अयोध्या में श्रीराम मंदिर स्थापित होने पर गंगा कलश जन-जागरण यात्रा निकाली

ललितपुर। गंगा समग्र कानपुर प्रांत की पूर्व निर्धारित योजना अनुसार प्रभू श्रीराम मंदिर निर्माण पूर्ण होने पर सनातन धर्म संस्कृति जगत में स्थापित होने की खुशी में मां गंगा बेतबा यमुना नदियों, तालाबों की निर्मलता के लिए गंगा कलश जनजागरण यात्रा हजारों बहनों माताओं संग शनिवार 02 मार्च को तुवन हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर सुमेरा तालाब ललितपुर में संपन्न हुई।

जिसका नेतृत्व गंगासमग्र कानपुर प्रांत के राजेश, मुख्य अतिथि हरिप्रिया भार्गव गंगा सेविका ने किया। कार्यक्रम का आयोजन अरूणा अग्रवाल प्रांत प्रमुख गंगा सेविका, राजेंद्र अग्रवाल, तालाब आयाम मेहुल चतुर्वेदी ने गंगा समग्र ललितपुर ईकाई ने किया था। मार्ग में फूलों की वृष्टि करके नागरिकों ने पूरे यात्रा मार्ग पर स्वागत किया।

राजेश ने अपने संबोधन में सभी को 500 वर्ष संघर्ष पश्चात श्रीराम मंदिर निर्माण पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि ये हम सभी कार्यकर्ताओं और आप लोगों के दृढ़ निश्चय का परिणाम है। आगे भी आप जागते रहे, भटके मत और राष्ट्रवादी सरकार ही चुने ताकि हमारे गंगा यमुना बेतवा सहित तालाबों को बचाया जा सके। सभी के जनजागरण से ही प्रकृति का संरक्षण संवर्धन होगा, सनातन धर्म संस्कृति का ध्वज संपूर्ण जगत में स्थापित होगा। इसके लिए जरूरी है कि परिवार में सीता राम लक्ष्मण की रेखा की मर्यादा हो, आपस में जात-पात, ऊंच-नीच का मतभेद खत्म हो, सबरी राम जैसे, परस्पर भक्ति हो, सनातन संस्कृति रहे।

संघ की अध्यक्ष हरिप्रिया भार्गव, रामभक्त गंगा सेविका मुख्य अतिथि ने सनातन धर्म संस्कृति पर विस्तार से चर्चा किया। मातृशक्ति को जागरूक करते हुए कहा कि आप मे बहुत शक्ति है आप जो चाहें कर सकती है। मैं सदैव आपलोगों की सेवा सहायता करती रहूंगी। लोगों को सनातन संकल्प भी वृंदावन के सुमितजी ने कराया। सभी के मध्य रूद्राक्ष वितरण भी हुआ।

कानपुर प्रांत के अधिकारी सुबोध बाजपेयीजी, गंगा आश्रित आयाम के प्रमुख ब्रजेश शुक्ला सह प्रमुख सहित सुमेरा तालाब पर यात्रा पहुंचने पर भानु प्रताप, उत्तम सिंह, जण्डैल विश्वकर्मा, हरिकिशन, सौरभ, चंद्रप्रकाश, अमित, राजकुमार, विक्रम सिंह, तुलसीराम पाल सहित सभी ब्लाक प्रमुखों, प्रधान, पूर्व प्रधान, स्थानीय पार्षद, संघ के जिला कार्यवाह आशीष चौबे, दीपक, वंदना तिवारी, कविता, क्षमा, रिंकी साहू, सरोज ने काशी के आचार्य शुभम पाठक के नेतृत्व में पांच आरतीकर्ता विप्रो ने भव्य आरती मूसलाधार वर्षा, ओले के बौछारों के बीच पूर्ण किया।

तदोपरान्त काशी के आचार्य पाठक के उपस्थिति में राजेशजी, हरिप्रियाजी, राजेंद्र कुशवाहा ने गंगा कलश से जल डालकर सुमेरा तालाब को गंगा सरोवर स्वरूप दिया गया। इसके उपरांत हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

राष्ट्रीय लोक अदालत एक जन आंदोलन

ललितपुर। लोक अदालत क्या है और इसके क्या उद्देश्य हैं इन सब बातों को आम जनमानस को सरल भाषा में बताते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ललितपुर के पैनल अधिवक्ता पुष्पेन्द्र सिंह चौहान बताते हैं कि आगामी 9 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सम्पूर्ण भारत वर्ष में आमजन को सस्ता सुलभ न्याय दिलाने के लिए आयोजित हो रहा है।

लोक अदालत -जैसा कि नाम से स्पष्ट है, आपसी सुलह या बातचीत की एक प्रणाली है। यह एक ऐसा मंच है जहां अदालत में लंबित मामलों (या विवाद) या जो मुकदमेबाजी से पहले के चरण में हैं, उन दो पक्षों में समझौता किया जाता है। मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से निपटाया जाता है।

लोक अदालतों का गठन भारतीय संविधान की प्रस्तावना द्वारा दिए गए वादे को पूरा करने के लिए किया जाता है, जिसके अनुसार- भारत के प्रत्येक नागरिक के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय को सुरक्षित करना कहा गया है । संविधान का अनुच्छेद 39 समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने की वकालत करता है और समान अवसर के आधार पर न्याय को बढ़ावा देता है।

संविधान के अनुच्छेद 14 और 22(1) भी राज्य के लिए कानून के समक्ष समानता की गारंटी देना अनिवार्य बनाते हैं। 1987 में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम संसद द्वारा पारित किया गया, जो 9 नवंबर 1995 को लागू हुआ। पहला लोक अदालत शिविर 1982 में गुजरात में एक स्वैच्छिक और सुलह एजेंसी के रूप में आयोजित किया गया था। लोक अदालत भारतीय न्याय प्रणाली की उस पुरानी व्यवस्था को स्थापित करता है जो प्राचीन भारत में प्रचलित थी।

इसकी वैधता आधुनिक दिनों में भी प्रासंगिक है। भारतीय अदालतें लंबी, महंगी और थकाने वाली कानूनी प्रक्रियाओं से जुड़े मामलों के बोझ से दबी हुई हैं। छोटे -छोटे मामलों को निपटाने में भी कोर्ट को कई साल लग जाते हैं। इसलिए, लोक अदालत त्वरित और सस्ते न्याय के लिए वैकल्पिक समाधान या युक्ति प्रदान करती है।

मुख्य धारा कानूनी प्रणाली के लिए एक पूरक प्रदान करने के लिए औपचारिक व्यवस्था से हट कर अपने मामलों को निपटाने के लिए जनता को प्रोत्साहित करने के लिए, न्याय वितरण प्रणाली में भाग लेने के लिए जनता को सशक्त बनाने के लिए।

जनपद में 26 मॉडल उचित दर दुकान व ई-वेईंग पॉश मशीनों का हुआ लोकार्पण

ललितपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोक भवन सभागार सचिवालय लखनऊ से नवनिमित अन्नपूर्णा भवन (मॉडल उचित दर दुकान) तथा ई-वेईंग स्केल युक्त ई-पॉस मशीनों का लोकार्पण किया, जिस सजीव प्रसारण ग्राम मसौराकलां की उचित दर दुकान सहित अन्य 26 दुकानों पर दिखाया गया। ग्राम मसौराकलां (जखौरा) में सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण व अन्य जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति में लखनऊ में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाया गया।

इसके बाद जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों ने मॉडल उचित दर दुकान का दीप प्रज्वलन व पूजन कर उद्घाटन किया। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया गया कि जनपद में कुल 75 मॉडल उचित दर दुकानों व ई-वेईंग स्केल युक्त ई-पॉस मशीनों का लोकार्पण होना है, जिसमें से आज 26 का लोकार्पण किया गया है, इनमें विकास खण्ड जखौरा के मसौराकलां, मसौराखुर्द, हर्षपुर, सिरसी, विकास खण्ड बिरधा के टीकरा तिवारी, विरारी, बालाबेहट, विकास खण्ड महरौनी के साढूमल, समोगर, विकास खण्ड तालबेहट के बम्हौरीसर, तेरई, पवा, खांदी, पूराविरधा, सुनौरा तथा विकासखण्ड मड़ावरा के बड़वार, गिरार, इकौना, गौना, दिदौनिया, पहाड़ीकलां, नीमखेरा, गोराकछया, रखवारा, धौरीसागर व पारौल ग्राम शामिल हैं।

कार्यक्रम में ग्रामवासियों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें अधिक से अधिक लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी वि./रा. अंकुर श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी कमलाकांत पाण्डेय, उपायुक्त मनरेगा रविन्द्रवीर यादव, जिला पूर्ति अधिकारी, ग्राम प्रधान मसौराकलां व ग्रामीण उपस्थित रहे।

9 मार्च को लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत, अधिक से अधिक वादों के निस्तरारण को लेकर बनी रणनीति

ललितपुर- राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त दिशा-निर्देशों एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्द्रोदय कुमार के निर्देशानुसार जिले में 09 मार्च को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों के निस्तारण हेतु नोडल अधिकारी गुलाब सिंह की अध्यक्षता में न्यायिक अधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में सचिव कुलदीप सिंह, सिविल जज (सी.डि.) नरेश कुमार दिवाकर, सिविल जज (सी.डि.-एफ.टी.सी.) सुरेखा, न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय तालबेहट रंजीत, सिविल जज (जू.डि.-एफ.टी.सी.) नवीन कुमार, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट बहादुर सिंह उपस्थित रहे। बैठक में विगत राष्ट्रीय लोक अदालत में निर्णीत वादों पर चर्चा की गयी एवं 09 मार्च 2024 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों के संबंध में विस्तार पूर्वक विचार-विमर्श किया गया। उपस्थित अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि गयी कि वह अपने-अपने स्तर से अधिक से अधिक वादों के निस्तारण हेतु प्रयास करें, जिससे राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाया जा सकें।

23 अप्रैल को मनाया जायेगा श्रीहनुमान जन्मोत्सव

ललितपुर- श्रीरामलीला हनुमान जयंती महोत्सव समिति की एक बैठक समिति अध्यक्ष पं.बृजेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें आगामी हनुमान जयंती महोत्सव जो कि 23 अप्रैल दिन मंगलवार को है के संबंध में सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों की एक बैठक हुई। बैठक में आने वाले दिनों में हनुमान जन्मोत्सव पर विचार विमर्श किया गया।

हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मानने का निर्णय लिया गया एवं प्रारंभिक रूप रेखा तैयार की गई। जिसको नगर के धार्मिक जनों से विमर्श के पश्चात अंतिम रूप दिया जाएगा, जिसमें 22 अप्रैल की रात्रि 8 बजे से सुंदरकांड का पाठ एवं रात्रि 12 बजे जन्मोत्सव का कार्यक्रम एवं प्रसाद वितरण होगा। 23 अप्रैल दिन मंगलवार को सुबह हवन-यज्ञ एवं शाम को 4.30 बजे भव्य शोभा यात्रा श्री तुवन मंदिर की प्रांगण से आरंभ होगी। 24 एवं 25 अप्रैल को अखंड रामायण का पाठ तुवन मंदिर प्रांगण में आयोजित किया जाएगा एवं 26 और 27 तारीख को विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक एवं भजन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 28 अप्रैल को श्री सत्यनारायण कथा करवाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।

जल्द ही एक आम सभा की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें समस्त नगर वासी सादर आमंत्रित होंगे एवं ललितपुर के अखाड़ों को भी आमंत्रित किया जाएगा। जनपद वासियों द्वारा जो भी अच्छे विचार आएंगे उन पर भी समिति द्वारा विचार किया जाएगा। बैठक में पं.बृजेश चतुर्वेदी, रमेश रावत, श्यामांकांत चौबे, हरविंदर सिंह सलूजा, अमित तिवारी, जगदीश पाठक, राजेश दुबे, राकेश तामिया, शिव शर्मा, चंद्रशेखर राठौर, हरिमोहन चौरसिया, धर्मेंद्र चौबे, अवधेश कौशिक, भरत रिछारिया, मुन्ना त्यागी आदि उपस्थित रहे। संचालन महामंत्री डा.प्रबल सक्सेना ने किया।

सहरिया आदिवासियों को नहीं मिल पा रहा शासन की योजनाओं का लाभ

ललितपुर। तहसील पाली के ग्राम गौना में रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों ने शुक्रवार को प्रदर्शन करते हुये जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए उन्होंने शासन की योजनाओं का लाभ दिलाये जाने की मांग उठायी।

ज्ञापन में बताया कि वह मजदूर वर्ग में आते हैं और कृषि भूमि भी नहीं है। ऐसे में उनके गांव के आसपास वन विभाग की जमीन और जंगल लगा हुआ है। जंगल से वह तेंदू पत्ता, गोंद, अचार, महुआ एवं अदना पैदावार वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत करते हैं। इसके लिए भारत सरकार ने उन्हें पट्टे आवंटित किये थे। बताया कि इसके अलावा उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

योजनाओं में वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, प्रधानमंत्री आवास, अन्तोदय कार्ड, कन्या सुमुगला योजना, आयुष्मान कार्ड, बारिसान आदि योजनाओं का लाभ दिलाये जाने की मांग उठायी है। बताया कि इस सम्बन्ध में कई बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी कार्यवाही नहीं हुयी, जिससे वह शासन की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित हैं।

ज्ञापन देते समय आप जिलाध्यक्ष हरदयाल सिंह लोधी एड., मंझली बहू, बड़ी बहू, गिरनीबाई, नन्हीं बहू, रामदुलारी, राजकुमारी, मालथौन बारी, जयराम, सखी, इमरत, हल्की, सुनीता, शीलादेवी, नत्थी, पार्वती, धनदेवी, सुबहरानी, मीना, मुन्नीबाई, सेवपुरा बाई, राजो, फूलरानी, सुखवती, केशरानी, रमेशराबाई, विमला, कल्लो, सदारानी, सुनावारी, चन्द्रारानी, दौलतपुरवारी, गोविन्द के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।

अधिवक्ताओं ने केक काट और संगोष्ठी आयोजित कर मनाया ललितपुर का जन्मदिन

ललितपुर। जिला बार एसोसिएशन के सभागार में जनपद ललितपुर की 50 वीं गोल्डन जुबली केक काटकर धूम धाम से मनाई गई। जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री महेंद्र जैन ने बताया कि ललितपुर को जिला बनाने की मांग उठ रही थी इसी बीच तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ने एक मार्च 1974 को सभा के दौरान ललितपुर को जनपद घोषित किया था।

आज 50वीं वर्षगांठ पर हम संकल्प ले कि क्षेत्र को हर क्षेत्र में बुलंदी पर ले जाएंगे।अंकित जैन एड. ने कहा कि महाराजा सुम्मेर सिंह की धर्म पत्नी ललिता देवी के नाम पर जनपद का नाम ललितपुर पड़ा। ऐसा मानते हैं कि महाराज सुम्मेर सिंह को तालाब में स्नान करने पर चर्मरोग से मुक्ति मिली और फिर उन्हीं के नाम पर तालाब का नाम सुम्मेरा तालाब पड़ा। ललितपुर को 1974 में जिले का दर्जा प्राप्त हुआ। हम सब को मिलकर इसके उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए।

अधिवक्ता शेर सिंह यादव ने बताया कि पहले ललितपुर चंदेरी का एक भाग था, जिसे 17 वीं सदी में एक बुंदेला राजपूत ने खोजा था। 18 वीं सदी में बुंदेलखंड के साथ चंदेरी राज्य मराठा योद्धा के नेतृत्व में आ गया, लेकिन जल्द ही 1811 में इस पर ग्वालियर के राजा दौलत राव सिंधिया ने कब्जा कर लिया। 1844 में, चंदेरी के राज्य को अंग्रेजों को सौंप दिया गया जो ब्रिटिश भारत का चंदेरी जिला बन गया, जिसका जिला मुख्यालय ललितपुर था।

इस दौरान गौरव चौबे, राजेश पाठक, रामनरेश दुबे, अभिषेक जैन, पुष्पेंद्र सिंह चौहान, रविंद्र घोष, नकुल ठाकुर, आकाश झा, छोटेलाल कुशवाहा, नंदकिशोर कुशवाहा, दिनेश कुशवाहा, शशिकांत राजपूत, अभिषेक उपाध्याय, कृष्ण कुमार शर्मा, हेमंत चौबे, राघव शर्मा, अक्षय गौतम, चक्रेश कुशवाहा, विशाल चौहान आदि उपस्थित रहे।

पचास वर्ष का हुआ जनपद ललितपुर,प्रेस क्लब में हुई वृहद संगोष्ठी

ललितपुर। ललितपुर जिले को बने हुये 50 वर्ष पूरे होने पर प्रेस क्लब (रजि.) के तत्वाधान में एक वृहद संगोष्ठी का आयोजन सुपर मार्केट स्थित अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकार भवन में किया गया। आयोजित संगोष्ठी में पत्रकारों ने अपने विचारों को रखते हुये जिले में बीते पचास वर्षों में हुयीं उपलब्धियों को गिनाते हुये आगे और भी विकास कार्यों की आवश्यकता पर बल दिया।

इस दौरान संरक्षक मण्डल सदस्य सुरेन्द्र नारायण शर्मा, मंजीत सिंह सलूजा, संतोष शर्मा के अलावा प्रेस क्लब पदाधिकारी मंचासीन रहे।

संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू ने कहा कि ललितपुर को एक मार्च 1974 को जनपद झांसी से अलग होकर ललितपुर नया जिला बना था।

कृषि प्रधान जनपद में रोजगार से लेकर कारोबार और पेयजल तक की किल्लत करीब चार दशक तक बनी रही। लेकिन एक दशक से इसमें शुरू हुए बदलाव से आज जनपद की पहचान प्रदेश स्तर पर हो रही है। इसमें प्राकृतिक पर्यटन की अहम भूमिका मानी जा रही है।

प्रदेश व केंद्र सरकार इन 10 वर्षो के दौरान कई सौगातें दी जिसमें हवाई अड्डा, बल्क ड्रग फार्मा पार्क, नर्सिंग कॉलेज सहित हर घर जल नल योजना से पेयजल उपलब्ध कराने सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा महामंत्री अमित सोनी ने कहा कि ललितपुर जिले में पर्यटन की भी अपार संभावनायें हैं, जिनके लिए स्थानीय प्रशासन की मदद से शासन कार्य कर रहा है।

कोषाध्यक्ष अमर प्रताप सिंह पाली ने कहा कि जिले में सर्वाधिक बांध हैं, इससे ललितपुर खुद को अन्य जनपदों के मुकाबले सबसे अलग पहचान दिलाता है। मौके पर पूर्व महामंत्री मो. नसीम ने कहा कि जिले की दो विधानसभा 226 ललितपुर व 227 महरौनी हैं, जिनका कुल क्षेत्रफल 5039 वर्ग किलोमीटर है, इसमें 756 ग्राम हैं, जिसमें एक नगर पालिका परिषद व तीन नगर पंचायतें तालबेहट, पाली व महरौनी हैं और पांच तहसीलें हैं। कहा कि जनपद में सोना, प्लेटनियम, तांबा, रॉक फास्फेट, ग्रेनाइट, क्वार्डज, डायस्पोर, आयरन, यूरोनियम आदि प्रमुख खनिजतत्व हैं।

उन्होंने कहा कि भविष्य में ललितपुर एक विकसित जिला कहलायेगा, यह सभी उम्मीद करते हैं। इस दौरान पवन संज्ञा, सुनील शर्मा, पूर्व महामंत्री अंतिम जैन पारौल, जसपाल सिंह बंटी, बृजेश पंथ, जयेश बादल, अभय श्रीमाली, संजीव नामदेव, राहुल जैन नवभारत, लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, दिनेश संज्ञा, विनोद सुड़ेले, अनूप सेन, अशोक तिवारी, विकास त्रिपाठी, अमित लखेरा, सौरभ गोस्वामी, शिब्बू राठौर, सुनील सैनी, सुनील जैन, शैलेन्द्र सिन्हा, राहुल साहू खिरिया, कपिल नायक, अश्विनी पुरोहित, विकास सोनी, बृजेश तिवारी, आलोक खरे, रमेश रायकवार, बलराम पचौरी, अजय तोमर, अजय जैन जखौरा, यशपाल सिंह, मनोज जैन, हरीशंकर अहिरवार, अनन्त सराफ, निशु दुबे, शैलेष जैन पिन्टू, दिव्यांक शर्मा, आकाश ताम्रकार, पुष्पा झां, विनोद सेन, पंकज रैकवार, राहुल चौबे, सुमित रैकवार, अजीत ठाकुर, पुरुषोत्तम कुशवाहा के अलावा अनेकों पत्रकार साथी मौजूद रहे।

संगोष्ठी का सफल संचालन महामंत्री अमित सोनी ने व आभार अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू ने व्यक्त किया।

निधन पर प्रेस क्लब ने जताया शोक

सुपर मार्केट स्थित अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकार भवन में प्रेस क्लब (रजि.) के तत्वाधान में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू ने की।

सभा में टी.वी.100 न्यूज चैनल के मालिक कुलीन गुप्ता एवं भारत समाचार के कैमरा मैन आशीष पाण्डेय के चचेरे भाई और कुन्दन पाल के भाई के आकस्मिक निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा में संरक्षक मण्डल सदस्यों के अलावा प्रेस क्लब पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। संचालन महामंत्री अमित सोनी ने किया।

इकतीश आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां व सहायिकाओं को मिले नियुक्ति पत्र

ललितपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोक भवन लखनऊ से आंगनबाड़ी सहायिका से आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं वित्तीय वर्ष 2023-24 के द्वितीय चरण के अन्तर्गत प्रदेश के 31 जनपदों में नये आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों के शिलान्यास कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण का जनपद स्तरीय अवलोकन का सजीव प्रसारण विकास भवन सभागार में आयोजित किया गया।

जनपद में आंगनबाड़ी सहायिका से आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर चयनित कुल 24 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र का वितरण जनपद के जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। चयनित हुयीं लाभार्थियों में बाल विकास परियोजना शहर से इन्द्रादेवी आ.बा.के. सुभाषपुरा-1, रेखा जैन आ.बा.के.-महावीरपुरा, रजिया बेगम आ.बा.के. नदीपुरा, शबाना आ.बा.के. कटराबाजार-3। बाल विकास परियोजना मड़ावरा रामदेवी आ.बा.के. रखवारा-2, शबाना आ.बा.के.मकरीपुर।

बाल विकास परियोजना बिरधा कुंवरबाई, आ.बा.के.टेनगा-1, लीला आ.बा.के. सिमरधा, राजवती आ.बा.के. ठगारी, रामा आ.बा.के. बिरधा-4, प्रतिभा आ.बा.के. धौर्रा-2, अंजना कुमारी आ.बा.के. धौर्रा-3, उषा आ.बा.के. पिपरई, गीता आ.बा.के.मैलवारकलां।

बाल विकास परियोजना तालबेहट रिहाना आ.बा.के. सेरवांस कलां, पूजन देवी आ.बा.के. गेवरा-1, उमा आ.बा.के. बुदावनी, संगीता पाण्डेय आ.बा.के. वार्ड नम्बर-08। बाल विकास परियोजना बार जयंती विश्वकर्मा आ.बा.के. इमलिया, गुडडी आ.बा.के. चंदावली-1, बाल विकास परियोजना जखौरा रानी आ.बा.के. जखौरा-6, उमा आ.बा.के. लागौन-2, बाल विकास परियोजना महरौनी मीना आ.बा.के.सैदपुर मुडिया, सुशील कुंवर आ.बा.के.दिगवार चौकी के नाम शामिल रहे।

उपरोक्त आयोजित सजीव प्रसारण एवं नियुक्ति पत्र वितरण जिला पंचायत अध्यक्ष कैलाश नारायण, एमएलसी रमा निरंजन, प्रतिनिधि सुरेश कुमार एवं पीडी डीआरडीए ए.के.सिंह, प्रोबेशन अधिकारी, डीपीओ नीरज सिंह, सीडीपीओ मड़ावरा खुशबू यादव, समस्त प्रभारी सीडीपीओ, समस्त मुख्य सेविकायें, अन्य अधिकारी तथा आंगनबाड़ी सहायिका से आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर चयनित सहायिकायें एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

परवेज पठान बने लोहिया वाहिनी जिलाध्यक्ष

ललितपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की संस्तुति पर आकिब मंसूरी के स्थान पर अब परवेज पठान को समाजवादी लोहिया वाहिनी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

प्रदेश अध्यक्ष रामकरन निर्मल द्वारा जिलाध्यक्ष नामित किये जाने पर परवेज पठान ने कहा कि उन्हें संगठन से सौंपी गयी इस महत्वपूर्ण जिम्मेवारी को पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी से निर्वह्न करेंगे। परवेज पठान के लोहिया वाहिनी जिलाध्यक्ष बनाये जाने पर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है।