आचार्य प्रमोद कृष्णम का नीतीश पर तीखा हमला, बोले-“इंडिया” गठबंधन का अंतिम संस्कार कर दिया
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लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन “इंडिया” को बड़ा झटका दिया। कभी “इंडिया” गठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश अब अपने पुराने खेमे में वास लौट गए हैं। नीतीश के इस झटके से विपक्षी गठबंधन कमजोर होती नजर आ रही है।अब तक बंगाल और पंजाब में ही विपक्षी गठबंधन कमजोर पड़ता दिख रहा था, लेकिन नीतीश ने इसे बिहार में पूरी तरह तोड़ दिया। इसको लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नीतीश पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने तो इंडिया गठबंधन का अंतिम संस्कार कर दिया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस किसी को रोकने की कोशिश नहीं करती, जिसे जाना हो जाओ, कांग्रेस एक महान पार्टी है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनों को नहीं रोकती तो नीतीश जी को क्या रोकती।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "इंडिया गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त है। शुरुआत से ही इसमें तरह-तरह के वायरस आ गए, फिर ये आईसीयू में चला गया और अंत में वेंटिलेटर पर था। फिर कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। अब इंडया गठबंधन का क्या होगा?" आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा नीतीश कुमार सुलझे हुए नेता हैं, उनका इंडिया गठबंधन को छोड़ कर जाना हमारे लिए दुखद है। इंडिया गठबंधन का कैप्टन ही छोड़ कर चला गया।
दरअसल, नीतीश कुमार के विपक्ष के महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल होने की घटना ने सभी विपक्षी दलों को बैकफुट पर ला दिया है। खासतौर पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं। 2024 लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी गठबंधन एकजुट होकर एनडीए को हराना चाहते थे, लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार ने एनडीए का हाथ थाम कर सबको असमंजस में डाल दिया है।
पूरी कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल टूरिज्म कर रही-कृष्णम
यही नहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी की नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी तंज कसा है। कृष्णम ने इसे "राजनीतिक पर्यटन" कहा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी में कुछ बहुत महान और बुद्धिमान नेता हैं। जहां एक तरफ सभी राजनीतिक पार्टियां 2024 चुनाव के लिए कमर कस रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पूरी कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल टूरिज्म कर रही है। दरअसल, हम 2024 के बाद पता लगा पाएंगे कि 2024 का चुनाव कैसे जीता जाए। ऐसा लगता है कि हम 2029 के चुनाव के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 की तैयारी कर रहे होते तो ऐसा नहीं होता"।





Jan 29 2024, 15:22
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