंकें। खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पॉलिस्टर के कपड़े न पहनें। हमेशा सूती कपड़े पहनकर ही खाना बनाएं। सार्वजनिक स्थानों, ट्रेनों एवं बसों आदि में ज्वलनशील पदार्थ लेकर न चलें। अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि गांवों में आग न लगे, इससे बचाव के लिए प्रचार-प्रसार के लिए क्षेत्रीय लेखपालों को भी निर्देशित किया गया है।

म्यांमार में फंसे तीन दोस्त, वीडियो से मांगी मदद,बोले- बंदूक के बल पर साइबर फ्रॉड कराया जा रहा

लखनऊ । यूपी के एक इंजीनियर समेत तीन युवकों से विदेश में नौकरी के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है। सभी ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा- बंदूक के बल पर हम लोगों से 18 से 20 घंटे साइबर फ्रॉड से जुड़ा काम करवाया जा रहा है। अगर हम लोग मना करते हैं, तो मारपीट की जाती है।इंजीनियर के परिजनों से 8.14 लाख रुपये की फिरौती भी वसूली।रकम ट्रांसफर होने के बाद से इंजीनियर से परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है। उसके भाई ने डालीगंज में स्थित एंटी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

गुडंबा के आधारखेड़ा गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर जोगिंदर चौहान ने बताया कि उनके 24 वर्षीय भाई सागर चौहान सिविल इंजीनियर हैं। बीती 26 मार्च को वह बसहा गांव निवासी अपने दोस्त राहुल उर्फ आरुष गौतम के साथ मलेशिया जाने की बात कहकर निकला था। दूसरे दिन जब उससे बात हुई थी तो उसने बताया था कि राहुल की कंपनी ने म्यांमार में नौकरी दिलाने की बात कही है, इसलिए वह म्यांमार चले गए हैं। साथ में उनका तीसरा दोस्त बाराबंकी निवासी अजय कुमार भी है। जोगिंदर के मुताबिक 28 मार्च को जब सागर की कॉल आई तो उसने बताया कि वहां उसको बंधक बना लिया गया है। टॉर्चर किया जा रहा है। फिर रुपयों की मांग की। जोगिंदर ने दो, तीन व चार अप्रैल को कुल तीन बार में 8 लाख 14 हजार रुपये उसको भेज दिए। तब से सागर से कोई बात नहीं हो पा रही है। इसलिए जोगिंदर ने आरुष गौतम व मलेशिया के रॉबिन हुड नाम के शख्स पर एफआईआर दर्ज कराई है। उनका कहना है कि राहुल उनके भाई को ले गया था।

अंदेशा है कि उसने उसके भाई को वहां बेच दिया। शुरुआत में जब जोगिंदर की अपने भाई सागर से बात हुई तो उसने बताया था कि वहां लोग उनसे साइबर फ्रॉड करवाते हैं। तमाम नंबर देकर उन पर कॉल करवाते हैं और फिर तरह तरह का झांसा देकर लोगों से ठगी की जाती है। इसके लिए हर किसी को रोजाना का टारगेट देते हैं। जो टारगेट पूरा नहीं कर पाता है उस पर बर्बरता करते हैं। इलेक्टि्रक शॉक भी देते हैं। जोगिंदर ने बताया कि म्यांमार के किसी शख्स का खाता नंबर आदि दिया गया था। जिसमें डॉलर ट्रांसफर करने की बात कही थी। जो वह नहीं कर पाए। इसलिए उन्होंने पूरी रकम सागर के खाते में भेज दी। तब से हर दिन भाई के खाते से एक एक लाख रुपये अलग-अलग खातों में भेजी जा रही है।

संबंधित बैंक से संपर्क कर उन खातों का विवरण मांगा है। जिससे पता चल सके कि रकम कहां और किसको भेजी जा रही है। राहुल आरुष ने दो वीडियो बनाकर जोगिंदर को भेजे हैं। जिसमें उनका भाई सागर व बाराबंकी का अजय भी दिख है। राहुल उसमें बंधक बनाने से लेकर यातनाएं देने की आपबीती बताते सुनाई दे रहा है। वह ये भी कहता है कि हम लोगों को बचा लो, वरना शायद वो लोग जिंदा न छोड़ें। सभी के परिजन दहशत में हैं।

लोकसभा चुनाव : सीआरपीसी के तहत 13,61,464 लोग किए गए पाबन्द ,266 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 241 कारतूस व चार बम सीज

लखनऊ। आदर्श आचार संहिता के अनुपालन में आठ अप्रैल को पुलिस ने आपराधिक व्यक्तियों के दो लाइसेंसी शस्त्र जब्त किये। 25 शस्त्रों के लाइसेंस निरस्त कर जमा कराये गये। सीआरपीसी के तहत 75,593 लोगों को पाबन्द किया। 16 मार्च से अब तक 13,61,464 लोग पाबन्द किये गये। वहीं, 266 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 241 कारतूस व चार बम सीज किये गये। अवैध शस्त्र बनाने वाले 121 केन्द्रों पर रेड डाली और छह केन्द्रों को सीज किया गया। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। सघन जांच के लिए 513 अंतरराज्यीय चेक पोस्ट एवं 1825 चेक पोस्ट राज्य के भीतर संचालित हैं।

16 मार्च से आठ अप्रैल तक अपराधिक व्यक्तियों के 480 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किये गये। 3946 लाइसेंसी शस्त्रों के लाइसेंस निरस्त कर जमा कराये गये। इसी प्रकार सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए 20,79,645 लोगों को पाबन्द किये जाने के लिए नोटिस प्रेषित किये गये हैं, जिनमें से 13,61,464 लोगों को पाबन्द किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा 5022 बिना लाइसेंस के अवैध शस्त्र, 5249 कारतूस, 2066.5 किलोग्राम विस्फोटक व 260 बम बरामद कर सीज किये गये। पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 1634 केन्द्रों पर रेड डाली गयी और 88 केन्द्रों को सीज किया गया।

लोकसभा चुनाव: सुरक्षा बलों को प्रदेश के हर एक मतदान स्थल तक पहुंचाएंगी परिवहन निगम , 7 हजार से ज्यादा लगाई गई बसें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए परिवहन निगम ने भी कमर कस ली है। प्रदेश के एक-एक मतदान केंद्र तक सुरक्षाबलों को पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 7 हजार से ज्यादा बसों को तैयार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस की मांग पर परिवहन निगम सभी सात चरणों में अर्द्धसैनिक बलों एवं पुलिस जवानों को ड्यूटी पर पहुंचाने के लिए बसों के प्रबंध में जुट गया है।

प्रदेश में सभी सातों चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न कराए जाने हैं। ऐसे में प्रदेश के एक-एक मतदान केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए निर्वाचन आयोग ने बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की है। इन सुरक्षा बलों को इन मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था की ओर से परिवहन निगम से बसें उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था उत्तर प्रदेश एल आर कुमार की ओर से परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को भेजे गए पत्र में निगम से सभी सात चरणों के लिए सुरक्षा बलों को मतदान स्थल तक पहुंचाने के लिए कुल 7051 बसें उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रत्येक चरण के लिए अलग-अलग संख्या में बसें मांगी गई हैं।

इसके अनुसार, 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए 608 बसों की मांग है तो 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान हेतु 657 बसों की डिमांड है। इसी तरह 7 मई को तीसरे चरण के लिए 901, 13 मई को चौथे चरण के लिए 1235, 20 मई को पांचवें चरण के लिए 1249, 25 मई को छठे चरण के लिए 1265 और अंतिम चरण यानी एक जून को होने वाले मतदान के लिए 1136 बसें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। इन बसों के माध्यम से बड़ी संख्या में अर्द्धसैनिक बलों एवं पुलिस जवानों को मतदान स्थलों तक पहुंचाने में आसानी होगी और मतदान कार्य को पूर्ण सुरक्षा के बीच संपन्न कराया जा सकेगा। पत्र में कहा गया है कि पुलिस बल के साथ जो बस एक बार रवाना होगी, वह बस अगले चरणों में भी उसी पुलिस बल के साथ मूल जनपद में वापसी तक बनी रहेगी।

चरणवार निर्वाचन के बाद चुनावी जनपदों से कुछ पुलिस बल अपने मूल नियुक्त जनपद वापस जाएगा एवं कुछ जनपदों का नया पुलिस बल संचारित करेगा, जिसके उपयोग हेतु कुछ बसें वापस होंगी एवं कुछ नई बसें बढ़ेंगी। इसके अतिरिक्त ब्रेक डाउन के चलते 10 प्रतिशत रिजर्व वाहनों की भी आवश्यकता होगी। मांग के अनुसार, बसें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए और उनमें समुचित साफ-सफाई के साथ ही दरवाजे एवं खिड़कियों में शीशे लगे होने चाहिए। आग्रह पत्र में प्रति बस 45 जवानों के बैठने की व्यवस्था के लिए 52 सीटर बसें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।

चैत्र नवरात्र: दूसरे दिन ज्येष्ठा गौरी, ब्रम्हचारिणी देवी के दरबार में श्रद्धालु उमड़े

लखनऊ । वासंतिक चैत्र नवरात्र में दूसरे दिन बुधवार को नौ गौरी के दर्शन पूजन की मान्यता के अनुसार श्रद्धालुओं ने ज्येष्ठा गौरी के नखास, काशीपुरा स्थित दरबार में हाजिरी लगायी। वहीं आदि शक्ति स्वरूप नवदुर्गा पूजन अर्चन के क्रम में श्रद्धालु ब्रम्हाघाट स्थित ब्रम्हचारिणी देवी के दरबार में भी पहुंचे। भगवती के दोनों स्वरूपों के दरबार में आधी रात के बाद से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी।

काशी में माना जाता है कि भगवती के भव्य और अलौकिक आभा से परिपूर्ण इन स्वरूपों के दर्शन-पूजन से पापों का नाश हो जाता है। साथ ही भक्त द्वारा माता भगवती के दिव्य स्वरूप की आराधना और उपासना से उसमें तप, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य भाव में निरन्तर वृद्धि होती है।देवी के दोनों मंदिरों के अलावा नगर के सभी प्रमुख देवी मंदिरों में देवी की स्तुति-वंदना पचरा की गूंज रही। इस दौरान दरबार में माला-फूल, धूप-बत्ती और लोहबान की सुगंध से वातावरण महमह रहा। भोर से लेकर पूरे दिन दरबार में गूंजती घंटियों की आवाज और रह-रहकर गूंजता जयकारा-‘‘सांचे दरबार की जय से पूरा वातावरण देवीमय नजर आ रहा था।

उधर, मंदिरों के अलावा मठों और घर-आंगन में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापित कलश के समक्ष आदि शक्ति के आर्शीवाद पाने की चाहत में दुर्गा सप्तशदी, दुर्गा चालिसा, आरती पाठ का क्रम दिन भर चलता रहा। किसी ने नौ दिनों के व्रत का संकल्प लिया है, तो कोई पहले और अंतिम दिन के व्रत का संकल्प लेकर दर्शन-पूजन कर रहा है।

दुर्गाकुण्ड स्थित कुष्माण्डा देवी के दरबार में भी दर्शन के लिए लम्बी कतार लगी थी। मंदिर के मुख्य द्वार से एक कतार दुर्गाकुंड पोखरे के आखिरी छोर तो दूसरी कतार कबीरनगर त्रिमुहानि तक रही। हाथों में पूजन सामग्री की सजी टोकरी, थाली और लाल चुनरी के साथ मंगल जीवन की कामना लिए माता के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे श्रद्धालु देवी दर्शन से अपने को धन्य समझ रहे थे। नगर के चौसट्ठी देवी, मां महिषासुर मर्दिनी मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित मां अन्नपूर्णा मंदिर, संकठा मंदिर, माता कालरात्रि देवी मंदिर, तारा मंदिर, सिद्धेश्वरी मंदिर और कमच्छा स्थित कामाख्या मंदिर सहित विभिन्न देवी मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का रेला सुबह से लेकर देर रात्रि तक लगा रहा।

नशे के रूप में प्रयोग के लिए पश्चिम बंगाल भेजी जा रही 52 पेटी कफ सिरप ,एसटीएफ ने ट्रक के साथ एक को दबोचा

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को नशे के रूप में प्रयोग के लिए अवैध रूप से पश्चिम बंगाल भेजी जा रही 52 पेटी फेन्सेडिल कफ सिरप (20,800 शीशी) सहित एक व्यक्ति को लखनऊ से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। अभियुक्त का नाम धर्मेन्द्र कुमार विश्वकर्मा पुत्र विनोद कुमार जनपद उन्नाव है। विगत काफी दिनों से विभिन्न प्रकार के कफ सिरप व अन्य दवाओं को नशे के रूप में प्रयोग करने हेतु इसका अवैध भण्डारण व विहार, झारखण्ड, आसाम, पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश में सप्लाई होने की रोकथाम को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्पेशल टॉस्क फोर्स व खाद्यसुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग यूपी की संयुक्त जांच समिति का गठन किया गया था।

जिसके क्रम में एसटीएफ की टीम ने प्राप्त सूचना के आधार पर सुलतानपुर बाईपास अहिमामऊ के पास से ट्रक को कब्जे में लेकर चालक को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ पर चालक उपरोक्त ने बताया कि यह गाड़ी संतोष कुमार यादव निवासी- फरीदाबाद हरियाणा की है। बहादूरगढ़, हरियाणा एवं पीतमपुरा दिल्ली से सेनेटरी का माल लोड करके आसाम जाना था। बदरपुर नई दिल्ली में राविन सिंह निवासी आगरा मिला था, जिसने कहा था कि ट्रान्सपोर्ट लखनऊ से कुछ सामान कुचबिहार (पश्चिम बंगाल) पहुंचाना है। जिस पर इसने लखनऊ आकर राविन द्वारा बताये गये नम्बर से सम्पर्क करने पर मिलने आये व्यक्तियों के साथ जाकर ट्रान्सपोर्ट नगर, लखनऊ में बने गोदाम से फेन्साडिल कफ सिरप अपने गाड़ी में लोड कराया था।

उक्त सिरप पश्चिम बंगाल पहुंचाने पर इसे 30 हजार मिलता। इसके पहले भी कई बार ट्रान्सपोर्ट नगर लखनऊ से फेन्साडिल सिरप पश्चिम बंगाल पहुंचा चुका है। उल्लेखनीय है कि औषधियों का भण्डारण व क्रय-विक्रय औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली, 1945 के अधीन निर्गत लाइसेंस के अन्तर्गत किया जाता है तथा औषधियों की बिक्री उक्त नियमावली के नियम 65 के अनुसार निर्गत विक्रय बीजक के आधार पर ही किया जा सकता है ऐसा न करना औषधि एवं प्रसाधन सामग्री के तहत दण्डनीय अपराध है। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

17 महीने बाद गाजीपुर पहुंचा अब्बास अंसारी,आज मुख्तार अंसारी की कब्र पर फाहिता पढ़ेगा अब्बास

लखनऊ । मुख्तार अंसारी की कब्र पर आज फातिहा पढ़ी जाएगी। इसमें मऊ सदर से विधायक और मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी भी शामिल होने के लिए आ गया है। वह करीब 17 महीने बाद घर गाजीपुर आया है। वह नवंबर 2022 से ही जेल में है। फातिहा में शामिल होने की पैरोल मिलने पर मंगलवार की देर शाम 7:40 बजे अब्बास को कड़ी सुरक्षा में पचलाना जेल से गाजीपुर के लिए रवाना किया गया था।

फातिहा पढ़ने के बाद अब्बास को गाजीपुर जिला कारागार के उसी हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा जाएगा, जिसमें सांसद अफजाल अंसारी को रखा गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब्बास अंसारी को कासगंज जेल से गाजीपुर लाया गया है। अब्बास आज मुहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान जाकर अपने पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा, फिर जिला जेल लाया जाएगा। यहां से 13 अप्रैल को वापस कासगंज जेल के लिए भेजा जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, गाजीपुर जिला जेल में अब्बास अंसारी को बैरक नंबर दस में रखा जाएगा। यह वही बैरक है, जिसमें सांसद अफजाल अंसारी को रखा गया था। हालांकि अफजाल जमानत पर छूट चुके हैं। अब्बास अंसारी को हाई सिक्योरिटी में रखा जाएगा।

मानसिक तनाव वाले पुलिसकर्मियों को शस्त्र से रखा जाए दूर : डीजीपी

लखनऊ,। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने मानसिक पीड़ित पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने में सावधानी बरतने निर्देश दिए हैं। जारी निर्देश में उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मानसिक रूप से परेशान, बीमार किसी भी पुलिसकर्मी को शस्त्र सहित ड्यूटी न लगाई जाए। डीजीपी ने कहा कि बीते दिनों में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जहां संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर लगाई गयी सुरक्षा गार्ड और स्कॉर्ट ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों की अनुशासनहीनता देखने को मिली है।

इस प्रकार की घटनाओं से पुलिस की छवि धूमिल होती है। वहीं, सशस्त्र गार्ड ड्यूटी अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील होती है। इसमें कोई भी लापरवाही घातक हो सकती है। ऐसे में यह निर्णय किया गया है कि मानसिक तनाव से ग्रस्त, बीमार और नशे के आदी किसी भी पुलिसकर्मी से अगर महत्वपूर्ण ड्यूटी, स्कार्ट में ड्यूटी कराई गई तो पुलिस उपाधीक्षक पुलिस लाइंस और प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) जिम्मेदार होंगे। डीजीपी ने इस बाबत मातहतों को आदेश जारी करते हुए इसे कड़ाई से पालन करने को कहा है। यह भी कहा कि यदि कोई कर्मी अस्वस्थ या किसी अन्य कारण से परेशान है तो उसे ड्यूटी से हटाकर उसकी समस्या का निराकरण कराया जाए।