दस श्रेणी में है नाम तो मातृ शिशु पोषण के लिए है सरकारी सहायता का प्रावधान

गोरखपुर, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत सरकार गर्भधारण और पहला बच्चा होने पर दो किस्तों में पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद मातृ शिशु पोषण के लिए दे रही है । यह लाभ दूसरा बच्चा होने पर भी मिलता है बशर्ते वह बिटिया हो । इस स्थिति में जन्म के 270 दिन के भीतर पंजीकरण करवाने पर एकमुश्त छह हजार रुपये दिये जा रहे हैं ।

इस योजना का लाभ दिलवाने में बस्ती जनपद 75.77 फीसदी पंजीकरण करवा कर प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शामिल हो चुका है । योजना के प्रावधानों के मुताबिक यह सहायता उन्हीं लाभार्थियों को मिल रही है जो दस में से किसी एक श्रेणी में आते हैं । निजी अस्पतालों में भी प्रसव के लाभार्थी योजना का लाभ ले सकते हैं ।

बस्ती शहर के चइयाबारी मोहल्ले की शिवांगी (26) को इस योजना का लाभ बेटी होने के छह माह बाद भी मिला है । वह बताती हैं कि उनके पति प्राइवेट नौकरी करते हैं । करीब आठ साल पहले उनकी शादी हुई थी। दो वर्ष पहले जब गर्भधारण किया तो मायके चली गयीं और आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क में नहीं रह सकीं।

प्रसव जिला महिला अस्पताल में ही हुआ लेकिन योजना की जानकारी न होने से पहले बच्चे में इसका लाभ भी नहीं पा सकीं। संस्थागत प्रसव के लिए उस समय 1000 रुपये उनके खाते में दिये गये । शिवांगी ने बताया कि जब दूसरी बार उन्होंने गर्भधारण किया तो आशा कार्यकर्ता प्रियंका को सबसे पहले यह बात बताई।

आशा ने प्रसव पूर्व जांच करवाया और (टिटनेस डिफ्थीरिया) टीडी का टीका भी लगवाया । छह माह पहले बिटिया पैदा हुई । आशा प्रियंका ने ही उन्हें बताया कि अगर दूसरी शिशु बेटी है तो पीएमएमवीवाई योजना के तहत 6000 रुपये अच्छे खानपान और बिटिया के पोषण के लिए मिलेंगे ।

आशा ने टीकाकरण कार्ड और आधार कार्ड व बैंक डेटिल लेकर फार्म भरवाया और छह हजार रुपये उनके खाते में आ गये।

आशा कार्यकर्ता प्रियंका का कहना है कि पहले बच्चे की स्थिति में लास्ट मंथ ऑफ पीरियड (एलएमपी) के छह माह के भीतर कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच करवा लेने के बाद 3000 रुपये लाभार्थी को मिलते हैं। इसका उद्देश्य गर्भावस्था में मां को हरी साग सब्जियां, प्रोटीन युक्त भोजन और बेहतर पोषण की सुविधा देना है ।

पंजीकरण के लिए आशा की मदद ली जा सकती है । बच्चे के जन्म लेने और प्रथम चक्र के टीकाकरण के बाद लाभार्थी को खाते में 2000 रुपये और मिलते हैं जिससे मां का पौष्टिक आहार जारी रहे और मां के स्तनपान के जरिये बच्चे को अच्छा पोषण मिल सके । दूसरा बच्चा अगर लड़की है और उसका टीककारण पूरा हो गया है तो भी लाभार्थी को एकमुश्त छह हजार रुपये मिलेंगे।

अधिकाधिक पंजीकरण के निर्देश

बस्ती मंडल के अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण डॉ नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि बस्ती जनपद में 11569 गर्भवती और धात्री का वर्तमान वित्तीय वर्ष में पंजीकरण कर योजना का लाभ दिया गया । सिद्धार्थनगर जिले में 8190 गर्भवती और संतकबीरनगर जिले में 3274 लाभार्थी का पंजीकरण हुआ है।

सभी जिलों से अधिकाधिक पंजीकरण कर योजना का लाभ दिलवाने को कहा गया है । प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन के लिए बस्ती जिले के योजना से जुड़े जिला कार्यक्रम समन्वयक और उनकी टीम प्रशंसा की पात्र है ।

इन दस श्रेणियों को मिलता है लाभ

• परिवार की वार्षिक आय आठ लाख से कम हो

• मनरेगा कार्ड धारक महिला

• किसान सम्मान निधि की लाभार्थी

• ई श्रम कार्ड की लाभार्थी

• आयुष्मान भारत योजना की लाभार्थी

• 40 फीसदी या पूरी तरह से दिव्यांग महिला

• अनुसूचित जाति की महिला

• अनुसूचित जनजाति की महिला

• गर्भवती व धात्री आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

• बीपीएल राशन कार्ड धारक

सरस्वती पूजा और मातृ सम्मेलन का आयोजन

खजनी गोरखपुर।वसंत पंचमी पर्व पर विद्या की अधिष्ठात्री मां देवी सरस्वती के प्राकट्य के अवसर पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर खजनी में मातृ सम्मेलन का आयोजन हुआ।

जिसमें उपस्थित छात्र छात्राओं की माताओं से सुझाव लिए गए तथा विद्यालय परिवार को उनके विचारों का पाथेय मिला। इस दौरान विद्यालय के नन्हें मुन्ने विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए,जिसे सभी उपस्थित जनों ने सराहा।

मुख्य अतिथि डाॅक्टर दुर्गा सिंह, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर गौरव सिंह, हरिकेश राम त्रिपाठी ने वंदनिया मातृ शक्ति के प्रति आभार जताते हुए आयोजन के उद्देश्य से अवगत कराया। अध्यक्षता कर रहे बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है जिसमें मातृ शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है।

इस दौरान प्रधानाचार्य बृजराज मिश्रा, आचार्य सूर्यदेव तिवारी, अशोक तिवारी, रंजना शर्मा,मोनी, गोरख तिवारी समेत सभी शिक्षक अभिभावक माताएं और स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

हर जरूरतमंद का मिलेगी पक्के मकान की सुविधा : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार के रहते कोई भी गरीबों को उजाड़ नहीं पाएगा। किसी ने ऐसा दुस्साहस किया तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई तय है। गरीबों की जमीन तो बचाई ही जाएगी, साथ ही जिन जिन भी जरूरतमंदों को अभी पक्का मकान नहीं मिल पाया है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के दायरे में लाकर पक्के आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

जनता दर्शन में 500 लोगों की समस्याएं सुनीं सीएम योगी ने

सीएम योगी ने ये बातें गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनते हुए कहीं। इन बातों पर अमल करने को लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित भी किया। मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक खुद पहुंचे। सबकी समस्याओं को सुनते हुए आश्वस्त किया हर समस्या का समयबद्ध, पारदर्शी व संतुष्टिपरक निस्तारण किया जाएगा। जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 500 लोगों की समस्याएं सुनीं।

कमजोरों को उजाड़ने वाले किसी भी सूरत में बख्शे न जाएं

सीएम योगी ने अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी कि किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले किसी भी सूरत में बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। सरकार किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने देने और हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाने को संकल्पित है। सीएम योगी ने कहा कि राजस्व व पुलिस से संबंधित मामलों में प्रभावी कार्रवाई हो। साथ ही जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को कड़ा कानूनी सबक सिखाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी दबंग, माफिया, अपराधी किसी की जमीन पर कब्जा न करने पाए।

समस्याओं के निस्तारण के लिए सीएम ने अफसरों को दिए निर्देश

सीएम ने कहा कि अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को सीएम ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी इलाज नहीं रुकने पाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस्टीमेट की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं। शासन से इलाज में भरपूर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

मदरसा बोर्ड : परीक्षा छोड़ने वालों की बढ़ी तादाद, 479 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित

गोरखपुर। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परीक्षाओं के प्रति छात्र/छात्राओं की दिलचस्पी घट रही है। परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है।

बुधवार को सेकेण्ड्री (मुंशी/मौलवी), सीनियर सेकेण्ड्री (आलिम), कामिल व फाजिल परीक्षा के दूसरे दिन 479 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दोनों पाली मिलाकर 1795 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 1316 उपस्थित रहे।

प्रथम पाली में सेकेण्ड्री (मुंशी/मौलवी) की परीक्षा हुई। प्रथम पाली में 1105 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 400 ने परीक्षा छोड़ दी।

द्वितीय पाली में सीनियर सेकेण्ड्री (आलिम), कामिल व फाजिल की परीक्षा हुई। द्वितीय पाली में 690 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें 79 परीक्षा देने नहीं आए।

छह परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हो रही है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी, वायस रिकार्डिंग व इंटरनेट के जरिए नज़र रखी जा रही है। परीक्षा में 42 मदरसों के परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। शांतिपूर्ण व नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। सचल दल परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। अगली परीक्षा 15, 19, 20 व 21 फरवरी को होगी।

इमाम हुसैन के जन्मदिन पर हुआ निःशुल्क जल विरतण

गोरखपुर । इमाम हुसैन (अस) के जन्मदिन के अवसर पर बुधवार को इंदिरा बाल विहार तिराहा गोलघर पुलिस चौकी के सामने नि:शुल्क जल एवं फल व मिष्ठान वितरण कार्यक्रम का आयोजन अली बॉयज कमेटी द्वारा किया गया।

कार्यकग के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के मनोनीत सदस्य शबाहत हुसैन रिज़वी रहे। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन वो हैं, जिन्होंने कहा था की जुल्म के आगे कभी मत झुको।

प्यासे को पानी पिलाओ भले ही वो तुम्हारा दुश्मन ही क्यों न हो।

जुल्म के खिलाफ जितनी देर से उठोगे, कुर्बानी उतनी बड़ी देनी पड़ेगी।

बताते चलें कि "मुहर्रम" इस्मालिक कैलेंडर का पहला महीना और इसी से जुड़ा एक इस्लामिक पर्व जिसको हम सब पैगम्बर मुहम्मद साहब के नवासे, इस्लाम के खलीफा हज़रत अली के पुत्र, कर्बला के अमर शहीद इमाम हुसैन की याद में मानते हैं।

कार्यक्रम में आने वाले लोगों को एडवोकेट एजाज़ रिज़वी ने बताया कि इमाम हुसैन ने कर्बला में अपने परिवार और दोस्तों की कुर्बानी देकर दुनिया के सामने सब्र, इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश किया उस अज़ीम कुर्बानी को हर साल याद करके इस्लाम धर्म को एक नई ऊर्जा मिलती है। उन्ही के जन्म दिन पर ये आयोजन किया जा रहा है।

इस मौके पर इमाम जुमा व जमात मौलाना शमशाद ने कहा कि इमाम हुसैन के जन्मदिन के मौके पर इस तरह के कार्यक्रम का होना और उसमें तमाम मज़हब के लोगों का शामिल होना ये इस बात का सबूत है कि इमाम हुसैन सबके हैं।

कार्यक्रम में शामिल हुए मियां बाज़ार के पार्षद और भाजपा नेता समद गुफरान साजु ने कहा कि आज मुसलमान भाइयों के लिए खास दिन है उनके जन्मदिन पर मैं समस्त देशवासियों को दिली मुबारकबाद देता हूँ। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन साहब ने हमेशा देश जोड़ने वाली बात की, प्यार की बात की, अमन की बातें की, भाईचारे की बात की। उन्होंने ज़ालिम और जुल्म के खिलाफ जंग किया। कर्बला की जंग याद है जिसमे पानी बन्द कर दिया गया था, तमाम सैनिक, औरतें और बच्चे एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहे थे। उन्होंने सरकार की योजना हर घर नल, हर घर जल का ज़िक्र करते हुए कहा कि पानी का मिस यूज़ बिल्कुल न करें।

नितिन कुमार जायसवाल, जिलाध्यक्ष गोरखपुर उद्योग व्यापार एसोसिएशन ने कहा कि अली ब्वायज कमेटी सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए ये कार्य किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के द्वारा इमाम हुसैन साहब के बलिदान को याद किया जा रहा है, इमाम हुसैन ने मानवता के लिए बहुत बड़ा काम किया था। सबसे बड़ी बात है कि जल संकट जिसकी बात हम करते हैं जालिम बादशाह यज़ीद ने पानी पर पाबंदी लगा दिया था जिसके खिलाफ उन्होंने जंगल लड़ा था और मात्र 72 लोगों के साथ जंग लड़ा था। उनके महत्व को इस बात से समझ सकते हैं कि महात्मा गांधी ने कहा कि अगर हुसैन जैसे 72 लोग हमारे पास होते हैं हम भारत को 24 घण्टे में आज़ाद करा सकते थे।

इमाम हुसैन साहब ने मानवता के लिए महत्वपूर्ण सन्देश दिया।

इसलिए इस तरह के कार्यक्रम होते रहना चाहिए।

वहीं गोरखपुर उद्योग व्यापार एसोसिएशन के जिला महामंत्री विवेक कुमार अग्रवाल ने कहा कि आज के जल वितरण कार्यक्रम का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। हुसैन जी के जन्मदिन पर जो आयोजन किया गया है ये अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भाई नरेंद्र मोदी जी ने जल संरक्षण और जल के उपयोगिता के बारे में जो मुहिम चलाया है उसको भी ऐसे कार्यक्रमों से बल मिलता।

इस मौके पर मतवाली एक्शन कमेटी के सैयद इरशाद, सोहराब के अलावा सैयद साहब भी मौजूद रहे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से मोहम्मद अब्बास, तालिब, रहबर, मिसम, सैफ़ी, अज़हर फ़ारूक़ी, दानिश, शामू, विक्की, अली, जव्वाद, समीर, कुमैल, शबाब, मोजिज़, आबिश आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

बिना भेदभाव सबको योजनाओं का लाभ मिलना ही रामराज्य : मुख्यमंत्री

गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सुरक्षा के बेहतर वातावरण के साथ समाज के हरेक तबके की समृद्धि और खुशहाली ही भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार की गारंटी है। यही मोदी जी की गारंटी है और इस गारंटी को पूरा करने के सरकार पूर्ण प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार लोगों को सुरक्षा और सम्मान देने के साथ उन्हें स्वावलंबी भी बना रही है।

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की हकीकत जानने और योजनाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए देश स्तर पर शुरू हुए गांव चलो अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गांव में चौपाल लगाई। बुधवार को गोरखपुर के रजही आजादनगर (वनटांगिया गांव) पहुंचकर उन्होंने घर-घर दस्तक दी। ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें मिले लाभ के बारे में जानकारी ली। बच्चों पर प्यार लुटाया, उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और चॉकलेट गिफ्ट कर खूब पढ़ने, आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।

लाभार्थियों से संवाद के बाद मुख्यमंत्री ने रजही में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आने के बाद देश और प्रदेश में व्यापक परिवर्तन हुआ है। 2014 के पहले गांव को कोई पूछता नहीं था। गरीबों के बारे में कोई सोचने वाला नहीं था। महिलाओं के बारे में कोई बोलता नहीं था। नौजवानों का हाल-चाल लेने वाला कोई नहीं था। किसान तबाह था, गरीब भूखों मरता था, किसान आत्महत्या करता था। उन्होंने कहा कि जबकि आज गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान समेत समाज के हरेक तबके के लिए सरकारी योजनाएं बेहद प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अकेले उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने 55 लाख 83 हजार लोगों को एक-एक आवास उपलब्ध कराया है। ये आवास 2014 के पहले भी मिल सकता था लेकिन इन गरीबों को आवास नहीं मिल पाया। 2 करोड़ 63 लाख से अधिक गरीबों को एक-एक शौचालय मिला। प्रदेश में 15 करोड लोग फ्री में राशन की सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 10 करोड लोगों को आयुष्मान भारत योजनाकी सुविधा का लाभ अकेले उत्तर प्रदेश में प्राप्त हो रहा है। हर योजना का लाभ हर गरीब तक पहुंचाने के लिए सरकार के द्वारा कार्य किया जा रहा है।

हर परिवार को देंगे फैमिली आईडी कार्ड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों को यह भी बताया कि योजनाओं का लाभ देने के साथ ही सरकार सरकार एक नया कार्ड यानी फैमिली आईडी कार्ड जारी करने वाली है। हम फैमिली आईडी कार्ड हर परिवार को देंगे। इसमें जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है, उनका उल्लेख होगा और जिनको नहीं मिला है उनको आने वाले समय में जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यही रामराज्य है जहां बिना भेदभाव के शासन की योजना का लाभ हर गरीब, किसान, नौजवान, महिला को उपलब्ध हो रहा है।

अच्छी सरकार चुनेंगे तो आएंगे अच्छे परिणाम

सीएम योगी ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि जब अच्छी सरकार चुनी जाती है तो उसके परिणाम भी अच्छे ही आते हैं। इसके लिए पूर्व और वर्तमान सरकार के बीच तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि यही उत्तर प्रदेश है जहां पूर्व में दंगे होते थे। गरीबों पर अत्याचार होते थे। योजनाओं का बंदरबांट होता था। आस्था को चोट पहुंचाई जाती थी। अच्छी सरकार चुनी गई तो आज तो कावड़ यात्रा भी निकल रही है भगवान राम का भव्य मंदिर भी बन गया है। भव्य दीपावली का उत्सव भी हो रहा है। गरीबों को योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है और सुरक्षा का बेहतर वातावरण भी प्रदेश-देश को मिल रहा है।

10 लाख करोड़ की परियोजनाओं को उतारेंगे धरातल पर

सीएम योगी ने कहा कि इसी माह की 19 तारीख को प्रधानमंत्री लखनऊ आ रहे हैं। यहां होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हम 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को धरातल पर उतारेंगे। आप कल्पना करिए कितने नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिलेंगे। गोरखपुर में नौकरियां आएंगी। गोरखपुर के नौजवानों को रोजगार और नौकरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

वनटांगिया गांवों में रामलला के विराजमान होने से पहले ही आ गया रामराज्य

मुख्यमंत्री ने वनटांगिया गांवों में आए बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या में तो भगवान रामलला 500 वर्ष के बाद अपने मंदिर में विराजमान हुए लेकिन वनटांगिया गांव में रामराज्य पहले ही आ गया। इस दौरान उन्होंने वनटांगिया बस्तियां के पूर्व के हालात और वर्तमान के विकास का तुलनात्मक खाका भी सबके सामने रखा। कहा कि यह रजही गांव 2009 में गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में आया। इससे पहले यह बांसगांव संसदीय क्षेत्र का हिस्सा था। गोरखपुर महानगर क्षेत्र से सटे होने के बावजूद यह सुविधाओं से पूरी तरह वंचित था। न सड़क थी, न बिजली, न पानी, न स्कूल था और न ही यहां पर किसी प्रकार की कोई सुविधा थी। यहां पक्का मकान बनाना भी लोगों के लिए कठिन था।

सीएम ने कहा कि दस-पंद्रह साल पहले आरपीएसएफ के साथ एक विवाद हुआ था तब भी हम लोग आए थे और उस समय आंदोलन करना पड़ा था। कभी वन विभाग तो कभी पुलिस या प्रशासन के लोग यहां के लोगों को परेशान करते थे। और, आज देखिए मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार यहां के लोगों को सम्मान भी दे रही है, सुरक्षा भी दे रही है और लोगों के स्वावलंबन के लिए कार्य भी कर रही है। इन वनटांगिया गांव में जहां पहले कोई जाता नहीं था, आज उनकी अपनी ग्राम पंचायतें हैं। वहां पर हर योजना का लाभ मिल रहा है। 1000 से ज्यादा आवास यहां ही मिले हैं। उज्ज्वला योजना में रसोई गैस के सिलेंडर मिले हैं, बिजली मिली है, अच्छी-खासी सड़क बन गई है। महिला स्वयं समूह भी आत्मनिर्भर बनकर कार्य कर रही हैं। राशन की सुविधा का लाभ सभी गरीबों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वह इस गांव में यह जानकारी लेने आए हैं कि कितने लोगों को योजनाओं का लाभ मिल गया है और कितने लोग बाकी हैं। जिन लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है उनका भी पंजीकरण कराकर उन्हें लाभ दिलाया जाएगा।

सब्जी की खेती को आगे बढ़ाकर एक्सपोर्टर बन सकते हैं रजही के लोग

शासन की योजनाओं पर चर्चा करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रजही गांव के लोगों को समृद्धि का नया मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग सब्जी की खेती को आगे बढ़कर एक्सपोर्टर बन सकते हैं। सीएम ने समझाया कि रजही में समूह बनाकर सब्जी की खेती करेंगे, पॉली हाउस बनाएंगे तो हर सीजन में सब्जी उपलब्ध होगी और आपकी आमदनी भी बढ़ेगी। इसके लिए शहर का इतना बड़ा मार्केट आपके पास पड़ा है। यहां एफपीओ बनाकर कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कर देंगे तो कई कई दिनों तक आप सब्जी को सुरक्षित रख सकेंगे। इससे मार्केट की मांग के अनुसार सप्लाई कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट यहां पर है पर है, कार्गो की सेवा यहां पर शुरू हो जाएगी। दुनिया के बाजार में भी आपकी सब्जी पहुंच जाएगी और आपको कई गुना लाभ मिलेगा।

आपकी कृपा से जीवन बदल गया महराज जी

ग्रामीणों से संवाद करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से आत्मीय संवाद किया। योजनाओं के लाभ से उनके जीवन में आए बदलाव की कहानी सुनी। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आपकी कृपा से जीवन बदल गया है महाराज जी। ये ग्रामीण योगी आदित्यनाथ को महाराज जी के संबोधन से ही बुलाते हैं। सीएम आवास योजना की लाभार्थी राजपति देवी ने बताया कि पहले वह झोपड़ी में रहती थीं। बारिश में भारी दिक्कत होती थी। पक्का आवास के साथ राशन कार्ड, शौचालय का भी लाभ मिल गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की लाभार्थी सरला देवी, उज्ज्वला योजना की शीला देवी, ओडीओपी की लाभार्थी अलका सोनी ने भी अपने अनुभव सुनाकर पीएम मोदी और सीएम योगी का आभार जताया। आयुष्मान योजना की लाभार्थी चंदा देवी ने बताया कि इस कार्ड से उनकी आंख का ऑपरेशन हो जाने से जीवन आसान हो गया है। चंदा देवी ने पूर्व में गांव की हालत पर पहले की सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई। कहा कि पहले सरकार में दम नहीं था। उस सरकार के नेता आज चेहरा दिखाने की भी हिम्मत नहीं करते। जबकि महराज जी ने पूरे गांव को खुशहाल कर दिया है।

सभी लाभार्थियों की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आप सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने सीएम आवास योजना ग्रामीण, एनआरएलएम, उज्ज्वल, आयुष्मान, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान्न का वितरण भी किया।

इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय आदि, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, रणविजय सिंह आदि भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

अप्रैल से कन्या सुमंगला योजना में मिलेंगे 25 हजार रुपये : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप डबल इंजन की सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सम्मान के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सरकार अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की धनराशि को प्रति लाभार्थी 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये करने जा रही है।

सीएम योगी बसंत पंचमी के पावन पर्व पर खाद कारखाना परिसर में एक हजार जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 252 करोड़ रुपये की लागत वाली 91 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को लेकर 2014 में पीएम मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया।

बेटी बचेगी तभी पढ़कर आगे बढ़ेगी और योगदान देश व समाज के लिए दे पाएगी। एक बेटी कुल खानदान को आगे बढ़ाने का काम करती है। बेटियों को बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए आज केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब वह सीएम बने तो प्रदेश में यह समस्या आई कि बेटी को बचाने के लिए क्या और प्रयास करने चाहिए। इसके लिए पहला कार्यक्रम सुमंगला योजना का बनाया गया। इसमें बेटी के जन्म से लेकर स्नातक तक पढ़ाई की व्यवस्था की गई।

इस योजना में सरकार अब तक 17 लाख से अधिक बेटियों को 15 हजार उपलब्ध करा चुकी है। अप्रैल से यह धनराशि बढ़कर 25 हजार हो जाएगी।

सामूहिक विवाह योजना में तीन लाख से अधिक बेटियों के हाथ पीले

सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक तीन लाख से शादियां करा चुकी है। प्रति जोड़े विवाह पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। इसमें 35 हजार रुपये कन्या के खाते में भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि गरीब के साथ संपन्न परिवारों के बच्चे सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।

बाल विवाह, दहेज और तलाक की कुप्रथा अमानवीय

सीएम योगी ने कहा कि एक सदगृहस्थ के लिए विवाह भी एक संस्कार है और उस संस्कार से वह पैतृक परंपरा को आगे बढाने का कार्य करता है। सृष्टि की रचना, जीवन चक्र इसी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के अनुरूप विकृतियां भी आईं। कहीं बाल विवाह, दहेज तो कहीं तलाक जैसी कुप्रथाएं हैं।

ये कुप्रथाएं आधी आबादी की विरोधी थीं। इनसे बचने के लिए बेटी हो ही न हों, इसके लिए तमाम कुत्सित प्रयास होने लगे। मुख्यमंत्री ने लोगों को संकल्प दिलाया कि बाल विवाह नहीं होने देना है। दहेज न लेना है, न देना है। तलाक जैसी कुप्रथाओं को सदैव के लिए समाप्त करना है। कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा। ये कुप्रथाएं अमानवीय हैं, आधी आबादी का अपमान और उन पर अत्याचार हैं।

आधी आबादी को हर संभव सहयोग करेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी के साथ सरकार खड़ी है। उन्हें हर संभव सहयोग करेगी, प्रोत्साहन देगी। उन्होंने बताया कि आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए महिला स्वयंसेवी समूह संचालित हैं।

व्यवस्था दी गई है कि किसी गांव में राशन कोटे का विवाद होगा तो वहां की महिला स्वयंसेवी समूह व्यवस्था संचालित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 55 लाख गरीबों को पीएम आवास योजना से मकान दिए गए हैं, उनमें आधे से अधिक महिलाओं के नाम पर दिए गए हैं। पीएम स्वामित्व योजना में जिस जमीन पर मकान है, उसमें 90 लाख का मालिकाना हक महिलाओं के नाम पर दिया गया है। सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए पीएम मोदी के विजन को आगे बढाने का कार्य कर रही है।

माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को सिंहासन की बजाय निद्रासन मिल जाता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि आज बुद्धि और विवेक की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती के पूजन का दिन है। उनकी कृपा से प्राप्त विवेक से सारे कार्य हो जाते हैं। जबकि माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को सिंहासन की बजाय निद्रासन मिल जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी का पावन पर्व है।

प्रकृति सौंदर्य के चरम की ओर अग्रसर है। इस मौके पर उन्होंने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कर रहे एक हजार जोड़ों को हृदय से बधाई देते हुए उनके मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि यदि किसी की व्यक्तिगत शादी होती तो व्यस्तता के कारण मैं शायद नहीं आ पाता। पर, आज आ गया हूं। यहां सबको रविकिशन जी का गाना सुनने को भी मिला।

शुद्ध जल से स्वास्थ्य पर खर्च होगा कम

सीएम योगी ने कहा कि सामूहिक विवाह के कार्यक्रम के साथ आज 252 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी मिल रहा है। इसमें

सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाढ़ बचाव, पेयजल के कार्य शामिल हैं। पेयजल की परियोजना से हर घर नल से शुद्ध जल मिलेगा। पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शुद्ध जल से मनुष्य स्वस्थ होगा। बीमारियों से बचाव होगा और स्वास्थ्य पर खर्च बचेगा।

मुख्यमंत्री ने सबको शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए हैं। उनका आशीर्वाद भी सबको प्राप्त हो रहा है।

सीएम ने दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी किया भेंट

समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में एक हजार जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिन्दू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया।

गरीबों की बेटियों के विवाह की चिंता दूर कर दी सीएम योगी ने : रविकिशन

सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि एक गरीब परिवार की सबसे बड़ी चिंता बिटिया के विवाह की होती है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम से सीएम योगी ने उनकी यह चिंता दूर कर दी है।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि भी उपस्थित रहे।

वैलेंटाइन डे पर बच्चों ने माता-पिता की आरती उतार समाज को दिया बड़ा संदेश कहा, मनाए मातृ पितृ दिवस

गोरखपुर। 14 फरवरी को पूरी दुनिया में वेलेंटाइन डे नाम पर प्यार, मोहब्बत के इजहार का खूब शोर होता है। इसे आपसी प्रेम के सबसे बड़े दिन के रूप में देखा जाने लगा है। लेकिन इस दिन फूहड़ता और असभ्यता के भी कई मामले सामने आते हैं। यही वजह है कि गोरखपुर के एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान राकेश सिंह ने, अपने स्कूल परिसर से आपसी प्रेम के इस दिवस को "मातृ पितृ पूजन दिवस" के रूप में पूरी भव्यता के साथ मानकर दुनिया को एक बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वह वेलेंटाइन डे का विरोध नहीं करते।

इस दिवस पर मातृ-पितृ पूजन का आयोजन आपसी प्रेम का, एक मजबूत विकल्प हो सकता है यह संदेश देने का उन्होंने प्रयास किया है। किसी भी बच्चे को उसके माता-पिता से ज्यादा और कोई प्रेम नहीं कर सकता। तो कोई भी बच्चा अपने माता-पिता को जितना प्रेम करता है।

दुनिया में इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं मिलता। इस दिवस पर फूहड़ता न परोसी जाए उनकी यह कोशिश है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाईयों को अपनी बहन- बेटियों की इज्जत प्यारी है। कोई नहीं चाहता कि उनकी इज्जत के साथ कोई लफंगा खिलवाड़ करे।इस लिए 14फरवरी को पुरी दुनिया में मातृ पितृ पूजन का आयोजन हो यह उनका लगातर प्रयास होगा।

मातृ -पितृ पूजन के इस आयोजन की शुरुआत भारतीय संस्कृति, परंपरा के अनुकूल हुई। बच्चों ने दीपक, फूल, अक्षत से भरी हुई थाली लेकर अपने माता पिता को तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया। उनके गले में फूलों की माला डालकर उनका स्वागत किया। भाव विभोर कर देने वाले इस क्षण को देखकर माता-पिता ने भी अपने बच्चों को गले लगा लिया।

एक दूसरे के बीच इस दौरान प्रेम का जो भाव बह रहा था वह हर किसी के लिए भाव विह्वल कर देने वाला क्षण था। लोग आनंदित भी हो रहे थे। उनके आंखों से खुशी के आंसू भी निकल रहे थे। पूरी रीति- परंपरा में बच्चों ने माता-पिता का चरण स्पर्श कर उनको नमन-वंदन किया और फिर उनकी परिक्रमा लगाकर, उनके प्रति अपने आस्था और प्रेम की गंगा बहाई।

इस बीच आयोजक अंतरराष्ट्रीय पहलवान राकेश सिंह परिसर में मौजूद माता-पिता और बच्चों के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए, इस दिवस को अनूठा बना रहे थे। बच्चों और उनके अभिभावकों ने ऐसे आयोजन को जमकर सराहा और कहा कि ऐसा आयोजन पूरी दुनिया में होना चाहिए। जिससे आपसी प्रेम भाव न सिर्फ स्थापित होगा बल्कि स्नेह की एक डोर और मजबूत होगी।

कार्यक्रम को एक मंच दिया गया था जिस पर भी बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। वेलेंटाइन डे सिर्फ एक दिन में एक समय में सीमित था। लेकिन धीरे-धीरे इसका बाजारीकरण होता चला गया। यह एक सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा। जिसमें तरह-तरह के आयोजन रोज डे, चॉकलेट डे, जो बाजारीकरण का एक बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया। दुनिया बाजार के रूप में इसे देखने लगी।

और इस दिवस से आपसी प्रेम भाव की जगह समाज में तमाम बुराइयां कुछ जन्म लेने लगी। इसलिए उन बुराइयों को समाप्त करने के लिए भारत देश के अंदर, अपनी संस्कृति और सभ्यता के अनुरूप प्रेम और प्यार के भाव को पैदा करने की आवश्यकता है।

जिससे वृद्ध आश्रम, विधवा आश्रम, ओल्ड एज होम जैसे तमाम संस्थाओं की, आने वाले समय में जरूरत ही ना पड़े। लोग अपने माता-पिता को प्यार करें। उन्हें सम्मान दें ऐसा प्रयास होना चाहिए।

एआई के बेहतर उपयोग से बढ़ाई जा सकती है चिकित्सा सेवा की तत्परता : डॉ. मोनिका गर्ग

गोरखपुर । उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव (अल्पसंख्यक कल्याण विभाग) डॉ. मोनिका एस. गर्ग ने चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सही उपयोग हो तो चिकित्सा और इससे जुड़े सभी सेवा क्षेत्रों में तत्परता और बढ़ाई जा सकती है। एआई के क्षेत्र में हो रहे शोध इस सेवा क्षेत्र को नई ऊंचाई दे सकते हैं।

डॉ. मोनिका एस. गर्ग बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के लिए नर्सों को एआई से जुड़ने में अभिरुचि दिखानी चाहिए। नर्स, एक डॉक्टर से अधिक समय रोगी के पास व्यतीत करती है।

चिकित्सकीय सेवा करने के साथ उससे नियमित संवाद कर रोगी का मनोबल बढ़ाती है। एक कुशल नर्स इन बातों को भी समझाती है कि रोगी को घर जाने के बाद किन सावधानियों को अपनाना है। ऐसे में यह भी आवश्यक है कि इस सेवा क्षेत्र में आ रहे परिवर्तन को भी एआई जैसे नवीन तकनीकी माध्यमों से समझा जाए।

समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय, गोरखपुर के निदेशक डॉ. डीसी ठाकुर ने कहा है कि भारतीय चिकित्सा ज्ञान प्रणाली में शिक्षित-प्रशिक्षित नर्सों की आवश्यकता वैश्विक स्तर पर महसूस की जा रही है। पारंपरिक नर्सिंग ज्ञान के साथ प्रौद्योगिकी आधारित नए कौशल को अपनाकर भारतीय नर्सेज देश ही नहीं, दुनिया के अनेक देशों में मानवता की सेवा को व्यापक आयाम देने में नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं।

उन्होंने भारतीय ज्ञान पद्धति को विस्तार से समझाने के साथ ही चिकित्सा जगत में नर्सों की भूमिका के बारे में जानकारी दी। डॉ. ठाकुर ने कहा कि नर्सों के बगैर चिकित्सा सेवा क्षेत्र अपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में प्रशिक्षण के दौरान कौशल विकास के साथ नर्स में मानवीय गुणों के विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि यहां से पास आउट नर्सों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट होता है।

अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में तीन दिन तक चले मंथन में देश और दुनिया के विषय विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। संगोष्ठी में मंथन से निकले निष्कर्ष भविष्य की नर्सिंग सेवाओं के लिए काफी कारगर साबित होंगे। उन्होंने नर्सिंग की छात्राओं एआई के विषय में आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया।

अंत में गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. डीएस अजीथा ने सभी के प्रति आभार जताया। संगोष्ठी में आए अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल डॉ. मंजूनाथ एनएस समेत सभी शिक्षकों, प्रशिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही।

भौकाल टाइट करना पड़ा महंगा, विधायक लगे स्टीकर को एसपी सिटी ने ड्राइवर समेत भेजा थाने

गोरखपुर। भौकाल टाइट करने के लिए गाड़ी पर लगाया विधायक का स्टीकर एसपी सिटी ने गाड़ी चालक सहित गाड़ी को लिया हिरासत में। पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई अपने आवास से निकलकर पुलिस ऑफिस अपने कार्यालय पहुंच रहे थे तभी पुलिस ऑफिस के सामने काले रंग की इंडिवर गाड़ी दिखाई दी जिस पर भाजपा झंडा लगा विधायक सदस्य विधान परिषद का स्टीकर लगा हुआ था।

जिसकी वैधता 2021 क्रम संख्या 4 विधायक (सदस्य विधान परिषद) विधान परिषद उत्तर प्रदेश सचिवालय श्री लाल बहादुर शास्त्री भवन अथवा लोक भवन के अतिरिक्त सचिवालय के समस्त भवनो के लिए मान्य था अंदर एक पास और लगा हुआ था। जिस पर वाहन पास खिचड़ी मेला यूपी 32 ई पी 3838 इंडिवर गाड़ी विशाल यादव बैजनाथपुर अंकित है लेकिन इस विशाल यादव को यह नहीं मालूम था कि पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई के दृष्टि से अवैध तरीके से वाहन पर विधायक का स्टीकर (पास) लगाकर गाड़ी चलाना कितना महंगा पड़ेगा और एसपी सिटी ने

भौकाल टाइट करने वाले विशाल यादव की हेकड़ी टाइट करते हुए तत्काल अपने हमराहियों को गाड़ी चालक सहित वाहन को कैंट पुलिस को सुपुर्द कर वैधानिक कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर दिया।