रोगियों की सेवा ही परिचारिका का सबसे बड़ा धर्म : प्रो. एके सिंह
गोरखपुर। चिकित्सक सिर्फ दवा लिखते हैं जबकि परिचारिकाएं रोगियों के पास सर्वाधिक समय व्यतीत करते हुए उन्हें दवा देती हैं। उनकी देखभाल करती हैं। रोगी को स्वस्थ करने उन्हें मानसिक रूप से लड़ने को तैयार करने में परिचारिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वास्तव में परिचारिकाओं की भूमिका हमें यह बताती है कि रोगियों की सेवा से बढ़कर कोई और धर्म नहीं है।
यह बातें महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह ने कहीं। वह बुधवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग के 'दीप प्रज्वलन एवं सेवा शपथ ग्रहण समारोह' में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
प्रो. सिंह ने कहा कि एक सफल एवं कुशल परिचारिका के लिए अनुरक्ति, सत्यता, दक्षता और बुद्धिमता जैसे गुण आवश्यक होते हैं। उन्होंने नर्सों की मेडिकल क्षेत्र में भूमिका को समझाते हुए शपथ समारोह में शामिल छात्राओं को पूर्ण मनोयोग और निष्ठा से काम करने के लिए प्रेरित किया।
समारोह की विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव अल्पसंख्यक कल्याण विभाग डॉ. मोनिका एस. गर्ग ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज आफ नर्सिंग से पढ़कर निकली परिचारिकाएं अन्य संस्थानों की परिचारिकाओं की अपेक्षा अधिक प्रभावी, अधिक दक्ष और अधिक सेवाभावी होंगी।
कारण, यहां की प्रशिक्षित परिचारिकाएं संस्थान के पाठ्यक्रम के साथ धर्म-अध्यात्म के बल पर सेवा की जो प्रेरणा प्राप्त कर रही हैं वह बेमिसाल है। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के निदेशक कर्नल (डॉ.) राजेश बहल ने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षुओं ने आज जिस प्रज्वलित दीप के समक्ष जो प्रतिज्ञा की है, वह सेवा संकल्प का दीप है। सेवा के इस प्रतिज्ञा दीप से चिकित्सा जगत अधिक संपन्न और प्रकाशित होगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेयी ने कहा कि श्रीगोरक्षपीठ की तरफ से चिकित्सा एवं शिक्षा के लिए 1932 में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने ऐसा दीप जलाया जो आज विस्तृत फलक पर प्रकाशित हो रहा है।
इस दीप को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज और उनके बाद इस विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलाधिपति गोरक्षपीठाधीश्वर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षुओं का दीप प्रज्वलन समारोह उसी सात्विक परंपरा में सेवा शपथ का हिस्सा है जो श्रीगोरक्षपीठ की संस्थाएं लोक कल्याण के लिए लेती रहती हैं।
इस अवसर पर गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. डीएस अजीथा ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के तीन सौ प्रशिक्षुओं को सेवा शपथ दिलाई। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव समेत सभी शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन पैरा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल रोहित कुमार श्रीवास्तव ने किया।
Feb 14 2024, 17:04