आरओ व एआरओ परीक्षा लीक करने वाला गिरफ्तार, पकड़े गए अभियुक्त पहले भी जा चुका है जेल

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा-2023 का पेपर लीक कराने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अरूण कुमार सिंह,सौरभ शुक्ला है। एसटीएफ ने इनके कब्जे से चार मोबाइल फोन, एक डोगल, एक ग्राण्ड पिटारा कार, 14,4 00 रुपये नकद बरामद किया है।

समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आउट होने व विभिन्न माध्यमों से वायरल होने की सूचनाओं व तथ्यों के आधार पर शासन द्वारा परीक्षा निरस्त कर सम्पूर्ण पेपर लीक प्रकरण की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। इसी क्रम में एसटीएफ ने दो को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त सौरभ शुक्ला ने बताया कि गंगा देवी मेमोरियल स्कूल निकट डूडा कालोनी हंसखेड़ा पारा लखनऊ विद्यालय का पूरा मैनेजमेण्ट उसके द्वारा ही देखा जाता है। वर्ष-2022 में बुद्धेश्वर चौराहे के पास किराये के मकान में आर्या प्रोफेशनल एकेडमी नाम से कम्प्यूटर लैब खोला था, जिसे कुछ समय बाद बन्द कर दिया। अप्रैल वर्ष-2023 में जेईसी यूपी (पालिटेक्निक प्रवेश परीक्षा) के दौरान अजय शर्मा नाम के एक व्यक्ति इससे मिला व बताया कि यदि तुम परीक्षा (आॅनलाइन) में सेटिंग करो तो आपको अच्छा खासा पैसा दे दूंगा। उसने 500 कम्प्यूटर की लैब डालने को कहा था जिसका सारा पैसा वह स्वय लगायेगा।

अजय शर्मा से उसके द्वारा दिये गये फर्जी नम्बर के वाट्सएप से बात होती थी तथा अपोलो हास्पिटल के पास मिलता था। सौरभ शुक्ला की अरूण कुमार सिंह से लगभग एक वर्ष पूर्व किसी कार्यक्रम में मुलाकात हुई थी। उसके बाद लगातार बात होती थी। अरूण सिंह ने फरवरी 2024 में आरओ व एआरओ का पेपर लीक कराकर देने के लिए कहा था। अजय शर्मा भी सौरभ से बताया कि परीक्षा के दिन 2-3 घण्टे पहले पेपर मिल जायेगा, पूरी तैयारी रखो। दस फरवरी के रात्रि में सौरभ ने अपने विद्यालय के पीछे स्थित एक होटल में अरूण सिंह को रूकवाया तथा अगले दिन करीब सात बजे अजय शर्मा ने व्हाटस्अप से उक्त परीक्षा के पेपर का पीडीएफ भेजा। उसमें सामान्य अध्ययन और हिन्दी का प्रश्न पत्र था। जिसके सभी उत्तर पर टिक लगा था। इस पर सौरभ को इस बात पर विश्वास हो गया कि आरओ व एआरओ का असली पेपर है। जिसे सौरभ ने अरूण सिंह को व्हाटस्अप कर दिया था।

अरूण सिंह ने उसी समय कई लोगों को पेपर भेजा था। जब सौरभ ने अरूण सिंह का नाम अखबार में देखा तो अरूण से सम्पर्क किया जिस पर अरूण ने सौरभ से अपनी मोबाइल फेकने को बताया। जिसके बाद सौरभ ने अपनी मोबाइल जिससे अवध चौराहे के पास नहर में फेंक दिया। सौरभ शुक्ला को अजय शर्मा ने पेपर देने के बाद बताया था कि उसको यह पेपर राजीव नयन मिश्रा निवासी प्रयागराज ने भेजा था। अरूण कुमार सिंह वर्ष 2011 में यूपी पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था। जिसे सेवा के दौरान ही वर्ष 2019 में नेशनल इण्टर कालेज, हजरतगंज लखनऊ में शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल कराने के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जिसे बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। तभी से प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट व नकल कराने में संलिप्त रहता है। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा 2023 के दौरान कई लोगों से पेपर आउट कराने के लिए कहा था तथा कई लोगो से एडवांस पैसा भी लिया था। अरूण ने सौरभ शुक्ला से पेपर के लिए कहा था तो उसने बताया था कि पेपर पक्का मिल जाएगा।

दस फरवरी को सौरभ शुक्ला के कहने पर ही उनके विद्यालय के पास स्थित रिवाज पैलेस में रात में रूका था। अगले दिन सुबह करीब सात बजे सौरभ के मोबाइल में दोनों मीटिंग का पेपर आया तो उसने अरूण को व्हाटस्अप किया था। उक्त पेपर अरूण ने नवीन कुमार सिंह को व्हाटस्अप किया जो स्वयं भी आरओ व एआरओ का अभ्यर्थी था। नवीन के अलावा योगेन्द्र विकल, नेहा दीक्षित, अन्शुमान सिंह निवासी गोण्डा, अमित सिंह निवासी गोण्डा, नागेन्द्र मिश्र निवासी अम्बेडकरनगर, सत्येन्द्र सर जो झांसी में कोचिंग चलाते है, उदयभान मौर्या, उदय एकेडमी प्रयागराज, फरीद अंसारी जो प्रतापगढ़ में ग्राम विकास अधिकारी है। इसके अतिरिक्त भी कई लोगों को व्हाट्सएप किया था। जब अरूण को तीन दिन बाद नवीन सिंह व दो अन्य लड़को के कौशाम्बी में पकड़े जाने की जानकारी हुई, तब उसने अपनी मोबाइल गोमती नदी में फेक दिया था और घर से गायब हो गया था तथा सौरभ शुक्ला से भी मोबाइल तोड़कर फेक देने व भाग जाने को कहा था। अरूण वर्ष 2019 में थाना हजरतगंज से जेल गया था। जेल में उसकी मुलाकात डा.शरद सिंह से हुई थी, जो वर्ष-2018 में डा. शरद सिंह को भी एसटीएफ द्वारा जेल भेजा जा चुका है यह व्यापम घोटाले का भी अभियुक्त रहा है। डा. शरद ने बताया था कि राजीव नयन मिश्रा निवासी प्रयागराज पेपर आउट करके पैसे कमाता है, बाहर निकल कर राजीव नयन से मिलकर काम किया जायेगा।

वर्ष-2022 में राजीव नयन मिश्र को एसटीएफ यूपी द्वारा जेल भेजा जा चुका है तथा वर्ष 2023 में ग्वालियर, मध्य प्रदेश से जेल जा चुका है।

अभियुक्त अरूण कुमार सिंह के पास बरामद प्रश्न पत्र बुकलेट जिस पर बारकोड व प्रश्न पत्र पुस्तिका क्रमांक अंकित है के सम्बन्ध में लोक सेवा आयोग से पता किया गया तो सामान्य अध्ययन की बुकलेट एमएलएमएल इण्टर कालेज, रिकाबगंज, अयोध्या व सामान्य हिन्दी की बुकलेट षिव प्रताप सिंह इण्टर कालेज, जनपद अमेठी के परीक्षा केन्द्र की पायी गयी। विस्तृत सूचना प्राप्त करने हेतु लोक सेवा आयोग से पत्राचार किया जा रहा है। उपरोक्त दोनों व्यक्तियों से पूछताछ के आधार पर समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 2023 के दौरान पेपर लीक कराकर बेचा गया है तथा परीक्षा की सुचिता भंग की गई है। जिस पर अरूण कुमार सिंह व सौरभ शुक्ला को समय हिरासत में लिया गया।

पेपर लीक मामले का भंडाफोड़, अब तक 396 आरोपी गिरफ्तार,पेपर अहमदाबाद से लीक हुआ था

लखनऊ । यूपी में पुलिस भर्ती व आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ हो गया है। यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी देते हुए कहा कि पेपर लीक मामले में अब तक 396 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि पुलिस भर्ती में पेपर ट्रांसपोर्ट करने वाली एजेंसी के कर्मचारियों शिवम गिरी, रोहित पांडेय व अभिषेक गुप्ता की मदद से पेपर लीक किया गया था। इसका पेपर अहमदाबाद से लीक हुआ था। मामले के तीन प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मास्टर माइंड की तलाश जारी है। गाजियाबाद से तीन आरोपी गिरफ्तार हैं। चौथे आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जो पटना में डॉक्टर है। इस गैंग ने सीधे ट्रांसपोर्ट कंपनी से कॉन्टेक्ट किया, जिसके जरिए पेपर छपकर आने थे।

डीजीपी ने बताया कि इन कर्मचारियों ने शील्ड बॉक्स को तोड़ने के लिए पटना से स्पेशलिस्ट को बुलाया। बॉक्स तोड़ने के बाद पेपर निकालकर फोटो खींचे और नकल माफिया को भेज दिया। एसटीएफ ने ट्रांसपोस्ट कंपनी के दो कर्मचारियों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने पटना के डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। डीजीपी ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा 17-18 फरवरी को हुई थी। पेपर लीक होने पर सीएम योगी ने परीक्षा का रद्द कर दी और परीक्षा को छह महीने के अंदर कराने का निर्देश दिया है। डीजीपी ने बताया कि पेपर लीक का मास्टरमाइंट राजीव नयन अभी फरार है। यह आरओ-एआरओ पेपर लीक में शामिल था। डीजीपी ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर की छपाई अहमदाबाद में एक प्रेस में हुई।

छपे पेपर यूपी भेजने के लिए ट्रांसपोर्ट कॉपरेशन आॅफ इंडिया टीआईसी को ठेका दिया गया। टीआईसी में काम करने वाले शिवम गिरि और रोहित पांडेय नकल माफिया से मिल गये। पहले टीसीआई में काम कर चुका प्रयागराज का अभिषेक भी नकल माफिया गैंग में था। अभिषेक ने शिवम और रोहित से संपर्क किया और पेपर आउट कराने के बदले उन्हें पैसे देने का आफर दिया। डीजीपी ने बताया कि दो फरवरी को टीआईसी कंपनी के दोनों कर्मचारी शिवम व रोहित ने अभिषेक को फोन करके बताया कि पेपर प्रिंट होकर ट्रांसपोर्ट कंपनी में आ चुके हैं। दोनों ने शील्उ पेपर बॉक्स के फोटो खींचकर अभिषेक को भेजे।

इसके बाद अभिषेक, पटना के डॉ. शुभमन मंडल और अन्य लोगों के साथ पांच फरवरी को अहमदाबाद पहुंचा। डॉक्टर शुभम मंडल और टीसीआई के दोनों कर्मचारी ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम के अंदर गए, जहां पेपर रखे हुए थे। कर्मचारी एक बॉक्स को उठाकर ऐसी जगह ले गए जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं था। इसके बाद उन्होंने उस बॉक्स का सील को पीछे की तरफ से तोड़ा फिर 18 फरवरी को होने वाले पेपर के दो सेट निकाले। मोबाइल से उनकी फोटो खींच ली। इसी तरह आठ फरवरी को भी एक बॉक्स तोड़ा गया और पेपर का फोटो खींचा गया। इस काम के बदले शिवम और रोहित को पैसे भी दिये गये। एसटीएफ रोहित पांडेय निवासी मिजार्पुर, शिवम गिरि निवासी भदोही और अभिषेक शुक्ला निवासी प्रयागराज को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले से जुड़े अभी दो लोग फरार हैं।

बहुजन समाज के लिए कांशीराम ने प्राप्त किया सामाजिक परिवर्तन का लक्ष्य : मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को कहा कि बामसेफ, डीएस-4 व बहुजन समाज पार्टी की स्थापना कर उसके अनवरत संघर्ष के जरिए यूपी में सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करके बहुजन समाज के लिए सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक तरक्की का मिशनरी लक्ष्य मान्यवर कांशीराम ने प्राप्त किया। वह ऐतिहासिक एवं अतुलनीय है, जिस कारण कांशीराम बहुजन नायक बने व अमर हो गए।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने मान्यवर कांशीराम के 90 वें जन्मदिवस के अवसर पर पार्टी कार्यालय पर उनके मूर्ति पर पुष्प अर्पित किया। कांशीराम के अनुयायियों और समर्थकों को बधाई देते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण के बाद लम्बे समय तक तिरस्कृत व बिखरे पड़े उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान कारवां को देश की राजनीति में नई मजबूती व बुलन्दी देने का युगपरिवर्तनीय कार्य करने वाले मान्यवर कांशीराम को 90 वें जन्मदिन पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी विरासत, संघर्ष व कारवाँ को पूरे तन, मन, धन के सहयोग से आगे बढ़ाने का संकल्प जारी रखते हुए बीएसपी को अब यहाँ हो रहे लोकसभा आमचुनाव में अच्छा रिजल्ट दिलाना उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जो समतामूलक समाज की स्थापना व महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आदि के विरुद्ध भी योगदान होगा। बसपा कार्यालय पर आयोजित कांशीराम के जन्मदिवस के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए सुबह से ही पार्टी पदाधिकारियों का कार्यालय पहुंचना हुआ। इस अवसर पर महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने भी कांशीराम को याद करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला।

देवी पाटन मंदिर में मुख्यमंत्री ने किया दर्शन-पूजन

बलरामपुर। दो दिवसीय दौरे पर बलरामपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे दिन सुबह सुबह 51 शक्तिपीठों में से एक देवी पाटन मंदिर में दर्शन पूजन किया। मंदिर में विधि विधान से दर्शन पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री ने देवीपाटन मंदिर में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां गौशाला में गौ-सेवा की और श्री मां पाटेश्वरी सेवाश्रम चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री भवनियापुर स्थित मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूली बच्चों संग कुछ देर व्यतीत किया। सीएम योगी ने बच्चों से उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री को देख बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सीएम योगी ने बच्चों को टॉफियां और चॉकलेट भी बांटी। इसके बाद वह मां पाटेश्वरी देवी राज्य विश्वविद्यालय के भूमिपूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने रवाना हो गये।

रामनवमी पर 24 घंटे हों श्रीरामलला के दर्शन-पूजन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामनवमी और नवरात्रि की तैयारियों की समीक्षा की। अयोध्या में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सीएम योगी ने नवरात्रि में अष्टमी, नवमी और दशमी को श्रीरामलला मंदिर में 24 घंटे दर्शन-पूजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्यों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस अवधि में मंदिर के कपाट केवल विशेष पूजन अर्चन के दौरान ही बंद किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने रामनवमी के अवसर पर नगर में साफ सफाई, लोगों के पेयजल की व्यवस्था तथा गर्मी को देखते हुये श्रद्धालुओं के लिए परिवहन निगम एवं नगर विकास विभाग से समन्वय कर इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था किया जाय कि श्रद्धालुओं को ढाई किमी से ज्यादा चलने की आवश्यकता न हों तथा तुलसी उद्यान आदि स्थानों पर उनके जूते चप्पल रखने की भी व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी त्यौहार के समय चुनाव कार्य भी शुरू हो गया होगा, इसलिए इस अवसर पर मुख्य क्षेत्रों जैसे रामलला मंदिर, हनुमानगढ़ी आदि स्थानों पर स्थायी रूप से पुलिस कार्मिकों एवं अन्य सेवा के लोगों को ड्यूटी लगायी जाए और उन्हें इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त रखा जाए।

रामनवमी कार्यक्रम की तैयारी को लेकर जिलाधिकारी नितीश कुमार द्वारा सीएम के समक्ष प्रस्तुतिकरण किया गया। इसमें लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, विद्युत, सूचना, संस्कृति, सामान्य प्रशासन एवं मेला प्रशासन के प्रमुख कार्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि विगत वर्ष की अपेक्षा और इस साल बेहतर व्यवस्था की गयी है। पुलिस प्रशासन की ओर से पार्किंग एवं ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर ने सीएम योगी को अवगत कराया।

मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि रामलला विराजमान मंदिर के शुरू होने के बाद भीड़ लगातार बढ़ रही है। सभी की सुविधाओं को ध्यान में रखकर नगर निगम, विकास प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग को बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने पुलिस व्यवस्था के सम्बंध में बताया कि आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के प्रति पुलिस के व्यवहार को अच्छा रखने के निर्देश दिये गये।

बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक जोन अमरेन्द्र सिंह सेंगर के अलावा सांसद लल्लू सिंह, मेयर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, रामचन्दर यादव, डॉ अमित सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारी के अलावा सम्बंधित विभागों के अधिकारी, अभियन्ता, मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज, अपर जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी सलिल कुमार पटेल, अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अतुल सोनकर, मुख्य चिकित्साधिकारी, उपनिदेशक सूचना, उपनिदेशक पर्यटन, विद्युत सहित अन्य विभागों के अभियन्ता, आरटीओ ऋतु सिंह आदि की मौजूदगी रही

अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग के दो गुर्गे फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार

लखनऊ। एसटीएफ यूपी को अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग के सरगना शारिक हुसैन उर्फ साठा गैंग के दो गुर्गों को शारिक उर्फ साठा के कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर तैयार पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। इन अभियुक्तों का नाम मो. अकरम पुत्र सादिक, निवासी मोहल्ला शेखियान वार्ड नंबर-14 नूरी जामा मस्जिद के पीछे ग्राम ढकिया जट, थाना डिलारी, मुरादाबाद , महफूज खां पुत्र महमूद खां, निवासी अगवानपुर, थाना सिविल लाइन्स मुरादाबाद है। इनके कब्जे से एक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर तैयार पासपोर्ट, एक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर तैयार पासपोर्ट की छायाप्रति, एक एयर इण्डिया टिकट, दो कूटरचित आधार कार्ड, दो मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और 950 रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अन्तर्राज्जीय वाहन चोर व कूटरचित दस्तावेजों से पासपोर्ट तैयार कराने वाले गैंग के सक्रिय सदस्यों की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी । इसी क्रम में एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि दो व्यक्ति कूटरचित दस्तावेज व उसके आधार पर तैयार कराये गये पासपोर्ट व दुर्दान्त अपराधी के पासपोर्ट की छायाप्रति लिये डिलरा चैराहा ठाकुरद्वारा रोड थाना डिलारी, जनपद मुरादाबाद पर खडे हैं। यदि जल्दी की जाये तो पकडेÞ जा सकते है। टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार अभियुक्त अकरम पुत्र सादिक उपरोक्त ने बताया कि वह थाना डिलारी जनपद मुरादाबाद का एच0एस0 है। उसने अपने आधार कार्ड को अगवानपुर के पते से कूटरचित कर महफूज उपरोक्त से पासपोर्ट बनवाया है। उसने कूटरचित दस्तावेज से पासपोर्ट इसलिए बनवाया है। महफूज ने बताया कि उसकी मुलाकात सम्भल के दुर्दान्त अपराधी सारिक हुसैन उर्फ साठा से करायेगा और उसे दुबई से दिल्ली तक लिक्विड फार्म में सोने की तस्करी करायेगा, जिसमें मोटा मुनाफा होगा।

इस सम्बन्ध में उसने दुबई के सारिक उर्फ साठा के पास महफूज द्वारा दिये गये मोबाइल नम्बरों पर व्हाट्सएप कॉल से पता पूछकर शारजाह गया और वहां सारिक उर्फ साठा से मिलकर आया। अभियुक्त महफूज ने पूछताछ में बताया कि वह टूर एण्ड ट्रैवल्स का काम करता है। वह आधार कार्ड में एडटिंग कर उसे कूटरचित कर पासपोर्ट तैयार कराता है। उसने लॉरेंस विश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्य दीपक बॉक्सर का कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर रवि अन्तिल के नाम से पासपोर्ट तैयार कराया था, जिसमें वह जेल जा चुका है। उसने अकरम का भी पासपोर्ट कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर तैयार कराया था। यह दोनों सारिक हुसैन उर्फ साठा को आपराधिक सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं व उसके आपराधिक कृत्यों में सहयोग पहुंचाते है। इसने ही राहुल ओझा निवासी नजफगढ दिल्ली की मदद से दिल्ली के पते बी 5609 गली न0-115 सन्त नगर बुरारी दिल्ली पर सारिक हुसैन उर्फ साठा का पासपोर्ट तैयार कराया था तथा इसने सारिक हुसैन उर्फ साठा को 200 सिम कार्ड भी उपलब्ध करा चुका हूं।

बदायूं में भाजपा की जमानत भी जप्त हो जाएगी : शिवपाल

लखनऊ। बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी का लोकसभा उम्मीदवार बनने के बाद गुरुवार को पहली बार बदायूं पहुंचे शिवपाल यादव का पार्टी कार्यकतार्ओं व अन्य लोगों ने जगह-जगह जोरदार स्वागत किया। कार्यकतार्ओं के बीच शिवपाल ने भाजपा के खिलाफ जीत की हुंकार भरी। समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव से पहले इस सीट पर पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया था। सपा की तीसरी लिस्ट आई तो उसमें धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल को बदायूं लोकसभा से प्रत्याशी बनाया। शिवपाल यादव ने कहा कि उनके बदायूं आने में कोई देरी नहीं हुई है। अभी तक चुनाव की घोषणा नहीं हुई है।भाजपा तो प्रत्याशी भी यहां से घोषित नहीं कर पाई है। समाजवादी पार्टी और आईएनडीआईए गठबंधन 80 की 80 सीटों पर भाजपा को हराने का काम करेगा।

बदायूं समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। यहां से नेताजी चुनाव जीते हैं। प्रोफेसर रामगोपाल यादव सांसद हुए, धर्मेंद्र यादव सांसद हुए और अब हम यहां आ गए हैं। यहां भाजपा उम्मीदवार की जमानत भी जप्त हो जाएगी। वहीं शिवपाल यादव ने सीएए के मुद्दे पर कहा कि इस समय भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है और बहुत घमंड में है। वह कुछ भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि अब शिवपाल यादव यहां आ गए हैं। सलीम शेरवानी समेत जितने भी रूठे हुए हैं, सब हमारा साथ देंगे। हम सबको मना लेंगे। अयोध्या जाने के मुद्दे पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मंदिर तो बन ही गया है। जब भगवान जी बुलाएंगे तो जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बहुत घमंड में है। उन्होंने जितने वादे किए सब खोखले निकले हैं। बदायूं का विकास हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी। इसके अलावा सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव ने बदायूं मथुरा हाइवे पर स्थित बालाजी मंदिर पर पूजा अर्चना की। इसके बाद बड़े सरकार की जियारत पर भी सपा प्रत्याशी का जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत के बाद उन्होंने बड़े सरकार की जियारत पर चादर पोशी की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 39 एसडीएम, 41 डीएसपी और 16 कोषाधिकारियों को वितरित किया नियुक्ति पत्र

लखनऊ । यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक सेवा आयोग के अंतर्गत चयनित 39 एसडीएम, 41 पुलिस अधीक्षकों और 16 कोषाधिकारियों व लेखाधिकारियों को नियुक्ति वितरित किया। जबिक इसके पहले बुधवार को 30000 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन प्रदेश के सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया। इसी कड़ी में गुरुवार को लोक सेवा आयोग द्वारा चुने गए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री अपनी आवास पर वितरित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

आज यूपी के लोग पहचान के मोहताज नहीं- योगी

सीएम आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यूपी के बारे में लोगों की सोच अलग थी। 2017 के बाद लोगों की सोच बदली। आज यूपी के लोग पहचान के मोहताज नहीं। आज यूपी में निर्णय लेने वाली सरकार है। पिछले सात सालों में बदलाव दिख रहा है। ईमानदारी का परिणाम देखने को मिल रहा है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी एलओ अमिताभ यश भी मौजूद रहे।

शिवपाल आज बदायूं से प्रचार शुरू करेंगे, भाजपा पर तंज कसा

लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव गुरुवार से बदायूं लोकसभा सीट पर अपना चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। इसके लिए वे सैफई से रवाना हुए। इस अवसर पर एसएस मेमोरियल स्कूल में उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा कि बदायूं से उनका जनसंपर्क अभियान शुरू हो रहा है। इस लिए वे आज यहां से बदायूं जा रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सीएए कानून जनता को परेशान करने के लिए लाया गया है। इससे कोई फायदा नहीं होने वाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा बुधवार को फर्रुखाबाद में राम भक्तों पर गोली चलवाने के बयान पर टिप्पणी करते हुए शिवपाल ने कहा कि भाजपा हमेशा पुरानी बातें उखाड़ती है। उस समय जो कुछ भी हुआ था वह न्यायालय के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया गया था। भाजपा के पास किसी तरीके का कोई चुनावी मुद्दा नहीं है वह इन्हीं बातों से चुनाव को जीतना चाहते हैं।

बरेली सेंट्रल जेल में बंद हत्यारोपित का वीडियो प्रसारित, दोस्तों से लाइव संवाद में बोला, स्वर्ग में हैं, आ रहे जल्दी

लखनऊ। बरेली में पीडब्ल्यूडी ठेकेदार की हत्या के आरोप में सेंट्रल जेल में बंद शूटर आसिफ का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। उसमें वह दोस्तों से लाइव संवाद के दौरान कह रहा कि 'अभी स्वर्ग में हैं, जल्दी ही बाहर आ रहे...।' इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित हुआ तो जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ गए। वीडियो के पार्श्व में देख रहे कुछ सुराग के आधार पर एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान मान रहे कि इसे जेल में ही बनाया गया है। जेल अधीक्षक विजय कुमार का तर्क इससे इतर है। उन्होंने कहा कि सात मार्च को आसिफ पेशी पर शाहजहांपुर गया था, संभव है कि वहीं किसी से मोबाइल फोन ले लिया हो।

जेल में वीडियो बनाने का अंदेशा, एसएसपी ने बैठाई जांच

दिसंबर 2019 में शाहजहांपुर के पीडब्ल्यूडी ठेकेदार राकेश यादव की हत्या हुई थी। इसमें शूटर आसिफ की गिरफ्तारी हुई थी। तभी से वह सेंट्रल जेल में है। वीडियो में वह दोस्तों से लाइव संवाद के दौरान कह रहा कि चिंता करने की बात नहीं है, स्वर्ग में मौज ले रहा हूं। बड़ों का आशीर्वाद है। उसके एक परिचित ने चैटिंग पर कोई सवाल किया बोला कि दोस्त तो दिल में रहते हैं। जिंदगी में सबकुछ पैसा ही नहीं होता...! पैसा क्या है ? कोई तुम्हें तुम्हारी दिलेरी-वफादारी के लिए याद करे, यह भी जरूरी होता है। एक परिचित ने रुपयों को लेकर संवाद किया तो कहने लगा कि पैसे चाहिए हों तो हमसे ले लो।

हत्या के आरोप में बंद होने के बावजूद वह बेखौफ होकर बात करता दिख रहा। इस पर एसएसपी का कहना है कि वीडियो की जानकारी होने पर एसपी सिटी राहुल भाटी को जेल भेजा गया मगर, मोबाइल फोन आदि नहीं मिला। वीडियो के पार्श्व में दिख रही दीवार के आधार पर आशंका है कि इसे जेल में ही बनाया गया। जेल अधीक्षक का कहना है कि जेल परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग संभव नहीं है। वह सात मार्च को पेशी पर गया था, उसी दौरान मौका पाकर वीडियो बना लिया होगा।

उमेश पाल हत्याकांड में संदिग्ध रही जिला जेल की सुरक्षा

जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर इससे पहले भी सवाल उठ चुके हैं। पिछले वर्ष प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड का षड्यंत्र जिला जेल में बनाया गया था। पुलिस की जांच में इसकी पुष्टि हुई थी कि जिला जेल में बंद अशरफ से गिरोह के लोगों का संपर्क बना हुआ था। उस मामले में जेल वार्डन, कैंटीन संचालक समेत कई को जेल हुई थी। इस बार सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था कटघरे में है