मां बनी दुल्हन , दिया बेटे को जन्म शादी के 48 घंटे बाद,दूल्हा पक्ष ने लिया बड़ा फैसला

संजीव सिंह,उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में मंगलवार को दुल्हन विदाई के बाद ससुराल पहुंची। घर पर खुशी का माहौल था। बधाई गीत गाए जा रहे थे। लोग प्रसन्न थे। गांव के लोग भी नवदंपती को बधाई देने के लिए घर आ रहे थे। उसी दिन उनकी सुहागरात थी। इससे पहले शाम को ही दुल्हन के पेट में तेज दर्द होने लगा। घरवाले उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां जो घटना घटी उसे देखकर घरवालों के होश उड़ गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।

मामला किशनी थाना के कुसमरा चौकी क्षेत्र के एक गांव का है। यहां मंगलवार को एक घर में नई नवेली बहू विदा होकर आई थी। घर में खुशियों का माहौल था। शाम को बहू के पेट में अचानक तेज दर्द होने लगा। घरवाले उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां पता चला कि यह असहनीय दर्द प्रसव पीड़ा का है। इसके बाद परिजन उसे लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचे। यहां बहू ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।

बच्चे के जन्म के बाद पति और ससुरालीजन ने हंगामा शुरू कर दिया। दूल्हे ने कहा कि यह बच्चा उसका नहीं है। घरवालों ने बहू को साथ रखने से मना कर दिया। इसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। हंगामा देख और भी तमाशबीन लोग जुट गए। सुबह तक खबर लोगों में फैल गई।

दूल्हे के बड़े भाई की साली है दुल्हन

जानकारी होने पर बुधवार को महिला समाजसेवी आराधना गुप्ता अस्पताल पहुंची। उन्होंने दूल्हे और परिजन को समझाकर मामला शांत किया। साथ ही बहू को साथ रखने के लिए तैयार किया। बातचीत में पता चला कि बहू कोई अंजान लड़की नहीं बल्कि परिवार की बड़ी बहू की छोटी बहन है। यानी दूल्हे के बड़े भाई की साली है।

दोनों के बीच थे प्रेम संबंध

बात करने पर दूल्हे ने बताया कि शादी से पहले ही दोनों के बीच प्रेम संबंध थे। बच्चा उसी का है। यह बात उसे पहले से पता थी। इसीलिए आनन फानन शादी भी कर ली थी। लेकिन यह अनुमान नहीं था कि सुहागरात के दिन ही प्रसव हो जाएगा। पूरी बात सामने आने के बाद घरवाले बच्चे और प्रसूता को हंसी खुशी अपने साथ घर ले गए।

बिना दुल्हन के लौटी बारात,गुरहत्थी में गहना न देखकर भड़की दुल्हन

संजीव सिंह,बलिया।दूल्हे राजा बारात सजाकर पहुंचे थे। चहुंओर खुशी का माहौल था। खूब आतिशबाजी हुई। दुल्हन पक्ष ने चढ़-बढ़कर आगवानी की। द्वारचार के बाद जयमाल हुआ। इस दौरान वर और कन्या पक्ष काफी उत्साहित था। रिवॉल्विंग स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। स्पार्कल गन से आतिशबाजी की, लेकिन गुरहत्थी के दौरान गहना न देख दुल्हन भड़क गई। फिर बात बिगड़ी तो बनी नहीं। दुल्हन ने साफ शब्दों में कह दिया कि, मैं शादी नहीं करूंगी। घंटों पंचायत के बाद मामला थाने तक पहुंचा, मगर दुल्हन अपनी बात से डिगी नहीं। इसके बाद आपसी सहमति और लेनदेन के बाद बारात बिना दुल्हन ही लौट गई।

पूरा मामला बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है। दुल्हन बीएससी फर्स्ट ईयर की छात्रा है। एक साल पहले उसकी शादी तय हुई थी। दूल्हा स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर नौकरी करता है। शादी को लेकर दोनों परिवार खुश थे। दोनों ने मिलकर शादी के मैन्यू, शादी के कपड़े फाइनल किए थे। दोनों ने हर एक रस्म की प्लानिंग की थी। रविवार की शाम दूल्हे राजा बारात लेकर पहुंचे। इधर, कन्या पक्ष के घर महिलाएं मांगलिक गीत गा रही थी। द्वारचार के बाद जयमाल की रस्म शुरू हुई।

देर रात गुरहत्थी के लिये वर पक्ष आंगन में आभूषणों के बिना रस्म पूरी करने का प्रयास किया तो कन्या पक्ष के लोग भड़क गये। गुरहत्थी में वर पक्ष द्वारा आभूषणों को न लाने के लिये बहाना बनाया जाने लगा। इसके बाद कन्या पक्ष ने सीधे तौर पर विवाह से इंकार कर दिया। दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी के बाद मामला कोतवाली पंहुचा। लेकिन रात होने के कारण इसमें कुछ नहीं हो सका। इसके बाद सोमवार को एक बार फिर थाने में बाराती व घराती पक्ष के बीच घंटो पंचायत होती रही। कन्या के पिता ने वर पक्ष की किसी भी सफाई को सुनने से इंकार कर दिया। अंततः स्थानीय लोगों की उपस्थिति में दोनों पक्षों ने अपने आपसी खर्चे आदि लेनदेन की वापसी की रूपरेखा तय की, फिर बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गयी। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक स्वतंत्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में लेनदेन को लेकर काफी असहमति हो गयी थी। जिसका दोनों पक्षों द्वारा आपस में बात-विचार कर निपटारा किया गया है।

बलिया का लाल बना प्रदेश उपाध्यक्ष, चहुंओर खुशी की लहर

संजीव सिंह,बलिया।आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।संगठन विस्तार के क्रम में बलिया में युवाओं में सर्वाधिक लोकप्रिय,जुझारू और पार्टी की नीतियों के लिए हमेशा संघर्षशील रहने वाले ललित सिंह बिट्टू को समाजवादी छात्र सभा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।ललित बिट्टू जनपद के युवाओं में काफी लोकप्रिय और अपने क्षेत्र और विशेष रूप से राजपूत समाज में काफी पकड़ वाले नेता माने जाते है।

पार्टी को निश्चित रूप से श्री सिंह के इस पद पर नियुक्त करने से क्षत्रिय समाज के साथ रसड़ा विधान सभा की पूरी जनता जनार्दन का भी साथ और सहयोग प्राप्त होगा।

पार्टी के इस निर्णय से जनपद के सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है और ललित बिट्टू सहित सभी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्णय में आस्था व्यक्त करते हुए आगामी लोक सभा के चुनाव में पीडीए को जिताने के लिए पूरे जोश के साथ मेहनत और कार्य करने का संकल्प लिया।