मुख्यमंत्री श्री साय से सीआरपीएफ के डीजी श्री सिंह ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को स्मृति चिन्ह और शाल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के एडीजी वितुल कुमार, एडीजी सेंट्रल जोन अमित कुमार, आईजी छत्तीसगढ़ सेक्टर साकेत कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
लालपुर हत्याकांड : बागेश्वर धाम वाले पं. धीरेंद्र ने मृतक साधराम के परिवार को दिलाई लाखों रुपए की मदद


कवर्धा- बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कवर्धा में दिव्य दरबार लगाया. इस दौरान लालपुर हत्याकांड के मृतक साधराम के परिजनों को अपने दिव्य दरबार में बुलाकर पं. शास्त्री ने अपने जजमानों और शिष्यों से मंच से लाखों रुपए का आर्थिक सहयोग किया. उन्होंने लालपुर के ग्रामीणों से कहा, मृतक साधराम के परिजनों का ध्यान रखें. अब कवर्धा में शांति बनी रहेगी. कबीरधाम जिले में हनुमान जी की कृपा बनी रहेगी. आपको बता दें कि पुलिस ने लालपुर हत्याकांड के 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं हत्याकांड के आरोपी अयास खान के दुकान पर बुल्डोजर भी चलावा दी है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस कार्रवाई से पुलिस का आभार जताते हुए कहा, इससे काम नहीं चलेगा. सभी 6 आरोपियों को फांसी की सजा देनी चाहिए। बता दें कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीती रात्रि लालपुर हत्याकांड के मृतक चरवाहे साधराम यादव के घर भी पहुंचे थे, जहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और ढाई लाख आर्थिक सहयोग दिलवाया और कथा स्थल से आर्थिक सहयोग दिलाने की बात कही थी. इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्‍त्री ने सभी हिंदुओं से एक होने की अपील की. साथ ही कहा कि इन विरोधियों की ठठरी बारने की आवश्यकता है. वहीं 2 फरवरी को हिंदुओं को बड़ा तोहफा देने की भी बात कही.
*पूर्व वन मंत्री मोहम्मद अकबर के रिश्तेदार की कंपनी का मामला पहुंचा हाई कोर्ट*

बिलासपुर- पूर्व वन,आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर के रिश्तेदार की कंपनी द्वारा किए गए फर्जीवाड़ा का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। नवा रायपुर में कंपनी को मिले 210 करोड़ के टेंडर को राज्य शासन ने रद कर दिया है। जिन दस्तावेजों के आधार पर ठेका कंपनी ने करोड़ों का ठेका हासिल किया था ,उसकी तकनीकी दक्षता ही पूरी नहीं की है। ठेका निरस्त करने के साथ ह राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में केविएट दायर कर दिया है। मामला अब हाई कोर्ट पहुंच गया है।

वर्ष 2018 से 2023 के बीच छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार काबिज थी। इस दौरान नवा रायपुर व रायपुर के कई हिस्सो में एक हजार करोड़ से अधिक के अलग-अलग कार्यों के लिए टेंडर जारी किया गया था। टेंडर जारी करने के साथ ही ठेका कंपनी को वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया था। राज्य में भाजपा की सरकार काबिज होने के बाद पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के दौरान विकास कार्य के नाम पर की गई गड़बड़ियों की दस्तावेजी प्रमाण के साथ शिकायत दर्ज कराई गई है। दस्तावेजों की पड़ताल के बाद राज्य शासन ने जांच बैठा दिया था। नवा रायपुर में 210 करोड़ रुपये के टेंडर को राज्य शासन ने निरस्त कर दिया है। आवास एवं पर्यावरण विभाग के अलावा नवा रायपुर विकास प्राधिकरण ने रायपसुर कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (आरसीपीएल) पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। टेंडर रद करने के बाद नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने ठेका कंपनी के खिलाफ हाई कोर्ट में केविएट दायर किया है। एनआरडीए ने दायर केविएट में ठेका कंपनी द्वारा याचिका दायर करने और उसकी याचिका पर सुनवाई के बाद फैसला देने से पहले पक्ष रखने की मांग की है। मालूम हो कि 210 करोड़ रुपये के कार्यों के टेंडर निरस्त होने के मामले में कंपनी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। दायर केंविएट में केविएटर एनआरडीए ने कहा है कि नोटिस जारी होने के बाद भी कंपनी ने अपना पक्ष नहीं रखा है। सात दिन बीतने के बाद कंपनी को दी गई समय-सीमा भी खत्म हो जाएगी।

इसके बाद एनआरडीए कंपनी पर एकतरफा कार्रवाई के लिए बाध्य हो जाएगी। 18 जनवरी को सबूतों और शिकायतों के आधार पर राज्य शासन की ओर से ठेका कंपनी पर कार्रवाई की गई थी। आरोप है कि पूर्व वन,आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर के रिश्तेदार व रायपुर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के एमडी असगर अली को जिन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों का कार्य दिया गया था। उसमें तकनीकी दक्षता ही पूरी नहीं है। रायपुर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को अब तक 120 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। इसके अलावा कई और बिल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने विभाग में लगाए गए हैं। हालांकि सरकार ने कंपनी का सारा भुगतान रोक दिया है। इससे पहले भी स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर ने भी कंपनी को लाखों का भुगतान किया है।

*राज्यसभा चुनाव का ऐलान, छत्तीसगढ़ से सरोज पाण्डेय रिपीट या कोई और नाम ?*

नई दिल्ली- भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने सोमवार को राज्यसभा की 56 सीटों पर चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है. इनमें छत्तीसगढ़ की एक सीट भी शामिल हैं. बता दें कि राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है. अब देखना होगा कि सरोज पांडेय फिर रिपीट होंगी या कोई नए चेहरे को मौका मिलेगा.

चुनाव आयोग ने बताया कि इन 56 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है.15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होगा. इसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है.

जिन 15 राज्यों में राज्यसभा चुनाव होने हैं उनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं. मालूम हो कि राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष तौर पर किया जाता है.

जनवरी में ही राज्यसभा के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ओर से नामित संजय सिंह, एनडी गुप्ता और स्वाति मालीवाल निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. इन चुनावों के लिए किसी भी अन्य पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 9 जनवरी थी जबकि नामांकन पत्रों की जांच 10 जनवरी को की गई. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 12 जनवरी थी. सिंह, गुप्ता और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष मालीवाल ने 19 जनवरी के राज्यसभा चुनावों के लिए अपना-अपना नामांकन 8 जनवरी को दाखिल किया था. AAP ने मालीवाल को अपना राज्यसभा उम्मीदवार नामित किया था. सिंह और गुप्ता को संसद के उच्च सदन में दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया गया.

*कस्टम मिलिंग में हुआ भारी भ्रष्टाचार, विष्णुदेव सरकार ने जारी किया बयान*

रायपुर- कस्टम मिलिंग में भारी भ्रष्टाचार हुआ है. विष्णुदेव सरकार ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है. सरकार ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के प्रतिवेदन रिपोर्ट पत्र के आधार पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में अपराध क्रमांक 01 / 2024 धारा 120बी, 409 मा. द.वि. एवं धारा 13(1) (क) सहपठित धारा 13 (2) एवं धारा-11 . निवा. अधि के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रवर्तन निदेशालय रिपोर्ट पर यह पाया गया कि विभिन्न राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है। इस प्रक्रिया में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली की गई एवं अपने पद का दुरूपयोग करते हुये विभिन्न शासकीय अधिकारियों द्वारा राईस मिलर्स के साथ मिलीभगत कर असम्यक लाभ प्राप्त कर शासन को आर्थिक क्षति कारित की गई।

प्रीतिका पूजा को मनोज सोनी, प्रबंध संचालक मार्कफेड के मारफत रोशन चन्द्राकर के द्वारा निर्देश था कि उन्हीं राईस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है। जिनकी वसूली की राशि रोशन चन्द्राकर को प्राप्त हुई है । किन राईस मिलर्स को भुगतान किया जाना है इसकी जानकारी संबंधित जिले के राईस मिलर्स एसोसिएशन के द्वारा मनोज सोनी के माध्यम से प्राप्त होती थी। आयकर विभाग के द्वारा की गई तलाशी की कार्यवाही से लगभग 1.06 करोड़ रूपये की कैश राशि प्राप्त हुई है जिसका कोई लेखा-जोखा नहीं है तथा बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल डिवाईस प्राप्त हुए है। लगभन 140 करोड़ रूपये की अवैध वसूली राईस मिलर्स से किया जाना पाया गया है।

राईस मिलर्स के द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफ.सी.आई. में जो कस्टम मिलिंग का चावल जमा किया जाता है में व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार कर प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध राशि की वसूली मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी एवं तत्कालीन डिस्ट्रीक्ट मार्केटिंग ऑफिसर कु. प्रीतिका पूजा केरकेट्टा कोरबा के द्वारा लोकसेवक के रूप में पदस्थ होते हुए अपने-अपने पद का दुरूपयोग कर, छत्तीसगढ़ स्टेट राईस मिलर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट कैलाश रुंगटा, वाईस प्रेसीडेंट पारसमल चोपडा एवं कोषाध्यक्ष रोशन चन्द्राकर के साथ आपराधिक षडयंत्र कर की गई है, जो प्रथम दृष्टया अपराध धारा 120 बी, 409 भा.द.वि. एवं धारा 13 (1) (क) सहपठित धारा 13 ( 2 ) एवं 11. अ.नि. अधि. के तहत अपराध कारित किया जाना पाया जाता है।

*DMF घोटाले पर विष्णुदेव सरकार का बयान*

रायपुर- DMF घोटाले पर भी विष्णुदेव सरकार ने बयान जारी किया है। और बताया कि प्रवर्तन निदेशालय क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के प्रतिवेदन रिपोर्ट पत्र के आधार पर राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में अपराध क्रमांक-02 / 2024 धारा 120बी, 420 भा. द. वि. एवं धारा – 7 तथा धारा-12 भ्र. निवा. अधि. के तहत् पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।

प्रवर्तन निदेशालय के रिपोर्ट पर यह पाया गया कि डी. एम. एफ. कोरबा के फंड से विभिन्न निविदाओं के आंबटन में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं की गयी है तथा गलत ढंग से निविदाओं को निर्धारण कर निविदाकर्ताओं को अवैध लाभ पहुंचाया गया है, जिसके कारण शासन को आर्थिक हानि कारित हुई है। प्रतिवेदन में यह भी पाया गया कि कुल निविदा राशि में लगभग 40 प्रतिशत की राशि लोकसेवक अधिकारीगणों को इस एवज में प्रदान किया गया तथा निजी कम्पनी के द्वारा निविदाओं पर 15 से 20 प्रतिशत अलग-अलग दरों से कमीशन प्राप्त किया गया है।

छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में डी. एम. एफ. में काफी अधिक मात्रा में वित्तीय अनियमितता की गई है तथा शासन को हानि कारित की गई है। प्रथम दृष्टया यह पाया गया है कि रानू साहू एवं अन्य लोकसेवकों के द्वारा लोकसेवक के रूप में पदस्थ होते हुए अपने – अपने पद का दुरूपयोग कर विभिन्न निविदाकर्ता संजय शेण्डे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, रिषभ सोनी एवं बिचौलिएं मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल एवं शेखर के साथ मिलकर डी.एम. एफ. में विभिन्न प्रकार की निविदाओं के आबंटन में, बिल को पास कराने के लिए, किसी वस्तु के वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य के बिल प्राप्त किये गये थें तथा उनका भुगतान कराने में एवं इत्यादि में आपस में मिलकर आपराधिक षड़यंत्र कर निविदाकर्ताओं संजय शेण्डे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, रिषभ सोनी एवं बिचौलिए मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल एवं शेखर को अवैध लाभ कारित करते हुए शासन को अवैध हानि कारित की गई जो प्रथम दृष्टया अपराध धारा 120 बी, 420 भा.द.वि. एवं धारा 7 एवं 12 भ्र.नि. अधि के तहत अपराध कारित किया जाना पाया जाता है।

देश के प्रधानमंत्री को आपकी चिंता, क्योंकि आप देश का भविष्य : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर।     प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्कूली बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ परीक्षा को उत्सव की तरह मनाने एवं विद्यार्थियों में तत्संबधी तनाव दूर करने के लिए सीधा संवाद किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बच्चों से सीधा संवाद कर उन्हें परीक्षा को एक उत्सव की तरह मनाने तनावमुक्त एवं उत्साह के साथ दिलाने के टिप्स दिए। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी को अपने पास बिठाया। कांकेर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख कैफुर रहमान ने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए पूछा - परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसा कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढ़ना आदि। मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए कृपया अपना मार्गदर्शन दें ? जिस पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उत्तर दिया कि धैर्य रखकर अतिउत्साह में न आना और परीक्षा को एक उत्सव की तरह देखना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल , विधायक पुरन्दर मिश्रा, अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब राजधानी रायपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित परीक्षा पे चर्चा के सीधे प्रसारण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बच्चों एवं अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी हम सभी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रेरक उद्बोधन सुना। इस उद्बोधन से निश्चित रूप से आपके भीतर नयी ऊर्जा का संचार हुआ होगा। आपका आत्मविश्वास और अधिक मजबूत हुआ होगा। आप सभी कितने सौभाग्यशाली हैं कि जब आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तब आपको न सिर्फ आपके शिक्षकों, माता-पिता और मित्रों का साथ मिल रहा है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री भी आपके साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री जी हर साल परीक्षा से पहले विद्यार्थियों से चर्चा कर उन्हें सफल परीक्षार्थी बनने का गुर बताते हैं। यह भी बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान आप स्वयं को तनाव से किस तरह दूर रख सकते हैं। हर साल आयोजित होने वाला उनका यह कार्यक्रम, परीक्षा पे चर्चा, बहुत लोकप्रिय कार्यक्रम है। आज का यह कार्यक्रम इस तरह का सातवां कार्यक्रम था। देश के प्रधानमंत्री को आप लोगों की चिंता है, क्योंकि आप देश का भविष्य हैं। प्रधानमंत्री जी का आप लोगों के लिए यही संदेश है कि परीक्षा एक उत्सव है। इसकी तैयारी उत्सव की तरह करें, उत्साह के साथ और पूरी ऊर्जा के साथ करें। सकारात्मकता और मेहनत विद्यार्थियों के लिए सफलता की कुंजी है। आपको हर चुनौतियों पर विजय पाते हुए अपनी सकारात्मकता को बनाए रखना है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि पाठ्यक्रम की तैयारी तभी ठीक तरह से हो पाती है, जब आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ठीक तरह से तैयारी करते हैं। अध्ययन और सेहत के बीच जितना अच्छा संतुलन आप बनाए रखेंगे, आपकी सफलता की गारंटी उतनी ही अधिक होगी। प्रधानमंत्री जी ने आपको सफलता के बहुत सारे टिप्स बता दिए हैं। मैं केवल इतना कहूंगा कि परीक्षा के दौरान अपना खानपान ठीक रखें, नियमित व्यायाम करें, नियमित योग और ध्यान करें। जीवन में कदम-कदम पर परीक्षाएं होती हैं। स्कूली परीक्षाओं में सफलता के बाद जीवन की पाठशाला की परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं। उन परीक्षाओं में भी सफलता के लिए यही टिप्स काम आते हैं। हमारे प्रधानमंत्री देश में शिक्षा व्यवस्था और नीति में बदलाव के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। उन्हीं की नीतियों का अनुसरण करते हुए हम भी छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था और नीति में बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बच्चों को आगामी परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम अपने प्रदेश में शिक्षा का नया वातावरण तैयार करेंगे। इस नये वातावरण में प्रतिस्पर्धा के बजाए सहयोग और प्रोत्साहन का महत्व होगा। परीक्षा अध्ययन-अध्यापन की एक प्रक्रिया है। सफलता-असफलता से परे, हम इसके सहभागी बनें, आनंद के साथ इसमें शामिल हों, अपना सर्वोत्तम देने का प्रयास करें। मैं सभी शिक्षकों और पालकों से भी कहना चाहता हूं कि हमें अपनी इच्छाओं और आकांक्षाओं का बोझ बच्चों पर नहीं डालना चाहिए। उन्हें अपना सर्वोत्तम देने में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया । स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को लक्ष्य पर केंद्रित रहकर तैयारियां करनी है। हमारा लक्ष्य केंद्रित रहना चाहिए । प्रधानमंत्री ने आप सभी को बताया कि कैसे तनाव रहित होकर परीक्षा की तैयारी करना है । ‘परीक्षा पे चर्चा‘ कार्यक्रम का लाईव प्रसारण सभी न्यूज चैनलों के साथ डीडी न्यूज, डीडी नेशनल, डीडी इंडिया, एफएम रेडियो, फेसबुक लाईव, यूट्यूब चैनल और MyGov.in पोर्टल की वेबसाईट के माध्यम से लाईव देखा गया। छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावकों ने इसमें बढ़-चढ़कर सहभागिता की। राज्य से गत वर्ष 2023 में 62 हजार 077 विद्यार्थियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने आलेख भेजे और 12 हजार 355 शिक्षकों ने अपने आलेख भेजकर उपस्थिति दर्ज की एवं 2 हजार 876 पालक सहित 77 हजार 308 लोगों ने सहभागिता की थी। इस वर्ष कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों को भाग लेने का अवसर दिया गया है। भारत सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जनवरी 2024 तक 1 लाख 56 हजार 459 विद्यार्थियों, 21 हजार 607 शिक्षकों और 5 हजार 963 अभिभावकों ने पंजीयन कराया था। राज्य से एक शिक्षक और 2 विद्यार्थियों ने चर्चा में भाग लिया। परीक्षा पे चर्चा का प्रारंभ वर्ष 2018 में सिर्फ 22 हजार लोगों ने सहभागिता की थी, जो छह वर्षों में 102 गुनी बढ़कर इस वर्ष 2 करोड़ 26 लाख से ज्यादा रही। उल्लेखनीय है कि आज दिल्ली में हुई परीक्षा में चर्चा कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ से तोंगपाल के स्वामी आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अनिता पहारे और कोटा आत्मानंद स्कूल के छात्र शिवम बंसल भी शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी! : ननकीराम कंवर की मांग पर कांग्रेस की चुटकी, सुशील आनंद ने कहा- अब बीजेपी की सरकार बन गई है, प्रदेश में लागू हो शराबबंदी

रायपुर- प्रदेश में शराबबंदी को लेकर पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को कोसने में लगे हुए हैं. इस बीच रविवार को बीजेपी वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने अपनी सरकार से शराबबंदी की मांग की. ननकीराम के शराबबंदी की मांग पर कांग्रेस ने चुटकी कसा है. कांग्रेस ने कहा कि हमारे शासनकाल में बीजेपी नेता शराबबंदी की बात करते थे. अब उनकी सरकार आ गई है तो प्रदेश में शराबबंदी लागू हो. ननकीराम कंवर की सीएम विष्णुदेव साय से शराबबंदी की मांग पर कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछले पांच साल में भाजपा के नेता शराबबंदी की बात करते थे. अब भाजपा की सरकार बन गई है. शराबबंदी को लेकर भाजपा का क्या स्टैंड? ये भाजपा बताए. पूर्ववर्ती सरकार में शराब की खपत कम थी. पूर्ववर्ती सरकार में 100 शराब दुकानें बंद की गई थी. ननकीराम कंवर गंभीर हैं तो सीएम के पास जाकर दबाव बनाए. कांग्रेस की मांग है कि प्रदेश में शराबबंदी लागू हो. *ननकीराम कंवर ने सीएम साय से की शराबबंदी की मांग* बता दें कि बीते रविवार को ननकीराम कंवर ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए नशाबंदी करना चाहिए. सरकार नहीं मानी तो मैं अकेला तो नहीं कर सकता. 5 कक्षा से दारू छोड़ा हूं. कुछ लोग हैं जो शराबबंदी के पक्ष में होंगे. सर्व सम्मति से नहीं तो सभी के सहमति से होना चाहिए. अगर ये समाज नशाबंदी कर दे तो इस आदिवासी समाज को कोई पीछे नहीं धकेलेगा. आगे उन्होंने सीएम साय से निवेदन करते हुए कहा, हमारे मुखिया को आदिवासियों के लिए नशाबंदी करना चाहिए. जनजातियों के लिए करना चाहिए. पूर्व सीएम ने नशाबंदी का ऐलान किया था. हम नहीं कर सकते थे. कांग्रेस दारू बेचती थी, अभी पेपर में भी आया है कि कितने लोग जेल जा रहे हैं.
दिल्ली में हसदेव के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस

दिल्ली-     छत्तीसगढ में हसदेव क्षेत्र में काटे जा रहे जंगलों को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। इस प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता व प्रदेश सचिव प्रियंका शुक्ला ने प्रदेश और केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका शुक्ला ने बोला कि हसदेव के जंगलों की कटाई और आदिवासी किसानो पर बर्बरता के लिए राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार दोषी है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ की सत्ता में नई सरकार के काबिज होते ही हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के युवा साथी रामलाल करियाम (ग्राम हरिहरपुर), जयनंदन पोर्ते (सरपंच ग्राम घाटबर्रा) और ठाकुर राम सहित अन्य आंदोलनकारी साथियों को पुलिस घर से उठाकर ले गई है और गांव में भारी पुलिस फोर्स को तैनात करके परसा ईस्ट केते बासेन कोयला खदान के लिए पेड़ों की कटाई शुरू कर दी । भाजपा सरकार की इस दमनात्मक कार्रवाई का हम विरोध करते हैं और आदिवासी साथियों पर की गई बर्बरता की कड़ी निन्दा करते हुए हसदेव के जंगल विनाश पर रोक लगाने की मांग करते है। प्रधानमंत्री एवं छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहें है। जब पत्रकारों ने उनसे हसदेव कटाई पर सवाल पूछा तो उन्होंने आसानी से कह दिया कांग्रेस के सरकार के समय आदेश दिया गया था। जबकि सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार ने आदेश दिया था जिसके विरुद्ध छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर हसदेव कटाई पर रोक लगा दिया और केंद्र सरकार को अनुरोध भी किया था कि इसपर रोक लगाया जाये। अफसोस आज छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार है और हसदेव का जंगल फिर से उजड़ रहा है। छत्तीसगढ़ महतारी पर प्रहार हो रहे हैं। प्रियंका शुक्ला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, चुनाव से पहले मोदी जी कहते थे जब तक आपका चौकीदार है, आपके जल जंगल और जमीन कोई हाथ नहीं लगा सकता, सत्ता में आने के बाद सैकड़ों मशीनें लगा कर पेड़ कटाई चल रही है। हसदेव अरण्य छत्तीसगढ़ का समृद्ध वन क्षेत्र है, जहां हसदेव नदी और उस पर मिनीमता बांगो बांध का कैचमेंट है, जिससे 4 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होती है। केंद्र सरकार के ही एक संस्थान "भारतीय वन्य जीव संस्थान" ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि हसदेव अरण्य में कोयला खनन से हसदेव नदी और उस पर बने मिनीमाता बांगो बांध के अस्तित्व पर संकट होगा। प्रदेश में मानव-हाथी संघर्ष इतना बढ़ जाएगा, जिसे संभालना नामुमकिन जैसा होगा। प्रियंका शुक्ला ने कहा, जिस जंगल के नाम पर मोदी जी ने आदिवासी समाज का वोट लिया आज उसे बीजेपी खत्म कर रही है। इतना ही नहीं प्रियंका ने आगे कहा, छत्तीसगढ़ विधानसभा ने 26 जुलाई 2022 को सर्वसम्मति से संकल्प पारित किया था कि हसदेव अरण्य को खनन मुक्त रखा जाए। पूरा क्षेत्र पांचवी अनुसूची में आता है और किसी भी ग्रामसभा ने खनन की अनुमति नहीं दी है। परसा ईस्ट केते बासेन कोयला खदान के दूसरे चरण के लिए खनन वनाधिकार कानून, पेसा अधिनियम और भू-अर्जन कानून – तीनों का उल्लंघन है। जिन जंगलों का विनाश किया जा रहा है, उसके प्रभावित गांव घाटबर्रा गांव को मिले सामुदायिक वन अधिकार पत्र को गैरकानूनी रूप से तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा ही निरस्त किया गया था, जिसका मामला पुनः बिलासपुर उच्च न्यायालय में लंबित है साथ हाल में ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ( NGT) ने भी अखबार की खबर के आधार पर मध्य भारत के इस हसदेव के जंगल के मामले को भी संज्ञान लिया है। प्रियंका ने केंद्र की मोदी और प्रदेश की विष्णु देव साय सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 12 वर्षों से लड़ रहे स्थानीय आंदोलनकारियों के साथ हो रही बर्बरता और ग्रामीण किसानो पर अत्त्याचार बीजेपी को लोकसभा चुनाव में भारी पड़ेगी। नव निर्वाचित भाजपा सरकार को जिस विश्वास के साथ इस प्रदेश और खासकर सरगुजा के आदिवासियों ने सत्ता सौंपी है, उनके साथ यह कृत्य विश्वासघात है। यदि हसदेव के जंगलों की कटाई नहीं रोकी गई, तो पूरे प्रदेश में व्यापक आंदोलन शुरू किया जायेगा।
पीएम मोदी ने की सुकमा की छात्रा उमेश्वरी से चर्चा

रायपुर- ‘परीक्षा पे चर्चा’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पास में छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी को बैठाया। स्टूडेंट्स से पीएम मोदी ने कहा, हमें किसी भी प्रेशर को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना चाहिए। दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी है। किसी भी प्रकार की बात हो, हमें परिवार में भी चर्चा करनी चाहिए। बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। इसलिए शिक्षक और छात्रों के बीच हमेशा सकारात्मक रिश्ता रहना चाहिए। शिक्षक का काम सिर्फ जॉब करना नहीं, बल्कि जिंदगी को संवारना है, जिंदगी को सामर्थ्य देना है, यही परिवर्तन लाता है। परीक्षा के तनाव को विद्यार्थियों के साथ-साथ पूरे परिवार और टीचर को मिलकर एड्रेस करना चाहिए। अगर जीवन में चुनौती और स्पर्धा ना हो, तो जीवन प्रेरणाहीन और चेतनाहीन बन जाएगा। इसलिए कॉम्पिटिशन तो होना ही चाहिए, लेकिन हेल्दी कॉम्पिटिशन होना चाहिए। जैसे मोबाइल को कार्य करने के लिए चार्जिंग की आवश्यकता होती है, उसी तरह बॉडी को भी रिचार्ज रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि स्वस्थ मन के लिए शरीर को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए प्रॉपर नींद लेना भी बहुत आवश्यक है।