Gorakhpur

Feb 07 2024, 19:58

*सीएम सिटी में बड़ा खेला, विभिन्न पार्टियों के 12 पार्षदों ने ली भाजपा की सदस्यता*

गोरखपुर। लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में बड़ा खेला सभी विपक्षी पार्टियों के साथ कर दिया। जिसमें समाजवादी पार्टी, बसपा सहित अन्य पार्टियां भी शामिल है। सीएम सिटी भी इस खेला से अछूता नहीं रहा यहां के भी नगर निगम के 12 पार्षदों ने लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

सदस्यता ग्रहण करने वालों में समाजवादी पार्टी के विश्वजीत त्रिपाठी सोनू, निर्दल पार्षद समद गुफरान साजू, अरविंद, रीता, सतीश चंद, सरिता यादव, मीना देवी, छोटेलाल, दिनेश उर्फ शालू, जयंत कुमार, बबलू गुप्ता उर्फ छट्टी लाल, भोला निषाद, माया देवी, समीना (बसपा) सौरभ विश्वकर्मा शामिल रहे।

इसमें विश्वजीत त्रिपाठी सपा से कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। अब कार्यकारिणी में भाजपा के दस पार्षद हो जायेंगे। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले पार्षदों ने डबल इंजन की सरकार को पूर्ण रूप से समर्थन देने का वादा भी किया उन्होंने कहा कि भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाएं और नीतियों से वह प्रभावित होकर भाजपा को मजबूती देने के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में कम से कदम मिलाकर चलने का कार्य करेंगे।

Gorakhpur

Feb 07 2024, 17:55

*आरबीएसके के प्रयासों से टीबी मुक्त हो कर पढ़ने लिखने लगा हरीश*

गोरखपुर। नौ वर्ष का हरीश भी अब दूसरे बच्चों की तरह पढ़ाई लिखाई तो करता ही है, खेलकूद में भी सबसे आगे रहता है । अब वह अपने प्राइमरी स्कूल का होनहार बच्चा बन चुका है । यह सब संभव न हो पाता अगर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) सरदारनगर की टीम ने उसमें गैर संक्रामक एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी की पहचान समय से न की होती ।

टीम ने न केवल बीमारी को पहचाना बल्कि जिला अस्पताल और बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाकर जांच और इलाज में मदद की । जो टीबी हरीश को दिन प्रतिदिन कमजोर बना कर पढ़ाई में बाधा पैदा कर रही थी, वह मात्र छह माह के इलाज में ठीक हो गयी ।

सरदारनगर ब्लॉक के शिवपुर के रहने वाले हरीश की 46 वर्षीय मां शारदा बताती हैं कि वर्ष 2022 की शुरूआत में उसके गर्दन में गांठ निकलने लगी। हल्का फुल्का बुखार भी होता था । वह कुछ खा नहीं पाता था। इससे दिन प्रतिदिन कमजोर होता जा रहा था ।

हरीश का पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था। उसे आसपास के कई चिकित्सकों को दिखाया गया, लेकिन बीमारी की पहचान नहीं हो सकी । इलाज में करीब दस हजार रुपये खर्च भी हो गये ।

परिवार में आय का साधन हरीश के पिता दीनानाथ की एकमात्र कमाई है जो पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं। परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि हरीश को किसी उच्च चिकित्सा केंद्र में दिखाया जा सके ।

शारदा ने बताया कि अप्रैल 2022 में आरबीएसके की टीम ने गांव के प्राइमरी स्कूल का दौरा किया । हरीश वहां पर कक्षा तीन का छात्र था । चिकित्सक डॉ अरूण कुमार त्रिपाठी और ऑप्टोमैट्रिस्ट अमित बरनवाल ने उन्हें भी स्कूल बुलाया और बताया कि उनके बच्चे में एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी की आशंका है ।

यह टीबी एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलती है लेकिन समय से इलाज न होने पर बच्चे के लिए दिक्कत बढ़ सकती है । टीम ने बच्चे को जिला क्षय रोग केंद्र ले जाकर तत्कालीन जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रामेश्वर मिश्र को दिखाया । उन्होंने बच्चे को एक्स्ट्रा पल्मनरी की टीबी जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया, जहां जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो गयी ।

शारदा बताती हैं कि हरीश का इलाज 27 अप्रैल 2022 को शुरू हुआ और छह महीने में वह ठीक हो गया । दवाएं प्रति माह सरदारनगर पीएचसी से ही मिलीं । वह बताती हैं कि बच्चे के इलाज में शिक्षक कृष्णमुरारी का भी विशेष योगदान है, जिनकी मदद से ही आरबीएसके टीम द्वारा स्क्रिनिंग हो सकी ।

अब भी टीम हरीश का फॉलो अप कर रही है, हांलाकि उसे कोई दिक्कत नहीं है । गले की गांठ भी खत्म हो चुकी है । इलाज के दौरान 3000 रुपये खाते में भी मिले जिसकी मदद से हरीश को प्रोटीनयुक्त खानपान जैसे दूध, अंडा, सोयाबीन, फल, हरी सब्जियां आदि खिलाईं जा सकीं।

पांच बच्चों का कराया इलाज

आरबीएसके चिकित्सक डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ हरिओम पांडेय और डीईआईसी मैनेजर डॉ अर्चना के दिशा निर्देशन में टीम ने टीबी के पांच बाल मरीजों की पहचान करवा कर इलाज की सुविधा दिलाई है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे, एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी और जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव के निर्देशन में प्रत्येक वर्ष टीबी स्क्रिनिंग के संबंध में आरबीएसके टीम को प्रशिक्षित किया जाता है । इससे मरीजों की पहचान करने में टीम को आसानी होती है ।

ठीक हुए 337 टीबी पीड़ित बच्चे

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने बताया कि वर्ष 2023 में टीबी से ग्रसित 1113 मरीज ओपीडी, एचडब्ल्यूसी, आरबीएसके टीम आदि के सहयोग से खोजे गये । इनमें से 337 बच्चे इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं । बाकी का इलाज जारी है । समय से पहचान हो जाने पर टीबी का इलाज छह माह में आसानी से हो जाता है ।

इलाज में देरी करने पर टीबी ड्रग रेसिस्टेंट हो जाता है, जिसका इलाज जटिल है और इसमें डेढ़ से दो साल तक का समय लग जाता है ।

लक्षण दिखे तो कराएं जांच

अगर दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, लगातार कमजोरी, भूख न लगना, बलगम में खून आना, पसीने के साथ रात में बुखार जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत टीबी जांच कराई जानी चाहिए।

जिले में आरबीएसके की 38 टीम कार्य कर रही हैं जो स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाती हैं। इन टीम की मदद से बाल मरीजों का इलाज कराया जा सकता है । सिर्फ गैर उपचाराधीन फेफड़े की टीबी संक्रामक होती है। वह भी इलाज शुरू होने के तीन सप्ताह बाद एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलती ।

शरीर के बाकी अंगों की टीबी गैर संक्रामक होती है । मरीज से बिना भेदभाव किये उसे इलाज के लिए प्रोत्साहित करें और जनपद को टीबी मुक्त बनाएं।

Gorakhpur

Feb 07 2024, 17:35

*दिग्विजयनाथ पी जी कॉलेज के शिक्षक डॉ पवन कुमार पाण्डेय ने नेटवर्क डिवाइस डिजाइन को कराया इंटरनेशनल पेटेंट*

गोरखपुर। डॉ पवन कुमार पाण्डेय ने कहा की नेटवर्क घुसपैठ का पता लगाने और रोकथाम के लिए स्मार्ट डिवाइस के डिजाइन का इंटरनेशनल पेटेंट ग्रांट यूनाइटेड किंगडम से प्राप्त हुआ है, यह प्रस्तावित उपकरण समकालीन नेटवर्क वातावरण में बढ़ती साइबर-सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करता है। एडवांस मशीन लर्निंग एल्गोरिदम और वास्तविक समय की निगरानी का लाभ उठाते हुए, एसडी-डीपीएनआई एक गतिशील और अनुकूली घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली प्रदान करता है।

उन्होंने आगे कहा की नेटवर्क ट्रैफ़िक पैटर्न का लगातार विश्लेषण करके, डिवाइस सामान्य व्यवहार और संभावित खतरों के बीच अंतर करता है, जिससे झूठी सकारात्मकता में काफी कमी आती है। मुख्य विशेषताओं में स्वचालित प्रतिक्रिया तंत्र, उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और मौजूदा सुरक्षा बुनियादी ढांचे के साथ सहज एकीकरण शामिल हैं। एसडी-डीपीएनआई साइबर-सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है, जो नेटवर्क घुसपैठ के उभरते परिदृश्य के खिलाफ एक बुद्धिमान और सक्रिय रक्षा प्रदान करता है, इंटरकनेक्टेड सिस्टम की अखंडता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

इस उपलब्धि का श्रेय हमारे पूज्य महाराज जी एवं वर्तमान मुख्यमंत्री ,उत्तर प्रदेश को जाता है ,जिनका उद्बोधन हमें निरंतर प्रेरित करता है साथ ही हमारे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश सिंह एवं आइ.क्यू.ए.सी. कोऑर्डिनेटर प्रो परीक्षित सिंह की प्रेरणा हमें इस प्रकार के कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस प्रकार के कार्य में पूरी टीम का योगदान होता है और इस पेटेंट डिजाइन टीम में  मुख्य सहयोगी के रूप में  चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से हरीश सैनी , डॉ ललित कुमार, ज्योति सैनी, अनूप आर्य एवं पानीपत इंजीनियरिंग कॉलेज से डॉ दिनेश वर्मा और डॉ दीपक कौशिक रहे हैं।

डॉ पवन ने कहा की हम गोरखपुर मंडल से जुड़े सभी विश्वविद्यालयों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों का आह्वाहन करते हैं की आप लोग भी साथ आएं और हम सभी मिलकर गोरक्षपीठ की इस पावन धरती को अनुसंधान एवं पेटेंट के क्षेत्र में विश्व पटल पर स्थापित करें।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि

मैंने जबसे प्राचार्य पद संभाला है तबसे लेकर पठन- पाठन के साथ - साथ सेमिनार,रिसर्च ,पुस्तक प्रकाशन और पेटेंट्स भी मेरी प्राथमिकता में रहे हैं। 

जब भी हमारी बैठक माननीय मुख्यमंत्री जी से होती है तो शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए उनका भी जोर बार- बार सेमिनार,रिसर्च , पुस्तक प्रकाशन और पेटेंट्स को लेकर रहता है। 

मैं भाग्यशाली हूं की मेरी पास महाविद्यालय की ऐसी टीम है जो हमारे आइ.क्यू.ए.सी कोऑर्डिनेटर प्रो परीक्षित सिंह के साथ सेमिनार, रिसर्च,पुस्तक प्रकाशन और पेटेंट्स पर कार्य कर रही है।

महाविद्यालय के साथ ही महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद भी आज गौरवान्वित महसूस कर रहा है की हमारे कंप्यूटर विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर ने " नेटवर्क घुसपैठ का पता लगाने और रोकथाम के लिए स्मार्ट डिवाइस डिजाइन" का यू.के.से एक इंटरनेशनल पेटेंट ग्रांट प्राप्त किया है। मैं इस अवसर पर डॉ पवन पाण्डेय सहित पूरी टीम को शुभकामनाएं देता हूं।

आई.क्यू.ए.सी. कोऑर्डिनेटर प्रो परिक्षित सिंह ने डॉ पवन पाण्डेय को बधाई देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर ये पल हमारे लिए गौरव का है ।

प्राचार्य जी ने जब मुझे आई.क्यू.ए.सी. कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी तो मेरी लिए इस पद पर कार्य करते हुए संस्था की गुणवत्ता के उन्नयन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी।

परंतु  डॉक्टर पवन पाण्डेय जैसे युवा सहयोगी साथियों के सहयोग से निश्चित तौर पर आई.क्यू.ए.सी की पूरी टीम ने शैक्षणिक गुणवत्ता हेतु बेहतर कार्य करते हुए अन्य शिक्षण संस्थानों से हमारे शिक्षकों ने अवार्ड एवं सम्मान भी प्राप्त किया है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा कॉलेज को  गोरखनाथ स्वर्ण पदक भी प्राप्त हुआ है।

आई.क्यू.ए.सी कोऑर्डिनेटर होने के नाते हम रिसर्च ,पुस्तक प्रकाशन एवं पेटेंट के क्षेत्र में गोरखपुर विश्वविद्यालय, मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के साथ- साथ अन्य शैक्षणिक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के साथ भी समझौता ज्ञापन पर  हस्ताक्षर कर शैक्षणिक उन्नयन हेतु कार्य करेंगे। 

वर्तमान में यूजीसी द्वारा नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया में बदलाव होने जा रहा है और अब वही संस्थान नैक मूल्यांकन में उत्कृष्ट लेवल प्राप्त कर पाएंगे जो पठन-पाठन के साथ साथ रिसर्च, पुस्तक प्रकाशन, पेटेंट्स, समझौता ज्ञापन के माध्यम से फैकल्टी एक्सचेंज पर कार्य करेंगे।

Gorakhpur

Feb 07 2024, 17:32

*मेराज की रात आज, होगी इबादत*

गोरखपुर। इस्लामी माह रजब चल रहा है। इस माह की 27वीं रात को ‘शब-ए-मेराज’ कहा जाता है। जो बुधवार 7 फरवरी को है।

मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने बताया कि इस रात पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की अल्लाह से मुलाकात हुई थी। अरबी में ‘शब’ का अर्थ रात है अर्थात इस रात को पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की अल्लाह से मुलाकात की रात भी कहते हैं।

मौलाना दानिश रज़ा अशरफी ने बताया कि शब-ए-मेराज का इस्लाम धर्म में बहुत महत्व है साथ ही इस रात की बड़ी फज़ीलत है। इस रात इबादत करने का अलग महत्व है। इस रात मुसलमान नफ्ल नमाज़ अदा करते हैं। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत करते हैं। बहुत सारे लोग रजब की 26 व 27 तारीख़ का रोजा भी रखते हैं। यह सब मुस्तहब व बेहतरीन काम है।

हाफिज रहमत अली निजामी ने बताया कि शब-ए-मेराज के मुकद्दस मौके पर कई मस्जिदों में शब-ए-मेराज की महफिल सजेगी। सलातुल तस्बीह व अन्य नफ्ल नमाज़ अदा की जाएगी। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत घरों व मस्जिदों में होगी। रातभर अल्लाह व रसूल का जिक्र होगा। दरूदो-सलाम का नज़राना पेश किया जाएगा।

Gorakhpur

Feb 07 2024, 17:29

*शोहदों ने घर पहुंच कर की किशोरी के साथ छेड़छाड़*

खजनी गोरखपुर ।खजनी थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी ने शोहदे के डर से अपने स्कूल जाना छोड़ दिया। भय वश वह मंगलवार को अपने स्कूल में पढ़ने नहीं गई, तो आरोपी उसके घर जा पहुंचा, और किशोरी पर अपना कुत्ता छोड़ दिया।

आरोपी की हरकत का विरोध करने पर मनबढ़ों ने किशोरी और उसके परिजनों के साथ मारपीट की।

आरोपी रणवीर और उसके

सहयोगियों के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़,मारपीट, जानलेवा हमला करने, जानमाल की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है।

किशोरी हाईस्कूल में पढ़ती है। आरोप है कि स्कूल के रास्ते में कोठा गांव का रणवीर यादव अपने दोस्तों के साथ मिलकर आए दिन

उससे छेड़छाड़ करता था।

जानकारी होने पर माता-पिता ने उसकी पढ़ाई बंद करा दी। भयभीत किशोरी सोमवार को अपने स्कूल नहीं गई। अगले दिन मंगलवार को किशोरी की तलाश करते हुए आरोपी युवक उसके घर पहुंच गया।

किशोरी घर में अपनी मां के साथ बर्तन धो रही थी। तभी मनबढ़ युवकों ने किशोरी पर अपना पालतू कुत्ता छोड़ दिया। घटना का विरोध करने पर दोस्तों के संग मिलकर मारपीट की और किशोरी की मां का सिर फोड़ दिया।

Gorakhpur

Feb 06 2024, 19:24

*अयोध्या धाम प्रभु श्री राम दर्शन के लिए बस सेवा शुरू, बीडीओ ने हरि झण्डी दिखाकर बस यात्रा का किया शुभारंभ*

गोला गोरखपुर।अयोध्या नगरी में भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात मिनी अयोध्या गोला व चिल्लूपार क्षेत्र सहित दर्जनों गांव के श्रद्धालु दर्शनार्थियों के लिए रामलला के दर्शन के लिए सीधी बस सेवा का शुभारंभ गोला विकास खंड परिसर से भगवान श्री रामलला की आरती एवं मंगलाचरण और शंखों की करतल ध्वनी के साथ बीडीओ दिवाकर सिंह और समाजसेवी व धौरहरा गाँव के ग्राम प्रधान रामेश्वर दुबे ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा का शुभ शुभारंभ किया।

इसके पश्चात बीडीओ सिंह ने कहा कि भगवान श्री राम भक्ति कर्मठी समाजसेवी श्री दुबे ने भगवान श्री राम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बस का संचालन कराया है सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। समाजसेवी और ग्राम प्रधान रामेश्वर दुबे ने कहा कि भगवान श्री राम की कृपा से यह शुभ कार्य निशुल्क शुरू हुआ है।

यह सेवा राम नाम की शुल्क पर साप्ताहिक रूप से राम इच्छा तक चलेगी श्रद्धालु भक्तगण समय पर पहुंचकर भगवान रामलला के दर्शन के लिए इस बस सेवा का लाभ उठाएं।इस अवसर पर प्राचार्य फूलचंद तिवारी ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष संपूर्णानंद शुक्लतारकेश्वर दुबे दुर्गविजय दुबे राघवेन्द्र दुबे विनोद गुप्ता धर्मेंद्र कुमार योगेन्द्र सिंह रामनिवास गुप्ता लक्ष्मण यादव आनंद यादव आदि ग्राम प्रधान सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।

Gorakhpur

Feb 06 2024, 19:23

नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में कैंसर जांच आयोजित

गोरखपुर। वर्ष 2022-2024 के लिए विश्व कैंसर दिवस का विषय "देखभाल अंतर को बंद करें" है। इसी के तहत मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार के प्रांगण में मंगलवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर स्वास्थ्य शिविर मे कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण का आयोजन किया गया ताकि लोगों को कैंसर के बारे में शुरुआती जानकारी, रोकथाम, पहचान, लक्षण की जांच और दवाई अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र से नि:शुल्क मिल सके।

इसमें आए 114 मरीजों में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ.राकेश श्रीवास्तव द्वारा कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की। सबसे ज्यादा दिखाने आए लोगों में मुंह, स्तन में गांठ, गर्भाशय, अंडाशय जीभ, पेट, प्रोस्टेट, गले में गांठ आदि की संभावित समस्या वाले लोग आए। सभी लोगों की समस्या देखकर तथा जांचकर उचित निशुल्क दवाई दी गई।

कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के सम्भावित मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

इस स्वास्थ्य शिविर में आए लोगों और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में विस्तृत रूप से सर्वाइकल की रोकथाम में एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) टीकों की भूमिका पर जोर देने को कहा गया और जानकारी दी गई कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024 के हिस्से के रूप में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करने की सरकार की योजना की घोषणा की है।

उन्हें समझाया गया कि भारत में, स्तन कैंसर 23% है जबकि महिलाओं में कैंसर के 17% मरीज सर्वाइकल कैंसर के कारण होते हैं और दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से एक चौथाई का कारण सर्वाइकल कैंसर है, हालांकि इसे ज्यादातर रोका जा सकता है।

भारत में हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और 75 हजार से अधिक की इससे मौत हो जाती है। भारत में, 83% आक्रामक सर्वाइकल कैंसर एचपीवी 16 या 18 से जुड़े होते हैं, जबकि दुनिया भर में यह 70% है।जब कैंसर की देखभाल में देरी होती है तो मरीजों के बचने की संभावना कम होती है। इसलिए यदि कोई समस्या है, तो हमें कैंसर के शीघ्र निदान और अच्छे उपचार के बारे में पता होना चाहिए।

कैंसर उन बीमारियों में से एक है जिसका शीघ्र निदान सफल उपचार के लिए सबसे अच्छा मौका देता है। इस कार्यक्रम में "इसे समय पर पकड़ें, हर बार जल्दी पता लगाने के मामले में इसे हराएं" थीम के साथ शीघ्र पता लगाने के महत्व पर जोर दिया गया।

स्वास्थ्य केंद्र आए सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें की बचाव ही कैंसर का सबसे अच्छा ईलाज है। इसके साथ ही कैंसर के लक्षण के शक होने पर एक कैंसर के चिकित्सक को जरुर दिखाएं।

शिविर में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. ओबैदुल हक, अजय श्रीवास्तव, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, नारद मुनि प्रतिमा शर्मा, अंकित पांडेय , अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य सराहनीय रहा ।

Gorakhpur

Feb 06 2024, 18:40

*ब्लॉक में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान का दो दिवसीय प्रशिक्षण*

खजनी गोरखपुर।ग्राम पंचायत और स्वयं सहायता समूहों के आपसी समन्वय स्थापित करने संबंधी विषयों तथा पंचायतों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के सिद्धातों का प्रशिक्षण दिया गया। सोमवार और मंगलवार को प्रशिक्षण में प्रतिभागी दर्जनों ग्रामप्रधानों एवं स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों ने प्रतिभाग किया।

बीडीओ रमेश शुक्ला ट्रेनर जेबी कुशवाहा और कल्पना ने ग्रामप्रधानों और समूह सखियों को प्रशिक्षण देते हुए बताया गया कि ग्राम पंचायत के विकास के लिए शासन की व्यवस्था से आपसी समन्वय और समझ का विकसित होना आवश्यक है। जिसके लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बता दें कि 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री के द्वारा राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान शुरू किया गया। यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है,जिसका मूल उद्देश्य पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) को सशक्त बनाकर सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी ग्राम पंचायतों को मजबूत करना,पंचायती राज निकायों की शासन क्षमताओं में सुधार करना है।

बीडीओ के नेतृत्व में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) योजना के तहत (पीआरआई) पंचायत राज विभाग एवं स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के कन्वर्जेंस के लिए ग्रामप्रधानों एवं सक्रिय सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्य का दो दिवसीय अनावासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम विकास खंड खजनी में संपन्न हुआ।

Gorakhpur

Feb 06 2024, 17:42

*महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में सपा आईटी सेल व अनुसांगिक संगठनों की बैठक हुई संपन्न*

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर महानगर के अनुषांगिक संगठनों एवं आईटी सेल कि बैठक महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी की अध्यक्षता में हुई बैठक का संचालन शहर विधानसभा के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी ने कहा कि सभी साथी 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाइए।

लोकसभा प्रत्याशी को जीताकर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों को मजबूत करें समाजवादी पार्टी के कार्यों को आईटी सेल द्वारा जन जन तक पहुंचाना पी. डी .ए पखवाड़ा जनता के बीच करके भाजपा सरकार कि जनविरोधी नीतियों को जनता को बताने का काम करें आज भाजपा की सरकार 10 वर्ष से चल रही है उसमें हर वर्ग परेशान है।

नौजवान बेरोजगार गरीब मजलूम हर तबका परेशान है महंगाई चरम पर है नौजवान बेरोजगार और किसान का उत्पीड़न इन 10 सालों में सबसे अधिक बढ़ा है समाजवादी पार्टी की सरकार जब जब रही तो नौजवान बेरोजगार किसान हर तबके के लिए काम किया है 2024 में कॉर्पोरेट की सरकार को हटाकर जनता की सरकार बनने जा रही है ।

उत्तर प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल है महंगाई बेरोजगारी अपराध भ्रष्टाचार चरम पर है महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है बैठक में प्रमुख रुप से महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी अशोक चौधरी सैयद दानिश ब्रजनाथ मौर्य रौनक श्रीवास्तव मोहम्मद हसन सुरेन्द्र यादव नौशाद भोला कंचन श्रीवास्तव विजय नाथ यादव रिंकी जयसवाल अनिल यादव कमर कुरैशी राजू आफताब अहमद अनूप यादव ईश्वर सच्चिदानंद यादव शिव प्रसाद यादव अमित शर्मा महेंद्र यादव अयाज अहमद भवनाथ यादव पारुल अग्रहरि आदि मौजूद रहे।

Gorakhpur

Feb 06 2024, 17:34

*सीएम सिटी में दबंग कर रहे पटरी दुकानदारों से अवैध वसूली*

गोरखपुर। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठेले, खोमचे वालों को स्थापित कर वेंडिंग जोन में उन्हें सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं वही नगर निगम की नाकामी की वजह से गोरखपुर के स्ट्रीट वेंडर काफी परेशान हैं।

गोरखपुर में हजारों की संख्या में सड़क पर रेहड़ी पटरी लगाने वाले दुकानदारों को पहले तो सड़क से हटा दिया गया उसके बाद जहां उन्हें दुकान लगाने की जगह दी गयी वहां पर उनसे अवैध वसूली की जा रही है। मामला गोरखपुर के मोहद्दीपुर इलाके के है जहां पर नगर निगम ने पटरी दुकानदारों को दुकान लगाने की जगह दी है लेकिन जब दुकानदार यहां पर दुकान लगा रहे हैं तो कई दबंग आकर इनसे अवैध वसूली कर रहे हैं।

गोरखपुर में जिन स्थानों को नगर निगम ने वेंडिंग जोन के रूप में आरक्षित किया है उन स्थानों पर अवैध वसूली से वेंडर काफी परेशान है। इसकी शिकायत पुलिस और नगर निगम प्रशासन से करने के बाद भी कार्रवाई नही हो रही है। यहां हर वेंडर से 50 रु प्रति दुकान वसूलने का काम दबंगों द्वारा किया जा रहा है।

जब इस मामले को उठाया तो उसके बाद नगर निगम की नींद खुली। इस पूरे मामले पर अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने आज वेंडरों को बुलाकर उनसे समस्या जानी है और इन्हें आश्वस्त किया है कि वह उनकी शिकायत पर जल्द से जल्द कार्रवाई करेंगे।

गोरखपुर में कुल स्ट्रीट वेंडर्स की संख्या 35,000 से अधिक है पर नगर निगम ने अब तक लगभग 1000 दुकानदारों को ही जगह दिया है। जिस तरह सड़कों पर अपना रोजगार करने वाले इन दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है उसको देखकर यह सभी काफी निराश हैं।