*आजमगढ़ : रामभक्तों ने सठियांव बाजार में निकाली भव्य जनजागरण*
आजमगढ़।राम भक्तों ने शोभायात्रा सठियांव बाजार में अयोध्या राममंदिर से आये पूजित अक्षत एवं श्रीराम जी के रथ के साथ रामभक्तों ने सभी सनातनियों को राममंदिर का अक्षत एवं आमंत्रण पत्र वितरित किया।कार्यक्रम का शुभारंभ सठियांव स्थित हनुमान जी के मंदिर पर हनुमान चालीसा एवं आरती के1 साथ किया गया।
जिसके बाद रामभक्तों ने गाजे बाजे और जय श्री राम के जयकारे के साथ पूरे नगर का भ्रमण किया कार्यक्रम के अंत में जिला संघचालक कामेश्वर जी ने कहा कि भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा उस दिन मेरा गांव मेरी अयोध्या का अभियान चलाया जायेगा और हम लोग हिन्दू समाज से आग्रह करते हैं कि अपने गांव के निकटवर्ती मंदिरों में सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें ।
शोभायात्रा में विशेष रूप से आरएसएस विभाग प्रचारक श्री सत्येंद्र जी, जिला संघचालक कामेश्वर जी,भाजपा नेता सिद्धार्थ राम सिंह,बजरंगदल के प्रांत सह संयोजक गौरव रघुवंशी उपस्थित रहे।राम मंदिर का रथ सठियांव भ्रमण के उपरांत सठियांव गांव, नासिरुद्दीनपुर,महुआ मदना समेत अनेकों गांवों में पहुंचा जहां कार्यकर्ताओं ने अक्षत वितरण करते हुए निमंत्रण दिया।
इस अवसर पर दीनानाथ सिंह, किशन मोदनवाल, मकरध्वज यादव, अनूप पांडेय, वेदप्रकाश पाठक, सुजल वर्मा, हरेंद्र मौर्या, कन्हैया पांडेय, रामबचन चौहान, अरविंद प्रजापति, अरुण राय, स्वतन्त्र सिंह मुन्ना, सोनू विश्वकर्मा, अरविंद कन्नौजिया, रवि सिंह, अखिलेश पांडेय, सौरभ पांडेय सोनू, अवनीश पांडेय, आदित्य मिश्रा, यश पाठक, अजय वर्मा, रोहित प्रजापति इत्यादि उपस्थित रहे ।





















*सन्तोष मिश्रा* बूढ़नपुर ( आजमगढ ) बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के हिसामुद्दीन पुर गांव निवासी हरिकेश मिश्र पुत्र दिवाकर मिश्र का लेखपाल के पद पर चयन हुआ है। हरिकेश मिश्र ने अपनी पढाई जूनियर हाईस्कूल की विवेकानंद शिशु मंदिर से की है। वही हाई स्कूल की परिक्षा उद्योग विद्यालय इंटर कालेज कोयलसा तो इंटर मिडियेट की परिक्षा रामरूप मेमोरियल इण्टर कॉलेज बूढ़नपुर से किया है। ग्रेजुएशन शिब्ली महाविद्यालय से किया। इसके बाद 2018 में इलाहाबाद से एस एस सी सी जी एल की तैयारी की 30 दिसंबर को लेखपाली के रिजल्ट में हरिकेश मिश्र पास हुऐ हैं। उन्होने बताया कि अगर इंसान किसी बात को ठान लें तो उसे पूरा कर सकता है। हरिकेश मिश्र आगे चलकर अपनी पढाई को जारी रखेंगे। उन्होने ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व गुरुजनों को दिया है। इनके पिता दिवाकर मिश्र एक किसान है। इनकी माता शकुंतला देवी एक गृहणी है।
Jan 04 2024, 17:52
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