पाकिस्तान में टारगेट किलिंग करा रहा भारत! ब्रिटिश अखबार का दावा, जानें भारत का जवाब
#india_carrying_out_target_killing_in_pakistan_revelation_by_the_british_newspaper
ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने भारत को लेकर बड़ा दावा किया है। अखबार का दावा है कि भारत ने पाकिस्तान में बैठे अपने दुश्मनों को घुसकर मारा है। एक-एक कर दुश्मनों के खिलाफ ऑपरेशन चला और ऑपरेशन में उन लोगों का अंत हो गया है जो भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधि में शामिल थे।गार्जियन के मुताबिक भारत ने 2020 से लेकर अब तक पाकिस्तान में बैठे 20 आतंकवादियों का खात्मा किया है।भारत ने पाकिस्तान में हत्याओं की साजिश रचने के दावों का सख्ती से खंडन किया है। उन दावों को 'भारत विरोधी झूठा और दुर्भावनापूर्ण प्रचार' बताया है।
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द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में मारे गए सात आतंकियों के मामले की जांच की गई है. इनमें मिले सबूत इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि भारतीय जासूसों ने पाकिस्तानी जमीन पर टारगेट किलिंग की है. उनका दावा है कि 2023 में हत्याओं की संख्या सबसे ज्यादा रही है. ज्यादातर लोगों की हत्या अज्ञात शख्स के जरिए करीब से गोली मारने से हुई है.
द गार्जियन ने अपनी इस रिपोर्ट में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से बात कर दावा किया है कि ज्यादातर हत्याएं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से ऑपरेट होने वाले भारतीय खुफिया स्लीपर-सेल के जरिए अंजाम दी गईं. 2023 में बढ़ी हत्याओं की संख्या की वजह स्लीपर-सेल का एक्टिव होना रहा. इन स्लीपर-सेल्स ने अपने दुश्मनों के खात्मे के लिए पाकिस्तान के अपराधियों को लाखों रुपये दिए. दावा किया गया है कि एजेंट्स ने जिहादियों को भी भर्ती किया, जिन्हें ये यकीन दिलाया गया कि वे काफिरों की हत्या कर रहे हैं.
रिपोर्ट में भारतीय सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों से बात करने के बाद दावा किया गया है। ब्रिटिश अखबार द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दो भारतीय खुफिया अधिकारियों के अनुसार, विदेशों में रहकर भारत के खिलाफ साजिश करने वालों को निशाना बनाने की यह प्रक्रिया खुफिया मिशनों से प्रभावित थी, जिसमें मोसाद और केजीबी के साथ समानताएं थीं। ये कार्रवाइयां विदेशी धरती पर आतंकवादियों को खत्म करने के एक मिशन का हिस्सा थीं, जिसमें खालिस्तान आंदोलन को हवा देने वाले सिख अलगाववादियों को निशाना बनाना भी शामिल था। आरोप 2019 में पुलवामा हमले के बाद शुरू की गई एक रणनीति की ओर इशारा करते हैं, जिसका उद्देश्य आतंकी हमले के खतरे को पनपने से पहले ही बेअसर कर देना है।
गार्जियन की रिपोर्ट में जाहिद अखुंड की हत्या का जिक्र है, जिसे जहूर मिस्त्री के नाम से जाना जाता है। जहूर घोषित आतंकवादी है, जिसने एयर इंडिया का एक विमान हाईजैक किया था। गार्जियन के अनुसार, पाकिस्तान के दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि रॉ के एक एजेंट पर कई महीनों तक अखुंड के ठिकाने और गतिविधियों पर खुफिया जानकारी जुटाने के लिए फंडिंग देने का आरोप है। यह दावा किया जाता है कि मार्च 2022 के दौरान कराची में गोलीबारी को अंजाम देने के लिए अफगानिस्तान से लोगों को को बड़ी रकम दी गई थी। इस हमले के बाद वो वहां से गायब हो गए और बॉर्डर पार गए थे। हालांकि बाद में उन्हें पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया था।
ब्रिटिश अखबार ने दावा किया कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का इसके पीछे हाथ है। साथ ही कहा कि यह पूरा काम प्रधानमंत्री ऑफिस से हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके ऑर्डर दे रहे हैं क्योंकि रॉ का कंट्रोल उन्ही के पास होता है। सरकार उन दुश्मनों का विदेशों में खात्मा कर रही है जो भारत के लिए खतरा है। 2019 के बाद से यह सिलसिला जारी है।
ब्रिटिश अखबार के इस दावे की पोल खुद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ही खोल दी है. उन्होंने कहा है कि द गार्जियन अखबार का दावा भारत विरोधी प्रचार का हिस्सा है. ये दावे पूरी तरह से झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं. विदेश मंत्री ने कहा है कि विदेशी सरज़मी पर टारगेट किलिंग करना भारत का तरीका नहीं है.








भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को नोटिस भेजा है। उन्हें सोमवार तक जवाब देने को कहा गया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी से चुनाव आयोग ने उनकी भाजपा में शामिल हों या जेल का सामना करें वाली टिप्पणी पर जवाब मांगा है। दरअसल, हाल ही में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने दावा किया था कि उनसे बीजेपी में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया था। मंगलवार को आम आदमी पार्टी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी ने मेरे एक बहुत करीबी व्यक्ति के माध्यम से मुझे बीजेपी ज्वाइन करने के लिए अप्रोच किया है। आतिशी के इस बयान पर बीजेपी ने कल यानि 4 अप्रैल को शिकायत की थी। इससे पहले भाजपा ने आतिशी को मानहानि का नोटिस भेजा था। आतिशी ने आरोप लगाया कि उन्हें भाजपा में शामिल होने का ऑफर आया है। करीबी व्यक्ति के माध्यम से उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया है। उन्हें कहा गया है कि भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक करिअर बचा लो, अन्यथा महीने भर में ईडी गिरफ्तार कर लेगी। कुछ दिनों में उनके आवास, रिश्तेदारों व परिवार वालों के घर रेड होगी और समन भेजे जाएंगे। आतिशी ने दावा करते हुए कहा कि ईडी मेरे घर पर छापेमारी कर सकती है और आने वाले दिनों में मुझे भी जेल में डाला जा सकता है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सौरभ और राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपना इस्तीफा नहीं देंगे।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। जेलर से बाहर आने के बाद आज शुक्रवार को संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चौंकाने वाला दावा किया। संजय सिंह ने दावा किया है कि शराब घोटाला बीजेपी ने किया है और उसके टॉप के नेता इसमें शामिल हैं। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ये भी कहा कि अरविंद केजरीवाल को साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। प्रेशर डालकर केजरीवाल के खिलाफ बयान दिलवाया गया है। केजरीवाल की गिरफ्तारी एक गहरी साजिश है। *दबाव बनाकर बयान दिलवाया गया* संजय सिंह ने पीसी में कहा, आज आपके सामने यह बताने के लिए आया हूं कि कैसे कुचक्र रचकर और साज़िश रचकर अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किया गया है। मंगूटा रेड्डी ने कुल 3 और उसके बेटे ने 7 बयान दिए। 16 सितंबर को पूछा गया कि क्या आप अरंविद केजरीवाल को जानते हो तो उसने माना कर दिया था। उसके बेटे को 5 महीने के लिए जेल भेजा दिया जाता है। 10 फ़रवरी से 16 जुलाई को 7वां बयान होता है और उसका बयान बदल जाता है। वह अरविंद के खिलाफ बयान देता है। संजय सिंह ने दावा किया कि बाप-बेटे के 9 बयान में अरविंद के खिलाफ कुछ नहीं था। बाद में दबाव बनाकर बयान दिलवाया गया। संजय सिंह ने कहा कि जो बयान केजरीवाल के खिलाफ नहीं था उसके बारे में ईडी ने कहा कि इनपर भरोसा नहीं है। *शराब घोटाले के आरोपी के साथ पीएम की तस्वीर क्यों?* संजय सिंह ने पीएम मोदी के साथ मगुंटा रेड्डी की तस्वीर दिखाते हुए सवाल किया कि वह आदमी जिसे शराब घोटाले का आरोपी बनाया गया है, पीएम मोदी उसके साथ क्या कर रहे हैं।आज की तारीख में वो टीडीपी से चुनाव लड़ रहा है लेकिन प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाकर वोट मांग रहा है। इसे शराब कारोबारी बताया जा रहा था, जो मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान देता है। अब इसको छिपा लिया गया। *शरत रेड्डी को किया गया मजबूर* संजय सिंह ने आगे कहा कि शरद रेड्डी (अरबिंदो फार्मा के एमडी) के घर पर 9 नवंबर 2022 में छापा होता है। उससे अरविंद केजरीवाल के बारे में पूछा जाता है तो वो मना कर देता है। कुल 12 बयान देता है। 9 नवंबर से उससे पूछताछ शुरू हुई। इस दौरान उस पर दवाब बनाया गया। नहीं माना तो 10 नवंबर को उसकी गिरफ्तारी हो जाती है। इसके बाद 25 अप्रैल तक कुल 6 महीने जेल में रखा गया और कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दो। उसको कहा गया कि बयान दो वर्ना जिंदगी जेल में सड़ जाएगी। वो संजय सिंह तो है नहीं। वो टूट गया और 25 अप्रेल को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दिया। हमारे वकीलों ने जब बयानों को देखा तो 10 बयान अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नहीं थे तो ईडी ने कहा कि बयानों पर भरोसा नहीं। 25 अप्रैल को बयान देने के बाद उसकी जमानत हो जाती है। *एलजी पर भी लगाए आरोप* संजय सिंह ने कहा कि एलजी साहब कैसे काम करते हैं, ये सबको पता है। ऊपर से आदेश लेकर काम करते हैं। एलजी ने शरद रेड्डी के मामले में लेटर क्यों नहीं लिखा? पूरी बीजेपी सिर से लेकर पांव तक शराब घोटाले में डूबी है। *55 करोड़ रुपये बीजेपी को रिश्वत के रूप में मिली* संजय सिंह ने दावा किया कि असली घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। पहले 15 नवंबर को 5 करोड़ का नजराना बीजेपी को पहुंचा। कुल 55 करोड़ रुपये बीजेपी को रिश्वत के रूप में मिली। मनी ट्रेल तो खुलेआम मिला। ये सुप्रीम कोर्ट की वजह से तब हुआ, जब कहा गया कि इलेक्टोरल बॉन्ड का हिसाब दिखाओ। बीजेपी के घोटाले से ध्यान हटाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर छापा मारा गया और केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

Apr 06 2024, 10:18
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