मांडू विधानसभा के सर्वेश ने पीएम मोदी के नियत और नीति से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा


लोकसभा चुनाव की नजदीकी जैसे-जैसे बढ़ रही है लोगों का राजनीतिक पार्टियों में शामिल होना भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। 

जहां पिछले दिनों मांडू के विधायक जीपी पटेल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा तो वही आज मांडू के ही जिला परिषद सर्वेश सिंह ने अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। झारखंड के प्रदेश कार्यालय में पूर्व लोकसभा सांसद रविंद्र राय और राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने लोगों को पार्टी का पट्टा पहना कर सदस्यता ग्रहण कराई। 

वही इस मौके पर रवींद्र राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस यदि भाजपा से तोड़कर किसी व्यक्ति को शामिल करता है तो वहीं दूसरी ओर अवसर की तलाश में कई लोग भाजपा में शामिल हो रहे है। आज सर्वेश सिंह के साथ मांडू क्षेत्र के कई लोग भाजपा में शामिल हुए हैं जिसके कारण मांडू विधानसभा और हजारीबाग लोकसभा में लगातार जीतने का सिलसिला जारी रहेगा और हम झारखंड में 14 सीटों पर विजई होंगे।

वही सर्वेश ने बताया कि हम मोदी जी के नीति और नियत से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण किया है। जीपी पटेल के कांग्रेस में जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इससे संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगी वह कई बार पार्टी बदल चुके हैं जनता इसको जानती है।

भगत सिंह की प्रतिमा स्थापना के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति द्वारा किया जा रहा है आंदोलन


रांची: भगत सिंह की प्रतिमा स्थापना के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति द्वारा पिछले कई दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने राजभवन के समीप अनिश्चितकालीन धरना भी दिया। यह आंदोलन और तेज होता दिख रहा है। 

इसी क्रम में योगेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव 23 मार्च को एक और शहादत देने की तैयारी में है। 

 राष्ट्रीय युवा शक्ति की पूरी टीम सरकार और जिला प्रशासन से खासा आक्रोशित नजर आ रही है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव ने पिछले साल संगठन की ओर से शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश की गई थी। संगठन ने मोरहाबादी में प्रतिमा खड़ा भी कर दिया था, पर स्थापना की पूर्व रात्रि रांची जिला प्रशासन ने इसे हटवा दिया था। उस रात जिला प्रशासन और राष्ट्रीय युवा शक्ति की टीम से आपसी बकझक भी हुई थी। लेकिन, इस ओर सरकार के तरफ से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।

लोकसभा चुनाव 2024: सियासी गलियारों में निशिकांत के कारण चर्चा में रहने वाले गोड्डा लोकसभा पर इस बार भी होगा भाजपा का कब्जा

- विनोद आनंद


झारखंड के गोड्डा पिछले कुछ सालों से मीडिया और सियासी गलियारों में चर्चा में रही है।कारण है यहां के सांसद हैं निशिकांत दुबे,और ये शाह और मोदी के बहुत करीबी माने जाते हैं।

निशिकांत दुबे ने इज़ क्षेत्र में काम भी किया।देवघर हवाई अड्डा, देवघर में एम्स,गोड्डा में रेल परियोजना के अलावे कई ऐसे विकास योजनाएं हैं जो निशिकांत के खाते में जाते हैं।इतना नही हेमन्त सोरेन सरकार पर हमला, महुआ मोइत्रा को सांसद सदस्यता समाप्त करने तथा अपने बयानों और जमीन प्रकरण में भी उनका और उनके परिवार के सदस्य का नाम आने से वे हमेशा सुर्खियों में रहे।यही बजह है कि गोड्डा लोकसभा सीट पर देश भर की लोगों की नज़र लगी हुई है। इस बार भी भाजपा ने निशिकांत पर भरोसा जताया और एक जिज्ञासा बनी हुई है कि क्या निशिकांत इस बार भी गोड्डा सीट पर जीत दर्ज कर भाजपा का कब्जा करा पाएंगे। यह एक सवाल है जिस पर पुरे देश की है नजर...! 

इसके अलावे गोड्डा लोकसभा सीट, उसके इतिहास, पूर्व में कौन -कौन वहां से जीते और वहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है इसे जानने के लिए लोग उत्सुक हैं।

गोड्डा लोकसभा की पृष्ठभूमि


1962 में अस्तित्व में आयी गोड्डा संसदीय सीट से पहले सांसद कांग्रेस के प्रभुदयाल हिम्मत सिंघका चुने गये थे। उन्होंने इस चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जनता पार्टी के मोहन सिंह ओबेरॉय को 19585 वोटों से पराजित किया था। कांग्रेस को इस चुनाव में 78558 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे जनता पार्टी के प्रत्याशी को 58973 वोट मिले।वहीं 1967 के चुनाव में भी कांग्रेस के श्री हिम्मत सिंघका ही विजयी हुए। इस बार उन्होंने बीजेएस पार्टी के उम्मीदवार एस तुलस्यान को हराया था। वहीं 1972 के चुनाव में भी गोड्डा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा। पार्टी ने जगदीश मंडल को टिकट दिया और वे जीते।

1972 के चुनाव की बात करें तो गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में 5,51,225 वोटर थे, जिसमें से 1,98,068 वोटरों ने वोट डाला था. पहले के चुनाव में वोटर कम टर्न होते थे. शुरू के तीन लोकसभा चुनाव गोड्डा सीट पर 1962, 1967, 1972 के चुनाव में कांग्रेस ने हैट्रिक तो लगायी थी।

जगदम्बी प्रसाद यादव ने इस सीट से कॉंग्रेस को किया बेदखल


वर्ष 1977 में जेपी आंदोलन के बाद देश में परिवर्तन का दौर चल रहा था।इंदिरा की इमेरजैंसी और सरकार विरोधी लहर ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।

उस समय गोड्डा से बीएलडी से जगदंबी प्रसाद यादव ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। लेकिन 1980 और 1984 में फिर कांग्रेस के समीनुद्दीन फिर जीते। अब तक गोड्डा संसदीय सीट पर आठ बार भाजपा, छह बार कांग्रेस, एक-एक बार बीएलडी और झामुमो ने जीत का परचम लहराया। अभी यह सीट भाजपा के कब्जे में है। 

 जनार्दन यादव ने भाजपा का खोला खाता


गोड्डा संसदीय सीट पर पहली बार 1989 में भाजपा की इंट्री हुई। भाजपा के उम्मीदवार जनार्दन यादव ने पहली बार भाजपा को गोड्डा संसदीय सीट पर जीत दिलायी। लेकिन दो साल बाद 1991 में पुन: लोकसभा का चुनाव हुआ और इस बार गोड्डा संसदीय सीट झामुमो के उम्मीदवार सूरज मंडल चुनाव जीते।

जगदंबी प्रसाद यादव ने फिर दिखाया जलवा


वर्ष 1996, 1998 और 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के जगदंबी प्रसाद यादव ने जीत दर्ज कर हैट्रिक लगायी थी। इसके अलावा उन्होंने 1977 में बीएलडी के टिकट पर भी चुनाव जीता था। वहीं गोड्डा लोस सीट पर 2002 में भाजपा के टिकट पर प्रदीप यादव भी एक बार सांसद बने हैं। लेकिन 2004 में पुन: इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा हो गया, इस बार फुरकान अंसारी जीते।

तीन बार यहां से निशिकांत दुबे जीत कर जीता शाह -मोदी का दिल


2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ निशिकांत दुबे को 17.15 प्रतिशत वोट अधिक मिले। 2014 में डॉ दुबे को 36.25 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं 2019 में उन्हें 53.4 प्रतिशत वोट मिले। वहीं 2014 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी फुरकान अंसारी को 30.47 प्रतिशत और 2019 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे झाविमो के प्रदीप यादव को 37.97 प्रतिशत वोट मिले।

 2019 में भाजपा को 6,37 हजार 610 वोट, तो दूसरे नंबर पर प्रदीप यादव को 4,53,383 वोट ही मिले। वहीं 2014 में भाजपा को 3,80,500 वोट और दूसरे नंबर रहे कांग्रेस प्रत्याशी को 3,19,818 वोट प्राप्त हुए. 2014 में 60682 वोट तो 2019 में भाजपा गोड्डा लोकसभा सीट पर 1,84,227 वोटों के अंतर से जीता।

गोड्डा में अब तक जीत दर्ज करने वाले सांसद और पार्टी


1962 : पीएच सिंघका-कांग्रेस

1967 : पीएच सिंघका-कांग्रेस

1972 : जगदीश मंडल-कांग्रेस

1977 : जगदंबी प्रसाद यादव-बीएलडी

1980 समीनुद्दीन-कांग्रेस

1984 समीनुद्दीन-कांग्रेस

1989 जनार्दन यादव-भाजपा

1991 सूरज मंडल-झामुमो

1996 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

1998 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

1999 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

2002 प्रदीप यादव-भाजपा

2004 फुरकान अंसारी-कांग्रेस

2009 डॉ निशिकांत दुबे -भाजपा

2014 डॉ निशिकांत दुबे-भाजपा

2019 डॉ निशिकांत दुबे- भाजपा

विधानसभा सीट पर भाजपा ने नही किया अच्छा प्रदर्शन


पिछले तीन लोकसभा चुनाव में भाजपा की हैट्रिक और मोदी का जादू का असर इस लोकसभा के छह विधानसभा सीटों पर नही दिखा।

इसमे से चार विधानसभा पर विपक्षी दलों का कब्जा रहा है वहीं मात्र दो सीट पर भाजपा के विधायक हैं. देवघर सुरक्षित सीट से नारायण दास, मधुपुर से झामुमो के हफीजुल हसन, जरमुंडी से कांग्रेस के बादल पत्रलेख, पोड़ैयाहाट से कांग्रेस के प्रदीप यादव, महागामा से कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह और गोड्डा विधानसभा से भाजपा के अमित मंडल अभी विधायक हैं।

 जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में विधानसभा वाइज भाजपा को मिले वोट की गणित को देखें तो सभी विधानसभा से भाजपा को बढ़त मिली थी। यही कारण है कि 2019 में गोड्डा लोकसभा सीट 1, 84,227 वोटों के बड़े अंतर से जीती थी।

आज का पंचांग- 22 मार्च 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग


विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष त्रयोदशी- मार्च 22 04:44 AM- मार्च 23 07:17 AM

नक्षत्र

मघा - मार्च 22 01:27 AM- मार्च 23 04:28 AM

योग

धृति - मार्च 21 05:42 PM- मार्च 22 06:35 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:33 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - मार्च 21 3:27 PM

चन्द्रास्त - मार्च 22 4:54 AM

अशुभ काल

राहू - 10:57 ए एम से 12:28 पी एम

यम गण्ड - 03:31 पी एम से 05:02 पी एम

कुलिक - 07:54 ए एम से 09:25 ए एम

दुर्मुहूर्त - 08:49 ए एम से 09:37 ए एम, 12:52 पी एम से 01:41 पी एम

वर्ज्यम् - 02:57 पी एम से 04:45 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 01:46 ए एम, मार्च 23 से 03:34 ए एम, मार्च 23

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

रवि योग- 04:28 ए एम, मार्च 23 से 06:21 ए एम, मार्च 23

प्रधानमंत्री का दृढ़ संकल्प न खायेंगे...न खाने देंगे,भ्रष्टाचारियों की जगह जेल में....बाबूलाल मरांडी

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी -जनता की कमाई लूटने वाले बख्से नही जायेंगे

राँची: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज ईडी की कार्रवाई में हुई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

मरांडी ने कहा कुछ दिनों पहले ही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर राजनीतिक रोटी सेंकने वाले भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा उपस्थित होने के संदर्भ में 9 समन भेजे गए थे।

इस पर उन्होंने कहा कि लेकिन रग रग में जिसके भ्रष्टाचार बसा हो, वो आखिर कैसे ईडी के प्रश्नों का सामना कर सकता है।

बाबूलाल मरांडी ने कहा आज के घटनाक्रम से यह सिद्ध हो गया है कि हमारे देश की न्याय व्यवस्था किसी के सामने नतमस्तक नहीं होती, चाहे वह व्यक्ति कितने भी ऊंचे पद पर क्यों ना हो। 9 बार समन की अवहेलना करने के बाद, जब ईडी ने कार्रवाई की और गिरफ्तारी हुई, तो यह सिद्ध हो गया कि कानून के सामने सभी समान हैं।

'न खायेंगे न खाने देंगे' के दृढ़ संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुन चुनकर सभी भ्रष्टाचारियों को उनकी सही जगह तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में ये नया भारत है, ये भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने वाला भारत है।

ईडी टीम पिछले 14 घंटे से महिला थानेदार और जमीन कारोबारी कांग्रेसी नेता के यहां कर रही छापेमारी,नगद सहित कई कागजात जब्त

रांची: ईडी की कार्रवाई झारखंड में लगातार जारी है। आज झारखंड पुलिस की चर्चित सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह के आवास पर ईडी की टीम ने दबिश दी है। सुबह से ही रांची के तुपुदाना स्थित मीरा सिंह के आवास पर ईडी की टीम ने दबिश दी, तो वहीं इसके साथ ईडी के द्वारा एक कांग्रेसी नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के यहां भी छापेमारी की।

14 घंटे की छापेमारी के बाद ईडी की टीम निकली बाहर, अपने साथ दो बैग लेकर निकली बाहर। वही दूसरी ओर बात करे तो भी खबर लिखे जाने यानी की रात 9 बजे तक छापेमारी जारी है।

दरसल यह छापेमारी सुबह करीब 6: 30 से तुपुदाना थानेदार मीरा सिंह और उनके करीबी कांग्रेस नेता और जमीन कारोबारी लाल मोहित नाथ शाहदेव के तुपुदाना स्थित आवास पर जारी है।

बता दें किर मीरा सिंह 2012 बैच की दारोगा हैं। सियासत में दारोंगा मीरा सिंह की इतनी पहुंच है कि 6 महीना पहले डीजीपी ने उनका तबादला पीटीसी पदमा में कर दिया था लेकिन मीरा सिंह ने अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए पुलिस मुख्यालय के आदेश को महज एक हफ्ते के भीतर विलोपित करवा दिया था। मीरा सिंह के ऊपर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप हैं। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भी पूर्व में कई बार सरकार को पत्र लिखकर मीरा सिंह पर करवाई की मांग कर चुके हैं।

झारखंड में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में कल होगी नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा : 36,230 विद्यार्थी होंगे शामिल

झारखंड में संचालित जिलास्तरीय 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में नामांकन के लिए कल यानी 22 मार्च को प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस प्रवेश परीक्षा में राज्य के 36,230 विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रवेश परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। प्रत्येक एडमिट कार्ड में परीक्षा केंद्र की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध है।

परीक्षार्थियों को परीक्षा से आधे घंटे पूर्व सुबह 9.30 तक परीक्षा केंद्र में स्थान ग्रहण करना होगा। सुबह 10 बजे से परीक्षा शुरू होगी। परीक्षा केंद्रों में प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षकों को भी राज्य शिक्षा परियोजना द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश उपलब्ध करवाया गया है। परीक्षा में शामिल हो रहे सभी परीक्षार्थियों को राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव उमाशंकर सिंह ने शुभकामनाये दी है।

परीक्षार्थियों के लिए क्या है निर्देश

सभी परीक्षार्थियों को अपने एडमिट कार्ड में लेटेस्ट पासपोर्ट साइज फोटो लगाना होगा। परीक्षा केंद्र में व्हाइटनर, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, इलेक्ट्रिक घड़ी, पेजर इतियादी ले जाना वर्जित होगा। परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थी अपने साथ केवल प्रवेश पत्र, काला/नीला पिन पॉइंट पेन और कार्डबोर्ड के अतिरिक्त कुछ नहीं ले जा सकेंगे। सत्यापन के लिए परीक्षार्थियों को अपने साथ आधार कार्ड या कोई अन्य फोटो पहचान पत्र साथ ले जाना अनिवार्य है।

प्रवेश से संबंधित 30 मार्च को होगा मेधा सूची का प्रकाशन

30 मार्च को प्रवेश से संबंधित पहली मेधा सूची का प्रकाशन किया जाएगा। वही 1 से 7 अप्रैल तक विद्यार्थियों का नामांकन लिया जायेगा। 8 अप्रैल से उत्कृष्ट विद्यालयों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो जायेगी।

आप को बता दे कि मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों की बालवाटिका और कक्षा 1 में नामांकन के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं ली जाएगी। बालवाटिका और कक्षा 1 में 40-40 बच्चो का नामांकन होगा।

रांची के बिल्डर नीरज सहाय ने खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में आज सुबह एक बिल्डर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। बिल्डर की पहचान नीरज सहाय के रूप में बताया जा रहा है। घटना के संंबंध में बताया जाता है कि नीरज सहाय ने गुरुवार सुबह करीब आठ बजे खुद को कमरे में बंद कर लिया और गोली मार ली।

आत्महत्या के पीछे की वजह कारोबार में हुए नुकसान को बताया जा रहा है।परिवार के लोग अंदेशा जता रहे हैं कि इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। वही दूसरी तरफ सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। पुलिस ने कहा है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती इस मामले में कुछ भी कहना मुश्किल है।

हटिया रेलवे स्टेशन पर शराब लेकर बिहार जाने के फिराक में एक युवक को पुलिस ने पकड़ा, उसके पास से काफी मात्रा में पुलिस ने किया शराब जब्त

रांची। हटिया रेलवे स्टेशन पर शराब के साथ रेल पुलिस ने एक युवक को दबोचा। उसके पास से 16 विभिन्न कंपनियों की शराब की बोतलें मिली।युवक ट्रेन से शराब बिहार ले जाने के फिराक में था। उसे आरपीएफ की टीम ने झारखंड के हटिया रेलवे स्‍टेशन पर पकड़ा। 

रांची मंडल में आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार के निर्देश पर होली पर्व के मद्देनजर स्टेशन और ट्रेनों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। इस दौरान 20 मार्च को ऑपरेशन सतर्क के अंतर्गत आरपीएफ हटिया और फ्लाइंग टीम रांची द्वारा सम्मिलित रूप से हटिया रेलवे स्टेशन पर जांच अभियान चलाया गया।

टीम ने शाम करीब सात बजे एक व्यक्ति‍ को हटिया स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर भारी बैग के साथ संदेहास्पद अवस्था में बैठा देखा। उससे पूछताछ करने पर उसने अपना नाम राजभवन कुमार (उम्र 26 वर्ष, पता-पारस बिगहा, जहानाबाद) बताया। उसके पास बैग चेक करने पर 16 विभिन्न कंपनियों की शराब की बोतलें मिली। इसकी अनुमानित बाजार मूल्य 16,800 रुपये आंकी गई।

उक्त व्यक्ति‍ ने शराब बिहार ले जाकर उच्च कीमतों में बेचना स्वीकार किया। इसके बाद आरपीएफ हटिया के सहायक उप निरीक्षक रवि शेखर द्वारा उक्त सामग्री को मौके पर ही जब्त किया। उक्त आरोपी को गिरफतार कर आरपीएफ पोस्ट हटिया लाया। उक्त टीम का नेतृत्व हटिया के उपनिरीक्षक दीपक कुमार कर रहे थेl

गिरफतार आरोपी सहित ज़ब्त माल को आबकारी विभाग, रांची को अगली कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया है।

Breaking/ रांची तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह के घर ED रेड, कांग्रेस नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के घर भी दबिश

राँची: प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गुरुवार सुबह रांची के तुपुदाना में छापा मारा है। यह छापेमारी तुपुदाना ओपी प्रभारी सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह के आवास पर चल रही है। इसके अलावे कांग्रेस नेता के तौर पर जाने जाने वाले जमीन कारोबारी लाल मोहितनाथ शाहदेव के घर पर भी रेड पड़ी है।

दरोगा मीरा सिंह और कांग्रेस नेता मोहित नाथ शाहदेव के तुपुदाना स्थित ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि जमीन से जुड़े मामले को लेकर ईडी की टीम दोनों के ठिकानों पर रेड मारी है। मीरा सिंह वर्तमान में तुपुदाना थाना की प्रभारी के रूप में कार्यरत है। 

बता दें कि खूंटी महिला थाना की प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह को 25 फरवरी 2021 को एसीबी ने 15 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। आज ईडी के अधिकारियों को कुछ सबूत हाथ लगे, जिससे फोटो कॉपी करने वाली मशीन अपने साथ लेकर गई है।