मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ‘‘आईसीएआई अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन फाइनेंशियल रिपोर्टिंग‘‘ कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर।   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में आईसीएआई द्वारा आयोजित ‘‘अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन फाइनेंशियल रिपोर्टिंग‘‘ कार्यक्रम में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने फाइनेंशियल रिपोर्टिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले वित्तीय, गैर वित्तीय, औद्योगिक और सेवा क्षेत्र की संस्थाओं तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले संस्थाओं को बधाई देते हुए कहा कि 2047 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प को पूरा करने में सभी वित्तीय, गैर वित्तीय, उद्योग और सेवा प्रदाता कंपनियों की बड़ी भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और सभी के सहयोग से निश्चित ही हम अपने वित्तीय लक्ष्यों को तय समय में प्राप्त करने में सफल होंगे। श्री साय ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट की वित्तीय प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जितना बेहतर वित्तीय प्रबंधन होगा, वह संस्था उतनी ही गति से विकास करेगी। इसे समग्रता में देखें तो बेहतर वित्तीय प्रबंधन देश को भी आर्थिक रूप से मजबूती देगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी आने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका बढ़ी है और उनकी दक्षता का लाभ कंपनियों को मिल रहा है, जिससे वित्तीय प्रबंधन करना भी आसान हुआ है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि इस प्रकार के पारितोषिक वितरण समारोह के आयोजन से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना आती है और लोग अपने काम को और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित भी होते हैं। उन्होंने आईसीएआई छत्तीसगढ़ को इस आयोजन के लिए साधुवाद दिया।

इस अवसर पर आईसीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिकेत तलाटी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रंजीत अग्रवाल, रायपुर शहर अध्यक्ष रवि ग्वालानी, अनुज गोयल, देवाशीष मित्रा सहित बड़ी संख्या में चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित थे।

उपार्जन केंद्रों से धान के उठाव में तेजी लाने के साथ किसानों की सुविधा और संतुष्टि का विशेष ध्यान रखा जाए : मुख्य सचिव अमिताभ जैन

रायपुर-   खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर अब तक की गई धान खरीदी की प्रगति की जानकारी के लिए मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के समस्त संभाग आयुक्त और कलेक्टर की बैठक ली। उन्होंने धान उपार्जन केंद्रों से ही मिलर्स द्वारा धान के उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। श्री जैन ने किसानों की सुविधा और संतुष्टि का विशेष ध्यान रखने के निर्देश भी दिए हैं।

धान खरीदी और कस्टम मिलिंग को लेकर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा है कि खरीदी प्रक्रिया के साथ ही धान के उठाव की प्रक्रिया में भी तेजी लाना सुनिश्चित किया जाए। दूसरे राज्यों की सीमा से लगे हुए जिलों में अवैध धान के आवक पर कड़ी निगरानी रखी जाए। साथ ही कोचियों-बिचौलियों के माध्यम से भी धान के अवैध उपार्जन के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही प्रत्येक खरीदी केंद्र का भौतिक सत्यापन भी किया जाए। धान खरीदी प्रक्रिया के समाप्ति के दिन तक प्रत्येक केंद्र का दो बार अनिवार्य रूप से भौतिक सत्यापन होना चाहिए।

उन्होंने रकबा समर्पण करने वाले किसानों की जानकारी खरीदी केंद्रवार तैयार करने के साथ ही ऐसे पंजीकृत किसान जिन्होंने धान की फसल नहीं ली है, उनसे जल्द से जल्द रकबा का समर्पण कराने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। श्री जैन ने कहा है कि समिति स्तर से धान का उठाव किया जाना है, उसके लिए भी प्रतिदिन धान के उठाव संबंधी कार्य योजना बनाकर मिलर्स की बैठक आयोजित करके मिलिंग क्षमता के अनुसार मिलिंग का कार्य सुनिश्चित किया जाए।

मुख्य सचिव ने राज्य स्तर पर भारतीय खाद्य निगम, मार्कफेड, खाद्य विभाग और रेलवे के माध्यम से संयुक्त रूप से धान के परिवहन के संबंध में सुचारू व्यवस्था की जाए। प्रत्येक केंद्र में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध हो। साथ ही ऐसे जिले जहां धान की खरीदी होती है, लेकिन मिलिंग का कार्य अन्य जिले में होता है को आपसी समन्वय से प्रक्रिया पूरी करने कहा। श्री जैन ने कलेक्टरों से प्रक्रिया में हो रही कठिनाईयों के बारे में भी जानकारी ली और इसका निराकरण करने के निर्देश राज्य स्तरीय अधिकारियों को दिए।

उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 130 लाख मीट्रिक टन धान उपार्जन का लक्ष्य रखा गया है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 31 जनवरी तक की जानी है। इसके लिए कुल 26.62 लाख किसानों के 33.28 लाख हेक्टेयर धान के रकबे का पंजीयन किया गया है। अब तक कुल 19.77 लाख किसानों द्वारा 102.19 लाख मीट्रिक टन धान का विक्रय समर्थन मूल्य पर किया जा चुका है। बैठक में खाद्य विभाग के सचिव वासव राजु एस., सहकारिता विभाग के सचिव सी. आर. प्रसन्ना, राजस्व एवं आपदा विभाग के सचिव भुवनेश यादव सहित मार्कफेड, नागरिक आपूर्ति निगम, अपेक्स बैंक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ की आर्थिक तरक्की में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूरत - केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

रायपुर-   केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि गांवों में बनाए गए गौठानों को आर्थिक समृद्धि केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने आज नवा रायपुर अटल नगर के सर्किट हाउस में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं की आर्थिक समृद्धि के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दीदियों को लखपति बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार किए जाएंगे। उन्होंने अमृत सरोवरों के व्यवस्थित विकास पर भी जोर दिया। बैठक में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, विधायक ईश्वर साहू और सुशांत शुक्ला विशेष रूप से उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने समीक्षा बैठक में कहा कि देश की आर्थिक उन्नति में महिलाओं की भागीदारी 56 प्रतिशत है, जबकि छत्तीसगढ़ में 50 प्रतिशत है, इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिए महिलाओं को कृषि में भागीदारी बढ़ाने के साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत छोटे-छोटे उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, बैंकों के माध्यम से महिलाओं के नये उद्यम स्थापित किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहान की दीदियों को लखपति बनाने का संकल्प लिया है। बिहान योजना के तहत 56 लाख दीदियों को लखपति बनाना हमारा संकल्प है। इसके अनुरूप पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी कार्य करें।

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि नाबार्ड द्वारा राज्य में मॉडल गौठान बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके अंतर्गत राज्य के 4 जिलों में एक-एक गौठानों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए नाबार्ड द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को 25 लाख रूपए की राशि दी जाएगी। इन मॉडल गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूअर पालन के साथ ही उन्नत नस्ल के गौवंशीय पशु पाले जाएंगे। कड़कनाथ जैसे देशी मुर्गियों की प्रजाति के हाइब्रिड नस्ल तैयार किए जाएंगे।

आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में ग्रामीण क्षेत्र में बनाए जा रहे अमृत सरोवरों को व्यवस्थित रूप से विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवरों के आसपास वृक्षारोपण, पाथ-वे सहित सौंदर्यीकरण के कार्य किए जाए। इन कार्याें को पूर्ण करने के लिए मनरेगा की राशि का उपयोग किया जाए।

इस मौके पर बैठक में प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास निहारिका बारिक, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण विकास के सीईओ भीम सिंह, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की संचालक पद्मिनी भोई, संचालक पंचायत रोक्तिमा यादव, नाबार्ड और एसबीआई के डीजीएम सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

2 साल से बंद दानी स्कूल का पिछला गेट शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने खुलवाया

रायपुर-   करीब दो सालों से बंद रायपुर के एक सरकारी स्कूल गेट का ताला मंत्री ने बच्चियों के साथ मिलकर खोल दिया। दानी गर्ल्स स्कूल का पिछला गेट बूढ़ातालाब गार्डन की वजह से बंद कर दिया गया था। जब मंत्री स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे, बच्चियों से कहा मेरे साथ आओ। फिर जय श्री राम का नारा लगाकर गेट खोला। बच्चियां इस गेट से सड़क शुरू करने की मांग पर आंदोलन कर चुकी हैं। सड़क शुरू करने के निर्देश भी बृजमोहन ने दिए हैं।

दरअसल स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर राजधानी रायपुर के जे आर दानी स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे थे और छात्राओं को बड़ी सौगात दी। प्रतिभा सम्मान समारोह में दानी स्कूल पहुंचे मंत्री अग्रवाल ने स्वामी विवेकानंद सरोवर की तरफ जाने वाले रास्ते की बाधा को दूर कर दिया।

गेट का ताला खुलते ही छात्राओं के चेहरे खिल गए। मौके पर खुशी का माहौल छा गया। माहौल जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। बता दें पिछली कांग्रेस सरकार ने बूढ़ातालाब का सौंदर्गीकरण होने के बाद से दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कॉलेज के पीछे वाली बायपास सड़क को बंद करवा दिया था। यहां दानी स्कूल गेट बंद कर वहां दीवार खड़ी कर दी थी।

जिसके कारण दानी स्कूल, डिग्री गर्ल्स कॉलेज, काली बाड़ी स्कूल, एससी-एसटी हॉस्टल के विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। निगम वहां चौपाटी विकसित करने जा रही थी। जिसको लेकर छात्राओं में नाराजगी थी। और इस मुद्दे पर छात्राओं ने कई बार प्रदर्शन भी किया था। बृजमोहन अग्रवाल ने चुनाव के दौरान उस रास्ते को शुरू करवाने और स्कूल गेट खुलवाने का वादा किया था ।

रायपुर नालंदा परिसर में फ्री इंटरनेट की स्पीड बढ़ाई गई

रायपुर-   राजधानी रायपुर के एनआईटी कैम्पस में बनाए गए प्रदेश के पहले नालंदा परिसर (डिजिटल लाईब्रेरी) में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए फ्री-इंटरनेट की स्पीड डबल कर दी गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की घोषणा के अनुरूप राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन से इंटरनेट की स्पीड बढ़ाई गई है। इंटरनेट की स्पीड बढ़ जाने से छात्र-छात्राएं अब दुगुनी स्पीड से पढ़ाई कर सकेंगे। इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने के लिए छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विगत 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के मौके पर नालंदा परिसर का भ्रमण किया था। उस वक्त छात्र-छात्राओं ने इंटरनेट की स्पीड कम होने की समस्या बताई थी। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं की समस्या को त्वरित संज्ञान लेते हुए इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने की घोषणा की थी। नालंदा परिसर के प्रबंधन और संचालन के लिए कलेक्टर रायपुर के अध्यक्षता में नालन्दा परिसर प्रबंधन सोसायटी गठित की गई है। इस सोसायटी की बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा पर त्वरित कार्यवाही करते हुए लाईब्रेरी में इंटरनेट की स्पीड 12 जनवरी से दुगुना का निर्णय लिया गया। नालन्दा परिसर के नोडल अधिकारी केदार पटेल ने बताया कि लाईब्रेरी में पहले 100 एमबीपीएस की स्पीड से फ्री इंटरनेट की सुविधा थी जिसे बढ़ाकर अब 200 एमबीपीएस कर दिया गया है।

नालंदा परिसर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए डिजिटल लाईब्रेरी भी संचालित की जा रही है। यह लाईब्रेरी 24 घंटे संचालित रहती है। रात और दिन 24 घंटे चलने वाले इस डिजिटल लाईब्रेरी में यूपीएससी, स्टेट पीएससी के साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं का बड़ी संख्या में यहां आना-जाना लगा रहता है। परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए यहां फ्री इंटरनेट की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा यहां ऑफलाईन पढ़ाई के लिए पुस्तकें भी उपलब्ध है। इसके अलावा परिसर के आस-पास कैफेटेरिया तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई है।

गणतंत्र दिवस पर “मुरिया दरबार” झांकी के लिए बेटियों का दल रवाना, CM ने दी शुभकामनाएं, जनसंपर्क आयुक्त ने मुख्यमंत्री को बतायी झांकी की खासियत

रायपुर-  गणतंत्र दिवस पर इस साल राजपथ पर छत्तीसगढ़ की बस्तरिया परंपरा की झलक दिखेगी। बस्तर की मुरिया दरबार की झांकी 26 जनवरी को प्रस्त्तुत की जायेगी। झांकी में भाग लेने के लिए बस्तर की बेटियां आज दिल्ली रवाना हुई। दिल्ली रवानगी के पूर्व मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने झांकी की अगुवाई करने वाली बेटियों को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चियों से परिचय भी पूछा और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

इससे पहले जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव ने गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शित होने वाली छत्तीसगढ़ की झांकी की विशेषता और चयन प्रक्रिया के सबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को जानकारी दी। मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि पहली बार मौका है, जब मुरिया दरबार की विशेषता से पूरा देश परिचित होगा। जो बच्चियां दिल्ली रवाना हो रही है, वो सभी पारंपरिक वेशभूषा में मुरिया जनजाति का नृत्य “परब”करते हुए झांकी के आगे-आगे चलेंगी।

मुख्यमंत्री ने दिल्ली रवाना हो रही बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये गौरव की बात है कि छत्तीसगढ़ की परंपरा का नेतृत्व करने का आपसभी को मौका मिला है। छत्तीसगढ़ की उच्च विरासत और परंपरा को पूरे देश के सामने प्रदर्शित कर आप प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ाईये, यही कामना है।

 “बस्तर की आदिम जनसंसद- मुरिया दरबार” 

देश के 28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी “बस्तर की आदिम जनसंसद- मुरिया दरबार” का चयन हुआ है। छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर आधारित है। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय “आदिम जन-संसद” के अंतर्गत जगदलपुर के मुरिया दरबार और उसके उद्गम-सूत्र लिमऊ-राजा को दर्शाया गया है। मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है, जो 600 सालों से चली आ रही है। इस परंपरा के उद्गम के सूत्र कोंडागांव जिले के बड़े-डोंगर के लिमऊ-राजा नामक स्थान पर मिलते हैं। इस स्थान से जुड़ी लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब आदिम-समाज एक नीबू को राजा का प्रतीक मानकर आपस में ही निर्णय ले लिया करता था। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने की मुलाकात


रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने सौजन्य मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने मंत्री गिरिराज सिंह का स्वागत कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की भौगोलिक, सांस्कृतिक विशेषताओं, विकसित भारत संकल्प यात्रा एवं शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में संक्षिप्त चर्चा की, इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, विधायक ईश्वर साहू और विधायक सुशांत शुक्ला भी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर दिया बड़ा बयान, कहा- राहुल गांधी को करनी चाहिए ज्ञान यात्रा, कांग्रेस ने किया पलटवार

रायपुर-   केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे. रायपुर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने समेत बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए 14 जनवरी से शुरू हो रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को न्याय यात्रा की जगह ज्ञान यात्रा करनी चाहिए. किसी न किसी गांव में उन्हें किसी से ज्ञान जरूर मिलेगा.

इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पंचायत विभाग में हुए घोटालों की जांच की बात पर कहा कि भूपेश काल में सिर्फ घोटाला हुआ. कहा-कहा हुआ है उसी के लिए तो आया हूं. खासकर पंचायतों में एक गौठान निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. मनरेगा के कार्यों में अंकेक्षण विभाग में करोड़ों की रिकवरी कार्रवाई नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी पूछता हूं कि वो रिकवरी नहीं किया गया है. मामले की जांच होगी और दोषियों को जेल भेजेंगे।

गिरिराज सिंह ने छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि पंचायती राज को कांग्रेस ने लूटा है. इसलिए गौठानों को ठीक करने आया हूं. छग सरकार कैसे बेहतरी से काम करे, उसके लिए एक बैठक करेंगे.

कांग्रेस के अयोध्या ना जाने पर गिरिराज सिंह ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, मंदिर संस्थान ने सोनिया गांधी को भी निमंत्रण भेजा है. लेकिन यह नहीं जा रहे हैं. कांग्रेस हिंदू विरोधी रही है. कांग्रेस के डीएनए में हिंदू विरोधी है. कोई सूरज पर थूक फेके तो थूक आदमी पर पड़ता है. कांग्रेस ने 70 साल तक लटकाने और भटकाने का काम किया. सनातन हिंदुओं के जागरण का समय है जो जाएगा उसका किस्मत अच्छा है.

कांग्रेस की लोकसभा तैयारियों पर गिरिराज सिंह ने कहा. पूरे देश में इस बार कांग्रेस ने जो काम किया. पूरे देश में उन्हें उम्मीदवार नहीं मिलेंगे. क्योंकि इस देश की पहचान सनातन हिंदुओं से है. क्योंकि कांग्रेस हिंदू विरोधी है. जो शिव, राम और कृष्ण का विरोधी हो उन्हें चुनाव में कहां जगह मिलेगी.

 गिरिराज सिंह के बयान पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया का पलटवार 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के “ज्ञान यात्रा“ बयान पर पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह तो मोदी जी से ज्ञान ले रहे हैं. बीजेपी का धर्म और जाति के नाम पर प्रोपेगेंडा चल रहा है. ऐसा लग रहा है कुछ दिनों में मोदी जी को अपनी मूर्ति लगाना पड़ेगा. धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है. कौन और कब मंदिर में जाएगा, वह जानता तय करेगी.

योजनाओं पर कार्रवाई करने वाले सवाल पर शिव डहरिया ने कहा कि जो जांच करनी है, करवा लें. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में संचालित योजनाओं का लाभ सभी को मिला है.

गिरिराज सिंह के “डीएनए में हिंदू विरोधी“ वाले बयान पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी जाति और धर्म की राजनीति करते है. ऐसी राजनीति पहले अंग्रेज करते थे. यही राजनीतिक आज आरएसएस और बीजेपी कर रही है. महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर भेजी चादर

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राज्य अतिथि गृह ‘पहुना’ में जयंती भाई पटेल और मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने सौजन्य मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने हिन्दल वली अताए रसूल हजरत ख्वाजा गरीब नवाज रहमत उल्लाह अलेह के 802 उर्स मुबारक के मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आसताने पर चादर भेजी और छत्तीसगढ़ की सुख, समृद्धि, खुशहाली और अमन चैन की दुआएं की.

इस खास मौके पर नासीर खान, इमरान अशरफी, अकबर अली सहित साजीद पठान, मोबीन अहमद, मौजम मेमन, सूफी इल्यास चिस्ती, सलमान अशरफी, मो. कासीम और आमीर बेग मौजुद थे.

हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स

गौरतलब है कि, ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स शुरू हो चुका है. शुक्रवार को चांद दिखने की हिलाल कमेटी की घोषणा के बाद उर्स की विधिवत शुरुआत हो चुकी है. दरगाह के निजाम गेट से आगे नौबत खाने में उर्स के आगाज को लेकर परंपरा के अनुसार शादियाने बजाए गए. उर्स के आगाज के साथ ही दरगाह में उर्स की रस्में शुरू हो गई हैं. इसके तहत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स की पहली महफिल दरगाह परिसर में महफिल खाने में दरगाह दीवान की सदारत में हुई. महफिल में शाही कव्वालों की ओर से परंपरागत कव्वालियां पेश की गईं. इस दौरान बड़ी संख्या में जायरीन महफिल खाने में जायरीन जुटे हुए हैं. वहीं दरगाह में उर्स के पहले दिन जन्नती दरवाजे से होकर आस्ताने में हाजरी लगाने के लिए बड़ी संख्या में जायरीन की आवक भी बनी हुई है.

 ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला गया 

बता दें कि, उर्स की शुरुआत के साथ ही ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा खोला दिया गया है. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का जन्नती दरवाज़ा साल में सिर्फ चार बार खोला जाता है. ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में 6 रोज़, ख्वाजा गरीब नवाज के पीरो मुर्शिद के उर्स के मौके पर एक रोज़, ईद उल फित्र ओर ईद उल अज़हा के मौके पर एक रोज़ के लिए ये दरवाज़ा खोला जाता है. क्योंकि उर्स में ज़ायरीन की भीड़ काफी रहती है इसलिए जिला इंतेजामिया ओर पुलिस की जानिब से माकूल इंतेज़ामात किए जाते है. जन्नती दरवाज़े से गुज़रने के लिए ज़ायरीन में होड़ लगी रहती है कहि भगदड़ न हो इसलिए हिफाज़त के लिहाज से मजबूत मोटी रस्सियां बांधकर पब्लिक को रोका जाता है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से 12 जनवरी की शाम भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में स्काउट्स एवं गाइड्स के सदस्यों ने मुलाकात की। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय को स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम ने संरक्षक बैज पहना कर अलंकृत किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव और स्काउट्स एवं गाइड्स के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश अग्रवाल मौजूद थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्काउट्स एवं गाइड्स के द्वारा चलाए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के समय जिस तरह से आप लोगों के द्वारा सेवा कार्य किया जाता है वह प्रेरणादायी है। उल्लेखनीय है कि राज्य के राज्यपाल इसके मुख्य संरक्षक, मुख्यमंत्री संरक्षक एवं शिक्षा मंत्री राज्य अध्यक्ष होते हैं । इस अवसर पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्लेटिनियम जुबली वर्ष 2025 में राष्ट्रीय जम्बूरी छत्तीसगढ़ में किए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। स्काउट्स एवं गाइड्स की टीम के द्वारा मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर पूर्व राज्य मुख्य आयुक्त जी. स्वामी, राज्य सचिव कैलाश सोनी, सरिता पाण्डे, विकास तिवारी एवं दिलीप पटेल उपस्थित थे।