पीएम मोदी में बिहार को बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र, जानिए क्या कहा
बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया हैं कि राज्य के लोगों को जंगलराज व नीतीश राज का फर्क बताएं. विशेषकर नए वोटर जिनका जन्म उस समय नहीं हुआ होगा, उन्हें बताएं कि जंगलराज में क्या-क्या होता था. किस तरह महिलाएं घरों से बाहर नहीं निकलती थी. मंगलवार को बिहार के सभी बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं व नेताओं से वर्चुअल वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री ने पांच बूथ अध्यक्षों से बातचीत की. उनसे चुनाव से संबंधित फीडबैक लिया और सरकारी योजनाओं को प्रचार-प्रसार करने को भी कहा. भोजपुरी में भी लोगों का हाल-चाल पूछने के साथ ही अपना संवाद शुरू करने वाले पीएम ने कहा कि इस बार बिहार के लोगों ने भाजपा और एनडीए को मजबूत करने का मन बना लिया हैं. चुनाव कोई भी हमारा लक्ष्य बूथ जीतना होता हैं. जिस संगठन की इकाई बूथ बूथ जीतने पर जोर लगाती हैं, वह हमेशा चुनाव जीतती रहती है. इसलिए मेरा बूथ सबसे मजबूत हो यह हम सबका संकल्प हैं.

        
         औरंगाबाद के रफीगंज की संगीता प्रसाद से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा पहली बार वोट देने वालों ने जंगलराज नहीं देखा हैं तो उनको समझाएं. कैसे जंगलराज नहीं देखा हैं तो उनको समझाएं. कैसे जंगलराज में महिलाएं घर से नहीं निकलती थी. एनडीए के कार्यकर्ता दो दशक पहले की स्थिति लोगों को बताएं. पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर पुराने लोगों से कहें कि वे अपने अनुभव युवाओं को बताएं कि जंगलराज में क्या-क्या होता था. नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो काम हुआ हैं, उसे बताएं.

          
         पश्चिमी चंपारण के नौतन के रहने वाले धर्मेन्द्र पासवान से बातचीत को पीएम ने कहा कि आजादी के दशकों में बिहार के युवाओं को शिक्षा, व रोजगार का अवसर मिलता तो उनकी प्रतिभा देश- प्रदेश के विकास में काम आती. दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ. एनडीए राज में स्थिति बदल रही हैं. नवादा की पुनीता वर्णवाल से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि जिन लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिला हैं, उन लाभुकों से मिले. जिनको लाभ नहीं मिला हैं, उन्हें बताएं कि उन्हें भी भविष्य में सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा.

  
        मधुबनी के संजीव कुमार साह से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि जब भगवान राम अपने घर में विराजे तो मिथिला के लोग बहुत खुश हैं. दरभंगा एयरपोर्ट से होने वाले लाभ की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा मिथिला में जनसंपर्क अभियान चलाएं.
खगड़िया के राहुल वर्मा से बातचीत में पीएम मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा कि आपके नाम को लेकर गांव वाले क्या सोचते हैं. सरकार के काम का फीडबैक लें. पहले परिवारवादी पार्टियों के नेता कहते थे कि एक रूपये में 15 पैसे ही लोगों को मिलते हैं. अब पूरा पैसा खाते में जा रहा हैं.

    
    पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की योजनाओं से बिहार को हुए लाभ के बारें में बताया. उन्होंनें ने कहा कि देश में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आएं. इनमें बिहार के साढ़े तीन करोड़ लोग हैं. नौ करोड़ को मुफ्त राशन दिया जा रहा हैं. तीन करोड़ को उज्ज्वला का लाभ दिया गया. हजारों करोड़ की सड़क परियोजनाएं चल रही हैं. इन कामों को प्रमुख वोटरों को बताएं. पिछली बार से कम से कम 10 फीसदी अधिक वोट प्राप्त हो.
चिराग ने वीणा सिंह, शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को लोजपा के संघर्ष का साथी माना तीनों को टिकट
बिहार:  चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा आर) ने बिहार की समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली से शनिवार को लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा की. वैशाली से मौजूदा सांसद वीणा सिंह, समस्तीपुर से जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी की बेटी एवं महावीर मंदिर न्यास के सचिव कुणाल किशोर की बहु शांभवी चौधरी और खगड़िया से भागलपुर के व्यापारी एवं पुराने लोजपा नेता राजेश वर्मा को टिकट मिला हैं.   पिछले दिनों दिल्ली में लोजपा-आर की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद चिराग पासवान ने मीडिया से कहा था कि जिन लोगों ने लोजपा तोड़ी उन्हें इस बार मौका नहीं मिलेगा. पशुपति पारस के रालोजपा बनाने के बाद चिराग के साथ जो रहे उन्हें ही पार्टी इस बार टिकट देगी. चिराग ने कहा था कि उनके संघर्ष के दौरान साथ रहे लोगों को ही लोकसभा चुनाव में मौका दिया जाएगा. हालांकि, लोजपा-आर की मौजूदा लिस्ट में खगड़िया से राजेश वर्मा के अलावा कोई और कैंडिडेट चिराग के इस बयान पर खड़ा नहीं उतरता हैं. बता दें कि एनडीए के सीट बंटवारे में चिराग की पार्टी को पांच सीटें मिली हैं. हाजीपुर चिराग खुद तो जमुई से उनके बहनोई अरुण कुमार भारती प्रत्याशी हैं.


         चिराग पासवान ने हाजीपुर और जमुई के प्रत्याशी के बारें में पूर्व में ही एलान कर दिया था. मगर लोजपा रामविलास के खाते की तीनों सीटें समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली पर प्रत्याशियों के नामों पर सस्पेंस बना हुआ था.  जेडीयू मिनिस्टर अशोक चौधरी की बेटी को शांभवी को चिराग ने समस्तीपुर से प्रत्याशी बनाया हैं. वह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. पहले उनके जमुई से चुनाव लड़ने की चर्चा चली थी. मगर वहां से अरूण भारती का नाम फाइनल होने के बाद उन्हें समस्तीपुर से प्रत्याशी बनाया गया था. शांभवी पूर्व आईपीएस कुणाल किशोर की बहु हैं. उनका परिवार पिछले कुछ दिनों से चिराग से लगातार संपर्क में था.

  
       वहीं, वैशाली लोकसभा सीट पर चिराग पासवान ने मौजूदा सांसद वीणा देवी पर ही भरोसा जताया है. वीणा देवी भी कई  बार दावा कर चुकी थी कि वैशाली से वहीं उम्मीदवार होंगी. दिवंगत रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में टूट हुई थी. उस समय वीणा देवी, पशुपति पारस वाले गुट में चली गई थी. मगर पिछले साल चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को झटका देते हुए वीणा देवी को अपने गुट में ले लिया था.

  
     चिराग ने खगड़िया लोकसभा सीट पर चौंकाने वाला नाम दिया हैं. यहां से युवा चेहरे राजेश वर्मा को टिकट दिया गया हैं. कई मौकों पर वे चिराग पासवान के साथ  सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर आते रहे हैं.
Sri mahavir trithankar high school, vaishali
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10 हेलाकॉप्टर से चुनावी उड़ान भरेंगें सियासी दिग्गज, शुरू हो गई बुकिंग, ताबड़तोड़ करेंगें रैलियां
बिहार: चुनावी समर में दलों के दिग्गज से लेकर कार्यकर्ता तक जुट गए हैं. विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से चुनावी समर में मैदान मारने के लिए जमीन से लेकर आसमान तक तैयारी की जा रही हैं. दोनों गठबंधन रैलियों का शेड्यूल तय करने में जुट गए हैं. इसी क्रम में पटना एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टरों की बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई हैं. इस बार के चुनाव में लगभग दस हेलीकॉप्टरों की बुकिंग के आसार हैं. इनमें से दो हेलीकॉप्टरों की बुकिंग हो चुकी हैं.         


         सूत्रों ने बताया कि भाजपा की ओर से एक हेलीकॉप्टर की बुकिंग हो गई हैं. एक चॉपर 17 मार्च से ही खड़ा हैं. इसे राजद की ओर से बुक बताया जा रहा हैं. आने वाले एक हफ्ते में भाजपा की ओर से पांच और हेलीकॉप्टर की बुकिंग संभावित हैं. सामान्य उड़ानों के बीच चॉपरों की आवाजाही से पटना एयरपोर्ट की व्यस्तता बढ़ने लगी हैं.


     
    विभिन्न दलों की ओर से चॉपरों की आवाजाही की सूचना भी एटीसी को देनी होगी, ताकि समयानुसार विमानों की आवाजाही के बीच हेलीकॉप्टरों की सुरक्षित उड़ान सेवा बहाल रखी जा सके. बिहार के गांवो में, जिलों में हेलीकॉप्टरों से प्रचार को लेकर जनता के बीच भी कौतुहल रहता हैं. रैलियों में हैलीकॉप्टर की सुरक्षित उड़ान सेवा बहाल रखी जा सके.
बिहार में मनरेगा मजदूरी 245 रूपये हुई, सबसे ज्यादा हरियाणा में 374 रूपये, जानें अन्य राज्यों का हाल
बिहार: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी(मनरेगा) योजना के तहत मजदूरी दरों में इजाफा किया गया हैं. अलग-अलग राज्यों में मजदूरी में चार से 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई हैं. बिहार में 
मनरेगा( महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत अब श्रमिकों को 242 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी मिलेगी.

    
   वर्तमान में राज्य में मनरेगा मजदूरों की प्रतिदिन की मजदूरी 228 रूपये हैं. इस तरह मनरेगा मजदूरी में 17 रूपये की बढ़ोतरी की गई हैं. भारत सरकार ने देशभर के लिए मनरेगा की मजदूरी बढ़ायी हैं. यह बढ़ोतरी विभिन्न राज्यों में अलग-अलग हुई हैं. मालूम हो कि इस योजना में साल में अधिकतम 100 दिन एक श्रमिक को काम देने का प्रावधान हैं.

       
    सबसे ज्यादा 374 रूपये हरियाणा में मिलेंगे एक अधिसूचना के अनुसार, अब इस योजना के तहत अकुशल श्रमिकों को देश में सबसे ज्यादा 374 रूपये हरियाणा में मिलेंगे. वहीं सबसे कम 234 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी अरूणाचल प्रदेश और नागालैंड में मिलेगी. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने सात रूपये का इजाफा किया हैं जो सबसे कम हैं. अब यहां अब मनरेगा श्रमिकों को प्रतिदिन 234 रूपये मिलेंगे.

हम माला जपने वाले साधु नहीं, चुनाव से पहले चिराग को बड़ा झटका, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरूण कुमार ने छोड़ा LJPR
बिहार: लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेड़ी बज चुकी हैं. इस बीच लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद अरूण कुमार पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया हैं. पूर्व सांसद चिराग पासवान पर धोखा देने के साथ कई गंभीर आरोप लगाए है. अरूण कुमार नवादा या जहानाबाद से टिकट चाह रहे थे. लेकिन यह सीट जदयू के खाते में चली गई.

      
   पत्रकारों से बातचीत के दौरान अरूण कुमार ने कहा कि चिराग पासवान को यह समझना चाहिए हमलोग माला जपने वाले हिमालय के साधु नहीं हैं. हम जनता के हक की लड़ाई के लिए 40 साल से राजनीति कर रहे हैं. इसलिए मैनें खुद को उनसे अलग किया. उन्होंनें कहा कि उनका राजनीतिक सफर निर्दलीय विधान पार्षद के रूप में शुरू हुई थी. वहीं अरूण कुमार ने रविवार को पटना में अपने घर मीटिंग बुलाई हैं. अरूण कुमार ने कहा कि  मीटिंग में तय होगा कि वे जहानाबाद से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगें या फिर किसी दल में शामिल होंगें.

  
  बता दें कि बिहार एनडीए में सीट बंटवारे के तहत चिराग पासवान की पार्टी को पांच टिकट दिए गए. इनमें हाजीपुर, वैशाली, जमुई, समस्तीपुर और खगड़िया शामिल हैं. चिराग पासवान ने हाजीपुर से अपनी उम्मीदवारी का एलान कर दिया हैं. सीटिंग सीट जमुई से उन्होंने अपने जीजा अरूण भारती को उतार दिया हैं. समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली पर अभी उम्मीदवारी का एलान नहीं किया गया हैं. इस बीच पार्टी के नेता और चिराग के करीबी ने बताया कि वैशाली के लिए उनका नाम सामने आया. लेकिन कहा गया कि विधानसभा में मौका दिया जाएगा.
लोकसभा चुनाव: बिहार में नेताओं की तकदीर लिखेंगें युवा और महिला वोटर, इन पर चुनाव आयोग का भी फोकस.
बिहार: लोकसभा चुनाव 2024 का रणभेरी बज चुकी हैं. दोनों गठबंधन तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं. बिहार में इस बार सत्ता की चाबी युवा और महिला मतदाताओं के पास हैं. लिहाजा अभी राजनीतिक दलों का जोर इन्हीं दो वर्गों के मतदाताओं पर सबसे अधिक हैं. इतना ही नहीं वोट प्रतिशत बढ़ाने के हर संभव प्रयास में लगा चुनाव आयोग भी इन वोटरों को अधिक से अधिक संख्या में बूथ तक पहुंचाने के लिए इन्हीं पर फोकस कर रहा हैं.    
     प्रमंडलवार देखें तो सत्ता की कुर्सी बिहार में उसी के साथ जाएगी, जिसके साथ युवा और महिला वोटरों का हुजुम जाएगा. इस बात को इस तथ्य से समझा जा सकता हैं कि सूबे में कुल वोटरों की संख्या 7.64 करोड़ हैं. इनमें से युवा और महिला मतदाताओं की संख्या 94 फीसदी के आसपास हैं. इसमें युवा मतदाता 46.30 फीसदी और महिला वोटर 47 प्रतिशत हैं.      
     सूबें में सबसे अधिक युवा वोटर तिरहुत प्रमंडल में हैं, जहां 18 से 39 वर्ष के वोटरों की संख्या 73 लाख के करीब हैं. दूसरे स्थान पर पटना हैं, जहां इस आयु के वोटरों की संख्या 46 लाख हैं. तिरहुत में महिला वोटरों की संख्या 70 लाख  को पार कर गई हैं. पटना प्रमंडल में 58 लाख से अधिक महिला वोटर हैं.   
     लोकसभा चुनाव में आयोग का ध्यान भी इसी आयु वर्ग के वोटरों पर सबसे ज्यादा हैं. वोट प्रतिशत का राष्ट्रीय औसत 67.3 फीसदी के आंकड़े को छूने के लिए इन वोटरों का बूथ तक पहुंचना आयोग जिलों को युवा व महिला वोटरों को बूथ तक लाने और उनका मतदान सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया हैं.पिऊले कुछ चुनावों का अनुभव रहा रहा कि युवा मतदाता वोट देने में ज्यादा उत्साहित नहीं रहते हैं .इस बार चुनाव आयोग ने उन्हें वोटर बनाने से लेकर मतदान के प्रति उन्हें उत्साहित करने का अभियान चलाया हैं. तिरहुत प्रमंडल अव्वल हैं तो पटना दूसरे नंबर पर हैं    
       सभी दल युवाओं और  महिला मतदाता से जुड़े मुद्दों और योजनाओं को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने में प्राथमिकता देते रहे हैं. भाजपा की ओर से युवा, महिला, किसानों की बात की जा रही है. दूसरी ओर, राजद रोजगार को मुख्य मुद्दा बना रहा हैं.
कितने पढ़े- लिखे हैं चिराग पासवान ? जानिए क्वालिफिकेशन से लेकर डिग्री तक सब कुछ
बिहार: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले लोजपा के मुखिया और सांसद चिराग पासवान लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं. चाहे वह हाजीपुर सीट हो या चाचा पशुपति पारस से मतभेद, चिराग पासवान इन दो वजहों से मीडिया में सबसे अधिक सुर्खियां बटोर रहे हैं. पिता राम विलास पासवान की  छत्र छाया में राजनीति शुरू करने वाले चिराग पासवान अब हर तरह से सियासी दांव खेलता सोख गए हैं.


     तो आइये इस चुनावी माहौल के बीच आज हम आपलोगों को चिराग पासवान की क्वालिफिकेशन और उनकी डिग्री के बारे में बताएंगे. हम यह भी बताएंगे कि चिराग पासवान का सियासी सफर कैसा रहा हैं.


    
     चिराग पासवान वर्तमान में जमुई से सांसद हैं. उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी इंस्टीच्यूट इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री ले रखी हैं. उन्होंने फैशन डिजाइनिंग का भी कोर्स किया हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंनें साल 2003 में नेशनल इंस्टीच्यूट अॉफ ओपन स्कूलिंग से 10वीं और 12वीं की शिक्षा हासिल की.


    
         चिराग पासवान राजनीति में प्रवेश से पहले बॉलीवुड से किस्मत आजमा चुके हैं. हालांकि, वह इसमें सफल नहीं हो पाए थे.



   
    बता दें कि चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया हैं. वहीं उनके चाचा ने भी इस सीट से ही चुनाव लड़ने का एलान किया हैं. बता दें कि हाजीपुर वह सीट हैं जहां से चिराग पासवान के पिता राम विलास पासवान ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी.
चाचा पारस के साथ आने के सवाल पर क्या बोले चिराग पासवान? पीएम मोदी का भी किया जिक्र?
बिहार: क्या हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर चाचा पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच सुलह होगी? इस सवाल के जवाब खुद चिराग पासवान ने एबीपी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि साथ आने का फैसला चाचा पशुपति पारस ही लेंगें. चिराग के आगे कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 के पार लक्ष्य को पूरा करने के बाद सही मायने में हमलोग होली 4 जून को ही मनाएंगें. उन्होंने कहा एक लंबे के बाद हम लोग पापा ( रामविलास पासवान) के जाने के बाद संभवतः पहली बार पार्टी और परिवार में एक नई खुशियां आईं हैं.

     

      चिराग पासवान ने कहा कि बिहार की सभी 40 लोकसभा सीट और हमारे प्रधानमंत्री जी के 400 पार के लक्ष्य को पूरा करने के बाद सही मायने में होली हम लोग 4 जून को मनाएंगे. उन्होंने कहा कि बिहार की अगर मैं बात करूं तो सौभाग्य से एक लंबे समय के बाद डबल इंजन की सरकार राज्य को मिली हैं और हमेशा इस बात का पक्षधर भी रहा हूं. मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री के सपने को हम लोग तभी पूरा कर पाएंगें जब उनकी सोच वाली सरकार बिहार में होगी.



    
       वहीं दूसरी ओर समस्तीपुर से सांसद और
आरएलजेपी नेता प्रिंस राज ने होली के मौके पर बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े से मुलाकात की और उन्हें होली की बधाई दी. इसकी जानकारी प्रिंस  ने खुद सोशल मीडिया मंच एक्स पर दी हैं. तावड़े और प्रिंस राज के बीच हुई मुलाकात के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई . कयास लगने लगा कि बीजेपी प्रिंस राज को चिराग पासवान की पार्टी से टिकट दिलाने की कोशिश कर सकती हैं. हालांकि प्रिंस ने इस मुलाकात को लेकर अपने पोस्ट में लिखा हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रभारी बिहार प्रदेश आदरणीय श्री विनोद तावड़े जी से सौहार्दपूर्ण माहौल में मुलाकात किए एवं होली रंगोत्सव की बधाई एवं शुभकामना दिये.


अच्छी खबर: जीविका पुस्ताकलय में 12 वीं पास छात्रों को मिलेगा कैरियर काउंसलिंग.
बिहार: जीविका की ओर से संचालित पुस्तकालय सह कैरियर विकास केन्द्रों में 12 वीं पास विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शन सत्र आयोजित किया जाएगा. इसका आयोजन सूबे के जिलों के 100 प्रखंडों में चल रहे जीविका पुस्तकालय में होगा. इसमें विद्यार्थियों को कैरियर से संबंधित विभिन्न जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. बिहार बोर्ड से संबंधित जानकारी दी जाएगी. सभी पुस्तकालय में अॉनलाइन मोड में सत्र होंगें. इसमें विशेषज्ञ जरूरी सुझाव देंगें. उन्हें कैरियर के बारे में जानकारी आदि देंगें.


प्रवेश परीक्षा की भी तैयारी स्नातक के लिए प्रवेश परीक्षा के लिए  भी पुस्तकालय में तैयारी कराई जायगी. छात्र उपलब्ध किताबों की मदद से भी तैयारी कराई जायगी. विद्या दीदी परीक्षा फॉर्म भरने में करेंगी मदद पुस्तकालय में नि:शुल्क फॉर्म भरने की व्यवस्था भी की गई हैं. सईयूटी यूजी के लिए विद्यार्थी पुस्तकालय में आकर फॉर्म भर सकेंगें.





   पुस्तकालय का प्रबंधन देख रही विद्या दीदीयों को फॉर्म संबंधित जानकारी छात्रों को देने का निर्देश दिया गया हैं. इसके साथ ही किसी को फॉर्म भरने से संबंधित जानकारी छात्रों को देने का निर्देश दिया गया हैं. इसके साथ ही किसी को फॉर्म भरने से संबंधित कोई भी परेशानी हो तो उसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया हैं.


  
  आपको बता दें कि हाल ही में 23 मार्च 2024 में इस साल 87.21 फीसदी छात्रों को सफलता मिली हैं. वहीं प्रथम टॉप-5 में राज्य स्तर पर 24 छात्रों को जगह मिली हैं. बिहार बोर्ड इंटर रिजल्ट में जिसके अंक कम आए हैं उनके लिए 28 मार्च 2024 से स्कूटनी व कपार्टमेंटल परीक्षा के फॉर्म भरे जाएंगें. छात्रों को सलाह हैं इंटर रिजल्ट से जुड़ी जानकारी के लिए बिहार बोर्ड की वेबसाईट व अपने विद्यालय प्रधान से संपर्क कर सकते हैं.अच्छी