Akasa Air के CEO ने कहा- भारत में सबसे सस्ता है हवाई किराया, भविष्य में लिस्टिंग के लिए जाएगी कंपनी

डेस्क: लगभग दो साल पुरानी एयरलाइन कंपनी अकासा एयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) विनय दुबे का मानना है कि भारत में हवाई किराये ‘अविश्वसनीय रूप से किफायती’ हैं। उन्होंने कहा कि देश के विमानन बाजार में विकास की ऐसी संभावनाएं हैं, जहां अकासा एयर के साथ-साथ अन्य एयरलाइन कंपनियां भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। अकासा एयर 28 मार्च से मुंबई से दोहा के लिए पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान की तैयारी में है। दुबे ने कहा कि एयरलाइन ‘मार्केटिंग’ के लिए चीजें नहीं करती। ‘‘हमारा लक्ष्य 2030 तक दुनिया की टॉप-30 एयरलाइन में शामिल होना है। हम भविष्य में लिस्टिंग के लिए तैयार हैं।’’

लिस्टिंग के लिए जाएगी आकासा एयर

दुबे ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि हमारा फाइनेंस भविष्य बहुत अच्छा है। भविष्य में हम लिस्टिंग के लिए जाएंगे। हमें उम्मीद है कि किसी दिन हम लिस्ट होंगे।’’ उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि विमानन क्षेत्र में हमेशा गहन प्रतिस्पर्धा रही है। जब तक कि हम बुनियादी बातों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तो भविष्य में न केवल अकासा एयर के लिए बल्कि दूसरों के लिए भी आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त गुंजाइश है। एयरलाइन के संस्थापक एवं सीईओ ने कहा, ‘‘हम भारत में जो वृद्धि देख रहे हैं, ऐसा नहीं है कि यदि दूसरा खराब प्रदर्शन करेगा तभी अकासा का प्रदर्शन अच्छा होगा। अकासा भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है और अन्य भी। भारत में इसी तरह की ग्रोथ देखी जा रही है।’’

आकासा के बेड़े में हैं 24 विमान

अकासा एयर ने अगस्त, 2022 में परिचालन शुरू किया था। आज इसके बेड़े में 24 विमान हैं। घरेलू बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 4.5 प्रतिशत है। हवाई टिकट कीमतों के बारे में एक सवाल पर दुबे ने कहा कि भारत में कुछ सबसे सस्ते हवाई किराये हैं। भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से है। यात्रियों की संख्या बढ़ने और पहली बार यात्रा करने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए यह मूल्य की दृष्टि से सबसे संवेदनशील बाजारों में है। त्योहारों के समय किरायों में बढ़ोतरी को लेकर चिंता जताई जाती रही है।

भारत में हवाई किराया सबसे सस्ता

दुबे ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में हवाई किराया दुनिया में सबसे सस्ता है। जब आप भारतीय हवाई किराये की तुलना यूरोप, पूर्वी एशिया, उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों से करते हैं, तो आप पाएंगे कि भारत में कुछ सबसे किफायती हवाई किराये हैं। हवाई किराये में यह अंतर सिर्फ 10 या 100 रुपये का नहीं, काफी बड़ा होता है।’’ दुबे ने यह भी कहा कि एयरलाइन में पायलटों की कोई कमी नहीं है और उड़ान में कोई बाधा नहीं आएगी।

आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान, भारत के साथ व्यापार संबंधों को बहाल करने पर कर रहा विचार

डेस्क: पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है और आम जनता बेहाल है। पाक मौजूदा समय में गंभीर आर्थिक चुनौतियों से घिरा है। हाल ये है कि लगातार बढ़ती महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को शायद अब ये समझ आ रहा है कि भारत के साथ उसके व्यापारि रिश्तों की क्या अहमियत है। हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी राजनीतिक दलों से मौजूद समस्याओं से निपटने के लिए मतभेदों को दरकिनार करने का आग्रह किया था। अब इसी क्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्री एक कदम और आगे निकल गए हैं और भारत के साथ व्यापार संबंधों को बहाल करना चाहते हैं। 

क्या बोले पाकिस्तान के विदेश मंत्री

पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार ने कहा है कि उनका देश ‘गंभीरता’ के साथ भारत से व्यापार संबंधों को बहाल करने पर विचार कर रहा है। उनका यह बयान पड़ोसी देश के साथ भारत से व्यापार संबंधों को बहाल करने पर विचार कर रहा है। उनका यह बयान पड़ोसी देश के साथ राजनयिक रुख में संभावित बदलाव का संकेत माना जा रहा है। भारत के साथ पाकिस्तान के व्यापार संबंध अगस्त, 2019 से निलंबित हैं।

‘जियो न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रसेल्स में परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद डार ने लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि नकदी संकट से जूझ रहे उनके देश का व्यापारिक समुदाय भारत के साथ व्यापारिक गतिविधियां फिर शुरू करने का इच्छुक है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी कारोबारी चाहते हैं कि भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू हो।’’ उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ व्यापार संबंध फिर बहाल करने पर विचार करेंगे। 

साफ है भारत का रुख 

‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने डार के हवाले से कहा, ‘‘हम भारत के साथ व्यापार के मामलों को गंभीरता से देखेंगे।’’ उनकी टिप्पणियां भारत के प्रति राजनयिक रुख में संभावित बदलाव का संकेत देती हैं। भारत सरकार की तरफ से संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपनी राजनयिक गतिविधियों को काफी कम कर दिया था। 

हालांकि, पाकिस्तान लगातार कहता रहा है कि दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की जिम्मेदारी भारत पर है। पाकिस्तान का कहना था कि भारत के साथ बातचीत शुरू करने की पूर्व शर्त के तौर पर उसे (भारत को) कश्मीर में अपने ‘एकतरफा’ कदमों को वापस लेना होगा। भारत ने हालांकि इस सुझाव को खारिज कर दिया है और पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का संपूर्ण केंद्र शासित प्रदेश देश का अभिन्न हिस्सा है।

दुनियाभर में सबसे पहले उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में होलिका दहन, महाकाल संग होली खेलते हैं भक्त, आरतियों के समय मे हुआ बदलाव!

महाकालेश्वर मंदिर में सबसे पहले होलिका पूजन कर दहन करने की प्रथा आज भी कायम है। जिसके क्रम में ही रविवार को संध्या आरती के पश्चात सर्वप्रथम बाबा महाकाल के प्रांगण में होलिका का पूजन कर दहन किया जायेगा। जिसके पश्चात प्राकृतिक रंगों से ही भक्त भी होली खेलेंगे। महाकालेश्वर मंदिर में होलिका दहन के पश्चात ही शहर में अन्य स्थानों पर होलिका का दहन किया जाता है। होली के पश्चात ही प्रतिदिन होने वाली बाबा महाकाल की आरती का समय भी परिवर्तित हो जाता है।

वैसे तो हर त्यौहार की शुरुआत बाबा महाकाल के आंगन से होती है। इसी क्रम में रविवार को संध्या आरती पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में होलिका का विधिवत पूजन अर्चन कर दहन किया जाएगा। इसके बाद 25 मार्च सोमवार को धुलेंडी पर्व मनाया जावेगा। होलिका दहन के पश्चात श्री बाबा महाकाल को गुलाल अर्पित किया जाएगा।

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में विश्व में सबसे पहले होलिका दहन किया जाता है। खास बात है कि यहां शाम की आरती के बाद होलिका दहन होता है। इसके लिए किसी प्रकार का विशेष मुहूर्त नहीं देखा जाता है। भगवान महाकाल के दरबार में सबसे पहले होलिका दहन होने के बाद दुनिया भर में होली का त्योहार मनाया जाता है।

सबसे पहले होलिका उत्सव महाकालेश्वर मंदिर में मनेगा, अबीर-गुलाल के साथ होलिका दहन होगा।

वहीं, 25 मार्च धुलण्डी के दिन प्रातः 4 बजे भस्म आरती में सर्वप्रथम बाबा श्री महाकालेश्वर को मंदिर से पुजारी-पुरोहित रंग और गुलाल लगाएंगे साथ ही शीतल जल से स्नान भी कराया जाएगा। श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 मार्च 2024 से परम्‍परानुसार ज्‍योर्तिलिंग श्री महाकालेश्‍वर भगवान की आरतियों के समय में चैत्र कृष्‍ण प्रतिपदा से अश्विन पूर्णिमा तक परिवर्तन होगा। 

 परंपरागत रूप से सबसे पहले महाकाल मंदिर में होगा होलिका दहन 

प्रथम भस्‍म आरती– प्रा‍त: 04:00 से 06:00 बजे तक,

द्वितीय दद्योदक आरती प्रा‍त: 07:00 से 07:45 बजे तक,

तृतीय भोग आरती प्रा‍त: 10:00 से 10:45 बजे तक,

चतुर्थ संध्‍या पूजन सायं 05:00 से 05:45 बजे तक,

पंचम संध्‍या आरती सायं 07:00 से 07:45 बजे

शयन आरती रात्रि 10:30 ये 11:00 बजे तक होगी

नई-नवेली एमपी की सरकार एक बार फिर लेगी इतने हजार करोड़ का कर्ज, क्या लाडली बहना बन रही कर्ज की वजह, पढ़िए, पूरी रिपोर्ट

 मध्य प्रदेश सरकार एक बार फिर कर्ज लेने की तैयारी में है. लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है, इसी के साथ आचार संहिता भी लागू है. इसी बीच सरकार एक बार फिर कर्ज ले रही है. जानकारी के मुताबिक यह कर्ज 27 मार्च को लिया जाएगा. राज्य सरकार रिजर्व बैंक (RBI) की मुंबई शाखा से 5 हजार करोड़ का कर्ज ले रही है. मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार मौजूदा वित्त वर्ष में एक बार फिर 27 मार्च को 3 अलग-अलग तरीके से 5 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेगी. इसे 20, 21 और 22 साल में चुकाएंगी. इसे मिलाकर जनवरी से अब तक कर्ज के रूप में ली गई राशि 20,500 करोड़ हो जाएगी.

बताया जा रहा है कि यह कर्ज तीन हिस्सों में लिया जाएगा. वहीं इस बीच मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कर्ज लेने पर कहा कि ऐसी कौन सी प्रदेश सरकार है जो कर्ज नहीं लेती? कर्ज लेना कोई बुरी बात नहीं है कर्ज समय पर चुकाना, ब्याज चुकाना और भी नियम हैं, प्रक्रिया है.

उन्होंने कहा, "हमने कर्ज लिया है तो कर्ज लेकर डेवलपमेंट किया है, सड़कों का जाल बिछाया है. कांग्रेस से हमने विधानसभा में भी पूछा था कि आपने कर्ज लेकर क्या घी पीने का काम किया है? दिग्विजय सिंह 10 साल बैठे, कमलनाथ 15 महीने सरकार में रहे हैं, इसका फैसला मध्य प्रदेश की जनता करेगी."

बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार रिजर्व बैंक के मुंबई कार्यालय के माध्यम से 27 मार्च को तीन हिस्सों में कर्ज ले रही है. पहला कर्ज 20 साल के लिए दो हजार करोड़ रुपये का होगा. इसी तरह दो हजार करोड़ का दूसरा कर्ज 21 साल के लिए और एक हजार करोड़ रुपये का तीसरा कर्ज लिया जाएगा जो 22 साल में चुकाया जाएगा. तीनों ही कर्ज पर साल में दो बार ब्याज का भुगतान किया जाएगा.

एक तरफ मध्य प्रदेश के ऊपर लगातार कर्ज बढ़ता ही जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार का यह दावा है कि राज्य के पास फंड की कमी नहीं है. बता दें कि मध्य प्रदेश की नई नवेली मोहन सरकार ने तीन माह के कार्यकाल में अब तक 15 हजार 500 करोड़ का कर्ज लिया है. वहीं वर्तमान वित्त वर्ष की बात की जाए तो राज्य सरकार अब तक कुल 37 हजार 500 करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है. इस नए कर्ज के साथ ही यह आंकड़ा 42 हजार करोड़ रुपये से पार चला जाएगा.

वहीं इस साल यानी की 2024 की बात करें तो 23 जनवरी को सरकार ने 2500 करोड़, छह फरवरी को 3 हजार करोड़, बीस फरवरी को 5 हजार करोड़, और 27 फरवरी को 5 हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है. मार्च 2023 की स्थिति के अनुसार बात करें तो मध्य प्रदेश के ऊपर 3 लाख 31 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. वहीं अब का कुल हिसाब-किताब लगाया जाए तो प्रदेश के ऊपर 3 लाख 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज हो गया है.

बदायूं हत्याकांड: "मेरे बच्चों को क्यों मारा गया", नाराज पिता ने की आत्महत्या की कोशिश

डेस्क: उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की निर्मम हत्या की वजह का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। इससे नाराज मृतक नाबालिग बच्चों के पिता विनोद कुमार ने आत्मदाह की कोशिश की। आत्महत्या की कोशिश कर रहे विनोद कुमार को पुलिस ने समय रहते बचा लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनोद कुमार ने कहा कि वह परेशान हैं, क्योंकि पुलिस उनके बेटों की हत्या के पीछे के मकसद का पता लगाने में नाकाम रही है। 

दो बच्चों की बेरहमी से हत्या

उन्होंने कहा, ''मुझे आरोपी के एनकाउंटर या दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी से कोई मतलब नहीं है। मैं बस यह जानना चाहता हूं कि मेरे बच्चों को क्यों मारा गया।'' पुलिस विनोद कुमार को समझाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 19 मार्च को साजिद ने विनोद कुमार के दो नाबालिग बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने मुख्य आरोपी साजिद को मंगलवार को घटना के दो घंटे के भीतर एनकाउंटर में मार गिराया था।

दूसरा आरोपी बरेली से हुआ गिरफ्तार

वहीं, पुलिस साजिद के भाई जावेद को गुरुवार को बरेली से गिरफ्तार किया। वह बदायूं दोहरे हत्याकांड का दूसरा आरोपी है। साजिद ने हाल ही में इलाके में नाई की दुकान खोली थी। उसने तीन भाइयों आयुष (12), हनी (8) और पीयूष (10) पर चाकू से हमला किया। हमले में आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि पीयूष को गंभीर घावों के साथ अस्पताल ले जाया गया।

पूर्व वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल, गाजियाबाद से लड़ सकते हैं लोकसभा का चुनाव

डेस्क: पूर्व वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। खबर है कि बीजेपी उन्हें यूपी के गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बना सकती है। 

बता दें कि आरकेएस भदौरिया 30 सितंबर 2019 से 30 सितंबर 2021 तक वायुसेना प्रमुख के पद पर रहे। वह देश के 23वें वायुसेना प्रमुख थे। भदौरिया मूल रूप से आगरा जिले की बाह तहसील के रहने वाले हैं। इनके साथ ही वाईएसआर कांग्रेस के नेता वारा प्रसाद राव(रिटायर्ड आईएएस) भी बीजेपी में शामिल हुए। 

बीजेपी आज जारी कर सकती है कैंडीडेट्स की 5वीं लिस्ट

बीजेपी आज लोकसभा चुनावों के लिए अपने कैंडीडेट्स की पांचवी लिस्ट आज जारी कर सकती है। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है कि वरुण गांधी, संघमित्रा मौर्य और वीके सिंह की टिकट कट सकती है। वहीं मेनका गांधी को सुल्तानपुर से दोबारा चुनावी मैदान में उतारने की संभावना है।

वहीं संभलपुर से धर्मेंद्र प्रधान, पुरी से संबित पात्रा और भुवनेश्वर से अपराजिता सारंगी को टिकट संभव है। दो सिटिंग सांसदों विशेश्वर टुडू और प्रताप सारंगी के टिकट कट सकते हैं।

शनिवार को हुई बीजेपी सीईसी की बैठक

गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में शनिवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक 3 घंटे तक चली। इस बैठक में पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सीईसी के सदस्य शामिल हुए। इस दौरान राज्यों के संभावित उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा हुई।

इस बैठक में ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। बता दें कि लोकसभा की 543 सीटों के लिए 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरण का चुनाव होना है। मतगणना चार जून को होगी।

जयपुर में केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, छह मजदूर जिंदा जले, बायलर फटने से हुआ हादसा, राहत बचाव कार्य जारी

राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक बड़े हादसे की खबर सामने आई है. यहां एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. इस हादसे में 5 मजदूर जिंदा जल गए. हादसे की सूचना पर अग्निशामक वाहन मौके पर पहुंच गए हैं. राहत-बचाव कार्य को शुरू कर दिया गया है. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. इधर इस हादसे में गंभीर रूप से घायल एक और मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई. ऐसे में इस हादसे में जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 6 हो गया है. 

मिली जानकारी के अनुसार जयपुर के बस्सी इलाके में केमिकल की फैक्ट्री में आग लगने से 6 श्रमिक जिंदा जल गए. बस्सी थाना इलाके के शालीमार फैक्ट्री में यह हादसा हुआ. काम करते समय अचानक बॉयलर फट गया जिसके बाद भीषण आग लग गई. केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग में पांच मजदूरों की जलकर मौत हो गई. वहीं चार लोग घायल बताए जा रहे हैं. जिन्हें इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है. मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है.

आग लगने की यह भीषण घटना शनिवार शाम करीब 6.30 बजे की है. केमिकल फैक्ट्री में काम करने वालों कुछ लोगों ने बातया कि यह आग बॉयलर फटने के कारण लगी थी. घटना की जानकारी मिलने पर दमकल और रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया गया है. हादसे की सूचना पर वरीय अधिकारी भी मौके पर पहुंचे है. 

इस हादसे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी दूख जताया है. सोशल मीडिया मंच एक्स पर उन्होंने लिखा जयपुर के समीप बस्सी में केमिकल फैक्ट्री में आग लगने की दुर्घटना से हुई नागरिकों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है. संबंधित अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने तथा प्रभावितों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति व घायलों को अतिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे.

जानकारी के मुताबिक बैनाडा में आबादी क्षेत्र में शालीमार केमिकल फैक्ट्री संचालित हो रही है. इस फैक्ट्री में रोड और बिल्डिंग निर्माण में काम आने वाले केमिकल को बनाया जाता है. शनिवार शाम को फैक्ट्री के करीब 7-8 मजदूर काम कर रहे थे. अचानक फैक्ट्री का बॉयलर फट गया, जिससे फैक्ट्री में आग लग गई.

आग की लपटे और धुंआ देखकर आस पास के ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए. ग्रामीणों ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी. जिसके बाद ACP समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने घायल 2 मजदूरों को उपचार के लिए जयपुर भिजवाया है. फिलहाल पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में ले लिया है. घटना के बाद फैक्ट्री मालिक मौके से फरार है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र कुमार के मुताबिक फैक्ट्री में आपातकाल परिस्थितियों से निपटने के लिए फायर सिस्टम का अभाव था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

अब जेल से सरकार चलाएंगे अरविंद केजरीवाल, वहीं से जारी किया अपना पहला आदेश

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कस्‍टडी से अपना पहला आदेश जारी किया है। सूत्रों ने बताया कि इस बहस के बीच कि क्या अरविंद केजरीवाल जेल से दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में काम करना जारी रख सकते हैं

या नहीं, अरविंद केजरीवाल ने आज प्रवर्तन निदेशालय की कस्‍टडी से अपना पहला आदेश जारी किया है। सूत्रों ने बताया कि यह आदेश राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति से संबंधित है

और मुख्यमंत्री ने इसे दिल्ली की मंत्री आतिशी को एक नोट के माध्यम से जारी किया, जो यह विभाग संभालती हैं। बता दें कि केजरीवाल को दिल्‍ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 28 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेजा है।

लोहे के बने हैं केजरीवाल, शरीर का एक-एक कतरा देश के लिए..', पत्नी सुनीता ने पढ़ा दिल्ली सीएम का जेल से भेजा सन्देश

 दिल्ली के सीएम और AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को ED ने शराब घोटाले में गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद से उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लगातार भारत सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने एक वीडियो सन्देश जारी करते हुए सीएम के द्वारा जेल से भेजा गया संदेश पढ़कर सुनाया है। अरविंद केजरीवाल का संदेश पढ़ते हुए सुनीता बोलीं, मेरे प्यारे देशवासियों, मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने आगे कहा कि मैं अंदर रहूं या बाहर, हमेशा देश की सेवा करता रहूंगा। मेरी जिंदगी का एक-एक क्षण देश के लिए समर्पित है, मेरे शरीर का एक-एक कतरा देश के लिए है। इस धरती पर मेरा जीवन ही संघर्ष के लिए हुआ है। इसीलिए ये गिरफ्तारी मुझे अचंभित नहीं करती। पिछले जन्म में अवश्य मैंने बहुत पुण्य कर्म किए होंगे, जो मैंने भारत जैसे महान देश में जन्म लिया। हमें मिलकर भारत को फिर से महान बनाना है। देश के भीतर और बाहर ढेरों ऐसी शक्तियां हैं, जो भारत को कमजोर कर रही हैं। 

सुनीता केजरीवाल ने कहा कि हमें सतर्क रहकर इन शक्तियों को पहचानना है और हराना है। भारत में ही ढेरों ताकतें हैं, जो देशभक्त हैं और भारत को आगे बढ़ाना चाहती हैं, हमें इन ताकतों के साथ जुड़ना है और इन्हें और ताकतवर बनाना है। सुनीत ने केजरीवाल के हवाले से कहा कि दिल्ली की मेरी मां बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल तो जेल चला गया, पता नहीं 1000 रूपए मिलेगा या नहीं। ऐसी सलाखें नहीं बनी जो आपके भाई और बेटे को सलाखों में कैद रख सकें। मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपना वादा पूरा करूंगा। क्या आज तक ऐसा हुआ कि केजरीवाल ने कोई वादा किया और वह पूरा नहीं किया। आपका भाई-बेटा लोहे का बना हुआ है। एक विनती है मंदिर अवश्य जाना और भगवान से मेरे लिए आशीर्वाद मांगना। 

सुनीता ने दिल्ली सीएम का संदेश पढ़ते हुए आगे कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि लोक सेवा का काम रुकना नहीं चाहिए और इस कारण बीजेपी वालों से नफरत मत करना, भाजपा वाले भी हमारे भाई बहन हैं। मैं जल्दी लौट कर आऊंगा।

छत्तीसगढ़ में फिर नक्सली हमला, IED ब्लास्ट में दो जवान घायल, सर्च ऑपरेशन और मुठभेड़ अब तक जारी

 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आज शनिवार (23 मार्च) सुबह नक्सलियों का आतंक एक बार फिर सामने आया। अरनपुर-जगरगुड़ा मार्ग पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल हो गए। घटना के बाद जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई, जो अभी भी जारी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा की सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम सर्चिंग ऑपरेशन पर निकली थी। जैसे ही वे अरनपुर-जगरगुड़ा मार्ग पर पहुंचे, नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी में विस्फोट हो गया। इस घटना में आरक्षक राजेश मरकाम और विकास कर्मा घायल हो गए। घायलों को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। विस्फोट के बाद जवानों ने नक्सलियों का पीछा किया और दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई। मुठभेड़ अभी भी जारी है और सुरक्षाबल नक्सलियों को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।

बता दें कि दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और नक्सली अक्सर सुरक्षाबलों पर हमले करते रहते हैं। यह घटना नक्सलियों के आतंक का प्रतीक है। सुरक्षाबल नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं और कई नक्सली मुठभेड़ों में शहीद हुए हैं। सुरक्षाबलों का प्रयास नक्सलवाद का खात्मा करना है। यह घटना नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षाबलों की चुनौतियों को दर्शाती है।