*आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं की गोदभराई*

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक क्षेत्र के केवटली बंगला पांडेय गांव के आंगनबाडी केन्द्र में गांव की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म अदायगी कराई गई।

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाडी केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण का विशेष ध्यान दिया जाता है।

पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार आज केवटली गांव के आंगनवाडी केन्द्र में गांव की कुल 9 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कराते हुए उन्हें फल ताजी हरी सब्जियां और पौष्टिक आहार दिया गया। आंगनवाड़ी कार्यकत्री शीला पांडेय और चन्दना पांडेय सहायिका मीरा देवी ने गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कर फल और पौष्टिक आहार वितरण किया।

शीला पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भावस्था के दौरान अपने शरीर और आसपास की स्वच्छता पर विषेश ध्यान दें। पौष्टिक आहार देते हुए उन्हें समय से भोजन करने दाल का पानी पीने भारी वजन वाले सामान न उठाने सहित अन्य आवश्यक सलाह दी गई।

इस दौरान क्षेत्र पचायत सदस्य बिट्टू यादव पुर्व प्रधान लवकुश पांडेय समूह सखी सुमन सरिता यादव आदि मौजुद रहे।

*गीता वाटिका द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन*

गोरखपुर। भारत में लोगों में कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसके प्रबंधन और उपचार के लिए शुरुआती पहचान जरूरी है। अज्ञानता,और सामाजिक भय के कारण कई लोगों को कैंसर हो जाता है जिसके लिए उपचार की आवश्यकता होती है। यदि जल्दी पता चल जाता है, तो ज्यादातर मामलों में ठीक होने की बेहतर संभावना रहती है।

इसीलिए मुख्य चिकित्साधिकारी के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बांसगांव के प्रांगण में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

इस शिविर में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दिखाने एवं परामर्श लेने 121 लोग आए जिनको मुंह, लंग, पेट, प्रोस्टेट, पैर में गांठ आदि में ब्रेस्ट की गांठ, गर्भाशय, अंडाशय, पित्त वाले लोग ज्यादा रहे। सभी को उचित परामर्श एवं निशुल्क दवाई दी गई। कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित ए. एन. एम., संगिनी एवं आशा कार्यकर्ताओं को बुलाकर कैंसर से बचाव, लक्षण एवं इलाज के बारे में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अजय श्रीवास्तव ने उन्हें समझाया कि अगर कैंसर का बाद में पता चला तो यह बहुत खरतनाक साबित हो सकता है। कैंसर को रोकने के तरीके में निवारण ही हमेशा इलाज से बेहतर है।में कैंसर के निवारक उपायों को जानना चाहिए।

यदि कोई समस्या है, तो हमें कैंसर के शीघ्र निदान और अच्छे उपचार के बारे में पता होना चाहिए। सही समय पर कैंसर की पहचान कर समय पर उसका उपचार शुरू करने पर कैंसर ठीक हो जाता है वर्ना यह लाइलाज हो जाता है। उचित टीकाकरण हो (जैसे एच० पी० वी० टीका आदि) तब भविष्य में कैंसर रोगियों की संख्या में काफी गिरावट आ जाएगी। इसलिए ऐसे टीकाकरण के लिए लड़कियों को आगे आना चाहिए। डॉ. राकेश श्रीवास्त ने बताया कि कि लगातार खांसी में खून आना, आंत्र की आदतों में बदलाव, मल में खून आना, अस्पष्टीकृत एनीमिया (कम रक्त गणना), स्तन में गांठ या स्तन से स्राव, अंडकोष में गांठें पेशाब में बदलाव, पेशाब में खून आना, तीन से चार सप्ताह से अधिक समय तक गला बैठना, लगातार गांठें या सूजी हुई ग्रंथियां, तीन से चार सप्ताह से अधिक समय तक मस्से या तिल में स्पष्ट परिवर्तन, बड़े तिल या बहुरंगी तिल जिनके किनारे अनियमित हों या जिनमें खून बह रहा हो, अपच या निगलने में कठिनाई, असामान्य योनि से रक्तस्राव या स्राव, अप्रत्याशित वजन घटना, रात को पसीना आना, या बुखार, मुंह में ठीक न होने वाले घाव या मसूड़ों, जीभ, या टॉन्सिल पर लगातार सफेद या लाल धब्बे, गंभीर असहनीय सिरदर्द जो सामान्य से अलग महसूस हो, अधिक समय तक पीठ दर्द, पेल्विक दर्द, सूजन या अपच कैंसर का संकेत हो सकता है ।

ऐसे में कैंसर के चिकित्सक को जरूर दिखाना चाहिए ताकि पता लगकर अगर कैंसर हो तो उसका तुरंत एवं उचित इलाज हो सके। भरपूर पानी से मूत्राशय के कैंसर का खतरा कम करने में विशेष रूप से उपयोगी है क्योंकि पानी कैंसर का कारण बनने वाले एजेंटों की एकाग्रता को कम कर सकता है और उन्हें नष्ट कर सकता है। स्वस्थ आहार खाने में कोई संदेह नहीं है। विभिन्न फलों, सब्जियों, अनाज और दालों से भरे एक स्वस्थ आहार एक स्वस्थ जीवन शैली की कुंजी है जो विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास के जोखिम को कम रखती है। हरी सब्जियां खाने का सुझाव इसलिए है क्योंकि ये मैग्नीशियम में समृद्ध होती हैं जो कैंसर का खतरा कम करती हैं। यह विशेष रूप से महिलाओं में पेट के कैंसर के खतरे को कम करता है। अपने आहार में ब्राजील नट्स शामिल करें जो सेलेनियम से भरे होने के कारण मूत्राशय, फेफड़े और कोलोरेक्टल कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने का काम करता है। भरपेट भोजन करना सांस लेने की प्रणाली को विफल कर सकता है जिससे विषाक्त कैंसर को पैदा करने वाली हवा बाहर निकलती है। जो कैफीन युक्त कॉफ़ी के 5 या उससे अधिक कप पीते हैं उनमें कम कॉफ़ी पीने वालों की तुलना में मस्तिष्क, मुंह और गले के कैंसर के विकास की कम संभावना होती है। मध्यम व्यायाम में शामिल होने से नियमित रूप से विभिन्न प्रकार के कैंसर विकसित करने के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।

इन स्वस्थ आदतों का पालन करने के अलावा तंबाकू की खपत को कम करने और शराब का सेवन कम करना महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ आहार का पालन करना और नियमित रूप से व्यायाम करना फिट रहने और इस ख़तरनाक स्थिति को रोकने के लिए आदत बनाना आवश्यक है। सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका आदि वितरित किया गया ताकि वे लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें।

शिविर में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कृष्ण मोहन अग्रवाल, अजय श्रीवास्तव,, प्रदीप, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, राजकमल कुमार, जिगना के पूर्व ग्राम प्रधान हरिनारायण, प्रतिमा शर्मा, सतीभा देवी, अंकित पांडेय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा ।

*महिलाओं को सशक्त बनाने के हो रहे सकारात्मक प्रयास : डॉ. मनहर*

गोरखपुर। महिलाएं प्राचीन काल से ही भारत की संस्कृति और समाज का अभिन्न अंग रही हैं। स्वतंत्रता के पश्चात भारत में महिलाओं की स्थिति कई वर्षों से बहस और चिंता का विषय रही है।

हाल के वर्षों में हुई प्रगति के बावजूद भारत में महिलाओं को आज भी कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। विगत कुछ वर्षों में महिलाओं को सशक्त बनाने के भारत के प्रयासों में कई सकारात्मक विकास हुए हैं। सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक अवसरों में सुधार लाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम और नीतियों को लागू किया है।

यह बातें महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के तत्वावधान एवं महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर में ‘उन्नत भारत ग्राम अभियान में मिशन शक्ति’ प्रकल्प के अन्तर्गत जेके अर्बनसेप्स डेवेलपर्स लिमिटेड कानपुर द्वारा प्रायोजित तथा सिंगर इण्डिया लिमिटेड के सहयोग से आयोजित सात दिवसीय निशुल्क सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन समारोह में मंगलवार को बतौर मुख्य अतिथि आईआईटी, बीएचयू के आचार्य डॉ मनहर चरण ने कहीं।

उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से किया जा रहा प्रयास अभिनंदनीय एवं सराहनीय है। इस प्रशिक्षण कार्यशाला से उन्हें परिवार को शसक्त बनाने के साथ समाज व देश के विकास में भी योगदान देने का अवसर मिलेगा।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि आईआईटी, बीएचयू के आचार्य डॉ. श्रेयांश कुमार जैन ने कहा कि किसी राष्ट्र की पूर्ण उन्नति तभी हो सकती है जब वहां विकास के हरेक क्षेत्र में महिलाओं की भी पूरी भागीदारी हो।

इस दृष्टिकोण से हमें भारत की आधी आबादी यानी महिलाओं के स्वावलंबन और उनकी आत्मनिर्भरता की दिशा में और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने आजादी के पूर्व और बाद महिलाओं के हालात पर विशद चर्चा करते हुए कहा कि स्वावलंबन नारी सशक्तिकरण की पहली सीढ़ी है। स्वावलंबी होने से महिलाओं का स्वाभिमान और आत्मसम्मान बढ़ता है।

इससे वह प्रतिकूल परिस्थितियों को नकारने की क्षमता प्राप्त कर लेती हैं। आर्थिक दृष्टि से स्वावलंबी होने से महिलाओं को हीन भावना से भी मुक्ति मिलती है। इसलिए आज के दौर में महिला शक्ति को परजीवी न होकर स्वावलंबी बनना चाहिए।

समापन कार्यक्रम के दूसरे विशिष्ट अतिथि आईआईटी, बीएचयू के आचार्य डॉ शैल शंकर ने कहा कि यह प्रशिक्षण महिलाओं को उनकी आय बढ़ाने में सहायता करने के साथ उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने में सहयोगी होगा।

उन्होंने कहा कि महिला स्वावलंबन का अर्थ केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं है बल्कि जीवन के सभी क्षेत्रों में उसकी स्वतंत्रता से है। एक महिला गृहिणी होते हुए भी स्वावलंबी होती है। एक महिला का परिवार एवं समाज की प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान होना चाहिए। इस अवसर पर उन्नत भारत अभियान के परियोजना प्रबंधक आशीष कुमार सिंह ने प्रास्ताविकी प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्नत भारत अभियान के तहत सरकारी योजनाओं को आमजन तक बताने एवं पहुंचने का कार्य किया जाता है। इसी क्रम में उन्नत भारत अभियान में मिशन शक्ति के अंतर्गत निशुल्क सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित कर स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जा रहा है।

उन्नत भारत अभियान के कार्यक्रम संयोजक डॉ मंजेश्वर ने सात दिन तक चली निशुल्क सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस दौरान कल 1150 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। कार्यशाला के माध्यम से महिलाओं को सिलाई मशीन के उपकरणों एवं क्रियाविधि के साथ उसके कुशल संचालन का प्रशिक्षण भी दिया गया।

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि इस प्रशिक्षण के जरिये महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 1150 परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल शुरू की है। इसके आशातीत परिणाम सामने आएंगे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शिप्रा सिंह ने किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं शिवांन्या, दीपशिखा एवं सोनिका द्वारा सरस्वती वन्दना, स्वागतगीत, संकल्प गीत तथा वन्देमातरम् का सस्वर गायन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्रशिक्षण केन्द्रों पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही समस्त महिलाएं उपस्थित रहीं।

*ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों में किया कंबल का वितरण*

सहजनवां,गोरखपुर। पाली विकास खंड के ग्राम बलुआ के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र यादव ने भीषण ठंड को देखते हुए जरूरत मंदों को कंबल वितरित किया । उन्हें तहसील प्रशासन द्वारा शासन द्वारा उपलब्ध कराए गया था।

ठंडी हवाओं से गलन बढ़ा दिया है। जिससे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है । गरीब टपके के लोगों को ठंड से बचने के लिए परेशानी हो रही थी। कंबल पाकर लोगों के चेहरे खिल उठे।

ग्राम प्रधान ने लोगों से आह्वान किया कि समाज में सक्षम लोगों को आगे बढ़कर गरीब,असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए। उन्हें जरूर के सामान मुहैया करानी चाहिए।

*डोर्न कैमरे से गेंहु की फसल में हुआ छिड़काव*

सहजनवां,गोरखपुर। पाली क्षेत्र के मिनवा गांव में सरकार द्वारा नई तकनीकी की सहायता से ड्रोन कैमरा से गेहूं की फसल का छिड़काव कराया गया ।

ग्राम प्रधान दिनेश जयसवाल के सहयोग से मिनवा गांव में 1 एकड़ गेहूं की फसल में सूर्य कंपनी का प्रचार प्रसार के लिए छिड़काव कराया गया और उनके बारे किसानों को जानकारी भी बताया गया।कि इसकी अनुमानित लागत 4 लाख है लेकिन महिला समूह को इसे 2 लाख मे उपलब्ध कराया जाएगा।

 महिला समूह को 15 हजार रुपया सैलरी देकर नौकरी के तौर पर भी रखा जाएग। और हर किसानों को भाड़े के रूप में किसानों के खेतों में डोन कैमरा से दवा का छिड़काव किया जाएगा।

তারাপীঠে পুজো দিলেন দমকল মন্ত্রী

এসবি নিউজ ব্যুরো: গতকাল রাতে তারাপীঠে আসেন রাজ্যের দমকল দফতরের ভারপ্রাপ্ত মন্ত্রী সুজিত বসু। আজ সকালে সপরিবারে পুজো দিলেন মা তারার মন্দিরে। মায়ের গর্ভে প্রবেশ করে দীর্ঘক্ষণ ধরে পুজো দেন মায়ের কাছে পরিবার ও রাজ্যবাসী সকলের মঙ্গল কামনা করেন।

*पुनः हंगामे के बीच नहीं हो सका राशन की दुकान का चयन*

सहजनवां,गोरखपुर। सहजनवां के ग्राम सभा कटया में तीसरी बार कोट के चयन में हंगामा होने के कारण नहीं हो पाया चयन। गौरतलब है की पिछले कई महीनो से ग्रामीणों की मांग कोट के चयन के लिए हो रही थी पिछली दो बैठकों में हंगामा होने के कारण नहीं हो पाया था चयन , तीसरी बार 9 जनवरी का डेट दिया गया था, जिसमें दो आवेदक जगत नारायण विश्वकर्मा तथा अनुराधा सिंह थी।

तहसीलदार द्वारा दोनों का डॉक्यूमेंट मांगा गया जिसमें जगत नारायण के पास ओरिजिनल मार्कशीट नहीं थी जिस पर तहसीलदार महोदय ने एक शपथ पत्र लिखवाया की एक सप्ताह के अंदर अपनी ओरिजिनल मार्कशीट दिखा दें अन्यथा उनके आवेदन को निरस्त कर दिया जाएगा, इसी के बीच जगत नारायण ने आवेदक को बदलने के लिए तहसीलदार महोदय से अनुमति मांगी जिस पर तहसीलदार के द्वारा मना कर दिया गया!इसी बीच जोर का हंगामा होने के कारण तहसीलदार महोदय ने अगले दिन का चयन होने का डेट रखा।

*कंटेनर ने बाइक सवार दंपती को मारी ठोकर पत्नी की मौके पर हुई दर्दनाक मौत*

सहजनवां,गोरखपुर। गीड़ा थाना क्षेत्र के बोक्टा चौराहे के पास गोरखपुर जा रहे बाइक सवार दंपती को पीछे से आ रहे कंटेनर ने ठोकर मार दिया।ठोकर लगने से बाइक पर बैठी पत्नी की मौके पर मौत हो गई,जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गया।

मंगलवार को दिन में 12 बजे के आसपास नगर पंचायत सहजनवां के वार्ड नं-4 निवासी गौरीशंकर कन्नौजिया अपनी पत्नी मंतीरा देवी उम्र 60 वर्ष को मोटरसाइकिल से लेकर गोरखपुर जा रहे थे।अभी वह गीडा थाना क्षेत्र के बोकटा चौराहे पर पहुंचे थे कि पीछे से आ रहे कंटेनर ने ठोकर मार दिया।

ठोकर लगने से मोटरसाइकिल पर बैठी मन्तीरा देवी की मौके पर दर्दनाक मृत्यु हो गई।जबकि गौरीशंकर गंभीर रूप से घायल हो गए।घायल हेलमेट पहने हुए थे।

मौके पर पहुंची गीडा पुलिस ने घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजवाया और महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

*गोरखपुर महोत्सव के अन्तर्गत जिला स्तरीय रोइंग प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन*

गोरखपुर।गोरखपुर महोत्सव समिति एवं खेल विभाग उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में गोरखपुर महोत्सव के अन्तर्गत नौकायन रामगढ़ ताल गोरखपुर में जिला स्तरीय पुरुष वर्ग रोइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा इस अवसर पर मुख्य अतिथि रवि किशन शुक्ल सांसद सदर गोरखपुर विराजमान थें।

जिनका स्वागत एवं आभार क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी द्वारा बैच लगाकर व बुके प्रदान कर किया गया तथा इस अवसर पर जय यदुवंशी प्रतिनिधि सांसद सदर गोरखपुर एवं अन्य अतिथिगण उपस्थित थें।सर्वप्रथम मुख्य अतिथि नें खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन के लिए जो बोट आई थी नावों का विधिवत अवलोकन करते हुए उसकी जानकारी प्राप्त की गई तद्पश्चात नावो को रामगढ़ ताल में उतारकर नावों का तथा जिला स्तरीय रोइंग प्रतियोगिता को झण्डी दिखाकर उद्घाटन किया गया।इसके उपरान्त जिला स्तरीय हैण्डबाल तथा बाक्सिंग बालक वर्ग के विजेता एवं उप विजेता खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस अवसर पर धर्मवीर सिंह,आजाद सिंह उप क्रीड़ाधिकारी,संध्या यादव,गनेश निषाद,कु0 नेहा सिंह,नफीस अहमद,प्रगति दूबे,प्रवीन कुमार,अजय सिंह,अमन सिंह उपस्थित थें।रोइंग प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए एन डी आर एफ गोरखपुर रेस्क्यू बोट के साथ रामगढ़ ताल में उपस्थित होकर पूर्ण सहयोग प्रदान किया।

*नदी किनारे हो रहे अनाधिकृत भूखण्डीय विकास, अवैध निर्माण को कराया गया ध्वस्त*

गोरखपुर। उपाध्यक्ष जीडीए अनाधिकृत कॉलोनीयो के ऊपर कारवाई करने का निर्देश दिया था।

जिसके अनुपालन में जीडीए के संबंधित अधिकारियों किशन सिंह प्रभारी मुख्य अभियन्ता के नेतृत्व में सहायक अभियन्ता कुंज बिहारी, राज बहादुर सिंह एवं वी०के० शर्मा तथा अवर अभियन्ता सुनील कुमार शर्मा, संजीव तिवारी, रमापति

वर्मा डी०एन० शुक्ला मनीष तिवारी एवं समस्त प्रवर्तन स्टाफ व क्षेत्रीय पुलिस बल के सहयोग से हाबर्ट बंधे पर महायोजना के अनुसार चिन्हित कूड़ाघर क्षेत्र के आस-पास अनाधिकृत निर्माण एवं बंधे पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रभावी अंकुश के दृष्टिगत चलाये गये अभियान के अर्न्तगत अनाधिकृत रूप से प्रारम्भ किये गये भूखण्डीय विकास हेतु दो कार्यालय व चिन्हांकन हेतु निर्मित की जा रही दो बाउण्ड्रीवाल तथा बंधे पर अतिक्रमण के अर्न्तगत एक भवन के अग्रभाग की पूर्वनिर्मित बाउण्ड्रीवाल, कुछ बोर्ड आदि तोड़े व हटाये गये।

कूड़ाघर क्षेत्र के अर्न्तगत डूब क्षेत्र में विकसित / चिन्हित दो अनाधिकृत कालोनी के विरूद्ध भी ध्वस्तीकरण करते हुये लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल पर अनाधिकृत निर्माणों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी। उपाध्यक्ष जीडीए के आदेशानुसार डूब क्षेत्र में हो रहे अनाधिकृत भूखण्डीय विकास, अवैध निर्माण के साथ-साथ अन्य अवैध निर्माणों / अनाधिकृत कालोनियों एवं भू-उपयोगों के विपरीत संचालित भवनों के विरूद्ध उ०प्र० नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अर्न्तगत कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।