सिलगन में बालू का अवैध खनन कर खेत किये जा रहे खदान में तब्दील

ललितपुर। जनपद में अवैध खनन किस स्तर पर किया जा रहा है, इसकी वानिगी ग्राम सिलगन में देखने को मिल रही है। यहां रहने वाले आधा दर्जन से अधिक किसानों ने लामबंद होकर माफियाओं द्वारा अवैध खनन कर हरे-भरे खेतों को खदानों के स्वरूप में बदले जाने का आरोप लगाया है। हैरत की बात तो यह है कि किसानों का आरोप है कि उनके खेतों से दबंग माफियाओं द्वारा बेखौफ होकर किये जा रहे अवैध खनन की शिकायत पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारियों को देने के बावजूद भी कार्यवाही के नाम पर उदासीनता बरती जा रही है।

किसानों ने शासन को जीरो टोलरेंस की नीति को प्रभावी बनाया जाकर माफियाओं पर सख्त कार्यवाही किये जाने की गुहार मुख्यमंत्री से लगायी है।

ज्ञापन में सिलगन निवासी किसानों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अल्प भूमिहीन किसान हैं, जिनके पास महज एक-एक एकड़ ही जमीनें उपलब्ध हैं। इन खेतों में वह जीवकोपार्जन के लिए खेती करके अपना व परिवार का भरण पोषण करते हैं।

किसानों ने बताया कि उनका गांव मुख्यालय से महज 5 किमी दूरी पर स्थित है। बताया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जा रहीं विकास परख योजनाओं को लेकर निर्मित होने वाले भवनों के लिए खड़न्जा, गिट्टी, मौरंग, मिट्टी व बालू की आवश्यकता होती है। इन आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए ठेकेदारों द्वारा शासन से मनमाने तरीके से टेण्डर अपने पक्ष में ले लिये जाते हैं।

यहां किसानों का आरोप है कि टेण्डर लेने वाले ठेकेदार उनके खेतों से बिना किसी अनुमति, रॉयल्टी या फिर लीज के ही दबंगई के बल पर बड़ी-बड़ी मशीनों में एलएनटी, जेसीबी इत्यादि लगाकर मिट्टी व बालू निकालकर खेतों को खदानों में तब्दील कर रहे हैं।

यह भी आरोप है कि रात-दिन डम्फरों से मिट्टी का परिवहन किया जा रहा है, जिसे न तो सम्बन्धित विभाग के अफसरों द्वारा रोका जा रहा है और न ही कोई अधिकारी कार्यवाही कर रहा है। बताया कि उनके खेत बालू निकालकर खदानों में तब्दील किये जाने के चलते उनकी फसलों को भी उजाड़ दिया गया है, जिससे किसान काफी परेशान और प्रताड़ित हैं।

किसानों का आरोप है कि मामले की शिकायत उनके द्वारा 9 फरवरी को कोतवाली पुलिस से की गयी, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुयी। तदोपरान्त 13 फरवरी को उप जिलाधिकारी सदर व 14 फरवरी को जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री के नाम शिकायती पत्र भेजा गया। मामले में खनिज विभाग के अधिकारी द्वारा ग्राम सिलगन में जाकर मौके पर स्थिति को देखा गया और कोई कार्यवाही नहीं की गयी। यह भी आरोप है कि 19 फरवरी को जब किसान मुख्यालय से अपने गांव वापस लौट रहे थे तब ठेकेदार द्वारा उनकी मोटर साइकिल को बड़े वाहन से कुचलने का प्रयास किया गया, जिसमें वह बाल-बाल बचे। बताया कि 20 फरवरी को उनके द्वारा तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया गया।

लेकिन सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया गया और न ही कार्यवाही की गयी। किसानों ने बताया कि उनके खेतों को खदानों में तब्दील करने से प्रशासन व पुलिस द्वारा यदि नहीं रोका जाता है तो वह विवश होकर विधानसभा लखनऊ के समक्ष आमरण अनशन करने को विवश होंगे।

ज्ञापन देते समय कलुआ, करन, महरबान, वीर सिंह, समरथ, पुखन सिंह, सुगर सिंह, महीप सिंह आदि किसान मौजूद रहे।

ड्रिंक एण्ड ड्राईव और हेलमेट को लेकर चला चौकिंग अभियान

ललितपुर। शहर में यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस काफी संजीदा है। हाल ही में संपन्न हुयी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर यातायात व्यवस्थाओं को आमजन द्वारा काफी सराहा गया, तो वहीं दूसरी ओर यातायात पुलिस लगातार लोगों को नियमों के प्रति जागरूक कर रही है।

इसी क्रम में मंगलवार को यातायात पुलिस ने शहर में सघन चौकिंग अभियान चलाया। इस अभियान में ड्रिंक एण्ड ड्राईव और हेलमेट को लेकर लोगों को जागरूक किया गया।

पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के आदेश व अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार और क्षेत्राधिकारी यातायात के पर्यवेक्षण में यातायात पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाते हुये वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

इसी क्रम में यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी द्वारा शहर में सघन चौकिंग अभियान चलाया गया। अभियान के तहत शहर में बनाये गये यातायात प्वाइंटों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा टीएसआई आलोक कुमार तिवारी के नेतृत्व में वाहनों की जांच की गयी। वहीं दूसरी ओर यातायात पुलिस ने संदेहप्रद वाहन चालकों को रोकते हुये ब्रिथ एनालाइजर से नशे के सेवन की जांच की तो वहीं वाहन चालकों को हेलमेट लगाकर वाहन चलाने पर जोर दिया गया।

मौके पर चार पहिया वाहन चालकों को भी रोकते हुये सीट बेल्ट लगाकर ही वाहन चलाने का आह्वान किया गया। टीएसआई आलोक कुमार तिवारी ने कहा कि वाहन को सुरक्षित होकर चलाते हुये यातायात नियमों का भी सख्ती से पालन करें, ताकि जीवन सुरक्षित रह सके।

जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाये अधिकारी: डीएम

ललितपुर। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की अध्यक्षता में तहसील तालबेहट में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने फरियादियों की शिकायतों को सुनते हुए सम्बंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान का उद्देश्य प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति को त्वरित न्याय दिलाना है, सभी अधिकारी प्राथमिकता पर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी व्यक्तिगत रुचि लेकर शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करायें, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।

तहसील तालबेहट में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 76 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें राजस्व विभाग के 23, पुलिस के 11, विकास विभाग के 05, विद्युत के 03, नगर पंचायत के 02, पूर्ति के 09 तथा अन्य विभागों के 23 प्रार्थना पत्र शामिल हैं, जिनमें से 12 का मौके पर निस्तारण कराया गया।

तहसील ललितपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 26 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, राजस्व के 11, पुलिस के 06, विद्युत 02 तथा अन्य विभागों के 07 प्रार्थना पत्र शामिल है, जिनमें से 03 का मौके पर निस्तारण कराया गया। तहसील महरौनी में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 80 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें राजस्व के 21, पुलिस विभाग के 05, विकास के 06, पूर्ति के 30, विद्युत के 04, चकबंदी का 01, नगर पंचायत का 01 तथा अन्य 12 प्रार्थना पत्र शामिल है, जिनमें से 10 का मौके पर निस्तारण कराया गया।

तहसील मड़ावरा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 31 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें राजस्व विभाग का 01, पुलिस विभाग के 09, पूर्ति के 12, विकास के 05, नमामि गंगे के 03 तथा अन्य विभाग का 01 प्रार्थना पत्र शामिल है, जिनमें से 02 का मौके पर निस्तारण कराया गया।

तहसील पाली में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 13 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें राजस्व के 07, पुलिस का 01, पूर्ति का 01, विकास का 01, विद्युत विभाग के 02 तथा शिक्ष विभाग का 01 प्रार्थना पत्र शामिल है, जिनमें से 03 का मौके पर निस्तारण कराया गया।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक, मुख्य विकास अधिकारी कमलाकांत पाण्डेय, डीएफओ गौतम सिंह के अलावा सम्बंधित तहसील के उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारीगण मौजूद रहे।

विद्यालयों में हुआ मातृ पितृ पूजन कार्यक्रम

ललितपुर। शहर के विभिन्न स्कूलों में योग एवं उच्च संस्कार, सनातन संस्कृति के महत्व से विद्यार्थियों को अवगत करवाया गया और आजकल जो कुप्रथा चल पड़ी, वे बड़े होकर बच्चे अपने माता पिता को वृद्धा आश्रम में छोड़ देते हैं।

भारत देश में ये पर चलन न फैले, इस निमित्त शहर के विद्यालयों में में मातृ पितृ पूजन कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें महर्षि विद्या मंदिर जू. हाईस्कूल, शारदा विद्या मंदिर, के.बी.विद्या मंदिर, नवप्रभात, एस.बी.कान्वेन्ट स्कूल, बालाजी स्कूल, अटल विद्या मंदिर, जीडीएम इंटर कालेज, ब्लू बेल स्कूल, प्रशांत एजुकेशन एकेडमी, माई ड्रीम स्कूल, एच.डी.ज्ञान स्थली, मॉर्डन एकेडमी आदि विद्यालयों में आयोजित हुए।

कार्यक्रम के व्यवस्थापक डा.आर.सी.साहू व संरक्षक शिखरचंद जैन रहे। संचालक अमित ने किया।

आचार्य श्रेष्ठ श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के पावन चरणो में भाव पूर्ण विनयांजली

ललितपुर। परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज न केवल श्रमण संस्कृति के दैदीप्यमान नक्षत्र थे बल्कि पूरी भारतीय संस्कृति को उन्होंने अपनी साधना के बल गौरवान्वित किया। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के देवलोक गमन पर बालाजी विद्या मंदिर इंग्लिश मीडियम स्कूल जखौरा में विनयांजली सभा का आयोजन प्रबंधक अरुण ताम्रकार द्वारा किया गया।

सभी बच्चों को उनकी जीवन गाथा के बारे में बताया गया। आचार्य श्री के प्रति सभी धर्मों के लोग आस्था रखते हैं उन्होंने मानव जीवन को सार्थक बनाने हेतु चिकित्सा, शिक्षा आदि सेवाओं पर जोर दिया आपके चरणो में बंदन है.... गुरुवर। दूसरों के हित के लिए अपने सुख का त्याग करना ही सच्ची सेवा है।

परम पूजनीय आचार्य श्री के पवित्र जीवन को शत-शत नमन बालाजी विद्या मंदिर की ओर से विनम्र श्रद्धांजली। इस मौके पर राजेश्वर जैन, तेजवीर सिंह राजा, साबिर, जानकी कुशवाहा, शेरसिंह सहित सभी कर्मचारी एवं शिक्षक बंधु मौजूद रहे।

जिलाध्यक्ष का हुआ जोरदार स्वागत

ललितपुर। राष्ट्रीय हिंदू स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा देवेंद्र पाठक उर्फ बॉबी को जिलाध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर स्टेशन पर उनके समर्थन द्वारा भव्य स्वागत किया गया। स्टेशन से एक लंबे काफिले के साथ देवेंद्र पाठक तालाबपुरा स्थित श्रीनृसिंह मंदिर पहुंचे, जहां पर उन्होंने भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।

स्टेशन से पहले वर्णी चौराहा, घंटाघर एवं शनिचरा चौराहे होते हुए नृसिंह मंदिर पहुंचे, जहां पर वह भी उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस स्वागत में शैलेंद्र सिन्हा, पुरुषोत्तम कुशवाहा, सुजान सिंह, महेंद्र सिंह, सत्येंद्र यादव, हेमंत कुमार, मर्दन सिंह, अर्पित पाठक, आयुष पाठक, युवराज सिंह, रामदास नरवरिया, प्रिंस कुमार, संदीप, पवन प्रताप सिंह, प्रताप सिंह एड., यश रावत, प्रदीप पंडा, भरत, भोले तिवारी, श्रीकांत चौधरी, दीपक कुशवाहा, वेद लिटौरिया, राकेश सोनी इत्यादि मौजूद रहे।

राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में सहयोग करें बैंक अधिकारी

ललितपुर। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्द्रोदय कुमार के तत्वाधान में सचिव कुलदीप सिंह अपर जिला जज की अध्यक्षता में आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 09 मार्च 2024 के आयोजन के संबंध में जनपद के समस्त बैंको के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में एलडीएम रंजीत कुमार, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया मनीष त्रिपाठी, यूको बैंक अभिनय अग्रवाल, केनरा बैंक राजकुमार, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया वैभव रावत, पंजाब नेशनल बैंक शिशिर कुमार, प्रथमा सर्व यू.पी. ग्रामीण बैंक आशीष गोयल, बैंक ऑफ इण्डिया प्रेम सागर, इण्डियन बैंक आनन्द त्रिपाठी उपस्थित रहे।

बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा समस्त बैंको के प्रबन्धकों से यह अपेक्षा की गयी कि वह आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों को नियत करें, जिससे आम जन राष्ट्रीय लोक अदालत का लाभ प्राप्त कर सकें।

पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का लगाया आरोप

ललितपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुये कुछ छात्रों ने लामबंद होकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन के जरिए भेजा है। ज्ञापन में छात्रों ने 17 व 18 फरवरी की प्रथम और द्वितीय पाली का पेपर लीक होने का गंभीर आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन के जरिए अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 60244 पद पर पेपर 17 व 18 फरवरी को प्रथम व द्वितीय पाली में संपन्न हुयी है। बड़ा आरोप लगाते हुये बताया कि किसी कारण हेतु पेपर परीक्षा संपन्न होने से 2 घण्टे पहले ही लीक हो चुका था।

ज्ञापन के जरिए बेरोजगार विद्यार्थियों ने पेपर लीक हो की पूर्ण जांच कराये जाने और उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा दोबारा संपन्न कराये जाने की मांग उठायी है।

ज्ञापन देते समय अनिल कुमार, राजकुमार, नन्दकिशोर, विवेक साहू, राजीव यादव, पुष्पेन्द्र, अमित, बलराम साहू, फरान, कोमेश, सिद्धार्थ, राजेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र सिंह, अनिल झा के अलावा अनेकों छात्र मौजूद रहे।

दिगंवरत्व सरोवर के राजहंस श्रवण संस्कृति के उन्नायक आचार्यश्री विद्यासागरजी की सल्लेखना पूर्वक हुई समाधि

ललितपुर। युग दृष्टा ब्रह्माण्ड के देवता संत शिरोमणि आचार्य प्रवरश्री विद्यासागर जी महामुनिराज 17 फरवरी शनिवार तदनुसार माघ शुक्ल अष्टमी पर्वराज के अंतर्गत उत्तम सत्य धर्म के दिन रात्रि में 2.35 बजे हुए ब्रह्मलीन हो गये। हम सबके प्राण दाता राष्ट्रहित में परम पूज्य गुरुदेव ने विधिवत सल्लेखना बुद्धिपूर्वक धारण कर ली थी।

पूर्ण जागृतावस्था में उन्होंने आचार्य पद का त्याग करते हुए 3 दिन के उपवास गृहण करते हुए आहार एवं संघ का प्रत्याख्यान कर दिया था एवं प्रत्याख्यान व प्रायश्चित देना बंद कर दिया था। अखंड मौन धारण कर लिया था। 6 फरवरी मंगलवार को दोपहर शौच से लौटने के उपरांत साथ के मुनिराजों को अलग भेजकर निर्यापक श्रमण मुनिश्री योग सागरजी से चर्चा करते हुए संघ संबंधी कार्यों से निवृत्ति ले ली और उसी दिन आचार्य पद का त्याग कर दिया था।

उन्होंने आचार्य पद के योग्य प्रथम मुनि शिष्य निर्यापक श्रमण मुनिश्री समयसागरजी महाराज को योग्य समझा और तभी उन्हें आचार्य पद दिया जावे ऐसी घोषणा कर दी थी, जिसकी विधिवत जानकारी संघ के संघस्थ साधुओं द्वारा दी जायेगी। आचार्य श्रीजी का डोला चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ में दोपहर 1 बजे निकाला गया एवं चन्द्रगिरि तीर्थ पर ही पंचतत्व में विलीन किया गया।

सल्लेखना के अंतिम समय श्रावकश्रेष्ठी अशोकजी पाटनी, राजा भाई, प्रभात, अतुल शाह, विनोद बडजात्या, किशोर, अक्षय जैन, सनत जैन, संजीव सीए, पंकज मोदी, गौरव टोनू पत्रकार, रूपेश, प्रतीक जैन, मनी जैन, अनिल जैन, शीलचंद जैन, ज्ञानचंद जैन, छोटे पहलवान, जिनेंद्र जैन, जीवन जैन, स्वतंत्र जैन, सौरव सीए, अखिलेश जैन, रोमिल जैन, सागर जैन सहित देश के विभिन्न प्रान्तों की सर्व समाज उपस्थित रही।

बालक विद्याधर से आचार्य विद्यासागर तक का जीवन परिचय

जैन धर्म के तपस्वी, अहिंसा, करुणा, दया के प्रणेता और प्रखर कवि संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज का जन्मदिवस आश्विन शुक्ल पूर्णिमा शरद पूर्णिमा को हुआ था। ऐसे महापुरुष मानव जाति के प्रकाश पुंज थे, जो मनुष्य को धर्म की प्रेरणा देकर उनके जीवन के अंधेरे को दूर करके उन्हें मोक्ष का मार्ग दिखाने का महान कार्य करते थे। वास्तव में ये महान आत्माएं ही मानवता के जीवन-मूल्यों की प्रतीक रहे।

ऐसे गुरु के आशीष पर लोगों का प्रगाढ़ विश्वास था, पृथ्वी पर आज हर मानव शांति और सुख की चाहत में व्याकुल है और तनावरहित जीवन जीना चाहता है, लेकिन गुरु की शरण मे हजारों लोगों ने गृहस्थ जीवन का त्याग किया है। आचार्यश्री विद्यासागर का जन्म 10 अक्टूबर 1946 को बेलगांव जिले के गांव चिक्कोड़ी में शरद पूर्णिमा के दिन हुआ। उनका नाम विद्याधर रखा गया। उनका घर का नाम पीलू था।

माता आर्यिकाश्री समयमतिजी और पिता मुनिश्री मल्लिसागरजी दोनों ही बहुत धार्मिक थे। आचार्यश्री ने कक्षा नौवीं तक कन्नड़ भाषा में शिक्षा ग्रहण की और 9 वर्ष की उम्र में ही उनका मन धर्म की ओर आकर्षित हो गया और उन्होंने उसी समय आध्यात्मिक मार्ग पर चलने का संकल्प कर लिया। उन दिनों विद्यासागरजी आचार्यश्री शांतिसागरजी महाराज के प्रवचन सुनते रहते थे।

इसी प्रकार धर्म ज्ञान की प्राप्ति करके, धर्म के रास्ते पर अपने चरण बढ़ाते हुए मुनिश्री ने मात्र 22 वर्ष की उम्र में अजमेर (राजस्थान) में 30 जून 1968 को आचार्यश्री ज्ञानसागरजी महाराज के शिष्यत्व में मुनि दीक्षा ग्रहण की। दिगंबर आचार्य संत विद्यासागरजी ने और भी कई भाषाओं पर अपनी कमांड जमा रखी थी। उन्होंने कन्नड़ भाषा में शिक्षण ग्रहण करने के बाद भी अंग्रेजी, हिन्दी, संस्कृत, कन्नड़ और बंगला भाषाओं का ज्ञान अर्जित करके उन्हीं भाषाओं में लेखन कार्य किया।

महाराजजी की प्रेरणा और आशीर्वाद से आज कई गौशालाएं, स्वाध्याय शालाएं, औषधालय स्थापित किए गए हैं। कई जगहों पर निर्माण कार्य जारी है। आचार्यश्री पशु मांस निर्यात के विरोध में जनजागरण अभियान भी चला रहे थे , साथ ही सर्वोदय तीर्थ के नाम से अमरकंटक में एक विकलांग नि:शुल्क सहायता केंद्र चल रहा है।

विद्यासागरजी का मूकमाटी महाकाव्य सर्वाधिक चर्चित रही। महाराजश्री ने पशुधन बचाने, गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोषित करने, मांस निर्यात बंद करने को लेकर अनेक उल्लेखनीय कार्य किये, आचार्यश्री विद्यासागरजी मन से जल की तरह निर्मल तथा प्रसन्न और हमेशा मुस्कराते रहते थे वे अपनी तपस्या की अग्नि में कर्मों की निर्जरा के लिए तत्पर रहते थे। सन्मार्ग प्रदर्शक, धर्म प्रभावक आचार्यश्री में अपने शिष्यों का संवर्द्धन करने का अभूतपूर्व सामर्थ्य रहा, आपके चुम्बकीय व्यक्तित्व ने युवक-युवतियों में अध्यात्म की ज्योत जगा दी, आचार्यश्री विद्यासागरजी दिगंबर सरोवर के राजहंस थे।

आचार्यश्री द्वारा जीवदया के लिये दयोदय गौशाला और भाग्योदय जैसे संस्थानो की खड़ी की गई

हथकरघा, पूर्णायु-भाग्योदय, प्रतिभा स्थली, दयोदय जैसे विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में कई इकाइयों का गठन किया जिसमे जीव दया हेतू दयोदय के नाम से देश भर में सैकड़ों गौशालाओं का निर्माण कराया।

बालिकाओं को संस्कार एवं उच्च शिक्षा हेतू कई शहर जबलपुर, इंदौर, रामटेक, डोंगरगढ़, ललितपुर में ज्ञानस्थली विद्यापीठ प्रतिभा स्थली की स्थापना कराई। भारतीय संस्कृति को जीवंत करने हेतु कई नगरों, कस्बों में हथकरघा, चल चरखा की स्थापना प्रमुख रूप से कराई। आचार्य श्री के द्वारा अनेक तीर्थो का निर्माण एवं जीर्णोद्धार कराया गया जिसमें अमरकंटक, रामटेक, कुंडलपुर, नेमावर, बीना बारह, डोंगरगढ़, शीतलधाम, भोपाल के विशाल मंदिर सदैव आचार्य भगवन की यश गाथा गाते रहेंगे।

1999 में आचार्य श्री ने इंडिया नही भारत बोलो की पहल प्रारंभ

आचार्य श्री के दर्शनार्थ देश की कई राजनीतिक हस्तियों ने समय समय पर आकर आचार्य श्री के सम्मुख पहुंचकर उनके दर्शन के लाभ लिए साथ ही उनके द्वारा देशहित संबंधी कई विषयों पर सारगर्वित चर्चा भी की हाल में ही भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी डोंगरगढ़ पहुंच कर आचार्यश्री का आर्शीवाद लिया था। 1999 के तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने गोमटगिरी इंदौर पहुंचकर आचार्य श्री के दर्शन किये,तब सर्वप्रथम आचार्य श्री ने उनसे इंडिया नहीं भारत बोलो की चर्चा प्रारंभ की उनके साथ लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन साथ रही,मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती,मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव,स्व.सुषमा स्वराज,संघ प्रमुख मोहन भागवत, बाबा रामदेव,सदैव उनके पास पुहुचते रहे।

क्राइम ब्रांच व साइबर सेल का एसपी ने किया निरीक्षण

ललितपुर। पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने रिजर्व पुलिस लाइंस स्थित अपराध शाखा व साइबर थाना का आकस्मिक निरीक्षण कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

इसके उपरान्त पुलिस अधीक्षक ने सीसीटीएनएस कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण कर अपराध शाखा व साइबर थाना कार्यालय के सभी रजिस्टरों व पत्रावलियों का अवलोकन किया गया। उनमें अंकित की जाने वाली प्रवष्टियों को चेक किया गया। रजिस्टरों व पत्रावलियों को अद्यावधिक करने व कार्यालय में साफ सफाई रखने हेतु प्रभारी व कार्यालय में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

सभी रजिस्टरों व पत्रावलियों का रख रखाव उचित ठंग से करने तथा अद्यावधिक करने हेतु निर्देशित किया गया। एसपी ने इसके उपरांत रिजर्व पुलिस लाइन में चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया व गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य को पूर्ण करने हेतु प्रतिसार निरीक्षक ललितपुर को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

कार्यालय में तैनात सभी कर्मियों को साइबर थाना पर आने वाले आगन्तुकों से मित्रवत व्यवहार करने तथा उनकी समस्या को यथाशीघ्र निस्तारण कराने का प्रयास करें।