मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया प्रतिनिधियों को फेक न्यूज के बारे में किया सचेत, जानिये वह क्या

लखनऊ।प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को लोकभवन स्थित मीडिया सेन्टर में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के संबंध में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया। उन्होंने संवाद के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लागू की गई आदर्श आचार संहिता के बारे में विस्तृृत रूप से बताया। आदर्श आचार संहिता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का संग्रहण है, जिसके द्वारा राजनैतिक दलों, शासकीय सेवकों एवं निर्वाचन प्रक्रिया में अन्य सहभागियों को निर्वाचन के दौरान अपेक्षित आचरण करने के लिए बाध्य करती है।

मीडिया प्रतिनिधि मतदान संबंधी गोपनीयता बनाये रखेंगे

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को फेक न्यूज के बारे में सचेत करते हुए उससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में बताया कि किसी भी समाचार या गलत सूचना और मीडिया स्टोरी की पहचान व त्वरित प्रतिक्रिया के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा एक एसओपी तैयार की गई है। एमसीएमसी द्वारा राजनैतिक विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन, पेड न्यूज निगरानी और रिपोर्टिंग तथा मीडिया उल्लंघनों की माॅनीटरिंग की जाती है। समस्त विज्ञापन एमसीएमसी द्वारा प्रमाणित किये जाने के बाद ही इलेक्ट्रानिक मीडिया पर प्रसारित किये जा सकते हैं। नामांकन दाखिल करने की तारीख से पेड न्यूज मामलों को ध्यान में रखा जाता है।

चुनाव जीतने का दावा संबंधी प्रकाशित खबर पेड न्यूज की श्रेणी में आयेगी

उन्होंने बताया कि विशिष्ट समाचार पत्रों के एक ही पृृष्ठ पर, प्रतिस्पर्धी उम्मीदवारों की प्रशंसा करते हुए एक के ही चुनाव जीतने की संभावना का दावा संबंधी लेख, ऐसा समाचार जिसमें एक उम्मीदवार को समाज के प्रत्येक वर्ग का समर्थन मिला होना और वह उस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतेगा संबंधी प्रकाशित खबर पेड न्यूज की श्रेणी में आयेंगे। पेड न्यूज का प्रकरण सत्यापित होने पर डीआईपीआर/डीएवीपी दरों के आधार पर इसका वास्तविक या अनुमानित व्यय उम्मीदवार के चुनाव व्यय खातों में जोड़ा जायेगा। प्रिन्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया का नाम, पेड न्यूज आइटम के सभी विवरणों के साथ आयोग द्वारा अग्रिम कार्यवाही हेतु भारतीय प्रेस परिषद और न्यूज ब्राॅडकास्टर्स एसोसिएशन को भेजा जायेगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन के दौरान प्राधिकार पत्र धारित मीडिया प्रतिनिधियों को मतदान एवं मतगणना केन्द्रों में प्रवेश दिया जायेगा। उन्होंने मतदान से संबंधित गोपनीयता बनाये रखने हेतु मीडिया प्रतिनिधियों से अपेक्षा की है। मीडिया प्रतिनिधियों के लिए प्रत्येक मतगणना केन्द्र पर मीडिया केन्द्र स्थापित किये जायेंगे। आयोग के निर्देशों के क्रम में निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान समाप्ति के 48 घण्टें पूर्व की अवधि में निर्वाचन संबंधी कोई भी प्रचार सामग्री सिनेमा हाॅल, टेलीविजन या किसी अन्य विधि से प्रसारित किया जाना प्रतिबंधित रहेगा। प्रथम चरण के मतदान से लेकर अंतिम चरण के मतदान की समाप्ति के आधे घण्टे बाद तक एक्जिट पोल भी प्रतिबंधित रहेगा। एमसीएमसी से प्रमाणन के बाद ही राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों के राजनैतिक विज्ञापन प्रिन्ट मीडिया में प्रकाशित हो सकेंगे।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में केवल एक ही प्रत्याशी को प्रोजेक्ट नहीं करना है बल्कि सभी को समान कवरेज देना है।

लोकसभा चुनाव : यूपी में आठ निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 20 मार्च को जारी होगी अधिसूचना

लखनऊ । प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 16 मार्च, 2024 को लोकसभा निर्वाचन की तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त, समावेशी व सुरक्षित मतदान कराने के लिए 20 मार्च से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो रही है। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के प्रथम चरण में आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 20 मार्च, 2024 (बुधवार) को निर्वाचन की अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही इन निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। नामांकन पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 03 बजे के मध्य किये जा सकेंगे।

लोकसभा के आठ निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 20 मार्च से होगा नामांकन

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के अंतर्गत जिन आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव सम्पन्न किया जाना है। वे इस प्रकार हैं-सहारनपुर-01, कैराना-02, मुजफ्फरनगर-03, बिजनौर-04, नगीना-05 (अनु0जाति), मुरादाबाद-06, रामपुर-07 व पीलीभीत-26 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। पहले चरण की 08 लोकसभा सीटों में 07 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और 01 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। लोकसभा के ये सभी 08 निर्वाचन क्षेत्र प्रदेश के 03 मण्डलों-सहारनपुर, मुरादाबाद और बरेली के अन्तर्गत 09 जिले-सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत व बरेली आते हैं।

नामांकन भरने की अंतिम तिथि 27 मार्च

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के प्रथम चरण की 08 लोकसभा सीटों के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि 27 मार्च, 2024 (बुधवार) निर्धारित है। नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च (बृृहस्पतिवार) को की जायेगी। 30 मार्च, 2024 (शनिवार) को नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल, 2024 (शुक्रवार) को सम्पन्न होगा। उत्तर प्रदेश की सभी निवार्चन क्षेत्रों की 04 जून, 2024 (मंगलवार) को मतगणना की जायेगी। 06 जून, 2024 से पूर्व निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण करा ली जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण की 08 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरूष, 67.14 लाख महिला तथा 824 थर्ड जेन्डर हैं। इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 7693 मतदान केन्द्र तथा 14842 मतदेय स्थल हैं।

प्रथम चरण में निर्वाचन हेतु 19 अप्रैल को होगा मतदान

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 हेतु प्रत्येक सामान्य श्रेणी के प्रत्याशी को 25000 रुपये तथा अनु0जाति/अनु0जनजाति के प्रत्याशी को 12,500 रुपये जमानत धनराशि जमा करनी होगी। राष्ट्रीय/राज्यीय दलों के प्रत्याशियों को निर्वाचन क्षेत्र का एक निर्वाचक प्रस्तावक के रूप में तथा रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दल एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को 10 प्रस्तावक की आवश्यकता होगी। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में व्यय की अधिकतम सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित है। नामांकन के समय रिटर्निंग आॅफिसर/सहायक रिटर्निंग आॅफिसर के कार्यालय के 100 मीटर की परिधि के भीतर अधिकतम 03 वाहन तथा प्रत्याशी सहित अधिकतम 05 व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति होगी। राजनैतिक दलों द्वारा खड़े किये गये उम्मीदवारों को फार्म-ए तथा फार्म-बी दाखिल करना होगा।

बदायूं में दो बालकों की छुरा से काटकर हत्या, चार घंटे में आरोपित ढेर

लखनऊ। यूपी के बदायूं में पत्नी के प्रसव के लिए रुपये मांगने पहुंचे हेयर ड्रेसर साजिद ने मंगलवार शाम छत पर खेल रहे पड़ोसी के बेटे आयुष व अहान की हत्या कर दी। दोनों बालकों की गर्दनें छुरे से काटी, उस्तरा से सीने और पेट में भी ताबड़तोड़ प्रहार किए। वो छत पर बेटों का खून बहाता रहा, इससे अनजान मां संगीता पड़ोसी के सत्कार में चाय बना रही थीं। आरोपित के हमले में उनका तीसरा बेटा पीयूष भी घायल हुआ है। घटना के चार घंटे में रात 10 बजे पुलिस ने आरोपित साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इससे पहले हत्याकांड से आक्रोशित भीड़ सड़क पर उतर आई थी। साजिद व एक अन्य मुस्लिम की दुकान में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। कई वाहन तोड़ दिए, पथराव और सड़क जाम कर दी। दो संप्रदायों का मामला होने से देर रात तक क्षेत्र में तनाव बना हुआ था।

मंडी चौकी से आधा किमी दूर बाबा कालोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद सिंह मोहम्मदी में पानी की टंकी निर्माण करा रहे इसलिए मंगलवार को घर में नहीं थे। पुलिस के अनुसार, उनके पड़ोस में किराये की दुकान में साजिद सैलून संचालित करता है। मंगलवार शाम 4.30 बजे वह दुकान बंदकर गया। इसके बाद शाम 5:30 बजे अचानक विनोद के घर पहुंचा। उनकी मां होमगार्ड मुन्नी देवी ने बताया कि पड़ोसी दुकानदार होने के कारण साजिद से परिचय था। उसने कहा कल पत्नी का प्रसव होना है इसलिए पांच हजार रुपये उधार चाहिए। उसकी जरूरत समझकर विनोद की पत्नी संगीता से बात करने को कहा। सुनीता ने पति से फोन पर बात कर साजिद से कहा कि कुछ देर रुको, रुपये देती हूं। इतने में वह इंतजार करने की बात कहकर दूसरी मंजिल पर चला गया। वहां उसने विनोद के बेटे आयुष (12), अहान (8) की गर्दन काटकर हत्या कर दी। करीब 20 मिनट बाद तीसरा बेटा पीयूष छत पर पहुंचा तक दोनों भाइयों के शव देखकर चीख पड़ा। साजिद ने उस पर भी प्रहार किया मगर, वह जान बचाकर भाग निकला। उसकी चीख सुनकर छत की ओर दौड़े, इतने में साजिद बाहर की ओर भाग गया। दूसरी ओर, घटनास्थल पर एकत्र भीड़ 8.30 बजे आक्रोशित हो गई। साजिद व कुछ अन्य दुकानों का निशाना बनाया गया। रात 9:30 बजे बड़ी संख्या में पीएसी, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका।

पुलिस के अनुसार, आरोपित मौके से फरार हो गया था। बाद में उसे पकड़कर थाने ले जाने के लिए वाहन में बैठाया। शेखूपुर के जंगल के पास वह अचानक वाहन से कूदकर भागा। घेराबंदी करने पर उसने तमंचे से फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी गोली चलाई, जिसमें वह मारा गया। मुठभेड़ में सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हुए हैं। देर रात तक कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आइजी डा. राकेश सिंह, डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी घटनास्थल पर मौजूद रहे। एसएसपी ने बताया कि आरंभिक तौर पर तीन हमलावरों की सूचना थी, मगर विनोद ने सिर्फ साजिद को हमलावर बताया। मुहल्ले के लोगों ने बताया कि साजिद के दो नवजात बच्चों की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। अब फिर से उसकी पत्नी का प्रसव होना है। चर्चा रही कि तीसरा बच्चा जीवित बना रहे इसलिए साजिद ने तंत्र-मंत्र का सहारा लिया। उसी के अंतर्गत विनोद की बेटों की हत्या कर दी। उसके मुंह पर लोथड़े लगे होने से खून पीने का अंदेशा भी जताया गया। पुलिस इस जानकारी से इन्कार कर रही है।

लखनऊ में वाणिज्यकर के उप आयुक्त रिश्वत लेते गिरफ्तार

लखनऊ। विजिलेंस की टीम ने वाणिज्यकर के उप आयुक्त को रिश्वत लेते हुए मुख्यालय से गिरफ्तार किया है। यूपी विजिलेंस टीम से जानकारी मिली है कि रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन पर एक एक्सपोर्ट कंपनी के प्रतिनिधियों ने फोन करके बताया कि वाणिज्यकर के डिप्टी कमिश्नर धनेन्द्र कुमार पाण्डेय उनकी कंपनी का जीएसटी पास करने की एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।

शिकायतकर्ता को कार्यालय बुलाकर मामले की पूरी जानकारी ली । बताया गया कि कंपनी ने जीएसटी के आधार पर लगभग 20 लाख रुपये रिफंड क्लेम किया था। यह रिफंड वाणिज्यकर कार्यालय में तैनात डिप्टी कमिश्नर धनेन्द्र द्वारा पास करना था। इसके एवज में दो लाख की रिश्वत मांगी गयी। टीम ने योजना के तहत रिश्वत लेते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। विजिलेंस थाना में उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

आईएएस दीपक कुमार उत्तर प्रदेश के अपर प्रमुख सचिव गृह बने

लखनऊ। शासन ने मंगलवार को 1990 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार को प्रमुख सचिव (गृह) की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके पहले प्रमुख सचिव (गृह) रहे संजय प्रसाद प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सूचना और प्रोटोकाल के पदों पर बने रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए छह राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, गुजरात, झारखंड और हिमांचल प्रदेश के गृह सचिवों को हटाने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के डीजीपी को भी हटाने का आदेश जारी किया था।

इसके बाद राज्य सरकार ने प्रमुख सचिव गृह पद पर तैनात आईएएस अधिकारी संजय प्रसाद को हटा दिया था। अब उनकी जगह आईएएस अधिकारी दीपक कुमार को यह जिम्मेदारी मिली है। 1990 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार अपर मुख्य सचिव वित्त की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

लखनऊ: मलिहाबाद में पति ने पत्नी को गोली मारकर उतारा मौत के घाट

लखनऊ। राजधानी के मलिहाबाद थानाक्षेत्र में एक युवक ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। साथ ही पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि पहले पति और पत्नी के बीच विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि पति ने अवैध तमंच से पत्नी सिर पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।

मलिहाबाद थानाक्षेत्र के सरांवा गांव निवासी ऋषितोष यादव ने करीब आठ साल पहले तिलसुवा गांव की रहने वाली वर्षा यादव (28) से प्रेम विवाह किया था। उनकी छह साल की बेटी पंखुड़ी है। सोमवार शाम ऋषितोष शराब पीकर घर पहुंचा। बेटी चाचा के घर गई थी। पिता अमरदीप कहीं बाहर थे और दादी घर के बाहर बैठी थीं। इसी दौरान ऋषितोष और वर्षा के बीच झगड़ा होने लगा। तभी ऋषितोष ने वर्षा को गोली मार दी। सिर में दाएं तरफ गोली लगने से वर्षा की मौके पर ही मौत हो गई। डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि आरोपी ऋषितोष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी नशे में धुत है। वह कुछ बता नहीं पा रहा है। तहरीर के आधार पर पति समेत चार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।

यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान को सात साल कैद,कोर्ट ने 5 लाख का जुमार्ना भी लगाया
लखनऊ । डूंगरपुर प्रकरण के एक मामले में सपा नेता आजम खां को कोर्ट ने सोमवार को सात साल की सजा सुनाई है। इसके अलावा तीन दोषियों को पांच-पांच साल कारावास की सजा सुनाई गई है। आजम खां, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां, रिटायर्ड सीओ आले हसन, ठेकेदार बरकत अली पर अदालत शनिवार को दोष सिद्ध कर चुकी थी। डूंगरपुर बस्ती को खाली कराने के दौरान वर्ष 2019 में 12 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें से एक केस इसी बस्ती के रहने वाले एहतेशाम ने दर्ज कराया था।

आजम खां को आपराधिक षड़यंत्र का आरोपी बनाया था, जबकि अन्य पर घर में घुसकर मारपीट करने, धमकाने, डकैती आदि जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में चार मार्च को इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी थी। शनिवार को कोर्ट ने आजम खां समेत उक्त चारों को दोषी करार दिया।  सोमवार को सुनवाई करते हुए आजम खां को सात साल तथा अन्य तीन को पांच साल की सजा सुनाई गई है।  इस मामले में आरोपी बनाए गए सपा के प्रदेश सचिव ओमेंद्र सिंह चौहान समेत जिबरान नासिर, फरमान नासिर साक्ष्य के अभाव में बरी हो गए थे। सपा नेता आजम खां सीतापुर, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खां बिजनौर जेल में हैं।
एटीएस ने दो युवकों को पकड़ा, कार से एक करोड़ की अफीम बरामद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एटीएस गोरखपुर इकाई, एसओजी और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार को दो युवकों को पकड़ा है। तलाशी के दौरान कार से आठ किलो 290 ग्राम अफीम बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। आदर्श आचार संहिता के अनुपालन में कम्पनी बाग चौराहे पर पुलिस मुस्तैद थी। एटीएस से सूचना मिली कि एक कार (बीआर एजे 6301) गोरखपुर होते हुए लखनऊ की ओर जा रही थी। इसमें मादक पदार्थ ले जाया जा रहा है, जिसका पीछा करते हुए आ रहे हैं। इसके बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने बड़ेवन सर्विस मोड़ से टोल प्लाजा के बीच घेराबंदी कर कार को रोक लिया।

कार में बैठे दोनों अभियुक्त गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 08 किलो 290 ग्राम अवैध अफीम बरामद किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों की बिहार राज्य का रहने वाला मुकेश कुमार कुशवाहा और दीपेंद्र प्रसाद ने अपना जुर्म स्वीकारा। उन्होंने बताया कि नेपाल के भिश्वा मार्केट से मादक पदार्थों को खरीद कर लखनऊ तथा आसपास की जगहों पर बेचने का काम करते हैं। पुलिस ने माल को जब्त करते हुए अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

बसपा बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के धनबल से दूर: मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पाटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इलेक्शन बॉन्ड विवाद पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा उनकी पार्टी कभी भी धन्नासेठों से चंदा नहीं लेती। मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि रक्षा सौदों आदि में भ्रष्टाचार के बाद चर्चित गुप्त चुनावी बॉण्ड से उगे धनबल द्वारा देश की राजनीति एवं चुनाव को भी जनहित व जनमत से दूर करने की प्रक्रिया के विरुद्ध कोर्ट का ताजा फैसला महत्वपूर्ण, किन्तु संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए सतत् प्रयास जरूरी।

आगे कहा कि 'जहां सहार, वहां इशारा' इससे बचने के लिए बसपा बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों के धनबल से दूर है। इसी कारण उत्तर प्रदेश में चार बार बनी सरकार में जनहित, जनकल्याण तथा गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के लिए ऐतिहासिक पहल किए, जबकि दूसरी पार्टियां अधिकतर स्वार्थ में ही लगी हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अब लोकसभा के लिए हो रहे आमचुनाव में जन व देशहित में इन बातों का खास महत्व है तभी बहुजन हितैषी सरकार देश में बनकर लोगों को जानलेवा महंगाई, बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन के लाचार जीवन से मुक्ति मिल पाएगी। वरना गरीबों की गरीबी व अमीरों की अमीरी लगातार बढ़ती जाएगी।

उत्तर प्रदेश में राज्य सूचना आयुक्तों को बांटे गये मंडल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्य सूचना आयुक्तों को उनके कार्य योजना के अनुसार मंडल बांटे गये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी वाले वाराणसी मंडल का कार्य राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी को सौंपा गया है।

राज्य सूचना आयुक्त डॉ.दिलीप कुमार अग्निहोत्री को कानपुर और बस्ती मंडल, राज्य सूचना आयुक्त सुधीर कुमार सिंह को चित्रकूट और बरेली मंडल, राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को इलाहाबाद और मिजार्पुर मंडल, राज्य सूचना आयुक्त स्वतंत्र प्रकाश को देवीपाटन और फैजाबाद मंडल, राज्य सूचना आयुक्त गिरजेश कुमार चौधरी को लखनऊ मंडल का कार्य सौंपा गया है। सहारनपुर मंडल का कार्य भी राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी ही देखेंगे।