बिहार की नई एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में किसे मिला कौन सा विभाग, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार में एनडीए सरकार बनने के कई दिन बीते जाने के बाद कैबिनेट का विस्तार नहीं होने को लेकर कई तरह के चर्चाओं का बाजार गरम था। विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा था, लेकिन शनिवार को इसपर विराम लग गया। नीतीश की नई सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे में वर्ष 2020 का ही फॉर्मूला चला। 

हालांकि जदयू के एनडीए छोड़कर महागठबंधन में जाने के बाद राजद व कांग्रेस को भाजपा कोटे वाले विभाग मिले थे। पिछले मंत्रिमंडल में राजद को जदयू कोटे का शिक्षा विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग भी मिला था। अब फिर से दोनों जदयू के पास चले गए हैं। सूचना प्रावैधिकी 2020 में भाजपा के पास था जो अब हम के पास गया है। 2020 में लघु जल संसाधन हम के पास था, यह महागठबंधन सरकार में जदयू के पास था। अब यह भाजपा कोटे में हैं। पशु एवं मत्स्य संसाधन वीआईपी के पास था, अब भाजपा के पास है। खेल राजद को मिला था, अब भाजपा के पास है।

इन्हें मिला यह विभाग

नीतीश कुमार सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं है

सम्राट चौधरी वित्त, वाणिज्यकर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन, विधि

विजय कुमार सिन्हा कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला-संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण

विजय कुमार चौधरी जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क

बिजेन्द्र प्रसाद यादव ऊर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण

डॉ. प्रेम कुमार सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन

श्रवण कुमार ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण

संतोष कुमार सुमन सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण

सुमित कुमार सिंह विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा

पूर्व डिप्टी पीएम एल.के आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर फोन कर सीएम नीतीश ने दी बधाई

डेस्क : बीजेपी के संस्थापक सदस्य व देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह ‘एक्स’ पर इसका ऐलान किया। उन्होंने इसे अपने जीवन का बेहद भावुक क्षण बताया।

इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दिये जाने की घोषणा पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर श्री आडवाणी को इसकी बधाई दी। इसके बाद लालकृष्ण आडवाणी से दूरभाष पर बात की और बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनका अभिनंदन किया। 

मुख्यमंत्री ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि लालकृष्ण आडवाणी का देश के विकास में बड़ा योगदान है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्होंने देश के गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में काफी बेहतर कार्य किया। आडवाणी जी देश के सम्मानित राजनेताओं में से एक हैं। वाजपेयी जी की सरकार में मुझे उनके सानिध्य में काम करने का मौका मिला। आडवाणी जी का स्नेह मुझे हमेशा मिलता रहा है और उनसे कई चीजें सीखने का भी मौका मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आडवाणी जी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दिये जाने का केन्द्र सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन करता हूं।

बिहार की नई एनडीए सरकार का वर्ष 2020 के फॉर्मूला पर हुआ विस्तार, जदयू के पास 19 और बीजेपी को 2 अधिक के साथ 23 विभाग

डेस्क : बिहार में एनडीए सरकार बनने के कई दिन बीते जाने के बाद कैबिनेट का विस्तार नहीं होने को लेकर कई तरह के चर्चाओं का बाजार गरम था। विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा था, लेकिन शनिवार को इसपर विराम लग गया। बजट सत्र को ध्यान में रखते हुए नीतीश सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। राजभवन के आदेश पर मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी की। 

नीतीश की नई सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे में वर्ष 2020 का ही फॉर्मूला चला। एक को छोड़ सारे विभागों का बंटवारा उसी तर्ज पर हुआ है। उस समय सूचना प्रावैधिकी भाजपा के पास थी, इस बार हम को मिला है। वहीं तब की सरकार में शामिल वीआईपी पार्टी के हिस्से के दोनों विभाग भाजपा कोटे में आ गये हैं। वहीं ताजा गठित खेल विभाग भाजपा के पाले में है।

2020 के बाद गठित नीतीश सरकार में जदयू के पास 19 विभाग थे, इस बार भी उतने ही हैं। भाजपा 21 से 23 पर पहुंच गई। लघु जल संसाधन और पशु एवं मत्स्य संसाधन और खेल नए विभाग मिले हैं।

विभागों पर गौर करें तो 2020 की एनडीए सरकार में भाजपा कोटे के मंत्रियों को जो विभाग मिले थे, शनिवार को कमोवेश वही हिस्से में फिर से मिले हैं। अलबत्ता हम के कोटे में एक नया विभाग अवश्य आया है।

बिहार की नई एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार में एनडीए सरकार बनने के कई दिन बीते जाने के बाद कैबिनेट का विस्तार नहीं होने को लेकर कई तरह के चर्चाओं का बाजार गरम था। विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा था, लेकिन शनिवार को इसपर विराम लग गया। 

बजट सत्र को ध्यान में रखते हुए नीतीश सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। राजभवन के आदेश पर मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी की। हालांकि यह तात्कालिक व्यवस्था है। विश्वास मत हासिल करने के बाद एनडीए सरकार के मंत्रियों की सही तस्वीर सामने आएगी। 

जारी अधिसूचना के अनुसार विभागों का बंटवारा 2020 के फॉर्मूले पर ही किया गया है। हालांकि तब सरकार में शामिल वीआईपी के इस बार नहीं होने से भाजपा के विभागों में वृद्धि हुई है। बंटवारे के अनुसार, भाजपा के पास 23 जबकि जदयू के पास 19 विभाग होंगे। इसके अलावा हम को दो और निर्दलीय को एक विभाग आवंटित किया गया है।

आई सीसी का आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का सदस्य बनमनखी के कांग्रेसियों से मिलकर पार्टी पर विचार विमर्श किया

पूर्णिया: आज दिनांक 3 फरवरी 2024 को टी भी एस विजेंद्र यादव जी के शोरूम बनमनखी में इंतखाब आलम साहब आई सीसी का आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का सदस्य बनमनखी के कांग्रेसियों से मिलकर पार्टी पर विचार विमर्श किया।

 कैसे पंचायत स्तर पर कांग्रेस मजबूत हो उस पर चर्चा हुआ उपस्थित विजेंद्र यादव भी किसान के पास किया कि जो किसान के लिए कांग्रेस कर सकता है वह दूसरा कोई भी पार्टी नहीं कर सकता है।

पूर्व प्रखंड अध्यक्ष संजीव कुमार यादव जी भी बोल कांग्रेस राहुल जी के पदयात्रा भारत जोड़ो नया यात्रा के माध्यम से जो संदेश दिया गया है उसे पर सभी कांग्रेसी में जोश है और कांग्रेस की ओर जो को आ रहा है लादूगढ़ से सुनील कुमार जी का भी कहना है कि कांग्रेस पंचायत स्तर पर मजबूत हो रहे हैं।

यहां पर प्रखंड अध्यक्ष श्याम कुमार यादव जी पूर्व अध्यक्ष संजीव कुमार यादव जी कोऑर्डिनेटर विजेंद्र यादव जी पंचायत अध्यक्ष सुनील कुमार यादव जी जादूगर श्याम प्रसाद सिंह जी धीमा राजेंद्र झा उर्फ महात्मा जी धीमा उस्मान जी उपेंद्र मुखिया जी शिव शंकर प्रसाद यादव जी जानकी नगर नरेश सोरेन जी राजेश पासवान जी सभी मौजूद थे।

पूर्णिया: सभी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ समुदाय स्तर पर भी कैम्प लगाकर किया जाता है नियमित टीकाकरण

पूर्णिया: बच्चों के जन्म के बाद उन्हें विभिन्न बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। बच्चों को इन बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए उन्हें नियमित स्तनपान कराने के साथ-साथ सुरक्षा का टीका लगाना आवश्यक होता है।

 टीका लगाने से बच्चों के शरीर में विभिन्न बीमारियों से लड़ने की क्षमता का विकास होता है और वे स्वस्थ रह सकते हैं। बच्चों के जन्म के बाद से ही सभी प्रकार के टीका लगाने की व्यवस्था सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क उपलब्ध है। नियमित टीकाकरण के दौरान बच्चों का कोई भी टीका छूट नहीं सके इसलिए सभी परिजनों को बच्चे के जन्म के बाद ही पहला टीका लगते हुए टीकाकरण कार्ड प्रदान किया जाता है। जिसके माध्यम से लोग बच्चों को निर्धारित अवधि के दौरान विभिन्न प्रकार की टीका लगवा सकें। 

सभी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ समुदाय स्तर पर भी कैम्प लगाकर किया जाता है नियमित टीकाकरण :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (डीआईओ) डॉ विनय मोहन ने बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों के साथ साथ आरोग्य दिवस के दौरान समुदाय स्तर पर भी कैम्प लगाकर नियमित टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था समय के अनुसार टीडी-1, 2 के साथ साथ टीडी बूस्टर डोज लगाया जाता है। इसके अलावा जन्म लेने वाले बच्चों को भी ओपीवी, बीपीसी, हेपेटाइटिस-बी, रोटा, एफआईपीवी, पेंटावैलेन्ट, पीसीवी, एमआर, जेई, डीपीटी और टीडी की टीका लगाई जाती है। 

यह सभी टीका बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार समय समय पर लगाया जाता है। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों के साथ साथ विभिन्न क्षेत्रों में कैम्प लगाया जाता है जहां एएनएम द्वारा आशा कर्मियों की मदद से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर उन्हें टीका उपलब्ध कराई जाती है। डीआईओ ने बताया कि वर्तमान में जिले के कसबा प्रखंड में एक बच्चे की मृत्यु जेई की कारण पाई गई थी। इसे देखते हुए कसबा प्रखंड के अन्य बच्चों को अलग से विशेष अभियान चलाकर जेई का टीका लगाया गया जिससे कि सभी बच्चे जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) से सुरक्षित रह सकें। 

टीका लगाने से बच्चों में होता है रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास :

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि जन्म के बाद से बच्चों को विभिन्न बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। यही शिशुओं के मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है।

 नियमित टीकाकरण के माध्यम से बच्चों को सभी टीका लगाने से उनके शरीर में उन बीमारियों से लड़ने की क्षमता का विकास होता है। टीकाकरण से बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है जो उनके शरीर में प्रवेश करने वाले विभिन्न बीमारियों को अपना घर बनाने से पहले ही समाप्त कर देता है। टीकाकरण से बच्चों को शुरुआत में ही होने वाले विभिन्न बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस, चेचक, जेई आदि से लड़ने के लिए शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विकास हो जाता है और बच्चे भविष्य में ऐसी बीमारी के संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। सिविल सर्जन डॉ चौधरी ने बताया कि एनएफएचएस-05 की रिपोर्ट के अनुसार पूर्णिया जिले में 12 से 23 माह के 81.8 प्रतिशत बच्चों द्वारा सम्पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है। शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है जिससे कि जिले के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित हो सके और बच्चे सभी बीमारियों से सुरक्षित रह सकें।

दो वर्ष तक बच्चों को लगाया जाता है छः टीका :

डीएमएनई आलोक कुमार ने बताया कि बच्चों को जन्म होने से पूर्व माँ के गर्भावस्था से ही विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए टीका लगाया जाता है। गर्भावस्था में महिलाओं को टीडी-1, 2 और बूस्टर डोज लगाया जाता है। बच्चों के जन्म पर उन्हें ओपीवी-0, बीसीजी और हेपेटाइटिस-बी का टीका लगाया जाता है। बच्चों को टीका का दूसरा डोज 06 सप्ताह में ओपीवी-1, रोटा-1, एफआईपीवी-1, पेंटावैलेन्ट-1 और पीसीवी-1 के रूप में लगाया जाता है। 

फिर बच्चों के 10 सप्ताह होने पर उन्हें ओपीवी-2, रोटा-2 और पेंटावैलेन्ट-2 दिया जाता है। फिर 14 सप्ताह में बच्चों को ओपीवी-3, रोटा-3, एफआईपीवी-2, पेंटावैलेन्ट-3 और पीसीवी-2 दिया जाता है।

 09-12 माह के बच्चों को एमआर-1, पीसीवी-बूस्टर और जेई-1 लगाया जाता है। 16-24 माह के बच्चों को ओपीवी बूस्टर, एमआर-2, डीपीडी बूस्टर-1 और जेई-2 लगाया जाता है।

 इसके बाद 5-6 वर्ष के बच्चों को डीपीडी बूस्टर-2, 10 वर्ष होने पर बच्चों को टीडी-10 और 16 वर्ष होने पर बच्चों को टीडी-16 लगाया जाता है। इन सभी टीका का लाभ उठाने से बच्चे होने वाले विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं और स्वस्थ रहते हुए अपना जीवन खुशहाल बिता सकते हैं।

पटना और अमृतसर जाने के लिए पूर्णिया कोर्ट स्टेशन तक जनहित एवं जनसेवा ट्रेन के विस्तार और नई ट्रेन देने पर सदर विधायक विजय खेमका ने केन्द्रीय

पूर्णिया: पटना और अमृतसर जाने के लिए पूर्णिया कोर्ट स्टेशन तक जनहित एवं जनसेवा ट्रेन के विस्तार तथा जोगबनी भाया पूर्णिया जंक्शन से सिल्लीगुड़ी की नई ट्रेन देने पर सदर विधायक विजय खेमका ने भारत सरकार के केन्द्रीय रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया है |

 विधायक ने कहा पूर्णिया जंक्शन एवं पूर्णिया कोर्ट से लम्बी दुरी की ट्रेन तथा स्टेशन पर यात्री सुविधा की मांग काफी समय से की जा रही है | रेल सुविधा सम्बन्धी मांग सामाजिक संगठन भी करता रहा है |

 विधायक ने कहा मोदी की सरकार में सभी क्षेत्रों के साथ रेल एवं हवाई यात्रा के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है | अंतरिम वजट में भी रेल एवं हवाई यात्रा का बजट रखा गया है | देश में रेलवे स्टेशनों का अग्रेड हुआ है तथा बन्दे भारत जैसी ट्रेने यात्रियों की सुविधा के लिए चल रही है |

 विधायक ने कहा रेल विभाग से केपिटल एस्प्रेस तथा आम्रपाली एस्प्रेस ट्रेन को पूर्णिया जंक्शन तक विस्तार करने की मांग की गयी है | श्री खेमका ने कहा आनेवाले समय में जोगबनी में वाशिंग पिट पुर्णतः तैयार होने पर शीघ्र ही पूर्णिया से लम्बी दुरी की कई नई ट्रेने चलेगी तथा पूर्णिया एयरपोर्ट से हवाई यात्रा भी शीघ्र शुरू होगी |

विद्या विहार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस(VVGI) ने फिर लहराया प्रतिभा का परचम

पूर्णिया: राष्ट्रीय कनिष्ठ विज्ञान की मानक परीक्षा में जयंत कुमार एवं IOQM : इंडियन ओलंपियाड क्वालीफायर में सानू कुमार की अद्वितीय सफलता को हम हर्ष से साझा करते हैं। 

राष्ट्रीय कनिष्ठ विज्ञान मानक परीक्षा या NSEJS एक विज्ञान परीक्षा है जो मुख्यतः स्कूल के छात्रों के लिए होती है, जो कि सामान्यत: नवंबर के अंत में आयोजित की जाती है। NSEJS को भारतीय भौतिक शिक्षक संघ एवं होमी भाभा केंद्र फॉर साइंस एजुकेशन (HBCSE) संयुक्त रूप से आयोजित करते हैं। NSEJS को विश्वस्तरीय रूप से सर्वाधिक कठिन विज्ञान परीक्षा माना जाता है। NSEJS की परीक्षा वर्ष 1987 से अंग्रेजी, हिंदी सहित कुछ अन्य भारतीय भाषाओं में भी आयोजित की जाती है। इन ओलंपियाड्स में 1500 से अधिक केंद्रों से 80,000 से अधिक छात्र भाग लेते हैं।

इस परीक्षा में राज्यों के आनुपातिक अंश(State wise quota) के साथ लगभग शीर्ष 300 छात्र भारतीय राष्ट्रीय कनिष्ठ विज्ञान ओलंपियाड के लिए चयनित होते हैं। यह परीक्षा, सिद्धांत(theory)और एक वस्तुनिष्ठ(objective)पेपर के साथ, जनवरी के अंत में आयोजित की जाती है। शीर्ष 35 छात्रों को एक अभिविन्यास सह परीक्षण शिविर Orientation cum Selection Camp(OCSC) के लिए बुलाया जाता है, और सभी छात्रों के बीच शीर्ष 6 को अंतरराष्ट्रीय कनिष्ठ विज्ञान ओलंपियाड के लिए चयनित किया जाता है।

विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल,पूर्णिया विद्या विहार करियर प्लस कोचिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से ओलंपियाड, IIT और मेडिकल की तैयारी प्रदान करता है। यह जानकारी श्री प्रशांत शंकर(करियर प्लस संचालक)द्वारा दी गई। 

करियर प्लस के मैनेजर श्री कुश कुमार झा जी ने शिक्षकों एवं छात्रों द्वारा किए जाने वाले कठिन परिश्रम की जानकारी देते हुए कहा कि पारस्परिक सहयोग से ही ऐसे परिणाम प्राप्त होते हैं।इससे पहले बच्चों ने अन्य परीक्षाओं में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।बच्चे गणित में भारतीय ओलंपियाड क्वालीफायर में भी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। सानू कुमार ने IOQM- इंडियन ओलंपियाड क्वालीफायर में मेरिट सर्टिफिकेट प्राप्त किया है।

VVGI के संस्थापक श्री रमेश चंद्र मिश्र,ट्रस्टी एवं सचिव श्री राजेश चंद्र मिश्र तथा विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा,पूर्णिया के प्राचार्य श्री निखिल रंजन ने छात्रों को इन कठिन परीक्षाओं में प्राप्त अद्वितीय सफलता के लिए अनेक शुभकामनाएं दीं। 

श्री राजेश मिश्र जी ने कहा कि इस प्रकार की सभी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए बच्चों को तैयार करना,सफलता पाने के लिए उन्हें प्रेरित करना और फिर लक्ष्य की प्राप्ति ही हमारी संस्था का उद्देश्य है।प्राचार्य श्री निखिल रंजन ने बताया कि हमारे छात्रावास में बच्चों को सभी प्रकार की शिक्षण संबंधी सुविधाएं एवं सकारात्मक परिवेश प्रदान किया जाता है जिसके फलस्वरूप हमारी संस्था के छात्र न केवल बोर्ड परीक्षाओं में अपितु प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी सर्वोच्च सफलता की नित नई कथाएं रच रहे हैं।

इस गौरवशाली क्षण को आप सभी के साथ साझा करते हुए हमें अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है।

कम नहीं हो रही अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें, सुबह-सुबह आवास पर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम, जानें क्या है मामला

#delhi_crime_branch_team_reach_cm_arvind_kejriwal_residence 

दिल्ली शराब घोटाला केस में बार-बार ईडी की नोटिस की अनदेखी करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच शनिवार की सुबह दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची है। क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल को नोटिस देने पहुंची है। केजरीवाल ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। बीजेपी ने इस आरोप के खिलाफ शिकायत की थी। शुक्रवार देर शाम को भी एक नोटिस लेकर क्राइम ब्रांच की टीम सीएम के आवास पर पहुंची थी, लेकिन नोटिस किसी के द्वारा रिसिव नहीं करने की वजह से पुलिस रात में वहां से लौट आई थी। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली सीएम का दफ्तर नोटिस लेने के लिए तैयार हो गया है। जबकि क्राइम ब्रांच की टीम का कहना है कि सीएमओ रिसिविंग देने को तैयार नहीं हैं।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर को 30 जनवरी को भाजपा नेताओं ने अरविंद केजरीवाल और आतिशी के विधायकों के खरीद-फरोख्त के प्रयासों वाले दावों के खिलाफ शिकायत दी थी। यह शिकायत 6 पेज की थी। इस शिकायत के बाद ही गुरुवार की रात को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को जांच के लिए बोला गया था। इसके बाद लीगल फॉर्मेलिटी यानी कानूनी औपचारिकता पूरी होने के बाद शुक्रवार की शाम को एसीपी के नेतृव में दिल्ली पुलिस की एक टीम इंक्वॉयरी का नोटिस लेकर अरविंद केजरीवाल के घर गई थी।

दरअसल, 27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने उनके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है और साथ ही पार्टी का टिकट देने का भी लालच दिया है। केजरीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के सात एमएलए को संपर्क कर कहा है -कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे। उसके बाद एमएलए को तोड़ेंगे। 21 एमएलए से बात हो गई है औरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ जाओ। 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। उनका दावा था कि उन्होंने 21 एमएलए से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी तक सात एमएलए को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया।

संयुक्त कृषि भवन खुश्की बाग पूर्णिया के प्रांगण में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का हुआ शुभारम्भ, उप विकास आयुक्त ने किया उद्घाटन

पूर्णिया :- क़ृषि विभाग पूर्णिया द्वारा संयुक्त कृषि भवन खुश्की बाग पूर्णिया के प्रांगण में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का शुभारम्भ आज दिनांक 02.02.2024 को किया गया। मेला का विधिवत उद्घाटन उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला( भा०प्र० से०) द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।

मेला परिसर में कुल 24 स्टॉल लगाया गया जिसमे आधुनिक क़ृषि यन्त्रों के साथ साथ छोटे क़ृषि यंत्र यथा धातु कोठीला एंव मैन्युअल एग्रीकल्चर किट की भी प्रदर्शनी किया गया।

 कृषि यंत्रीकरण वित्तीय वर्ष 2023- 24 योजना अंतर्गत कुल 110 प्रकार के कृषि यंत्रों पर 40 से 80% तक अनुदान दिया जा रहा है। मेला के प्रथम दिन कुल 56 कृषकों द्वारा 11.89 लाख अनुदान राशि का यंत्र किसानों के द्वारा मेला में क्रय किया गया l

पूर्णिया जिले को कुल 6234 कृषि यंत्र हेतु कुल 4144 कृषकों से ऑनलाइन के माध्यम से प्राप्त आवेदन के विरुद्ध 1095 स्वीकृति पत्र निर्गत किया गया है। कृषको के ऑनलाइन आवेदन के लिए OFMAS पोर्टल दिनांक 01.02.2024 से 15.02.2024 तक खुला रहेगा। जिसके लिए कृषको के बीच व्यपाक प्रचार प्रसार किया जा रहा हैl

मेला में चार कृषकों को कृषि यंत्र बैंक स्थापना करने हेतु उप विकास आयुक्त द्वारा चाभी हस्तगत कराया गया। कुल 16 लाख रुपए अनुदान राशि का कृषि यंत्र बैंक स्थापना करने हेतु यंत्रो का क्रय कृषको द्वारा किया गयाl

उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषकों से 80: 20 के सिद्धांत पर यानी 80% पारंपरिक खेती एवं 20% पर उधानिकी फसल आदि की खेती करने के साथ साथ 1+1 अर्थात क़ृषि के साथ पशुपालन आदि की खेती करने का आग्रह कृषकों से किया गया है‌। 

युवाओं को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कृषि एवं संबद्ध विभागों को टीम वर्क के साथ काम करने हेतु निर्देशित किया गया।

जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा ससमय कृषि यंत्रों का क्रय कर वैज्ञानिक तरीके से आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर खेती करने हेतु कृषकों से अपील किया गया।

मेला में आये कृषको को प्रभारी संयुक्त निदेशक (शष्य )पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया, जिला क़ृषि पदाधिकारी, क़ृषि विज्ञानं केंद्र जलालगढ़ के वरीय वैज्ञानिक- सह- प्रधान , सहायक निदेशक क़ृषि अभियंत्रण, अनुमंडल क़ृषि पदाधिकारी द्वारा सम्बोधित किया गयाl

मेला में प्रभारी संयुक्त निदेशक शस्य,उपनिदेशक पौधा सरंक्षण, उपनिदेशक क़ृषि अभियंत्रण, DAO, KVK scientist, सभी सहायक निदेशक, सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड क़ृषि पदाधिकारी, क़ृषि समन्वयक, kisan सलाहकार एंव बढ़ी संख्या में कृषक मौजूद थे।

पूर्णिया से जेपी मिश्र