*किसान का बेटा बना प्रोफेसर, गांव में खुशी की लहर*
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लखीमपुर खीरी- जनपद में किसान परिवार में जन्मे डॉ० जितेन्द्र वर्मा का चयन गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर पद पर हुआ है। कहते है कि सहजता, सरलता और मधुरता व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है। इसी के धनी किसान अभिलाष नारायण वर्मा के छोटे पुत्र डॉ० जितेन्द्र कुमार वर्मा का चयन गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय में हुआ है।
डॉ० जितेन्द्र पिछले लगभग 6 वर्षो से उच्च शिक्षा और शोध में कार्य कर रहे थे और लगभग एक दर्जन से अधिक रिसर्च पेपर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके है तथा 25 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके है। वर्ष 2018 में डॉ जितेन्द्र भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित आई सी एस एस आर की पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप में भी चयनित हो चुके है। डॉ० जितेन्द्र के बड़े भाई डॉ० अनुपम वर्मा भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बिहार में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और इनकी पत्नी डॉ० श्वेता पटेल केंद्रीय विद्यालय संगठन में लेक्चरर के पद पर कार्य कर रहे हैं।
जनपद लखीमपुर का एक किसान का परिवार जिसके दोनों बेटे तथा बहू केन्द्र सरकार के शिक्षा विभाग में कार्यरत है। डॉ० जितेंद्र के चयन से उनके परिवार तथा ग्रामवासियों में खुशी की लहर है।






Jan 06 2024, 17:43
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