गिरिडीह जिले से बाल श्रम एवं बाल विवाह को खत्म करना ही नए वर्ष का संकल्प है - बाल पंचायत
गांवा प्रखण्ड के अंचल अधिकारी , 20 सूत्री अध्यक्ष , गांवा मुखिया सह मुखिया संघ के अध्यक्ष , जिला परिषद सदस्य , कृषि विभाग BEO , और समाज सेवी गण एवं बाल पंचायत के बच्चों ने संयुक्त रूप से कारवां को दिखाई हरी झंडी वही गांवा प्रखंड क्षेत्र के बाडीडीह एवम जमडार पंचायत मुखिया ने अपने पंचायत में मोबाइल थियेटर टीम का किया स्वागत ।
'बाल श्रम और बाल विवाह' जैसे बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों का जिले से पूर्ण खात्मे के लिए प्रशासन, चुने हुए जनप्रतिनिधि, नागरिक समाज और बाल पंचायत के बच्चे आज संयुक्त रुप से एक बड़े अभियान की शुरुआत किये. इन मुद्दों पर समाज में जनजागृति पैदा करने के उद्देश्य से उन्होंने संयुक्त रुप से आज प्रखंड मुख्यालय गांवा से बाल श्रम -बाल विवाह से आज़ादी जन कारवां रथ को हरी झंडी दिखा कर शुभारंभ किया. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए गांवा प्रखण्ड के अंचल अधिकारी ने कहा कि "इस जन जागृति के अभियान में सहयोग प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायतो व आंगनवाड़ी को निर्देशित किया गया है। 20 सूत्री श्री अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि बच्चों को ढिबरा और बाल श्रम से निकाल कर विद्यालय से जोड़ने में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन की अहम भूमिका रही है. यहाँ तक की कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में सुदूरवर्ती बच्चियों के नामांकन में बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओ का प्रयास सराहनीय है। गांवा प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष कन्हैया राम ने कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधियो के कंधे पर यह जिम्मेवारी है कि अपने क्षेत्र को बाल मित्र पंचायत बनाएं।
इस अवसर पर गांवा पंचायत मुखिया ,20 सूत्री अध्यक्ष , जिला परिषद सदस्य ,वार्ड सदस्य ,पंचायत समिति सदस्य ,हितधारक समूह के सदस्य SMC सदस्य सहित 1150 से अधिक ग्रामीण बच्चे शामिल हुए वही कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन अमित कुमार , शिवशक्ति कुमार , भीम चौधरी , बेंकेट्श प्रजापति , सोनू कुमार आदि उपस्थित थे।
Feb 04 2024, 09:01