*अस्पताल लाइफ लाइन भवन, सुरक्षित रखना जरूरी: सांसद रवि किशन*
आपदा प्रत्युत्तर के लिए अस्पताल कार्मिकों का प्रशिक्षण जरूरी: मेयर
गोरखपुर। एनेक्सी भवन सभागार में आपदा प्रबंधन: अस्पताल सुरक्षा विषयक कार्यशाला का आयोजन महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किया गया। सांसद रवि किशन ने कहा कि अस्पताल लाइफ लाइन भवन, सुरक्षित रखना जरूरी है।
कार्यशाला को संबोधित करने हेतु डॉ० मनीष चतुर्वेदी प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्र, प्रदेश एवं जनपद स्तर पर आपदा प्रबंधन तंत्र पर पावरप्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण करते हुए अस्पताल की किसी भी आपदा के दृष्टिगत पूर्व तैयारी क्या होनी चाहिए पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
आशीष श्रीवास्तव आर्किटेक्ट ने अस्पताल भवन का निर्माण किस प्रकार किया जाना चाहिए और उसमें प्रयुक्त होने वाले संसाधनों की जांच कैसे की जाती है पर विस्तृत रूप से चर्चा की। अपने उद्बोधन में कुलपति गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रो० (डॉ०) पूनम टंडन ने विश्व विद्यालय द्वारा संचालित आपदा पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन विषय पर विद्यार्थियों का इंटर्नशिप प्रोग्राम को जोड़े जाने की बात कही।
कार्यशाला में डॉ० स्मिता जायसवाल, अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, डॉ० राजेश जायसवाल अध्यक्ष रेडियोलॉजिस्ट एसोसिएशन, डॉ० सविता अग्रवाल अध्यक्ष फोगसी, डॉ० शिव शंकर शाही अध्यक्ष नर्सिंग होम एसोसिएशन, डॉ० राजेंद्र कुमार ठाकुर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, संतोष कुमार डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ, डॉ० आशुतोष कुमार दुबे मुख्य चिकित्सा अधिकारी आदि अन्य वक्ताओं ने अस्पताल भवन के सशक्तिकरण, अस्पताल में कार्य कर रहे।
कर्मचारियों तथा जनपद में आपदा प्रबंधन तंत्र को सशक्त करने में सहयोग प्रदान करने की बात कही।
जेपी सिंह मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने अग्नि सुरक्षा के दृष्टिगत अस्पतालों में अग्निशमन यंत्रों की रिफिलिंग संचालन तथा फायर एग्जिट प्लान पर विस्तृत रूप से चर्चा की। विनीत कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/प्रभारी अधिकारी (आपदा) गोरखपुर ने कहा कि यह कार्यशाला प्रदेश में पहली बार आयोजित की जा रही है और जनपद में अस्पताल सुरक्षा हेतु नियमित रूप से प्रशिक्षण व कार्य किए जाएंगे।
डीडीएमए गोरखपुर यूट्यूब चैनल के माध्यम से कार्यशाला का लाइव प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसे राहत आयुक्त कार्यालय, उ०प्र० शासन द्वारा प्रोत्साहित किया गया।
कार्यशाला में अस्पतालों का प्रत्येक 5 साल पर सेफ्टी ऑडिट, अस्पताल में निर्मित किए गए रैंप, कार्मिकों का अग्निशमन यंत्र संचालन पर प्रशिक्षण, भीड़ प्रबंधन, आपदा की स्थिति में मरीजो का सेफ इवेक्युएशन, बिजली उपकरण ऑन का समय-समय पर मूल्यांकन आदि अन्य कार्यों को कराए जाने हेतु अस्पतालों से अपेक्षा व्यक्त की गई।
कार्यशाला को सफल बनाने में डॉ० आशीष श्रीवास्तव, भारत सेवा मिशन, मनोज, मनदीप, अंकित, राणा, प्रगति आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यशाला का संचालन गौतम गुप्ता, जिला आपदा विशेषज्ञ, गोरखपुर ने किया।
Jan 08 2024, 09:45