आरओ व एआरओ परीक्षा लीक करने वाला गिरफ्तार, पकड़े गए अभियुक्त पहले भी जा चुका है जेल
लखनऊ । एसटीएफ यूपी को समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा-2023 का पेपर लीक कराने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अरूण कुमार सिंह,सौरभ शुक्ला है। एसटीएफ ने इनके कब्जे से चार मोबाइल फोन, एक डोगल, एक ग्राण्ड पिटारा कार, 14,4 00 रुपये नकद बरामद किया है।
समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आउट होने व विभिन्न माध्यमों से वायरल होने की सूचनाओं व तथ्यों के आधार पर शासन द्वारा परीक्षा निरस्त कर सम्पूर्ण पेपर लीक प्रकरण की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। इसी क्रम में एसटीएफ ने दो को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त सौरभ शुक्ला ने बताया कि गंगा देवी मेमोरियल स्कूल निकट डूडा कालोनी हंसखेड़ा पारा लखनऊ विद्यालय का पूरा मैनेजमेण्ट उसके द्वारा ही देखा जाता है। वर्ष-2022 में बुद्धेश्वर चौराहे के पास किराये के मकान में आर्या प्रोफेशनल एकेडमी नाम से कम्प्यूटर लैब खोला था, जिसे कुछ समय बाद बन्द कर दिया। अप्रैल वर्ष-2023 में जेईसी यूपी (पालिटेक्निक प्रवेश परीक्षा) के दौरान अजय शर्मा नाम के एक व्यक्ति इससे मिला व बताया कि यदि तुम परीक्षा (आॅनलाइन) में सेटिंग करो तो आपको अच्छा खासा पैसा दे दूंगा। उसने 500 कम्प्यूटर की लैब डालने को कहा था जिसका सारा पैसा वह स्वय लगायेगा।
अजय शर्मा से उसके द्वारा दिये गये फर्जी नम्बर के वाट्सएप से बात होती थी तथा अपोलो हास्पिटल के पास मिलता था। सौरभ शुक्ला की अरूण कुमार सिंह से लगभग एक वर्ष पूर्व किसी कार्यक्रम में मुलाकात हुई थी। उसके बाद लगातार बात होती थी। अरूण सिंह ने फरवरी 2024 में आरओ व एआरओ का पेपर लीक कराकर देने के लिए कहा था। अजय शर्मा भी सौरभ से बताया कि परीक्षा के दिन 2-3 घण्टे पहले पेपर मिल जायेगा, पूरी तैयारी रखो। दस फरवरी के रात्रि में सौरभ ने अपने विद्यालय के पीछे स्थित एक होटल में अरूण सिंह को रूकवाया तथा अगले दिन करीब सात बजे अजय शर्मा ने व्हाटस्अप से उक्त परीक्षा के पेपर का पीडीएफ भेजा। उसमें सामान्य अध्ययन और हिन्दी का प्रश्न पत्र था। जिसके सभी उत्तर पर टिक लगा था। इस पर सौरभ को इस बात पर विश्वास हो गया कि आरओ व एआरओ का असली पेपर है। जिसे सौरभ ने अरूण सिंह को व्हाटस्अप कर दिया था।
अरूण सिंह ने उसी समय कई लोगों को पेपर भेजा था। जब सौरभ ने अरूण सिंह का नाम अखबार में देखा तो अरूण से सम्पर्क किया जिस पर अरूण ने सौरभ से अपनी मोबाइल फेकने को बताया। जिसके बाद सौरभ ने अपनी मोबाइल जिससे अवध चौराहे के पास नहर में फेंक दिया। सौरभ शुक्ला को अजय शर्मा ने पेपर देने के बाद बताया था कि उसको यह पेपर राजीव नयन मिश्रा निवासी प्रयागराज ने भेजा था। अरूण कुमार सिंह वर्ष 2011 में यूपी पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था। जिसे सेवा के दौरान ही वर्ष 2019 में नेशनल इण्टर कालेज, हजरतगंज लखनऊ में शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल कराने के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जिसे बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। तभी से प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट व नकल कराने में संलिप्त रहता है। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा 2023 के दौरान कई लोगों से पेपर आउट कराने के लिए कहा था तथा कई लोगो से एडवांस पैसा भी लिया था। अरूण ने सौरभ शुक्ला से पेपर के लिए कहा था तो उसने बताया था कि पेपर पक्का मिल जाएगा।
दस फरवरी को सौरभ शुक्ला के कहने पर ही उनके विद्यालय के पास स्थित रिवाज पैलेस में रात में रूका था। अगले दिन सुबह करीब सात बजे सौरभ के मोबाइल में दोनों मीटिंग का पेपर आया तो उसने अरूण को व्हाटस्अप किया था। उक्त पेपर अरूण ने नवीन कुमार सिंह को व्हाटस्अप किया जो स्वयं भी आरओ व एआरओ का अभ्यर्थी था। नवीन के अलावा योगेन्द्र विकल, नेहा दीक्षित, अन्शुमान सिंह निवासी गोण्डा, अमित सिंह निवासी गोण्डा, नागेन्द्र मिश्र निवासी अम्बेडकरनगर, सत्येन्द्र सर जो झांसी में कोचिंग चलाते है, उदयभान मौर्या, उदय एकेडमी प्रयागराज, फरीद अंसारी जो प्रतापगढ़ में ग्राम विकास अधिकारी है। इसके अतिरिक्त भी कई लोगों को व्हाट्सएप किया था। जब अरूण को तीन दिन बाद नवीन सिंह व दो अन्य लड़को के कौशाम्बी में पकड़े जाने की जानकारी हुई, तब उसने अपनी मोबाइल गोमती नदी में फेक दिया था और घर से गायब हो गया था तथा सौरभ शुक्ला से भी मोबाइल तोड़कर फेक देने व भाग जाने को कहा था। अरूण वर्ष 2019 में थाना हजरतगंज से जेल गया था। जेल में उसकी मुलाकात डा.शरद सिंह से हुई थी, जो वर्ष-2018 में डा. शरद सिंह को भी एसटीएफ द्वारा जेल भेजा जा चुका है यह व्यापम घोटाले का भी अभियुक्त रहा है। डा. शरद ने बताया था कि राजीव नयन मिश्रा निवासी प्रयागराज पेपर आउट करके पैसे कमाता है, बाहर निकल कर राजीव नयन से मिलकर काम किया जायेगा।
वर्ष-2022 में राजीव नयन मिश्र को एसटीएफ यूपी द्वारा जेल भेजा जा चुका है तथा वर्ष 2023 में ग्वालियर, मध्य प्रदेश से जेल जा चुका है।
अभियुक्त अरूण कुमार सिंह के पास बरामद प्रश्न पत्र बुकलेट जिस पर बारकोड व प्रश्न पत्र पुस्तिका क्रमांक अंकित है के सम्बन्ध में लोक सेवा आयोग से पता किया गया तो सामान्य अध्ययन की बुकलेट एमएलएमएल इण्टर कालेज, रिकाबगंज, अयोध्या व सामान्य हिन्दी की बुकलेट षिव प्रताप सिंह इण्टर कालेज, जनपद अमेठी के परीक्षा केन्द्र की पायी गयी। विस्तृत सूचना प्राप्त करने हेतु लोक सेवा आयोग से पत्राचार किया जा रहा है। उपरोक्त दोनों व्यक्तियों से पूछताछ के आधार पर समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 के दौरान पेपर लीक कराकर बेचा गया है तथा परीक्षा की सुचिता भंग की गई है। जिस पर अरूण कुमार सिंह व सौरभ शुक्ला को समय हिरासत में लिया गया।
Mar 15 2024, 19:51