*कस्बे के घरों में मुर्गा मीट की गंदगी बिखेर रहे जानवर*

खजनी गोरखपुर।कस्बे में थाने के पीछे बांसगांव मार्ग पर सड़क के किनारे खुले में लगने वाली मीट मुर्गा और मछली की दुकानों से निकलने वाले अपशिष्ट कचरे पंख और मांस के टुकड़ों को कुत्ते बिल्ली और कौवे जैसे जानवर खाने के लिए उठा कर ले जाते हैं, और आसपास के घरों के छत आंगन और दरवाजे के सामने बिखेर देते हैं।

स्थानीय लोग इस समस्या से परेशान हो चुके हैं।आलम यह है कि कोई सूर्य भगवान को अथवा शंकर जी को जल चढ़ाने के लिए स्वच्छ पूजा के लोटे में पवित्र जल लेकर निकलता है उसी समय कौवा उपर से मांस का टुकड़ा गिरा देता है।

आरएसएस के खंड धर्म जागरण प्रमुख विमलेश तिवारी ने बताया कि दुर्गा मंदिर के बगल में मुर्गा मीट की दुकानों से मांस और पंख ले आ कर जानवर मंदिर के सामने छोड़ जाते हैं। वस्त्र व्यावसाई विजय कुमार भरतिया, अंम्बे प्रसाद भरतिया, ज्वाला भरतिया,जगदंबे भरतिया ने बताया कि यह रोज की समस्या है। कई बार तहसील प्रशासन और थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है।

शिकायत करने के बाद सिर्फ दो चार दिन तक कुछ ठीक रहता है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद फिर वही हालत हो जाती है।स्थानीय लोगों में सुनील तिवारी, प्रदीप तिवारी,ओमप्रकाश तिवारी, गुलाब तिवारी, अतुल तिवारी आदि ने बताया कि घरों के पास खुले आम लगने वाली मीट मुर्गा और मछली की दुकानें ही इस समस्या की जड़ है।

मांस मछली के शौकीन बढ़ गए हैं रोज दुकानें लगती हैं और दर्जनों की संख्या में कुत्ते बिल्ली और कौवे आदि मांसाहारी जानवर मांस के टुकड़े आसपास ले आ कर बिखेर जाते हैं।

व्यापार मंडल खजनी के अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा ने बताया कि मांस मछली की दुकानें कस्बे में लोगों के घरों से दूर लगनी चाहिए।

बता दें कि खजनी थाने के ठीक पीछे लगने वाली मांस मछली के कारोबारियों की ऐ दुकानें शाकाहारी लोगों के लिए समस्या की जड़ बनी हुई है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि प्रभु श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर हर तरफ स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन हमारी इस समस्या की ओर स्थानीय प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

*नाटक लोकनायक तुलसीदास उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हुआ सम्मानित*

गोरखपुर। रामचरितमानस के रचयिता एवं संत कवि के जीवन पर आधारित सन रोज संस्थान की प्रस्तुति भक्ति एवं संगीतमय नाटक लोकनायक तुलसीदास गोरखपुर महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पर्यटक विभाग के अधिकारी रविंद्र मिश्रा ने नाटक के टीम प्रमुख, संस्थान के चेयरमैन एवं नाटक लेखक एवं निर्देशक विवेक कुमार अस्थाना को प्रमाण पत्र एवं महोत्सव स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया।

इस संबंध में संस्थान के चेयरमैन एवं नाटक के लेखक एवं निर्देशक ने कहा कि यह सम्मान हमारा ही नहीं बल्कि नाटक में उन सभी का सम्मान है जिन्होंने अपना अहम रोल नाटक में निभाया है और जिन्होंने मंच के परे रहकर अपना महत्वपूर्ण योगदान एवं सहयोग दिया।

नाटक के संगीतकार केके सिंह, प्रमुख न्यूरो चिकित्सक डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, चित्रगुप्त मंदिर के अध्यक्ष आलोक रंजन वर्मा, बालस्वर के मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख निहारिका अस्थाना, संरक्षक विजय खेमका, संतोष कुमार गुप्ता, निदेशक शाहाब तारिक, सचिव उमेश चंद, देशदीपक साहित्य तमाम करीबियों, पत्रकारों ने पूरे टीम को बधाई दी।

*दो सप्ताह से अधिक की खांसी हो तो खिचड़ी मेले में कराएं टीबी की जांच-सीएमओ*

गोरखपुर, अगर दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही हो, भूख न लगे, तेजी से वजन घट रहा हो, बलगम से खून आ रहा हो और रात में पसीने के साथ बुखार आता हो तो यह टीबी का भी लक्षण हो सकता है । ऐसे लक्षण वाले लोगों की जांच के लिए इस बार भी गोरखनाथ मंदिर परिसर में चल रहे खिचड़ी मेले में सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।

यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी । वहीं, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने अपील की है कि समय से जांच और इलाज शुरू करने से दूसरों तक टीबी संक्रमण की आशंका कम हो जाती है, इसलिए लोग लक्षण दिखते ही जांच के लिए आगे आएं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि टीबी जांच के साथ साथ सम्पूर्ण इलाज की सुविधा सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है । जिन लोगों में जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है उनका इलाज करने के साथ साथ पांच सौ रुपये प्रति माह उनके खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत पोषक तत्वों से भरपूर खानपान के लिए दिये जाते हैं ।

मरीज के पूरे परिवार की टीबी जांच कराई जाती है और अन्य सदस्यों में टीबी न मिलने पर भी छह माह तक सभी को बचाव की दवा खिलाई जाती है । प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी और मधुमेह की जांच भी कराई जाती है, ताकि सहरुग्णता के अनुसार टीबी का इलाज किया जा सके। जांच कर यह भी देखा जाता है कि मरीज ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी मरीज है या फिर ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी ।

डीएस टीबी का मरीज सम्पूर्ण उपचार और पोषक तत्वों से भरपूर खानपान के जरिये मात्र छह माह में ठीक हो जाता है । डीआर टीबी मरीजों को ठीक होने में अठारह माह से दो वर्ष तक का समय लग सकता है ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2023 के खिचड़ी मेले में 152 संभावित टीबी रोगियों की स्क्रिनिंग की गयी थी । इस दौरान हुई जांच में तीन टीबी के कंफर्म मरीज मिले थे । इस साल 13 से 18 जनवरी तक 164 संभावित टीबी रोगियों की स्क्रिनिंग की जा चुकी है । इनकी जांच के बाद जो कंफर्म टीबी मरीज मिलेंगे उन्हें समुचित इलाज व सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ।

टीबी मरीज जब एक बार दवा शुरू कर देता है तो तीन सप्ताह बाद वह संक्रामक नहीं रह जाता है । ऐसे में आवश्यक है कि जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा मरीजों को ढूंढ कर उनका इलाज शुरू कराया जाए । खिचड़ी मेले में लगे स्टॉल के संचालन व पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र और मिर्जा आफताब बेग व उनकी टीम को दी गयी है।

हो रहा है प्रचार प्रसार

सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के प्रयासों से टीबी चैम्पियन की मदद लेकर मेले में बीमारी के बारे में जनजागरूकता के भी प्रयास हो रहे हैं।

संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय ने बताया कि खिचड़ी मेले में पिछले साल भी यह स्टॉल लगाया गया था। इससे लोगों को जनजागरूकता के साथ मौके पर ही सेवा भी मिल पा रही है। टीबी उन्मूलन में इससे काफी मदद मिलेगी । टीबी चैम्पियन इस कार्य में मदद कर रहे हैं ।

*नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन*

गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शिवपुर के प्रांगण में शुक्रवार को हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

व्यापक चुनचूनती ठंड और मुख्य सड़क से दूर होने के बावजूद इस नि:शुल्क कैंसर शिविर में आए 102 लोगों की कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव द्वारा इनकी विभिन्न समस्याओं को देखकर उसकी जांच की तथा उचित परामर्श दी। उनमें कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की गई तथा उन्हें मुफ्त दवाएं दवा भी दी गई।

कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई। अधिकांश ग्रामीण महिलाएं डॉक्टरों के पास जाने से बचती हैं इसलिए गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना महत्वपूर्ण है जो कि इस अस्पताल का उद्देश्य है।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है जो जानलेवा हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, हर दिन 200 महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से होती है, जबकि हर घंटे आठ की मौत होती है, लेकिन अगर शुरुआती चरणों में इसका पता चल जाए, तो इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।

सबको कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर उचित मदद कर सकें।

शिविर में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओबायदुल हक, अजय श्रीवास्तव, शैलेंद्र त्रिपाठी, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, बिजेंद्र कुमार, सोनी पासवान, नारद मुनि, अंकित पांडेय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।

*अयोध्या जा रही डीसीएम का टायर फटने से 2 की मौत, 5 घायल,राम काज में शामिल होने की हरसत रह गई अधूरी*

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र से मजदूरों के साथ बांस बल्ली ले कर अयोध्या धाम में बैरिकेडिंग के लिए जा रही डीसीएम बस्ती जिले में फोरलेन पर पटवा स्कूल बड़ेवन के पास अचानक टायर फटने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में सरयां तिवारी गांव के राजू गुप्ता 50 वर्ष और कोठां गांव के निवासी शिवकरन विश्वकर्मा 52 वर्ष को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

वहीं घायलों में कोठां गांव के निवासी राजेश मिश्रा 54 वर्ष तथा सरयां तिवारी गांव के निवासी चंद्रकेश 20 वर्ष, सचिन 20 वर्ष रामराज 25 वर्ष और बेंचू 45 वर्ष को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सभी का उपचार करते हुए उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है।

हादसे की सूचना मिलते ही सरयां तिवारी और कोठां गांव में मृतकों और घायलों के परिवारों में रोना पिटना मच गया। बस्ती जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद आज अपराह्न दोनों मृतकों का शव उनके परिजनों को दाह-संस्कार सौंप दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार कोठां गांव के निवासी सुनील तिवारी को अयोध्या धाम में बैरिकेडिंग करने का काम करने का टेंडर मिला है। मजदूरों के साथ बांस बल्ली लेकर अयोध्या जाने के लिए निकली डीसीएम हादसे का शिकार हो गई।मृत मजदूरों की राम काज में शामिल होने की इच्छा पूरी नहीं हो सकी।

*अराजक तत्वों को सद्बुद्धि आए इसको लेकर कांग्रेसजनों ने गाया रामधुन ‘रघुपति राघव राजा राम‘ भजन*

गोरखपुर। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में टाउनहाल स्थित महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष, कांग्रेसजन अयोध्या श्रीराम मन्दिर दर्शन करने गये थे इस दौरान ध्वजवाहक अनोखेलाल तिवारी के साथ मन्दिर प्रांगण में अराजकताओं द्वारा अभद्रता की गयी, कांग्रेस ध्वज को छिना गया, कांग्रेस ध्वज छिनने वाले अराजकताओं को सद्बुद्धि आवे इसके लिए कांग्रेसजनों ने रामधुन ‘रघुपति राघव राजा राम‘ भजन गाये। इस दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव/प्रभारी जनपद बस्ती दिलीप कुमार निषाद मुख्य रूप से मौजूद रहें।

महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि अयोध्या स्थित श्रीराम मन्दिर में दर्शनार्थी दीर्घा में कांग्रेसजन श्रद्धा भाव से गये थे लेकिन कुछ अराजकताओं द्वारा पार्टी के ध्वजवाहक के साथ अभद्रता की गयी, कांग्रेस ध्वज को छिना-झपटी की गयी जो घोर निंदनीय कृत्य है इसकी जितनी निन्दा की जाये कम है। रामधुन गाकर अराजकताओं को सद्बुद्धि के लिए ईश्वर से कामना की गयी।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव/प्रभारी जनपद बस्ती दिलीप कुमार निषाद ने कहा कि प्रभु श्रीराम जगत् के राम हैं, करोड़ों हिन्दुओं के आस्था सबके राम हैं मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के साथ इस तरह का कृत्य अशोभनीय है।कार्यक्रम में पूर्व मेयर प्रत्याशी नवीन सिन्हा, राकेशचन्द्र यादव, डॉ0 भानु प्रताप सिंह, तौकीर आलम, विजय कुमार राव, प्रणव उपाध्याय, ईं0 जयराम प्रसाद, प्रेमलता चतुर्वेदी, सोनिया शुक्ला, महेन्द्रनाथ मिश्रा, देवेन्द्र निषाद धनुष, सुनीला देवी, तसलीम आलम अंसारी, उज्जैर खां, गुलाम ताहिर, प्रमोद निषाद, तेजनरायण श्रीवास्तव, अशोक निषाद, राकेश मौर्या, नासिर मुन्ना, मो0 अरशद, अशोक कश्यप, आदिअंश गांधी, राजीव पाण्डेय आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहें।

*प्रभु श्री राम आ रहे हैं" भजन का हुआ लोकार्पण*

गोरखपुर। रामोत्सव, 2024 के अवसर पर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) के द्वारा जन सहभागिता के अंतर्गत अनुदीप क्रिएशंस के बैनर तले "प्रभु श्री राम आ रहे हैं" भजन का लोकार्पण होटल प्रगति इन में किया ।भजन को अपने गीत और संगीत से सजाया है शहर के युवा कलाकार आभास आर्नव ने और इस राम भजन के निर्माता है जाने माने व्यवसाई नितिन मातनहेलिया एवम गीतकार और निर्देशक है दीप्ति और अनुराग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों से प्रेरित यह गीत घर-घर दीप जलाओ जी सबने खूब पसंद किया ।

भजन का लोकार्पण राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त माननीय पुष्पदंत जैन गोरखपुर के मेयर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव वरिष्ठ भाजपा नेता भानु मिश्रा, वार्ड नंबर 20 के पार्षद रणंजय सिंह जुगनू, दूरदर्शन और आकाशवाणी के केंद्र निदेशक बृजेंद्र नारायण एवं उपनिदेशक राजकीय बौद्ध संग्रहालय यशवंत सिंह राठौड़ ने संयुक्त रूप से मिलकर किया।

अपने उद्बोधन में पुष्पदंत जैन ने कहा कि हम सबके लिए यह बहुत खुशी का मौका है कि जब हम श्री राम लाल प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बना रहे हैं वही मेयर ने भी शहर वीडियो से अनुरोध किया कि आप भी इस उत्सव को एक त्यौहार की तरह मनाएं, वरिष्ठ भाजपा नेता भानु मिश्रा ने भी दोनों नवोदित कलाकारों को बहुत सारी शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के केंद्र निदेशक बृजेंद्र नारायण जी ने भजन की खूब तारीफ की और उन्होंने कहा कि आजकल के भजनों में शोर ज्यादा सुनाई देता है लेकिन बहुत समय बाद कुछ ऐसा भजन सुनने को मिला है जिसे आप आराम से सुनकर प्रभु राम में खो जाएंगे । भजन के बारे में जानकारी देते हुए अनुदीप क्रिएशंस की डायरेक्टर दीप्ति अनुराग ने बताया कि इस भजन को आप अनुदीप क्रिएशंस ऑफिशल यूट्यूब चैनल पर सुन सकते हैं एवं देख सकते हैं इसके साथ ही देश के सभी म्यूजिक प्लेटफार्म पर यानी जियोसावन विंक म्यूजिक अमेजॉन म्यूजिक सभी जगह यह भजन सुना जा सकता है। उन्होंने सभी से अनुरोध भी किया कि आप इस भजन को सुनिए और अपने दोस्तों के साथ शेयर भी करिए कार्यक्रम में मुख्य रूप से अंजली मातनहेलिया, रेनू सहगल, सौरभ सिंह शशिकांत गुप्ता, शोभित श्रीवास्तव, सुशील गुप्ता, बेचन सिंह पटेल , रंजीता पांडे, अंकित पीयूष, सुषमा सिंह, हर्ष तिवारी सहित शहर के बहुत सारे गणमान्य लोग उपस्थित थे।

*लकड़ी काट रही महिला से मनबढों ने किया मारपीट, मुकदमा दर्ज*

पिपरौली।गीडा थाना क्षेत्र में एक गांव की महिला अपने ही गिरे हुए सूखे पेड़ से लकड़ी काटने पर उसके ही पट्टीदारों ने मारपीट घायल कर दिया। पीड़ित ने इसकी लिखित शिकायत थाने पर किया।

मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के नगवा निवासिनी किरन लता श्रीवास्तव (55) बुधवार दोपहर करीब 12 बजे अपने घर के पीछे अलाव जलाने के लिए गिरे हुए सूखे हुए पेड़ से लकड़ी काट रही थी। इतने में ही उनके पट्टीदार अपने पुत्रों के साथ आकर महिला को भद्दी–भद्दी गाली देने लगे।

पीड़िता ने जब इसका विरोध किया तो मनबढ़ युवकों ने उसका गला पकड़ कर धकेल दिए और मारने पीटने लगे। महिला के शोर मचाने पर युवक महिला को पूरे परिवार समेत अंजाम भुगतने की धमकी देते हुए फरार हो गए। इस सारी घटना की शिकायत महिला ने गीडा थाने पर किया।

पुलिस ने आरोपी संतोष श्रीवास्तव उर्फ राजू, राहुल, राज बहादुर उर्फ पारुल के विरुद्ध आईपीसी धारा 323, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।

*लेखपाल पद पर चयनित होकर गाँव व क्षेत्र का नाम किया रोशन*

सहजनवां,गोरखपुर। सहजनवां ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम सभा तितनापार के निवासी किसान जनार्दन सिंह के छोटे बेटे सत्यपाल सिंह ने लेखपाल पद पर चयनित होकर गाँव व क्षेत्र का नाम रोशन किया हैं। सत्यपाल सिंह बचपन से ही होनहार छात्र रहे हैं ए वन दारोगा सहित कई परीक्षाएँ क्वालिफाई कर चुके हैं।

पीसीएस मुख्य परीक्षा मे मामूली अंको से चुके। सत्यपाल सिंह लेखपाल पद पर फाइनल चयन हो जाने से परिवार में खुशी का माहौल है।सत्यपाल क्लासेज नाम से भीटी रावत मे सैकड़ो छात्रो को शिक्षा देते है मार्गदर्शन करते हैं इनके पढ़ाए बहुत से छात्र विभिन्न सरकारी पदो पर सेवा दे रहे हैं।

सिंह के चयन पर विधानसभा उपाध्यक्ष प्रदीप यादव, अजीत यादव "अवनीश " सोनू मौर्या सहित संभ्रांत लोगो ने बधाई दी।

*लखनऊ के खगोलविदों ने ब्रह्माण्ड में खोजे राम*

गोरखपुर। नेबुला हंटर्स संकल्प एम रस्तोगी जो अपना खगोल विज्ञान एनजीओ Scientific Knowlegde for Youth Foundation के अध्यक्ष है और उत्कर्ष मिश्रा जो एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र हैं | दोनों वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव की देखरेख में रात के आकाश में दिखाई देने वाली खगोलीय वस्तुओं को देखने और उनके बारे में जानने के लिए कुछ साल पहले इंदिरा गांधी तारामंडल के सदस्य बने।

२०२० में लॉकडाउन के दौरान उन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध खगोलीय डेटा की मदद से ब्रह्मांड में नए नेबुला की खोज पर काम करने के लिए एक टीम इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला, लखनऊ के निदेशक श्री अनिल यादव के निर्देशन में बनाई।

नेबुला क्या है?

नेबुला अंतरिक्ष में धूल और गैस का एक विशाल बादल है। नेबूला विभिन्न प्रकार की होती है जैसे ग्रहीय नेबुला, सुपरनोवा अवशेष आदि।

अंतरिक्ष विज्ञान में कई प्रगति के बावजूद ब्रह्मांड में अभी भी ऐसे क्षेत्र हैं जिनकी खोज की जानी बाकी है और इन दोनों शौकिया खगोलविदों ने इन अज्ञात नेबुला की खोज में अपने अनगिनत घंटे बिताए।

एक नई नेबुला खोजने की तुलना भूसे के ढेर में सुई खोजने के कार्य से की जा सकती है।लेकिन कठिनाइयों के बावजूद संकल्प और उत्कर्ष ब्रह्मांड में 55 से अधिक नए नेबुला की पहचान करने में कामयाब रहे हैं। उनकी सूची का तेजी से विस्तार हो रहा है।

उनकी सबसे प्रसिद्ध नेबुला खोज तारामंडल मोनोसेरोस में है। इस नेबुला को बबलगम नेबुला नाम दिया गया है। यह नेबुला आकार में बहुत बड़ी है लेकिन बिना दूरबीन के आसानी से दिखाई नहीं देती। यदि यह चांद के समान चमकीला होता तो यह आकाश में दूसरे चंद्रमा की तरह दिखाई देता। इस नेबुला की तस्वीर चिली से ली गई थी।

मोमी ५ जिसे सॉसरर्स स्टोन नेबुला के नाम से भी जाना जाता है, कैसिओपिया तारामंडल में फैंटम ऑफ द ओपेरा के नाम से मशहूर नेबुला के पास स्थित है। अपनी खोज की पुष्टि करने के लिए उन्होंने एक ब्रिटिश खगोलशास्त्री से संपर्क किया जिसने स्पेन में अपनी वेधशाला से उनके नेबुला की तस्वीर खींची।

उन्होंने अपनी हालिया खोज को राम नेबुला नाम दिया है जो कैसिओपिया तारामंडल में स्थित है। यह आसानी से दिखाई नहीं देता था और इसलिए यह खगोलविदों से छूट गया था, लेकिन इन दो तेज़-तर्रार शौकिया खगोलविदों से नहीं।

संकल्प और उत्कर्ष इन अनदेखे क्षेत्रों का अध्ययन करने के लिए इंदिरा गांधी तारामंडल द्वारा प्रदान की गई दूरबीन और उपकरणों का भी उपयोग करते हैं, उन्होंने अपने शोध कार्य में दुनिया के विभिन्न हिस्सों के शौकिया खगोलविदों के साथ भी सहयोग किया है।

इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला में ही दोनो उभरते हुए खगोलविदों ने सुमित कुमार श्रीवास्तव, वैज्ञानिक अधिकारी से एस्ट्रोनॉमी का बेसिक्स सीखे है । ये दोनो पिछले 12 सालों से इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला से जुड़े हुए है ।

संकल्प और उत्कर्ष ने नेबुला के साथ क्षुद्रग्रह, सुपरनोवा और एक्सो ग्रहों की भी खोज की है। इन उभरते हुए खगोलविदों पर इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला को गर्व है ।

सुमित कुमार श्रीवास्तव, के अनुसार राम नेबुला की खोज खगोलिकी के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी । और अन्य नए विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित करेगी । राम नेबूला के डाटा का प्रयोग वैज्ञानिक अनुसंधानों के लिए भी किया जा सकेगा ।